Ubh Shabd
उभ शब्द (बीच में, मध्य, ऊभना=खड़ा होना): उभ शब्द के अकारांत शब्द के शब्द रूप, उभ (Ubh) शब्द के अंत में “अ” की मात्रा का प्रयोग हुआ इसलिए यह अकारांत हैं। अतः Ubh Shabd के Shabd Roop की तरह उभ जैसे सभी अकारांत शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है। उभ शब्द के शब्द रूप केवल द्विवचनान्त होते हैं, उभ शब्द के शब्द रूप संस्कृत में सभी विभक्तियों एवं तीनों वचन में शब्द रूप (Ubh Shabd Roop) नीचे दिये गये हैं।
उभ पुल्लिङ्ग के शब्द रूप (Pulling)
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | – | उभौ | – |
द्वितीया | – | उभौ | – |
तृतीया | – | उभाभ्याम् | – |
चतुर्थी | – | उभाभ्याम् | – |
पंचमी | – | उभाभ्याम् | – |
षष्ठी | – | उभयोः | – |
सप्तमी | – | उभयोः | – |
सम्बोधन | – | हे उभौ ! | – |
उभ स्त्रीलिङ्ग के शब्द रूप (Striling)
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | – | उभे | – |
द्वितीया | – | उभे | – |
तृतीया | – | उभाभ्याम् | – |
चतुर्थी | – | उभाभ्याम् | – |
पंचमी | – | उभाभ्याम् | – |
षष्ठी | – | उभयोः | – |
सप्तमी | – | उभयोः | – |
सम्बोधन | – | हे उभे | – |
उभ नपुन्सकलिङ्ग के शब्द रूप (Napunsak Ling)
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | – | उभे | – |
द्वितीया | – | उभे | – |
तृतीया | – | उभाभ्याम् | – |
चतुर्थी | – | उभाभ्याम् | – |
पंचमी | – | उभाभ्याम् | – |
षष्ठी | – | उभयोः | – |
सप्तमी | – | उभयोः | – |
सम्बोधन | – | हे उभौ | – |
उभ शब्द का अर्थ/मतलब
उभ शब्द का अर्थ बीच में, मध्य, ऊभना=खड़ा होना, ऊँचा उठा हुआ, स्त्री० १. मन में उत्पन्न होनेवाली उमंग, ऊब, २. =ऊमस होता है। उभ शब्द अकारांत शब्द है इसका मतलब भी ‘ऊभना=खड़ा होना] ऊँचा उठा हुआ। स्त्री० १. मन में उत्पन्न होनेवाली उमंग। स्त्री० १. ऊब। २. =ऊमस’ होता है।
उभ जैसे और महत्वपूर्ण शब्द रूप
उपर्युक्त शब्द रूप उभ शब्द के अकारांत शब्द के शब्द रूप हैं उभ जैसे शब्द रूप (Ubh shabd Roop) देखने के लिए Shabd Roop List पर जाएँ।