पठ् धातु (पढ़ना, to read) भ्वादिगणीय धातु है। Path Dhatu के Dhatu Roop की तरह पठ् जैसे सभी भ्वादिगणीय धातु के धातु रूप (Dhatu Roop) इसी प्रकार बनाते है। पठ् धातु का गण (Conjugation) ‘भ्वादिगण (प्रथम गण – First Conjugation)’ है। पठ् का अर्थ पढ़ना (to read) होता है।
पठ् धातु के रूप संस्कृत में (Path Dhatu Roop In Sanskrit)
पठ् धातु रूप के पांच लकार इस प्रकार है-
- पठ् धातु के लट् लकार में रूप
- पठ् धातु के लृट् लकार में रूप
- पठ् धातु के लङ् लकार में रूप
- पठ् धातु के विधिलिङ् लकार में रूप
- पठ् धातु के लोट् लकार में रूप
पठ् धातु के धातु रूप संस्कृत में सभी लकारों (All Lakar), पुरुष एवं तीनों वचन में पठ् धातु रूप (Path Dhatu Roop) नीचे दिये गये हैं-
पठ् धातु के लट् लकार में रूप – वर्तमान काल (Present Tense)
संस्कृत में लट् लकार का प्रयोग वर्तमान काल को व्यक्त करने के लिए किया जाता है। पठ धातु के लट् लकार में रूप निम्नलिखित हैं-
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | वहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | पठति | पठत: | पठन्ति |
मध्यम पुरुष | पठसि | पठथः | पठथ |
उत्तम पुरुष | पठामि | पठावः | पठामः |
पठ् धातु के लट् लकार में वाक्य और उदाहरण-
- वह पढ़ता है। – सः पठति।
- वह पढ़ती है। – सा पठति।
- वे दोनों पढ़ते हैं। – तौ पठतः।
- वे दोनों पढ़ती हैं। – ते पठतः।
- वे सब पढ़ते हैं। – ते पठन्ति।
- वे सब पढ़ती हैं। – ता पठन्ति।
- तुम पढ़ते हो। – त्वं पठसि।
- तुम दोनों पढ़ते हो। – युवां पठथः।
- तुम सब पढ़ते हो। – यूयं पठथ।
- मैं पढ़ता हूँ। – अहं पठामि।
- हम दोनों पढ़ते हैं। – आवां पठावः।
- हम सब पढ़ते हैं। – वयं पठामः।
पठ् धातु के लृट् लकार में रूप – भविष्यत् काल (Future Tense)
संस्कृत में लृट् लकार का प्रयोग सामान्य भविष्य काल की घटनाओं को व्यक्त करने के लिए किया जाता है। पठ के धातु रूप लृट् लकार में इस प्रकार हैं-
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | वहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | पठिष्यति | पठिष्यतः | पठिष्यन्ति |
मध्यम पुरुष | पठिष्यसि | पठिष्यथः | पठिष्यथ |
उत्तम पुरुष | पठिष्यामि | पठिष्यावः | पठिष्यामः |
पठ् धातु के लृट् लकार में उदाहरण-
- सः पठिष्यति। = वह पढ़ेगा।
- सः कुत्र पठिष्यति? = वह कहाँ पढ़ेगा?
