यावत् (यावान्) शब्द के रूप (Yavat Ke Shabd Roop) – संस्कृत

यावत् शब्द रूप (Yavat Shabd)

यावत् शब्द (यावान्, जितना, सब, कुल, जब तक, जहाँ तक ): यावत् शब्द के तकारांत डवतु प्रत्ययान्त पुल्लिङ्ग शब्द के शब्द रूप, यावत् (Yavat) शब्द के अंत में “त्” का प्रयोग हुआ इसलिए यह तकारांत हैं। अतः Yavat Shabd के Shabd Roop की तरह यावत् जैसे सभी तकारांत डवतु प्रत्ययान्त पुल्लिङ्ग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है।

यावत् शब्द के शब्द रूप संस्कृत में सभी विभक्तियों एवं तीनों वचन में शब्द रूप (Yavat Shabd Roop) नीचे दिये गये हैं:

यावत् के शब्द रूप, पुल्लिंग

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा यावान् यावन्तौ यावन्तः
द्वितीया यावन्तम् यावन्तौ यावतः
तृतीया यावता यावद्भ्याम् यावद्भिः
चतुर्थी यावते यावद्भ्याम् यावद्भ्यः
पंचमी यावतः यावद्भ्याम् यावद्भ्यः
षष्ठी यावतः यावतोः यावताम्
सप्तमी यावति यावतोः यावत्सु
सम्बोधन हे यावान् ! हे यावन्तौ ! हे यावन्तः !

यावत् के शब्द रूप, नपुंसकलिंग

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा यावत्/यावद् यावती यावन्ति
द्वितीया यावत्/यावद् यावती यावन्ति
तृतीया यावता यावद्भ्याम् यावद्भिः
चतुर्थी यावते यावद्भ्याम् यावद्भ्यः
पञ्चमी यावतः यावद्भ्याम् यावद्भ्यः
षष्ठी यावतः यावतोः यावताम्
सप्तमी यावति यावतोः यावत्सु
संबोधन हे यावत्/यावद्! हे यावती! हे यावन्ति!

यावती शब्द रूप, स्त्रीलिंग

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा यावती यावत्यौ यावत्यः
द्वितीया यावतीम् यावत्यौ यावतीः
तृतीया यावत्या यावतीभ्याम् यावतीभिः
चतुर्थी यावत्यै यावतीभ्याम् यावतीभ्यः
पञ्चमी यावत्याः यावतीभ्याम् यावतीभ्यः
षष्ठी यावत्याः यावत्योः यावतीनाम्
सप्तमी यावत्याम् यावत्योः यावतीषु
संबोधन हे यावति! हे यावत्यौ! हे यावत्यः!

यावत् शब्द का अर्थ/मतलब

यावत् शब्द का अर्थ यावान्, जितना, सब, कुल, जब तक, जहाँ तक होता है। यावत् शब्द तकारांत शब्द है इसका मतलब भी ‘यावान्, जितना, सब, कुल, जब तक, जहाँ तक’ होता है।

यावत् जैसे और महत्वपूर्ण शब्द रूप

उपर्युक्त शब्द रूप यावत् शब्द के तकारांत डवतु प्रत्ययान्त पुल्लिङ्ग शब्द के शब्द रूप हैं यावत् जैसे शब्द रूप (Yavat shabd Roop) देखने के लिए Shabd Roop List पर जाएँ।

संस्कृत में ददत्, धीमत्, तिष्ठत्, स्थितवत्, तावत्, कुर्वत्, जाग्रत्, दरिद्रत्, नभस्वत्, भवत्, ज्ञातवत्, शासत्, अंशुमत्, उक्तवत्, एतावत्, लज्जावत्, आयुष्मत्, बलवत्, विद्यावत्, इत्यादि तकारान्त पुंल्लिंग संज्ञा शब्द है।

संस्कृत में अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप:

स्वरान्त शब्द रूप:

व्यञ्जनान्त शब्द रूप:

सर्वनाम शब्द रूप:

संख्यावाची शब्द रूप:

आशा है कि आपको संस्कृत में 'यावत् शब्द रूप' समझ में आए होंगे। यदि शब्द रूपों से संबंधित अन्य कोई प्रश्न या समस्या है, तो कमेन्ट बॉक्स में अवश्य बताएं। ऐसे ही संस्कृत व्याकरण के अन्य लेख पढ़ने के लिए माई कोचिंग पर बनें रहें। धन्यवाद!

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