माँ… एक ऐसा शब्द जिसमें पूरा संसार समाया हुआ है। माँ का प्यार निःस्वार्थ, उसकी ममता अनमोल और उसकी गोद दुनिया की सबसे सुकून भरी जगह होती है। Mothers Day Poem in Hindi के माध्यम से हम माँ के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करने की कोशिश करते हैं, क्योंकि शब्द शायद उसके प्यार का पूरा एहसान नहीं चुका सकते, लेकिन उसकी महानता को सलाम जरूर कर सकते हैं।
हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है, जो दुनिया भर में मातृत्व के सम्मान और माँ के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का एक विशेष अवसर होता है। यह दिन खासकर उनके प्रेम, त्याग और बलिदान को समर्पित होता है।
मदर्स डे मनाने की परंपरा प्राचीन ग्रीक और रोमन सभ्यता से जुड़ी है, लेकिन आधुनिक मदर्स डे की शुरुआत 1908 में अमेरिका में एना जार्विस (Anna Jarvis) नामक महिला ने की थी। उन्होंने अपनी माँ की याद में इस दिन को समर्पित करने की पहल की और 1914 में अमेरिका में इसे आधिकारिक मान्यता मिली। आज, यह दुनिया के कई देशों में अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है।
“इस दुनिया में बिना स्वार्थ के प्यार करने वाली अगर कोई एक शख्सियत है, तो वह सिर्फ माँ है।”
अब आइए, कुछ खूबसूरत Mothers Day Poem in Hindi पढ़ें, जो माँ के प्रति हमारे प्रेम और सम्मान को शब्दों में पिरोती हैं।
Mothers day poem in Hindi:
1. स्नेह का झरना है मां – आशा वडनेरे
ममता का सागर है मां
स्नेह का झरना है मां
लोरी के मीठे बोल गाकर
सपनो को जगाती है मां
त्याग की मूर्ति है मां
समय साक्षी है इसका
इतिहास नया रचती है मां
Poem on mother in Hindi:
2. मां, तुमसे ही सब सीखा – चंद्रकला जैन
असहाय न पाया कभी
सिर उठाए तुम्हारा जीना देखा
आशा में रख विश्वास
असफलता को गले लगाना देखा
सतत् कर्म, पूजा से बढ़कर
तुमसे ही पाठ पढ़ा
सम्हालो कि ‘जीवन है सौग़ात-
मां ! तुमसे ही यह सीखा।
Emotional mothers day poem in Hindi:
3. संपूर्ण सृष्टि मां का पर्याय – विनीता मोटलानी
मां पर लिखने के लिए
मैंने ज्यों ही क़लम उठाई
प्रथम पूज्य आराध्य गजानन
तुम्हारी ही याद आई
ज्यों तुमने संपूर्ण सृष्टि को
मां का पर्याय बताया
इससे बेहतर मां को आज तक
कोई समझ न पाया।
Inspirational poem on mother in Hindi:
4. मां, मैं ख़ुश होती हूं – डॉ. किसलय पंचोली
मां मैं ख़ुश होती हूं
जब बनाती हूं बची हुई रोटियां का
रोटी पित्जा,
या नहीं करती अलग से आराम
जब मानती हूं कार्यान्तरण ही है विश्राम
या सुनती हूं सबको जब स्वीकारती हूं
ऐसा ही नहीं होता है वैसा भी हो सकता है
मां मैं ख़ुश होती हूं कि आपसे
वंशानुगत और सीखी अच्छाइयों से
मैं और अच्छी इंसान होती जाती हूं।
Mother’s day poem in Hindi:
5. शाश्वत प्रेम मां का – बकुला पारेख
शाश्वत है प्रेम मां का
कोई नहीं है जोड़ उसका
क्या लिखें शब्द नहीं हैं
इतना है, आदर जिसका
सदैव बना रहे
बच्चों के सर हाथ उसका
बस यही है ईश से
मेरी आज प्रार्थना।
6. गुनगुनी धूप होती है मां – निशा विलास देशपांडे
सर्द हवाओं के बीच
गुनगुनी धूप होती है
डूब रही मन की नौका
सबल पतवार होती है
पतझड़ में जो मधुमास खिला दे
वह जीवनदायिनी मां होती है।
7. मां ने आशीष भिजवाया – रश्मि लोणकर
गुलदावदी की ख़ुशबू में
मां का एहसास नज़र आया
मंद-मंद हरियाली हवाओं में
मां का आंचल लहराया
माना आज नहीं मां संसार में
सृष्टि शृंगार की डोली में
मां ने आशीष भिजवाया।
8. मां साथ थीं – अमर खनूजा चड्ढा
मेरी ख़ुशियों को कभी
ग़म की नज़र नहीं लगी
मां साथ थीं
दुनिया की तपिश
छाँह सी लगी।
9. शेष रह जाती है मां – डॉ. गरिमा संजय दुबे
केवल बच्चा जन्म नहीं लेता,
जन्म ले लेती है एक मां भी
उसके पहले तो वह होती है,
लड़की, बेटी, बहू, पत्नी, सखी
और न जाने क्या-क्या हो जाती है मां
गोद में लेते ही नवजात को
धरणी की धीर और प्रकृति सी उदारता
जाने कहां से आ जाती है उसमें
अल्हड़ता बदल जाती है गरिमा में
सब कुछ सिमट जाता है किलकारी में
बिसूर जाता है अपना होना
शेष रह जाती है केवल मां
और क्या इसके बाद कुछ होना शेष रहता है?
