छात्रा शब्द
छात्रा शब्द (Female Student): आकारांत स्त्रीलिंग शब्द, सभी आकारांत स्त्रीलिंग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है। जैसे- अयोध्या, गायिका, आज्ञा, गीता, लता, कक्षा, कन्या, रमा, अहिंसा, निशा, माला, उमा, जरा, अवस्था, अध्यापिका, अम्बा, बाला, अजा, क्रीडा, कृपा, सीता, नासिका, गोपिका, कोकिला, राधा, इच्छा, कविता, कला, क्षमा, इत्यादि आकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द है।
छात्रा के रूप – Chhaatra Shabd Roop
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | छात्रा | छात्रे | छात्राः |
द्वितीया | छात्राम् | छात्रे | छात्राः |
तृतीया | छात्रया | छात्राभ्याम् | छात्राभिः |
चतुर्थी | छात्रायै | छात्राभ्याम् | छात्राभ्यः |
पंचमी | छात्रायाः | छात्राभ्याम् | छात्राभ्यः |
षष्ठी | छात्रायाः | छात्रयोः | छात्राणाम् |
सप्तमी | छात्रायाम् | छात्रयोः | छात्रासु |
सम्बोधन | हे छात्रे ! | हे छात्रे ! | हे छात्राः ! |
छात्रा शब्द रूप हिंदी अर्थ सहित
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | छात्रा (छात्रा, छात्रा ने) | छात्रे (दो छात्राएं, दो छात्राओं ने) | छात्राः (अनेक छात्राएं, अनेक छात्राओं ने) |
द्वितीया | छात्राम् (छात्रा को) | छात्रे (दो छात्राओं को) | छात्राः (अनेक छात्राओं को) |
तृतीया | छात्रया (छात्रा से, छात्रा के द्वारा) | छात्राभ्याम् (दो छात्राओं से, दो छात्राओं के द्वारा) | छात्राभिः (अनेक छात्राओं से, अनेक छात्राओं के द्वारा) |
चतुर्थी | छात्रायै (छात्रा को, छात्रा के लिए) | छात्राभ्याम् (दो छात्राओं को, दो छात्राओं के लिए) | छात्राभ्यः (अनेक छात्राओं को, अनेक छात्राओं के लिए) |
पंचमी | छात्रायाः (छात्रा से) | छात्राभ्याम् (दो छात्राओं से) | छात्राभ्यः (अनेक छात्राओं से) |
षष्ठी | छात्रायाः (छात्रा का, छात्रा के, छात्रा की) | छात्रयोः (दो छात्राओं का, दो छात्राओं के, दो छात्राओं की) | छात्राणाम् (अनेक छात्राओं का, अनेक छात्राओं के, अनेक छात्राओं की) |
सप्तमी | छात्रायाम् (छात्रा में, छात्रा पर) | छात्रयोः (दो छात्राओं में, दो छात्राओं पर) | छात्रासु (अनेक छात्राओं में, अनेक छात्राओं पर) |
सम्बोधन | हे छात्रे! (हे छात्रा!) | हे छात्रे! (हे दो छात्राएं!) | हे छात्राः! (हे अनेक छात्राएं!) |
छात्रा शब्द के संस्कृत वाक्य और उनके हिंदी अनुवाद
संस्कृत वाक्य | हिंदी अनुवाद |
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छात्रा पठति। | छात्रा पढ़ती है। |
छात्रे गृहम् गच्छतः। | दो छात्राएं घर जाती हैं। |
छात्राः विद्यालये गच्छन्ति। | अनेक छात्राएं विद्यालय जाती हैं। |
अहं छात्राम् पश्यामि। | मैं छात्रा को देखता हूँ। |
सः छात्रे आवाहयति। | वह दो छात्राओं को बुलाता है। |
शिक्षकः छात्राः शिक्षयति। | शिक्षक अनेक छात्राओं को पढ़ाता है। |
छात्रया पुस्तकम् लिख्यते। | छात्रा के द्वारा पुस्तक लिखी जाती है। |
छात्राभ्याम् कार्यं समाप्तम्। | दो छात्राओं द्वारा कार्य समाप्त किया गया। |
छात्राभिः गीतानि गायन्ति। | अनेक छात्राओं द्वारा गीत गाए जाते हैं। |
अहं छात्रायै फलम् ददामि। | मैं छात्रा को फल देता हूँ। |
गुरुः छात्राभ्याम् पुरस्कारं ददाति। | गुरु दो छात्राओं को पुरस्कार देते हैं। |
माता छात्राभ्यः आशीर्वादं ददाति। | माता अनेक छात्राओं को आशीर्वाद देती हैं। |
छात्रायाः पुस्तकम् अस्ति। | छात्रा की पुस्तक है। |
छात्रयोः मित्रत्वं अस्ति। | दो छात्राओं की मित्रता है। |
छात्राणाम् अध्ययनं उत्तमम् अस्ति। | अनेक छात्राओं का अध्ययन उत्तम है। |
छात्रायाम् गृहम् अस्ति। | छात्रा के घर है। |
छात्रयोः विद्यालये गमनम् अस्ति। | दो छात्राओं का विद्यालय जाना होता है। |
छात्रासु आदर्शाः भवन्ति। | अनेक छात्राओं में आदर्श होते हैं। |
हे छात्रे! पठ। | हे छात्रा! पढ़ो। |
हे छात्रे! आगच्छ। | हे दो छात्राएं! आओ। |
हे छात्राः! मिलन्तु। | हे अनेक छात्राएं! मिलो। |
छात्रा शब्द रूप याद करने की ट्रिक
छात्रा शब्द “आकारांत स्त्रीलिंग शब्द” है, जो संस्कृत में रमा, माला, सीता जैसे शब्दों के समान ही रूप बदलता है। इसे याद करने के लिए हमें विभक्तियों के प्रत्ययों पर ध्यान देना चाहिए।
प्रथमा विभक्ति में “छात्रा-छात्रे-छात्राः” (अ-ए-आः) आता है, जो राइमिंग पैटर्न बनाता है। द्वितीया में छात्राम्-छात्रे-छात्राः (आम्-ए-आः) होता है, जहाँ एकवचन में “म्” जुड़ जाता है। तृतीया में छात्रया-छात्राभ्याम्-छात्राभिः (या-अभ्याम्-अभिः) आता है, जिसमें “या” जोड़कर पहचान बनाई जा सकती है।
इसी तरह, चतुर्थी-पंचमी-षष्ठी में क्रमशः “छात्रायै-छात्रायाः”, “छात्राभ्याम्-छात्रयोः”, और “छात्राणाम्” पैटर्न दिखता है, जहाँ बहुवचन में हमेशा “नाम्” जुड़ता है। सप्तमी विभक्ति में “छात्रायाम्-छात्रयोः-छात्रासु” आता है, जिसमें बहुवचन में “सु” प्रत्यय स्पष्ट दिखता है।
अंत में, सम्बोधन में “हे छात्रे! हे छात्रे! हे छात्राः!” आता है, जो पढ़ने में सरल लगता है। यदि इन प्रत्ययों को क्रम से पढ़ा जाए तो एक लयबद्ध पैटर्न बन जाता है, जिससे छात्रा शब्द रूप आसानी से याद किया जा सकता है।
अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप
Shabd roop of Chhaatra
संस्कृत में अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप:
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- भूपति शब्द रूप
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- चन्द्रमस् शब्द रूप
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- सर्व शब्द रूप
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व्यञ्जनान्त शब्द रूप:
- राजन् शब्द रूप
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संख्यावाची शब्द रूप:
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