किम् नपुंसकलिंग शब्द
किम् नपुंसकलिंग शब्द (क्या/कौन, Who/What): किम् (क्या/कौन) नपुंसकलिंग सर्वनाम, नपुंसकलिंग में प्रथमा और द्वितीया को छोडकर शेष सभी शब्द रूप पुल्लिंग की भाँति होते हैं। यदादि – यद्, तद् , एतद् , किम् – इन शब्दों का क्रमशः य: , स: , एष: , स्य: , क: होता है। और सर्व्वादि के तुल्य रूप होते हैं। नपुंसकलिंग में प्रथमा और द्वतीया के एकवचन में यत् , तत् , एतत् , त्यत् , किम् होता है। स्त्रीलिंग में इन शब्दों का रूप या , सा , एषा , स्या, का, होता है। सर्वनाम का सम्बोधन नहीं होता है।
किम् नपुंसकलिंग के शब्द रूप
विभक्ति |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमा |
किम् |
के |
कानि |
द्वितीया |
किम् |
के |
कानि |
तृतीया |
केन |
काभ्याम् |
कैः |
चतुर्थी |
कस्मै |
काभ्याम् |
केभ्यः |
पंचमी |
कस्मात् |
काभ्याम् |
केभ्यः |
षष्ठी |
कस्य |
कयोः |
केषाम् |
सप्तमी |
कस्मिन् |
कयोः |
केषु |
विभक्ति |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमा |
कः |
कौ |
के |
द्वितीया |
कम् |
कौ |
कान् |
तृतीया |
केन |
काभ्याम् |
कैः |
चतुर्थी |
कस्मै |
काभ्याम् |
केभ्यः |
पंचमी |
कस्मात् |
काभ्याम् |
केभ्यः |
षष्ठी |
कस्य |
कयोः |
केषाम् |
सप्तमी |
कस्मिन् |
कयोः |
केषु |
विभक्ति |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमा |
का |
के |
काः |
द्वितीया |
काम् |
के |
काः |
तृतीया |
कया |
काभ्याम् |
काभिः |
चतुर्थी |
कस्यै |
काभ्याम् |
काभ्यः |
पंचमी |
कस्याः |
काभ्याम् |
काभ्यः |
षष्ठी |
कस्याः |
कयोः |
कासाम् |
सप्तमी |
कस्याम् |
कयोः |
कासु |
अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप
Shabd roop of Kim Napunsak Ling

संस्कृत में अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप:
स्वरान्त शब्द रूप:
व्यञ्जनान्त शब्द रूप:
सर्वनाम शब्द रूप:
आशा करता हूँ कि आपको संस्कृत के
'किम् शब्द रूप'
समझ आ ही गए होंगे।
यदि शब्द रूपों से संबंधित अन्य कोई प्रश्न या समस्या है, तो कमेन्ट बॉक्स में अवश्य बताएं।
सम्पूर्ण संस्कृत व्याकरण पढ़ने के लिए संस्कृत व्याकरण पर जाएं। धन्यवाद!
Good