प्रकृति शब्द के रूप – Prakrati Ke Roop, Shabd Roop – Sanskrit

प्रकृति शब्द रूप (Prakriti Shabd Roop)

प्रकृति शब्द (Nature, character, स्वभाव, मिजाज): इकारांत स्त्रीलिंग शब्द , इस प्रकार के सभी इकारांत पुल्लिंग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है। संस्कृत में स्तुति, रीति, शक्ति, तिथि, बुद्धि, नीति, मति, गति, स्मृति, मूर्ति, युवति, इत्यादि इकारांत स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द हैं।

प्रकृति के शब्द रूप इस प्रकार हैं-

प्रकृति के शब्द रूप – Prakrati Shabd Roop

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा प्रकृतिः प्रकृती प्रकृतयः
द्वितीया प्रकृतिम् प्रकृती प्रकृतीः
तृतीया प्रकृत्या प्रकृतीभ्याम् प्रकृतिभिः
चतुर्थी प्रकृत्यै, प्रकृतये प्रकृतीभ्याम् प्रकृतिभ्यः
पंचमी प्रकृत्याः, प्रकृतेः प्रकृतीभ्याम् प्रकृतिभ्यः
षष्ठी प्रकृतयाः, प्रकृतेः प्रकृत्योः प्रकृतीनाम्
सप्तमी प्रकृत्याम्, प्रकृतौ प्रकृत्योः प्रकृतिषु
सम्बोधन हे प्रकृते ! हे प्रकृती ! हे प्रकृतयः !

प्रकृति (Prakriti) जैसे शब्द रूप लिखने की ट्रिक

प्रकृति जैसे शब्द रूप को बनाने के लिए एक शब्द रूप को देखकर अंतिम अक्षरों के अनुसार ही शब्द रूप बनाते हैं। प्रकृति शब्द इकारांत स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द हैं।

इकारांत स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द वे शब्द होते हैं जो “इ” (इकार) पर समाप्त होते हैं और स्त्रीलिंग होते हैं। उदाहरण: कीर्ति, प्राप्ति, पङ्क्ति, कृति, रुचि, भक्ति, मुक्ति, श्रुति, प्रीति, जाति, भूमि, प्रकृति

प्रकृति शब्द के रूप – Prakriti Ke Roop, इस प्रकार एक प्रकार के शब्दों के shabd roop आप आसानी से बना सकते हैं। यदि आप खुद से एक शब्द रूप को देखकर दूसरा shabd roop बनाने का प्रयत्न करेंगे तो आपको शब्द रूप याद भी जल्दी हो जाएंगे। बस यही शब्द रूप याद करने की ट्रिक है। केवल एकवचन ke शब्द रूप उलझन में डालते हैं और उनको ही भूलने का डर रहता हैं। और अक्सर एकवचन shabd roop ही exam में पूछे जाते हैं।

अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप

महत्वपूर्ण शब्द रूप की Shabd Roop List देखें और साथ में shabd roop yad karane ki trick भी, सभी शब्द रूप संस्कृत में।

Shabd roop of Prakrati/Prakriti, Image

Prakrati Shabd Roop

संस्कृत में अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप:

स्वरान्त शब्द रूप:

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आशा करता हूँ कि आपको संस्कृत में 'प्रकृति शब्द रूप' समझ में आए होंगे। इस पोस्ट से संबंधित अन्य कोई प्रश्न या समस्या है, तो कमेन्ट बॉक्स में अवश्य पूंछें। ऐसे ही संस्कृत व्याकरण के अन्य लेख पढ़ने के लिए माई कोचिंग पर बनें रहें। धन्यवाद!

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