- ते पठिष्यन्ति। = वे सब पढ़ेंगे।
पठ् धातु के लङ् लकार में रूप – भूतकाल (Past Tense)
लङ् लकार का प्रयोग अनद्यतन भूतकाल की क्रिया को व्यक्त करने के लिए किया जाता है। पठ के धातु रूप लङ् लकार में निम्न हैं-
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | वहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | अपठत् | अपठताम् | अपठन् |
मध्यम पुरुष | अपठः | अपठतम् | अपठत |
उत्तम पुरुष | अपठम् | अपठाव | अपठाम |
पठ् धातु के लट् लकार में उदाहरण-
- उसने पढ़ा। – स: अपठत्।
- उन दोनों ने पढ़ा। – तौ अपठताम्।
- उन सबने पढ़ा। – ते अपठन्।
- तुमने पढ़ा। – त्वम् अपठः।
- तुम दोनों ने पढ़ा। – युवाम् अपठतम्।
- तुम सबने पढ़ा। – यूयं अपठत।
- मैंने पढ़ा। – अहम् अपठम्।
- हम दोनों ने पढ़ा। – आवाम् अपठाव।
- हम सबने पढ़ा। – वयम् अपठाम्।
पठ् धातु के विधिलिङ् लकार में रूप – चाहिए के अर्थ में (Potential Mood)
विधिलिङ् लकार का प्रयोग चाहिए के अर्थ में होता है। पठ धातु के विधिलिङ् लकार में रूप इस प्रकार हैं-
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | वहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | पठेत् | पठेताम् | पठेयुः |
मध्यम पुरुष | पठेः | पठेतम् | पठेत |
उत्तम पुरुष | पठेयम् | पठेव | पठेम |
पठ् धातु के विधिलिङ् लकार में उदाहरण-
- उसे पढ़ना चाहिये। – सः पठेत्।
- उन दोनों को पढ़ना चाहिये। – तौ पठेताम्।
- उन सबको पढ़ना चाहिये। – ते पठेयुः।
- तुम्हें पढ़ना चाहिये। – त्वं पठेः।
- तुम दोनों को पढ़ना चाहिये। – युवां पठेतम्।
- तुम सबको पढ़ना चाहिये। – यूयं पठेत।
- मुझे पढ़ना चाहिये। – अहं पठेयम्।
- हम दोनों को पढ़ना चाहिये। – आवां पठेव्।
- हम सबको पढ़ना चाहिये। – वयं पठेम।
पठ् धातु के लोट् लकार में रूप – अनुज्ञावाचक (Imperative Mood)
लोट् लकार का प्रयोग आज्ञा देने के भाव को प्रकट करने के किया जाता है। पठ धातु के लोट् लकार में रूप निम्न हैं-
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | वहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | पठतु | पठताम् | पठन्तु |
मध्यम पुरुष | पठ | पठतम् | पठत |
उत्तम पुरुष | पठानि | पठाव | पठाम |
पठ् धातु के लोट् लकार में उदाहरण-
- वह पढ़े। – सः पठतु।
- वे दोनों पढ़े। – तौ पठताम्।
- वे सब पढ़े। – ते पठन्तु।
- तुम पढ़ो। – त्वं पठ।
- तुम दोनों पढ़ो। – युवां पठतम्।
- तुम सब पढ़ो। – यूयम् पठत।
- मैं पढ़ूँ। – अहं पठानि।
- हम दोनों पढ़े। – आवां पठाव।
- हम सब पढ़े। – वयं पठाम।
संस्कृत में शब्द रूप देखने के लिए Shabd Roop पर क्लिक करें और नाम धातु रूप देखने के लिए Nam Dhatu Roop पर जायें।
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प्रश्न-उत्तर
पठ धातु के लङ् लकार मध्यम पुरुष में धातु रूप क्या हैं?
लङ् लकार मध्यम पुरुष में पठ धातु रूप – अपठः, अपठतम् , अपठत।
लट् लकार उत्तम पुरुष में पठ धातु रूप बताइए?
लट् लकार उत्तम पुरुष में पठ धातु रूप- पठामि, पठावः, पठामः।
लृट् लकार प्रथम पुरुष में पठ धातु रूप क्या होंगे?
लृट् लकार प्रथम पुरुष में पठ धातु रूप – पठिष्यति, पठिष्यतः, पठिष्यन्ति।
लंग लकार् … और सब् बढ़िया है
पठ् धातु के लङ् लकार में रूप, Pintu kumar आपको धन्यवाद!
This is very important dhatu Roop Path, Please give all dhatu roop!
All the best for tomorrow’s class 10th
BOARD EXAM legends 🔥👍
22th February 2025.
बहूत अच्छा सर जी
आपको धन्यवाद, Sangram Bheel ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट पर बनें रहे।
सर संस्कृत भाषा सीखने के लिए शुरूआत कहां से करनी होती है
मतलब शुरुआत कहां से करें विभक्ति या धातु रूप या लकार या कोई ओर से
वर्ण (https://mycoaching.in/sanskrit-varnmala) उसके बाद महेश्वर सूत्र (https://mycoaching.in/maheswar-sootra) आदि से शुरुआत करो, तो संस्कृत बेहतर समझ में आएगी!
Thanks🙏
Good Sanskrit very nice
Very nice website