विज् धातु के रूप – Vij Ke Dhatu Roop – संस्कृत

Vij Dhatu

विज् धातु (विचलित होना, to get distracted): विज् धातु उभयपदी ह्वादिगण धातु शब्द है। अतः Vij Dhatu के Dhatu Roop की तरह विज् जैसे सभी उभयपदी ह्वादिगण धातु के धातु रूप (Dhatu Roop) इसी प्रकार बनाते है, संस्कृत व्याकरण में विज् धातु रूप का अति महत्व है।

विज् धातु का गण (Conjugation): ह्वादिगण तृतीय गण – Third Conjugation

विज् का अर्थ: विज् का अर्थ विचलित होना, to get distracted होता है।

विज् के धातु रूप (Dhatu Roop of Vij) – परस्मैपदी

परस्मैपदी विज् धातु के धातु रूप संस्कृत में सभी लकारों, पुरुष एवं तीनों वचन में विज् धातु रूप (Vij Dhatu Roop) नीचे दिये गये हैं।

1. लट् लकार विज् धातु – वर्तमान काल

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष वेविक्ति वेविक्तः वेविजति
मध्यम पुरुष वेवेक्षि वेविक्थः वेविक्थ
उत्तम पुरुष वेवेज्मि वेविज्वः वेविज्मः

2. लिट् लकार विज् धातु – Past Perfect Tense

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष विवेज विविजतुः विविजुः
मध्यम पुरुष विवेजिथ विविजथुः विविज
उत्तम पुरुष विवेज विविजिव विविजिम

3. लुट् लकार विज् धातु – First Future Tense or Periphrastic

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष वेक्ता वेक्तारौ वेक्तारः
मध्यम पुरुष वेक्तासि वेक्तास्थः वेक्तास्थ
उत्तम पुरुष वेक्तास्मि वेक्तास्वः वेक्तास्मः

4. लृट् लकार विज् धातु – भविष्यत्, Second Future Tense

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष वेक्ष्यति वेक्ष्यतः वेक्ष्यन्ति
मध्यम पुरुष वेक्ष्यसि वेक्ष्यथः वेक्ष्यथ
उत्तम पुरुष वेक्ष्यामि वेक्ष्यावः वेक्ष्यामः

5. लोट् लकार विज् धातु – अनुज्ञा, Imperative Mood

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष वेवेक्तु/वेविक्तात् वेविक्ताम् वेविजतु
मध्यम पुरुष वेविग्धि/वेविक्तात् वेविक्तम् वेविक्त
उत्तम पुरुष वेविजानि वेविजाव वेविजाम

6. लङ् लकार विज् धातु – भूतकाल, Past Tense

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अवेवेग्/अवेवेक् अवेविक्ताम् अवेविजुः
मध्यम पुरुष अवेवेग्/अवेवेक् अवेविक्तम् अवेविक्त
उत्तम पुरुष अवेविजम् अवेविज्व अवेविज्म

7. विधिलिङ् लकार विज् धातु – चाहिए के अर्थ में, Potential Mood

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष वेविज्यात् वेविज्याताम् वेविज्युः
मध्यम पुरुष वेविज्याः वेविज्यातम् वेविज्यात
उत्तम पुरुष वेविज्याम् वेविज्याव वेविज्याम

8. आशीर्लिङ् लकार विज् धातु – आशीर्वाद देना, Benedictive Mood

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष विज्यात् विज्यास्ताम् विज्यासुः
मध्यम पुरुष विज्याः विज्यास्तम् विज्यास्त
उत्तम पुरुष विज्यासम् विज्यास्व विज्यास्म

9. लुङ् लकार विज् धातु – Perfect Tense

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अविजत्/अवैक्षीत् अविजताम्/अवैक्ताम् अविजन्/अवैक्षुः
मध्यम पुरुष अविजः/अवैक्षीः अविजतम्/अवैक्तम् अविजत/अवैक्त
उत्तम पुरुष अविजम्/अवैक्षम् अविजाव/अवैक्षाव अविजाम/अवैक्षाम

10. लृङ् लकार विज् धातु – हेतुहेतुमद्भूत, Conditional Mood

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अवेक्ष्यत् अवेक्ष्यताम् अवेक्ष्यन्
मध्यम पुरुष अवेक्ष्यः अवेक्ष्यतम् अवेक्ष्यत
उत्तम पुरुष अवेक्ष्यम् अवेक्ष्याव अवेक्ष्याम

