धीमत् (धीमान्) शब्द के रूप (Dheemat Ke Shabd Roop) – संस्कृत

धीमत् शब्द रूप (Dheemat Shabd)

धीमत् शब्द (धीमान्, बृहस्पति, बुद्धिमान्, समझदार, अक्लमंद): धीमत् शब्द के तकारांत डवतु प्रत्ययान्त पुल्लिङ्गः शब्द के शब्द रूप, धीमत् (Dheemat) शब्द के अंत में “त्” का प्रयोग हुआ इसलिए यह तकारांत हैं। अतः Dheemat Shabd के Shabd Roop की तरह धीमत् जैसे सभी तकारांत डवतु प्रत्ययान्त पुल्लिङ्गः शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है।

धीमत् शब्द के शब्द रूप संस्कृत में सभी विभक्तियों एवं तीनों वचन में शब्द रूप (Dheemat Shabd Roop) नीचे दिये गये हैं:

धीमत् के शब्द रूप, पुल्लिंग

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा धीमान् धीमन्तौ धीमन्तः
द्वितीया धीमन्तम् धीमन्तौ धीमतः
तृतीया धीमता धीमद्भ्याम् धीमद्भिः
चतुर्थी धीमते धीमद्भ्याम् धीमद्भ्यः
पंचमी धीमतः धीमद्भ्याम् धीमद्भ्यः
षष्ठी धीमतः धीमतोः धीमताम्
सप्तमी धीमति धीमतोः धीमत्सु
सम्बोधन हे धीमान् ! हे धीमन्तौ ! हे धीमन्तः !

धीमत् के शब्द रूप, नपुंसकलिंग

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा धीमत्/धीमद् धीमती धीमन्ति
द्वितीया धीमत्/धीमद् धीमती धीमन्ति
तृतीया धीमता धीमद्भ्याम् धीमद्भिः
चतुर्थी धीमते धीमद्भ्याम् धीमद्भ्यः
पञ्चमी धीमतः धीमद्भ्याम् धीमद्भ्यः
षष्ठी धीमतः धीमतोः धीमताम्
सप्तमी धीमति धीमतोः धीमत्सु
संबोधन हे धीमत्/धीमद्! हे धीमती! हे धीमन्ति!

धीमती शब्द रूप, स्त्रीलिंग

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा धीमती धीमत्यौ धीमत्यः
द्वितीया धीमतीम् धीमत्यौ धीमतीः
तृतीया धीमत्या धीमतीभ्याम् धीमतीभिः
चतुर्थी धीमत्यै धीमतीभ्याम् धीमतीभ्यः
पञ्चमी धीमत्याः धीमतीभ्याम् धीमतीभ्यः
षष्ठी धीमत्याः धीमत्योः धीमतीनाम्
सप्तमी धीमत्याम् धीमत्योः धीमतीषु
संबोधन हे धीमति! हे धीमत्यौ! हे धीमत्यः!

धीमत् शब्द का अर्थ/मतलब

धीमत् शब्द का अर्थ धीमान्, बृहस्पति, बुद्धिमान्, समझदार, अक्लमंद होता है। धीमत् शब्द तकारांत शब्द है इसका मतलब भी ‘धीमान्, बृहस्पति, बुद्धिमान्, समझदार, अक्लमंद’ होता है।

धीमत् जैसे और महत्वपूर्ण शब्द रूप

उपर्युक्त शब्द रूप धीमत् शब्द के तकारांत डवतु प्रत्ययान्त पुल्लिङ्गः शब्द के शब्द रूप हैं धीमत् जैसे शब्द रूप (Dheemat shabd Roop) देखने के लिए Shabd Roop List पर जाएँ।

संस्कृत में ददत्, धीमत्, तिष्ठत्, स्थितवत्, तावत्, कुर्वत्, जाग्रत्, दरिद्रत्, नभस्वत्, भवत्, ज्ञातवत्, शासत्, अंशुमत्, उक्तवत्, एतावत्, लज्जावत्, आयुष्मत्, बलवत्, विद्यावत्, इत्यादि तकारान्त पुंल्लिंग संज्ञा शब्द है।

संस्कृत में अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप:

स्वरान्त शब्द रूप:

व्यञ्जनान्त शब्द रूप:

सर्वनाम शब्द रूप:

संख्यावाची शब्द रूप:

उम्मीद है कि आपको संस्कृत के 'धीमत् शब्द रूप' समझ आए होंगे। इस पोस्ट से संबंधित अन्य कोई प्रश्न या समस्या है, तो कमेन्ट बॉक्स में अवश्य पूंछें। ऐसे ही संस्कृत व्याकरण के अन्य लेख पढ़ने के लिए माई कोचिंग पर बनें रहें। धन्यवाद!

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