10. मां तेरे आंचल में – डॉ. दीपा मनीष व्यास
मैं लड़ूंगी, झगड़ूंगी तुझसे
कभी-कभी तेरी कोई
बात भी नहीं मानूंगी
पर जब थक जाऊंगी
इस दुनिया से लड़ते-लड़ते
बस तेरे ही आंचल में आ
हौले से छुप जाऊंगी।
भावुक (Emotional) कर देने वाली मां पर लिखी गईं कविताएं (Poems):
11. उदास होता हूं तो हंसा देती है मां Mothers day poem in Hindi
उदास होता हूं तो हंसा देती है मां
नींद नहीं आती है तो सुला देती है मां
मकान को घर बना देती है मां
खुद भूखी रह कर भी मेरा पेट भरती है मां
जमीं से शिखर तक साथ देती है मां
जन्म से आंखरी सांस तक साथ देती है मां
जिंदगी में मुश्किले चाहें कितनी भी हो
हंस के गुजार लेती है मां
परिवार छोटा हो या बड़ा सम्भाल लेती है मां
मेरी आंखों में छुपी हर एक ख्वाहिश को पहचान लेती है मां
मेरे हर दर्द की दवा करती है मां
मेरी हर खता को माफ कर देती है मां
रिश्तों को जोड़ती है मां
बिना किसी स्वार्थ के प्यार देती है मां
परिवार खुश होता है तब खुश होती है मां
तू चाहे सन्तान ना हो उसकी फिर भी दुलार देती है मां।
12. मां पर लिखने के लिए Poem on Mother in Hindi
मां पर लिखने के लिए
मैंने ज्यों ही कलम उठाई
प्रथम पूज्य आराध्य गजानन
तुम्हारी ही याद आई
ज्यों तुमने संपूर्ण सृष्टि को
मां का पर्याय बताया
इससे बेहतर मां को आज तक
कोई समझ न पाया।
13. मेरे लिए तो तेरा प्यार ही काफी है Mothers day poem in Hindi
मेरे लिए तो तेरा प्यार ही काफी है
मेरे प्यार के लिए तेरा इकरार ही काफी है
मेरे कानों के लिए तेरी पायल की झंकार ही काफी है
हर दिन मेरी आंखों के लिए तेरा दीदार ही काफी है
मेरे लिए तो तेरा प्यार ही काफी है।
मेरे दिल को धड़कने के लिए
तेरे दिल तक जाए वो प्यार की तार ही काफी है,
मैं खुश हूं इस बात से ही
जो तूने किया इजहार ही काफी है,
मेरे लिए तो तेरा प्यार ही काफी है।
दूरियां भले ही बहुत हैं हमारे बीच में,
हमारे रिश्ते में प्यार रहे काफी है
जनमों जन्म हम साथ रहें न रहें
इस जन्म हम दोनों में कोई दरार ना आए यही काफी है
मेरे लिए तो तेरा प्यार ही काफी है।
14. घुटनो से रेंगते रेंगते Poem on mother in Hindi
घुटनो से रेंगते रेंगते
कब पैरो पर खड़ा हुआ
तेरी ममता की छाव में
ना जाने कब बड़ा हुआ
काला टीका दूध-मलाई
आज भी सब कुछ वैसा हैं
एक मैं ही हूं हर जगह
प्यार ये तेरा कैसा हैं?
