जितवत् (जितवान्) शब्द के रूप (Jitavat Ke Shabd Roop) – संस्कृत

Jitavat Shabd

जितवत् शब्द (जितवान् ): जितवत् शब्द के तकारांत डवतु प्रत्ययान्त पुल्लिङ्ग शब्द के शब्द रूप, जितवत् (Jitavat) शब्द के अंत में “त्” का प्रयोग हुआ इसलिए यह तकारांत हैं। अतः Jitavat Shabd के Shabd Roop की तरह जितवत् जैसे सभी तकारांत डवतु प्रत्ययान्त पुल्लिङ्ग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है। जितवत् शब्द के शब्द रूप संस्कृत में सभी विभक्तियों एवं तीनों वचन में शब्द रूप (Jitavat Shabd Roop) नीचे दिये गये हैं।

जितवत् के शब्द रूप – Shabd roop of Jitavat

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा जितवान् जितवन्तौ जितवन्तः
द्वितीया जितवन्तम् जितवन्तौ जितवतः
तृतीया जितवता जितवद्भ्याम् जितवद्भिः
चतुर्थी जितवते जितवद्भ्याम् जितवद्भ्यः
पंचमी जितवतः जितवद्भ्याम् जितवद्भ्यः
षष्ठी जितवतः जितवतोः जितवताम्
सप्तमी जितवति जितवतोः जितवत्सु
सम्बोधन हे जितवान् ! हे जितवन्तौ ! हे जितवन्तः !

जितवत् शब्द का अर्थ/मतलब

जितवत् शब्द का अर्थ जितवान् होता है। जितवत् शब्द तकारांत शब्द है इसका मतलब भी ‘जितवान् ‘ होता है।

जितवत् जैसे और महत्वपूर्ण शब्द रूप

उपर्युक्त शब्द रूप जितवत् शब्द के तकारांत डवतु प्रत्ययान्त पुल्लिङ्ग शब्द के शब्द रूप हैं जितवत् जैसे शब्द रूप (Jitavat shabd Roop) देखने के लिए Shabd Roop List पर जाएँ।

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