हिंदी के उपन्यास और उपन्यासकार
हिंदी का पहला उपन्यास “परीक्षा गुरु” है, जिसका रचनाकाल 1882 ई. है और इसके उपन्यासकार या लेखक “लाला श्रीनिवासदास” हैं। हिंदी के प्रारम्भिक उपन्यास अधिकतर तिलस्मी और ऐयारी किस्म के थे। उपन्यासों में पहला सामाजिक उपन्यास भारतेंदु हरिश्चंद्र का “पूर्णप्रकाश” और चंद्रप्रभा नामक मराठी उपन्यास का अनुवाद था। आरम्भ में हिंदी में कई उपन्यास बँगला, मराठी आदि से अनुवादित किए गए।
हिन्दी के उपन्यास और उपन्यासकार की प्रमुख लेखकों और रचनाओं की लिस्ट-
उपन्यास और उपन्यासकार
क्रम | उपन्यास (रचना) | उपन्यासकार (लेखक) |
---|---|---|
1. | भाग्यवती | श्रद्धाराम फिल्लौरी |
2. | परीक्षागुरु | लाला श्रीनिवासदास |
3. | नूतन ब्रह्मचारी, सौ अजान एक सुजान | बालकृष्ण भट्ट |
4. | पूर्ण प्रकाश, चंद्रप्रभा | भारतेंदु हरिश्चंद्र |
5. | चंद्रकांता, नरेंद्रमोहिनी, वीरेंद्रवीर अथवा कटोरा भर खून, कुसुमकुमारी, चंद्रकांता संतति, भूतनाथ | देवकीनंदन खत्री |
6. | धूर्त रसिकलाल, स्वतंत्र रमा और परतंत्र लक्ष्मी, हिंदू गृहस्थ, आदर्श दम्पति, सुशीला विधवा, आदर्श हिंदू | मेहता लज्जाराम शर्मा |
7. | प्रणयिनी-परिणय, त्रिवेणी, लवंगलता, लीलावती, तारा, चपला, मल्लिकादेवी वा बंगसरोजिनी अंगूठी का नगीना, लखनऊ की कब्रा वा शाही महलसरा | किशोरीलाल गोस्वामी |
8. | अद्भुत लाश, अद्भुत खून, खूनी कौन | गोपालराय गहमरी |
9. | ठेठ हिंदी का ठाठ, अधखिला फूल | ‘हरिऔध’ |
10. | श्यामा स्वप्न | जगमोहन सिंह |
11. | देवरानी जेठानी की कहानी | पंडित गौरीदत्त |
12. | गोद, नारी, अंतिम आकांक्षा | सियारामशरण गुप्त |
13. | देहाती दुनिया | शिवपूजन सहाय |
14. | दिल्ली का कलंक, दिल्ली का व्यभिचार, वेश्यायुग, रहस्यमयी | ऋषभचरण जैन |
15. | पतिता की साधना, चंदन और पानी, त्यागमयी | भवानीप्रसाद |
16. | प्रेमा, सेवासदन, वरदान, प्रेमाश्रम, कायाकल्प, रंगभूमि, निर्मला, प्रतिज्ञा, गबन, कर्मभूमि, गोदान, मंगलसूत्र (अपूर्ण) | प्रेमचंद |
17. | कंकाल, तितली, इरावती (अधूरा) | जयशंकर प्रसाद |
18. | अप्सरा, अलका, प्रभावती, निरूपमा, चोटी की पकड़, काले कारनामे | निराला |
19. | हार | पंत |
20. | सैह राम-रहीम | राधिकारमण प्रसाद सिंह |
21. | पर्दे की रानी, घृणामयी, संन्यासी, प्रेत और छाया, मुक्तिपथ, जिप्सी, जहाज का पंछी, ऋतुचक्र, सुबह के भूले, भूत का भविष्य | इलाचंद्र जोशी |
22. | परख, त्यागपत्र, कल्याणी, सुनीता, सुखदा, मुक्तिबोध | जैनेंद्र |
23. | दिव्या, अमिता, झूठा सच (दो भाग), दादा कामरेड, मनुष्य के रूप, मेरी तेरी उसकी बात, बारह घंटे | यशपाल |
24. | गिरती दीवारें, शहर में घूमता आइना, सितारों का खेल, बड़ी-बड़ी आँखें, गरम राख, एक नन्ही कंदील, पत्थर-अल-पत्थर | ‘अश्क’ |