विज् के धातु रूप (Dhatu Roop of Vij) – आत्मनेपदी

आत्मनेपदी विज् धातु के धातु रूप संस्कृत में सभी लकारों, पुरुष एवं तीनों वचन में विज् धातु रूप (Vij Dhatu Roop) नीचे दिये गये हैं।

1. लट् लकार विज् धातु – वर्तमान काल

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष वेविक्ते वेविजाते वेविजते
मध्यम पुरुष वेविक्षे वेविजाथे वेविग्ध्वे
उत्तम पुरुष वेविजे वेविज्वहे वेविज्महे

2. लिट् लकार विज् धातु – Past Perfect Tense

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष विविजे विविजाते विविजिरे
मध्यम पुरुष विविजिषे विविजाथे विविजिध्वे
उत्तम पुरुष विविजे विविजिवहे विविजिमहे

3. लुट् लकार विज् धातु – First Future Tense or Periphrastic

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष वेक्ता वेक्तारौ वेक्तारः
मध्यम पुरुष वेक्तासे वेक्तासाथे वेक्ताध्वे
उत्तम पुरुष वेक्ताहे वेक्तास्वहे वेक्तास्महे

4. लृट् लकार विज् धातु – भविष्यत्, Second Future Tense

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष वेक्ष्यते वेक्ष्येते वेक्ष्यन्ते
मध्यम पुरुष वेक्ष्यसे वेक्ष्येथे वेक्ष्यध्वे
उत्तम पुरुष वेक्ष्ये वेक्ष्यावहे वेक्ष्यामहे

5. लोट् लकार विज् धातु – अनुज्ञा, Imperative Mood

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष वेविक्ताम् वेविजाताम् वेविजताम्
मध्यम पुरुष वेविक्ष्व वेविजाथाम् वेविग्ध्वम्
उत्तम पुरुष वेविजै वेविजावहै वेविजामहै

6. लङ् लकार विज् धातु – भूतकाल, Past Tense

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अवेविक्त अवेविजाताम् अवेविजत
मध्यम पुरुष अवेविक्थाः अवेविजाथाम् अवेविग्धम्
उत्तम पुरुष अवेविजि अवेविज्वहि अवेविज्महि

7. विधिलिङ् लकार विज् धातु – चाहिए के अर्थ में, Potential Mood

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष वेविजीत वेविजीयाताम् वेविजीरन्
मध्यम पुरुष वेविजीथाः वेविजीयाथाम् वेविजीध्वम्
उत्तम पुरुष वेविजीय वेविजीवहि वेविजीमहि

8. आशीर्लिङ् लकार विज् धातु – आशीर्वाद देना, Benedictive Mood

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष विक्षीष्ट विक्षीयास्ताम् विक्षीरन्
मध्यम पुरुष विक्षीष्ठाः विक्षीयास्थाम् विक्षीध्वम्
उत्तम पुरुष विक्षीय विक्षीवहि विक्षीमहि

9. लुङ् लकार विज् धातु – Perfect Tense

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अविक्त अविक्षाताम् अविक्षत
मध्यम पुरुष अविक्थः अविक्षाथाम् अविग्ध्वम्/अविग्ड्ढ्वम्
उत्तम पुरुष अविक्षि अविक्ष्वहि अविक्ष्महि

10. लृङ् लकार विज् धातु – हेतुहेतुमद्भूत, Conditional Mood

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अवेक्ष्यत अवेक्ष्येताम् अवेक्ष्यन्त
मध्यम पुरुष अवेक्ष्यथाः अवेक्ष्येथाम् अवेक्ष्यध्वम्
उत्तम पुरुष अवेक्ष्ये अवेक्ष्यावहि अवेक्ष्यामहि

विज् – संस्कृत व्याकरण में क्रियाओं (verbs) के मूल रूप को धातु कहते हैं। धातु ही संस्कृत शब्दों के निर्माण के लिए मूल तत्त्व है। इनकी संख्या लगभग 2012 है। धातुओं के साथ उपसर्ग, प्रत्यय मिलकर तथा सामासिक क्रियाओं के द्वारा सभी शब्द (संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया आदि) बनते हैं। दूसरे शब्द में कहें तो संस्कृत का लगभग हर शब्द अन्ततः धातुओं के रूप में तोड़ा जा सकता है। कृ, भू, स्था, अन्, ज्ञा, युज्, गम्, मन्, जन्, दृश् आदि कुछ प्रमुख धातुएँ हैं। संस्कृत में शब्द रूप देखने के लिए Shabd Roop पर क्लिक करें और नाम धातु रूप देखने के लिए Nam Dhatu Roop पर जायें।