जनक शब्द के रूप – Janak ke Roop – Sanskrit

जनक के शब्द रूप

जनक शब्द: अकारांत पुंल्लिंग शब्द , इस प्रकार के सभी अकारांत पुल्लिंग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है।

जनक के रूप – Janak Shabd Roop

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा जनकः जनकौ जनकाः
द्वितीया जनकम् जनकौ जनकान्
तृतीया जनकेन जनकाभ्याम् जनकैः
चतुर्थी जनकाय जनकाभ्याम् जनकेभ्यः
पंचमी जनकात् जनकाभ्याम् जनकेभ्यः
षष्ठी जनकस्य जनकयोः जनकानाम्
सप्तमी जनके जनकयोः जनकेषु
सम्बोधन हे जनक ! हे जनकौ ! हे जनकाः !

अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप

महत्वपूर्ण शब्द रूप की Shabd Roop List देखें और साथ में shabd roop yad karane ki trick भी, सभी शब्द रूप संस्कृत में।

Shabd roop of Janak -Image

Janak Shabd Roop

You may like these posts

चिबुक शब्द के रूप (Chibuk Ke Shabd Roop) – संस्कृत

Chibuk Shabd चिबुक शब्द (ठुड्ढी, ठोड़ी, chin, ठुड्डी, चिबुक): चिबुक शब्द के अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द के शब्द रूप, चिबुक (Chibuk) शब्द के अंत में ‘अ’ का प्रयोग हुआ इसलिए यह...Read more !

शरीर शब्द के रूप (Shareer Ke Shabd Roop) – संस्कृत

Shareer Shabd शरीर शब्द (body, शरीर, निकाय, तन, बदन, देह): शरीर शब्द के अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द के शब्द रूप, शरीर (Shareer) शब्द के अंत में ‘अ’ का प्रयोग हुआ इसलिए...Read more !

ष्णुह् शब्द के रूप (Shnuh Ke Shabd Roop) – संस्कृत

Shnuh Shabd ष्णुह् शब्द (ष्णुक्, ष्णुग्): ष्णुह् शब्द के हकारान्त पुल्लिंग शब्द के शब्द रूप, ष्णुह् (Shnuh) शब्द के अंत में ‘ह्’ की मात्रा का प्रयोग हुआ इसलिए यह हकारान्त...Read more !