मघवन् शब्द रूप (Maghavan Shabd)
मघवन् शब्द (इन्द्र, King of the Gods – Indra): ‘अन्’ भागान्त पुंल्लिंग शब्द (नकारान्त पुल्लिंग संज्ञा शब्द), इस प्रकार के सभी ‘अन्’ भागान्त पुल्लिंग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है।
संस्कृत में पथिन्, गुणिन्, व्रत्रहन्, स्थायिन्, मघवन्, लघिमन्, युवन्, स्वामिन्, आत्मघातिन्, अर्थिन्, एकाकिन्, कञ्चुकिन्, ज्ञानिन्, करिन्, कुटुम्बिन्, कुशलिन्, चक्रवर्तिन्, तपस्विन्, दूरदर्शिन्, द्वेषिन्, धनिन्, पक्षिन्, बलिन्, मन्त्रिन्, मनोहारिन्, मनीषिन्, मेधाविन्, रोगिन्, वैरिन् इत्यादि नकारान्त पुल्लिंग संज्ञा शब्द हैं।
मघवन् के शब्द रूप इस प्रकार हैं-
मघवन् के शब्द रूप – Maghavan Shabd Roop
मघवन् तृत्व-अयुक्त-शब्दः
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | मघवा | मघवानौ | मघवानः |
द्वितीया | मघवानम् | मघवानौ | मघोनः |
तृतीया | मघोना | मघवभ्याम् | मघवभिः |
चतुर्थी | माघोने | मघवभ्याम् | मघवभ्यः |
पंचमी | मघोनः | मघवभ्याम् | मघवभ्यः |
षष्ठी | मघोनः | मघोनोः | मघवनाम् |
सप्तमी | मघोनिः | मघोनोः | मघवसु |
सम्बोधन | हे मघवन् ! | हे मघवानौ ! | हे मघवानः ! |
मघवन् तृत्व-युक्त-शब्दः
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | मघवा | मघवानौ | मघवानः |
प्रथमा | मघवान् | मघवन्तौ | मघवन्तः |
द्वितीया | मघवन्तम् | मघवन्तौ | मघवतः |
तृतीया | मघवता | मघवद्भ्याम् | मघवद्भिः |
चतुर्थी | मघवते | मघवद्भ्याम् | मघवद्भ्यः |
पंचमी | मघवतः | मघवद्भ्याम् | मघवद्भ्यः |
षष्ठी | मघवतः | मघवतोः | मघवताम् |
सप्तमी | मघवति | मघवतोः | मघवत्सु |
सम्बोधन | हे मघवन् ! | हे मघवन्तौ ! | हे मघवन्तः ! |
“तृत्व-युक्त-शब्दः“, वह शब्द जिसमें “त्व” प्रत्यय युक्त हो। अर्थात् ऐसे शब्द जो किसी अवस्था, गुण या भाव को प्रकट करते हैं। उदाहरणः मधुरत्वम् (मधुरता), गौरवत्वम् (गौरव का भाव), मित्रत्वम् (मित्रता), देवत्वम् (दैवीयता), अतः “तृत्व-युक्त-शब्दः” तादृशः शब्दः अस्ति यः “त्व” प्रत्यय युक्तः भवति।
अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप
संस्कृत व्याकरण एवं भाषा में शब्द रूप अति महत्व रखते हैं। और धातु रूप (Dhatu Roop) भी बहुत ही आवश्यक होते हैं। महत्वपूर्ण शब्द रूप की Shabd Roop List देखें और साथ में shabd roop yad karane ki trick भी, सभी शब्द रूप संस्कृत में।
- महत्वपूर्ण शब्द रूपों की सूची – संस्कृत व्याकरण (सुबंत प्रकरण)
- Dhatu Roop in Sanskrit, धातु रूप लिस्ट, टेबल, ट्रिक
- Verb in Sanskrit (संस्कृत में क्रिया)
- नाम धातु रूप – Naam Dhatu Roop – (Denominative Verbs – Sanskrit)
संस्कृत में अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप:
- भानु शब्द रूप
- पितृ शब्द रूप
- मातृ शब्द रूप
- गो शब्द रूप
- अक्षि शब्द रूप
- चन्द्रमस् शब्द रूप
- पथिन् शब्द रूप
- पयस् शब्द रूप
- ईदृश शब्द रूप
- एक शब्द रूप
- त्रि शब्द रूप
स्वरान्त शब्द रूप:
- लता शब्द रूप
- मुनि शब्द रूप
- पति शब्द रूप
- भूपति शब्द रूप
- नदी शब्द रूप
- धेनु शब्द रूप
- पितृ शब्द रूप
- मातृ शब्द रूप
- द्यौ शब्द रूप
व्यञ्जनान्त शब्द रूप:
- राजन् शब्द रूप
- भवत् शब्द रूप
- विद्वस् शब्द रूप
- वाच शब्द रूप
- गच्छत् शब्द रूप
- गिर् शब्द रूप
- अहन् शब्द रूप
- पयस् शब्द रूप
सर्वनाम शब्द रूप:
- सर्व शब्द रूप
- तत् शब्द रूप
- एतत् शब्द रूप
- किम् शब्द रूप
- इदम् शब्द रूप
- अस्मद् शब्द रूप
- युष्मद शब्द रूप
- अदस् शब्द रूप
- कतिपय शब्द रूप
- उभ शब्द रूप
संख्यावाची शब्द रूप:
आशा है कि आपको संस्कृत में 'मघवन् शब्द रूप' समझ आए होंगे। यदि इस पोस्ट से संबंधित अन्य कोई प्रश्न या समस्या है, तो कमेन्ट बॉक्स में अवश्य सूचित करें। सम्पूर्ण संस्कृत व्याकरण पढ़ने के लिए संस्कृत व्याकरण पर जाएं। धन्यवाद!