“जयति जय जय माँ सरस्वती” एक पूजनीय भगवान्नी का सम्मान करने और उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने का एक तरीका है, विशेषकर शिक्षा, विद्या, और कला के क्षेत्र में जो उनकी शासन के अंतर्गत हैं। यह मंत्र भक्तों के द्वारा प्रार्थना और माँ सरस्वती के प्रति भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक होता है।
जयति जय जय माँ सरस्वती (Jayati Jay Jay Maa Saraswati)
जयति जय जय माँ सरस्वती,
जयति वीणा धारिणी॥
जयति जय पद्मासन माता,
जयति शुभ वरदायिनी।
जयति जय जय माँ सरस्वती,
जयति वीणा धारिणी॥
जगत का कल्याण कर माँ,
तुम हो वीणा वादिनी।
जयति जय जय माँ सरस्वती,
जयति वीणा धारिणी॥
कमल आसन छोड़कर आ,
देख मेरी दुर्दशा मां।
जयति जय जय माँ सरस्वती,
जयति वीणा धारिणी॥
ज्ञान की दरिया बहा दे,
हे सकल जगतारणी।
जयति जय जय माँ सरस्वती,
जयति वीणा धारिणी॥
अन्य हिन्दी प्रार्थना की लिस्ट: सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु, वह शक्ति हमें दो दया निधे, पूजनीय प्रभु हमारे भाव उज्वल कीजिये, तू ही राम है तू रहीम है, इतनी शक्ति हमें देना दाता, जयति जय जय माँ सरस्वती, तुम्हीं हो माता पिता तुम्हीं हो, दया कर दान विद्या का, मानवता के मन मन्दिर में, माँ शारदे कहाँ तू वीणा, हम होंगे कामयाब एक दिन, हमको मन की शक्ति देना, हर देश में तू हर भेष में तू, हे प्रभो आनंद-दाता ज्ञान हमको दीजिए, हे शारदे माँ, हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी, ऐ मालिक तेरे बंदे हम, वर दे वीणावादिनी वर दे।
Jayati Jay Jay Maa Saraswati
jayati jay jay maan sarasvatee,
jayati veena dhaarinee.
jayati jay padmaasan maata,
jayati shubh varadaayinee.
jayati jay jay maan sarasvatee,
jayati veena dhaarinee.
jagat ka kalyaan kar maan,
tum ho veena vaadinee.
jayati jay jay maan sarasvatee,
jayati veena dhaarinee.
kamal aasan chhod aa,
dekh meree durdasha maan.
jayati jay jay maan sarasvatee,
jayati veena dhaarinee.
gyaan kee dariya baha de,
he sakal jagataaranee.
jayati jay jay maan sarasvatee,
jayati veena dhaarinee.
पढ़िए अन्य हिन्दी की प्रार्थनाएं:
- सुबह सवेरे ले नाम प्रभु
- वह शक्ति हमें दो
- पूजनीय प्रभु हमारे
- तू ही राम है तू रहीम है
- इतनी शक्ति हमें देना
- जयति जय माँ सरस्वती
- तुम्हीं हो माता पिता
- दया कर दान विद्या का
- मानवता के मन मन्दिर
- माँ शारदे कहाँ तू वीणा
- हम होंगे कामयाब
- हमको मन की शक्ति
- हर देश में तू हर भेष
- हे प्रभो आनंद-दाता
- हे शारदे माँ
- हे हंसवाहिनी
- ऐ मालिक तेरे बंदे हम
- वर दे वीणावादिनी