वातप्रमी शब्द के रूप (Vataprami Ke Shabd Roop) – संस्कृत

Vataprami Shabd

वातप्रमी शब्द (मृग, हिरन; नकुल, नेवला; घोड़ा): वातप्रमी शब्द के ईकारान्त पुल्लिंग शब्द के शब्द रूप, वातप्रमी (Vataprami) शब्द के अंत में ‘ई’ की मात्रा का प्रयोग हुआ इसलिए यह ईकारान्त हैं। अतः Vataprami Shabd के Shabd Roop की तरह वातप्रमी जैसे सभी ईकारान्त पुल्लिंग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है। वातप्रमी शब्द के शब्द रूप संस्कृत में सभी विभक्तियों एवं तीनों वचन में शब्द रूप (Vataprami Shabd Roop) नीचे दिये गये हैं।

वातप्रमी के शब्द रूप – Shabd roop of Vataprami

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा वातप्रमीः वातप्रम्यौ वातप्रम्यः
द्वितीया वातप्रमीम् वातप्रम्यौ वातप्रमीन्
तृतीया वातप्रम्या वातप्रमीभ्याम् वातप्रमीभिः
चतुर्थी वातप्रम्ये वातप्रमीभ्याम् वातप्रमीभ्यः
पंचमी वातप्रम्यः वातप्रमीभ्याम् वातप्रमीभ्यः
षष्ठी वातप्रम्यः वातप्रम्योः वातप्रम्याम्
सप्तमी वातप्रमी वातप्रम्योः वातप्रमीषु
सम्बोधन हे वातप्रमीः ! हे वातप्रम्यौ ! हे वातप्रम्यः !

वातप्रमी शब्द का अर्थ/मतलब

वातप्रमी शब्द का अर्थ मृग, हिरन; नकुल, नेवला; घोड़ा होता है। वातप्रमी शब्द ईकारान्त शब्द है इसका मतलब भी ‘मृग, हिरन; नकुल, नेवला; घोड़ा’ होता है।

वातप्रमी जैसे और महत्वपूर्ण शब्द रूप

उपर्युक्त शब्द रूप वातप्रमी शब्द के ईकारान्त पुल्लिंग शब्द के शब्द रूप हैं वातप्रमी जैसे शब्द रूप (Vataprami shabd Roop) देखने के लिए Shabd Roop List पर जाएँ।

संस्कृत में धातु रूप देखने के लिए Dhatu Roop पर क्लिक करें और नाम धातु रूप देखने के लिए Nam Dhatu Roop पर जायें।

You may like these posts

अस्मद् (मैं, हम लोग) शब्द के रूप – Main, Asmad Ke Roop – Sanskrit

अस्मद् शब्द अस्मद् शब्द (I, मैं, हम लोग): अस्मद् सर्वनाम, अस्मद् सर्वनाम के तीनों लिंगो में रूप एकसमान होते हैं। इदमादि – इदम् , अस्मद् , युष्मद् , अदस् शब्दो...Read more !

पूर्व्व नपुंसकलिंग शब्द रूप – Poorv Napunsak Ling Ke Roop – Sanskrit

पूर्व्व शब्द पूर्व्व नपुंसकलिंग शब्द (East, पूर्व): पूर्व्व (नपुंसकलिंग) सर्वनाम, पूर्व्व के शब्द रूप प्रथमा और द्वितीया विभक्ति को छोड़कर शेष सभी शब्द रूप पुल्लिंग के समान होते हैं। सर्वनाम...Read more !

केयूर शब्द के रूप (Keyoor Ke Shabd Roop) – संस्कृत

Keyoor Shabd केयूर शब्द (बिजायठ, बजुल्ला, अंगद, बहुँठा, भुजबंद, भुजभूषण): केयूर शब्द के अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द के शब्द रूप, केयूर (Keyoor) शब्द के अंत में ‘अ’ का प्रयोग हुआ इसलिए...Read more !