मृ (मरना) धातु के रूप – Mri Ke Dhatu Roop – संस्कृत

Mri Dhatu in Sanskrit

मृ धातु (मरना, to die)संस्कृत व्याकरण में मृ धातु तुदादिगण धातु शब्द है। अतः Mri Dhatu के Dhatu Roop की तरह मृ जैसे सभी तुदादिगण धातु के धातु रूप (Dhatu Roop) इसी प्रकार बनाते है, जैसे- मिल्, तुद्, क्षिप्, इष्, प्रछ, सिच् आदि।

मृ धातु का गण (Conjugation): तुदादिगण (षष्ठम् गण – Sixth Conjugation).

मृ का अर्थ: मृ का अर्थ मरना, to die होता है।

मृ के धातु रूप (Dhatu Roop of Mri) – परस्मैपदी

मृ धातु के धातु रूप संस्कृत में सभी लकारों, पुरुष एवं तीनों वचन में मृ धातु रूप (Mri Dhatu Roop) नीचे दिये गये हैं।

1. मृ (Mri) धातु लट् लकार – वर्तमान काल

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष म्रियते म्रियेते म्रियन्ते
मध्यम पुरुष म्रियसे म्रियेथे म्रियध्वे
उत्तम पुरुष म्रिये म्रियावहे म्रियामहे

2. मृ (Mri) धातु लृट् लकार – भविष्यत काल

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष मरिष्यते मरिष्येते मरिष्यन्ते
मध्यम पुरुष मरिष्यसे मरिष्येथे मरिष्यध्वे
उत्तम पुरुष मरिष्ये मरिष्यावहे मरिष्यामहे

3. मृ (Mri) धातु लङ् लकार – भूतकाल

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अम्रियत अम्रियेताम् अम्रियन्त
मध्यम पुरुष अम्रियथाः अम्रियेथाम् अम्रियध्वम्
उत्तम पुरुष अम्रिये अम्रियावहि अम्रियामहि

4. मृ (Mri) धातु लोट् लकार – आज्ञा के अर्थ में

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष म्रियताम् म्रियेताम् म्रियन्ताम्
मध्यम पुरुष म्रियस्व म्रियेथाम् म्रियध्वम्
उत्तम पुरुष म्रियै म्रियावहै म्रियामहै

5. मृ (Mri) धातु विधिलिङ् लकार – चाहिए के अर्थ में

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष म्रियेत म्रियेयाताम् म्रियेरन्
मध्यम पुरुष म्रियेथाः म्रियेयाथाम् म्रियेध्वम्
उत्तम पुरुष म्रियेय म्रियेवहि म्रियेमहि

6. मृ (Mri) धातु लुङ् लकार – सामान्य भूतकाल

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अमृत अमृषाताम् अमृषत
मध्यम पुरुष अमृथाः अमृषाथाम् अमृढ्वम्
उत्तम पुरुष अमृषि अमृष्वहि अमृष्महि

7. मृ (Mri) धातु लिट् लकार – परोक्ष भूतकाल

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष मम्रे मम्राते मम्रिरे
मध्यम पुरुष मम्रिषे मम्राथे मम्रिध्वे
उत्तम पुरुष मम्रे मम्रिवहे मम्रिमहे

8. मृ (Mri) धातु लुट् लकार – अनद्यतन भविष्य काल

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष मर्ता मर्तारौ मर्तार:
मध्यम पुरुष मर्तासे मर्तासाथे मर्ताध्वे
उत्तम पुरुष मर्ताहे मर्तास्वहे मर्तास्महे

9. मृ (Mri) धातु आशिर्लिङ् लकार – आशीर्वाद हेतु

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष मृषीष्ट मृषीयास्ताम् मृषीरन्
मध्यम पुरुष मृषीष्ठाः मृषीयास्थाम् मृषीढ्वम्
उत्तम पुरुष मृषीय मृषीवहि मृषीमहि

10. मृ (Mri) धातु लृङ् लकार – हेतुहेतुमद् भविष्य काल

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अमरिष्यत अमरिष्येताम् अमरिष्यन्त
मध्यम पुरुष अमरिष्यथाः अमरिष्येथाम् अमरिष्यध्वम्
उत्तम पुरुष अमरिष्ये अमरिष्यावहि अमरिष्यामहि

संस्कृत में शब्द रूप देखने के लिए Shabd Roop पर क्लिक करें और नाम धातु रूप देखने के लिए Nam Dhatu Roop पर जायें।

कुछ प्रमुख Dhatu Roop के उदाहरण निम्नलिखित हैं:- अस् (अस्ति) धातु रूपभू (भव्) धातु रूपगम् धातु रूपपठ् धातु रूपदृश् धातु रूपपिव् धातु रूपपत् धातु रूपदा (ददाति) धातु रूपकृ (करना) धातु रूपलिख धातु रूपमिल धातु रूपनाम धातु रूपवद धातु रूपधाव धातु रूपहन धातु रूपहँस धातु रूपखाद धातु रूपरक्ष धातु रूप आदि कुछ महत्वपूर्ण धातु रूप हैं।

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