गो/गौ शब्द के रूप – Go/Gau shabd ke roop – Sanskrit

गो/गौ शब्द के रूप – Gau Shabd Roop Sanskrit Mein

गो/गौ शब्द (बैल/इंद्रिया/किरण/सूर्य): ओकारांत पुल्लिंग /स्त्रीलिंग संज्ञा, गो शब्द का रूप स्त्रीलिंग एवं पुल्लिंग दोनों समान होते हैं। पुल्लिंग में गो का अर्थ है- बैल, सूर्य, किरण; तथा स्त्रीलिंग में गो का अर्थ है- गाय, प्रथ्वी और वाणी। इस प्रकार के शब्द रूप इसी प्रकार बनाते हैं। जैसे- ग्लौ, गौ आदि।

गो/गौ के शब्द रूप – Go/Gau Shabd Roop

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा गौः गावौ गावः
द्वितीया गाम् गावौ गाः
तृतीया गवा गोभ्याम् गोभिः
चतुर्थी गवे गोभ्याम् गोभ्यः
पंचमी गोः गोभ्याम् गोभ्यः
षष्ठी गोः गवोः गवाम्
सप्तमी गवि गवोः गोषु
सम्बोधन हे गौः ! हे गावौ ! हे गावः !

अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप

अधिभू, जितभू, मनोभू आदि।

Shabd Roop of Gau/Go in Photo (image/pdf)

Gau Shabd Roop | Go Shabd Roop

संस्कृत में अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप:

स्वरान्त शब्द रूप:

व्यञ्जनान्त शब्द रूप:

सर्वनाम शब्द रूप:

संख्यावाची शब्द रूप:

आशा है कि आपको संस्कृत के 'गो/गौ शब्द रूप' समझ में आए होंगे। अन्य किसी प्रश्न या समस्या के लिए कमेन्ट बॉक्स में बताएं। पूरा संस्कृत व्याकरण पढ़ने के लिए संस्कृत व्याकरण पर क्लिक करें। माई कोचिंग को चुनने के लिए आपको कोटि कोटि धन्यवाद!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*