कञ्चुकिन् (कंचुकी) शब्द के रूप (Kanchukin Ke Shabd Roop) – संस्कृत

Kanchukin Shabd

कञ्चुकिन् शब्द (कंचुकी, रनिवास के दास, दासियों का अध्यक्ष): कञ्चुकिन् शब्द के नकारान्त पुल्लिंग शब्द के शब्द रूप, कञ्चुकिन् (Kanchukin) शब्द के अंत में “न्” का प्रयोग हुआ इसलिए यह नकारान्त हैं। अतः Kanchukin Shabd के Shabd Roop की तरह कञ्चुकिन् जैसे सभी नकारान्त पुल्लिंग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है। जैसे – पथिन्, गुणिन्, व्रत्रहन्, स्थायिन्, मघवन्, लघिमन्, युवन्, स्वामिन्, आत्मघातिन्, अर्थिन्, एकाकिन्, कञ्चुकिन्, ज्ञानिन्, करिन्, कुटुम्बिन्, कुशलिन्, चक्रवर्तिन्, तपस्विन्, दूरदर्शिन्, द्वेषिन्, धनिन्, पक्षिन्, बलिन्, मन्त्रिन्, मनोहारिन्, मनीषिन्, मेधाविन्, रोगिन्, वैरिन् आदि। कञ्चुकिन् शब्द के शब्द रूप संस्कृत में सभी विभक्तियों एवं तीनों वचन में शब्द रूप (Kanchukin Shabd Roop) नीचे दिये गये हैं।

कञ्चुकिन् के शब्द रूप – Shabd roop of Kanchukin

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा कञ्चुकी कञ्चुकिनौ कञ्चुकिनः
द्वितीया कञ्चुकिनम् कञ्चुकिनौ कञ्चुकिनः
तृतीया कञ्चुकिना कञ्चुकिभ्याम् कञ्चुकिभिः
चतुर्थी कञ्चुकिने कञ्चुकिभ्याम् कञ्चुकिभ्यः
पंचमी कञ्चुकिनः कञ्चुकिभ्याम् कञ्चुकिभ्यः
षष्ठी कञ्चुकिनः कञ्चुकिनोः कञ्चुकिनाम्
सप्तमी कञ्चुकिनि कञ्चुकिनोः कञ्चुकिषु
सम्बोधन हे कञ्चुकिन् ! हे कञ्चुकिनौ ! हे कञ्चुकिनः !

कञ्चुकिन् शब्द का अर्थ/मतलब

कञ्चुकिन् शब्द का अर्थ रनिवास के दास, दासियों का अध्यक्ष, अंतःपुररक्षक होता है। कञ्चुकिन् शब्द नकारान्त शब्द है इसका मतलब भी ‘रनिवास के दास, दासियों का अध्यक्ष’ होता है। विशेष-कंचुकी प्रायः बड़े बूढ़े और अनुभवी ब्राह्मण हुआ करते थे जिनपर राजा का पूरा विश्वास रहता था।
कंचुकी संस्कृत
[संज्ञा स्त्रीलिंग] अँगिया; चोली।
[संज्ञा पुल्लिंग]
1. प्राचीन काल में राजमहल के रनिवास के दास-दासियों का मुखिया 2. अंतःपुर का अध्यक्ष या रक्षक 3. द्वारपाल 4. संस्कृत नाटकों का एक वृद्ध पात्र जो कंचुक धारण करता था तथा राजा का विश्वस्त होता था और रनिवास में बेरोक-टोक आ-जा सकता था।

कंचुकी 1- संज्ञा स्त्री० [सं० कञ्चुकी]
1. अँगिया, चोली ।
उ०- कबहिं गुपाल कंचुकी फारी कब भए ऐसे जोग ।
2. केंचुल ।
उ०-सुंदर षाली कंचुकी नीकसि भागौ साँप ।

कंचुकी 2- संज्ञा पुं० [सं० कञ्चुकिन्]
1. रनिवास के दास दासियों का अध्यक्ष, अंतःपुररक्षक
विशेष-कंचुकी प्रायः बड़े बूढ़े और अनुभवी ब्राह्मण हुआ करते थे जिनपर राजा का पूरा विश्वास रहता था।
2. द्वारपाल, नकीब
3. साँप ।
4. छिलकेवाला अन्न, जैसे,- धान, जौ चना इत्यादि ।
5. व्यभिचारी, लंपट (को०) ।

कञ्चुकिन् जैसे और महत्वपूर्ण शब्द रूप

उपर्युक्त शब्द रूप कञ्चुकिन् शब्द के नकारान्त पुल्लिंग शब्द के शब्द रूप हैं कञ्चुकिन् जैसे शब्द रूप (Kanchukin shabd Roop) देखने के लिए Shabd Roop List पर जाएँ।

You may like these posts

कान्ति शब्द के रूप – Kanti Ke Shabd Roop – Sanskrit

Kanti Shabd कान्ति शब्द (सौंदर्य, चमक, आभा, lustre): कान्ति शब्द के इकारान्त स्त्रील्लिङ्ग शब्द के शब्द रूप, कान्ति (Kanti) शब्द के अंत में “इ” की मात्रा का प्रयोग हुआ इसलिए...Read more !

उत्सव शब्द रूप – Utsav Ke Shabd Roop – Sanskrit

Utsav Shabd उत्सव शब्द: festival, celebration, समारोह, त्योहार, पर्व, अनुष्ठान, उत्सव-काल; अकारांत पुंल्लिंग शब्द, इस प्रकार के सभी अकारांत पुल्लिंग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है।...Read more !

दुर्वासस् (दुर्वासा) शब्द के रूप (Durvasas Ke Shabd Roop) – संस्कृत

Durvasas Shabd दुर्वासस् शब्द (एक बड़ा क्रोधी ऋषि, दुर्वासा): दुर्वासस् शब्द के सकारांत पुल्लिङ्ग शब्द के शब्द रूप, दुर्वासस् (Durvasas) शब्द के अंत में “स्” का प्रयोग हुआ इसलिए यह...Read more !