25. | सुहाग के नूपुर, शतरंज के मोहरे, करवट, नाच्यौ बहुत गोपाल, अमृत और विष, बूंद और समुद्र, मानस का हंस, नवाबी मसनद, सेठ बॉकेमल, बिखरे तिनके, महाकाल, भूख, एकदा नैमिषारण्ये, खंजन नयन, करवट | अमृतलाल नागर |
26. | सागर लहरें और मनुष्य, डॉ० शेफाली, शेष-अशेष, लोक-परलोक, नए मोड़, एक नीड़ दो पंछी, दो अध्याय | उदयशंकर भट्ट |
27. | चित्रलेखा, सबहिं नचावत राम गोसाई, तीन वर्ष, भूले बिसरे चित्र, टेढ़े मेढ़े रास्ते, सीधी-सच्ची बातें, सामर्थ्य और सीमा, आखिरी दाँव | भगवतीचरण वर्मा |
28. | मृगनयनी, झाँसी की रानी, गढ़ कुण्डार, विराटा की पद्मिनी, अहिल्याबाई | वृदावनलाल वर्मा |
29. | वैशाली की नगरवधु, धर्मयुग, अपराजिता, नरमेध, मंदिर की नर्तकी, हृदय की परख, हृदय की प्यास, वयं रक्षामः, आत्मदाह | आचार्य चतुरसेन शास्त्री |
30. | सिंह सेनापति, जय यौधेय, वोल्गा से गंगा तक, किन्नरों के देश में, शैतान की आँखें, मधुर स्वप्न | राहुल सांकृत्यायन |
31. | बाणभट्ट की आत्मकथा, अनामदास का पोथा, चारुचंद्रलेख, पुनर्नवा | हजारी प्रसाद द्विवेदी |
32. | दिल्ली का दलाल, चाकलेट, बुधुआ की बेटी शराबी, चंद हसीनों के खतूत, फागुन के दिन चार | ‘उग्र’ |
33. | मुर्दो का टीला, कब तक पुकारूँ, मेरी भवबाधा हरो, विषादमय, लखिमा की आँखें, देवकी का बेटा, यशोधरा जीत गई, अँधेरे के जुगनू | रांगेय राघव |
34. | मैला आँचल, जुलूस, कितने चौराहे, परती परिकथा, पल्टू बाबू रोड(मरणोपरात प्रकाशित) | ‘रेणु’ |
35. | बलचनमा, रतिनाथ की चाची, नई पौध, उग्रतारा, बाबा बटेसरनाथ, वरुण के बेटे, दुखमोचन, कुंभीपाक | नागार्जुन |
36. | सारा आकाश, उखड़े हुए लोग, शह और मात, मंत्रबिद्ध, अनदेखे अनजान पुल | राजेंद्र यादव |
37. | गुनाहों का देवता, सूरज का सातवाँ घोड़ा | धर्मवीर भारती |
38. | शेखर एक जीवनी, नदी के द्वीप, अपने-अपने अजनबी | ‘अज्ञेय’ |
39. | विपात्र | ‘मुक्तिबोध’ |
40. | घेरे के बाहर, मम्मी बिगड़ेगी | डॉ. द्वारका प्रसाद |
41. | निशिकांत, तट के बंधन, अर्द्धनारीश्वर, स्वप्नमयी | विष्णु प्रभाकर |
42. | प्रथम फाल्गुन, डूबते मस्तूल, धूमकेतु, नदी यशस्वी है, यह पथबंधु था, उत्तरकथा | नरेश मेहता |
43. | चढ़ती धूप, नयी इमारत, उल्का, मरुप्रदीप | रामेश्वर शुक्ल ‘अंचल’ |
44. | एक सड़क 57 गलियाँ, लौटे हुए मुसाफिर, डाक बंगला, काली आँधी, समुद्र में खोया हुआ आदमी, सुबह दोपहर शाम, तीसरा आदमी, एक और चन्द्रकान्ता, कितने पाकिस्तान | कमलेश्वर |
45. | परंतु, साया, द्वाभा, दर्द के पैवंद | प्रभाकर माचवे |
46. | अँधेरे बंद कमरे, न आने वाला कल, नीली बाँहों की रोशनी में, काँपता हुआ दरिया, कई एक अकेले, अंतराल | मोहन राकेश |
47. | वे दिन, लाल टीन की छत, रात का रिपोर्टर, एक चिथड़ा सुख, अंतिम अरण्य | निर्मल वर्मा |
48. | महाभोज, आपका बंटी, एक इंच मुसकान (सहयोगी लेखक राजेंद्र यादव) | मन्नू भंडारी |
49. | सेमल का फूल | मार्कण्डेय |