सीदा-सादा , भोला-भाला
मैं ही सबसे अच्छा हूं
कितना भी हो जाऊं बड़ा मां
मैं आज भी तेरा बच्चा हूं
कैसा था नन्हा बचपन वो
मां की गोद सुहाती थी,
देख-देख कर बच्चों को वो
फूली नहीं समाती थी।
जरा सी ठोकर लग जाती तो
मां दौड़ी हुई आती थी ,
जख्मों पर जब दवा लगाती
आंसू अपने छुपाती थी।
जब भी कोई जिद करते तो
प्यार से वो समझाती थी,
जब-जब बच्चे रूठे उससे
मां उन्हें मनाती थी।
खेल खेलते जब भी कोई
वो भी बच्चा बन जाती थी,
सवाल अगर कोई न आता
टीचर बन के पढ़ाती थी।
सबसे आगे रहें हमेशा
आस सदा ही लगाती थी ,
तारीफ अगर कोई भी करता
गर्व से वो इतराती थी।
होते अगर जरा उदास हम
दोस्त तुरन्त बन जाती थी,
हंसते रोते बीता बचपन
मां ही तो बस साथी थी।
मां के मन को समझ न पाये
हम बच्चों की नादानी थी,
जीती थी बच्चों की खातिर
मां की यही कहानी थी।
15. क्या सीरत क्या सूरत थी Mothers day poem in Hindi
क्या सीरत क्या सूरत थी
मां ममता की मूरत थी
पांव छुए और काम बने
अम्मा एक मुहूर्त थी।
बस्ती भर के दुख सुख में
एक अहम जरूरत थी
सच कहते हैं मां हमको
तेरी बहुत जरूरत थी।
16. प्यारी प्यारी मेरी मां, प्यारी-प्यारी मेरी मां Poem on mother in Hindi
प्यारी प्यारी मेरी मां, प्यारी-प्यारी मेरी मां
सारे जाग से न्यारी मां, लोरी रोज सुनाती है,
थपकी दे सुलाती है, जब उतरे आंगन में धूप,
प्यार से मुझे जगाती है, देती चीजें सारी मां,
प्यारी प्यारी मेरी मां
उंगली पकड़ चलाती है, सुबह-शाम घुमाती है,
ममता भरे हुए हाथों से, खाना रोज खिलाती है,
देवी जैसी मेरी मां, सारे जाग से न्यारी मां
हैपी मदर्स डे
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“माँ की ममता अनमोल है, उसका स्थान कोई नहीं ले सकता।”
मदर्स डे केवल एक दिन माँ के प्रति सम्मान प्रकट करने का अवसर नहीं, बल्कि यह हमें यह याद दिलाता है कि माँ का प्यार, त्याग और समर्पण किसी एक दिन तक सीमित नहीं होता। माँ हमारे जीवन की वह धुरी है, जिसके बिना हमारा अस्तित्व अधूरा है। यह दिन हमें सिखाता है कि हमें अपनी माँ के योगदान को हर दिन सराहना चाहिए, उनके प्रति आदर और प्रेम दिखाना चाहिए और उनकी खुशियों का ख्याल रखना चाहिए। माँ के बिना जीवन अधूरा है और उनकी ममता का कोई मोल नहीं है। इस दिन हम अपनी माँ को सम्मान देने के लिए उनके साथ समय बिताएं, उनके प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करें और यह संकल्प लें कि हम हमेशा उनके प्रति कृतज्ञ रहेंगे।
मातृ दिवस हमें माँ के प्रति अपने प्यार और सम्मान को व्यक्त करने का एक सुनहरा अवसर देता है। हालांकि, माँ की ममता का ऋण कभी नहीं चुकाया जा सकता, लेकिन हम अपने छोटे-छोटे प्रयासों से उन्हें खुशी जरूर दे सकते हैं। हमें यह समझना होगा कि माँ केवल जन्म देने वाली नहीं, बल्कि हमारे जीवन की सबसे बड़ी शक्ति और प्रेरणा भी होती है। उनका त्याग और प्रेम बेमिसाल है और इसे केवल एक दिन तक सीमित नहीं किया जा सकता। इसलिए, यह ज़रूरी है कि हम हर दिन माँ का सम्मान करें, उनकी भावनाओं की कद्र करें और उन्हें यह एहसास दिलाएं कि वह हमारे जीवन में कितनी महत्वपूर्ण हैं।