50. | पचपन खम्भे लाल दीवारें, रुकोगी नहीं राधिका | उषा प्रियंवदा |
51. | सोया हुआ जल, पागल कुत्तों का मसीहा, अँधेरे पर अँधेरा, उड़ते हुए रंग | सर्वेश्वर |
52. | तमस, झरोखे, कड़ियाँ, बसंती, मय्यादास की माड़ी | भीष्म साहनी |
53. | देवदास, श्रीकांत, चरित्रहीन, गृहदाह, परिणीता, पथ के दावेदार | शरतचंद्र |
54. | दीक्षा, अवसर, युद्ध की ओर, अभिज्ञान | नरेंद्र कोहली |
55. | काला जल, साँप और सीढ़ी, नदियाँ और सीपियाँ | शानी |
56. | आधा गाँव, सीन-75, असंतोष के दिन, ओस की बूंद, नीम का पेड़, कटरा बी आर्जु | राही मासूम रजा |
57. | राग दरबारी, सीमाएँ टूटती हैं, आदमी का जहर, अज्ञातवास | श्रीलाल शुक्ल |
58. | रानी नागमती की कहानी, तट की खोज | हरिशंकर परसाई |
59. | टेराकोटा, खाली कुर्सी की आत्मा, एक कटा हुआ कागज, कोयल और आवृत्तियाँ | लक्ष्मीकांत वर्मा |
60. | दूसरी बार | श्रीकांत वर्मा |
61. | मछली मरी हुई, एक अनार एक बीमार, शहर था—शहर नहीं था | राजकमल चौधरी |
62. | बड़ी चंपा छोटी चंपा, मन वृंदावन, काले फूले का पौधा, हरा समंदर-गोपी चंदर, धरती की ऑखें, रूपाजीवा, प्रेम अपवित्र नदी | लक्ष्मी नारायण लाल |
63. | कुरु-कुरु स्वाहा, कसप, नेता जी कहिन | मनोहर श्याम जोशी |
64. | पथ की खोज, अजय की डायरी, मैं वे और आप, रोड़े और पत्थर | देवराज |
65. | सूरजमुखी अँधेरे के, जिंदगीनामा, हम हशमत, मित्रो मरजानी, यारों के यार, डार से बिछुड़ी, दिलो दानिश | कृष्णा सोबती |
66. | एक पति के नोट्स | महेद्र भल्ला |
67. | यथा प्रस्तावित, ढाई घर, चिड़ियाघर, साहब, मात्राएँ | गिरिराज किशोर |
68. | सफेद मेमने, मेरी स्त्रियाँ, खुले हुए दरीचे | मणि मधुकर |
69. | अनारो, लेडी क्लब | मंजुल भगत |
70. | छोटे-छोटे सवाल, दोहरी जिंदगी, आँगन में एक वृक्ष | दुष्यंत कुमार |
71. | सर्पगंधा, मुठभेड़, आकाश कितना अनंत है, डेरेवाले, बावन नदियों का संगम, चंद औरतों का शहर, किस्सा नर्मदा बेन गंगूबाई, बोरीवली से बोरीबंदर तक, उगते सूरज की किरण | शैलेश मटियानी |
72. | गंगा मैया, सत्ती मैया का चौरा | भैरव प्रसाद गुप्त |
73. | बहती गंगा, अलग-अलग वैतरणी | शिवप्रसाद सिंह ‘रुद्र’ |
74. | रथ के पहिए, कठपुतली, दूधगाछ, ब्रह्मपुत्र | देवेंद्र सत्यार्थी |
75. | हम चाकर रघुनाथ के, कसे कसे सच, मन क्यों उदास है, मुजरिम हाजिर | विमल मित्र |
76. | मुर्दाघर | जगदंबा प्रसाद दीक्षित |
77. | अर्थहीन | रघुवंश |
78. | एक चूहे की मौत, सभापर्व, छाको की वापसी | बदी उज्जमा |
महत्वपूर्ण विधाओं के रचनाकार और रचनाएँ (लेखक और रचनाएँ)
उपन्यास-उपन्यासकार, कहानी-कहानीकार, नाटक-नाटककार, एकांकी-एकांकीकार, आलोचना-आलोचक, निबंध-निबंधकार, आत्मकथा-आत्मकथाकार, जीवनी-जीवनीकार, संस्मरण-संस्मरणकार, रेखाचित्र-रेखाचित्रकार, यात्राव्रतांत-यात्राव्रतांतकार, रिपोर्ताज-रचनाकार