हिन्दी के यात्रा-वृत्तान्त और यात्रा-वृत्तान्तकार
हिन्दी का पहला यात्रा-वृत्त “सरयू पार की यात्रा” है, जिसका का रचनाकाल 1871 ई. है और इसके रचनाकार या लेखक “भारतेन्दु हरिश्चन्द्र” हैं। एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने की क्रिया यात्रा कहलाती है और जिस रचना में इस यात्रा का वर्णन किया जाता है उसे यात्रा वृत्त कहते हैं।
हिन्दी के यात्रा-वृत्तान्त और यात्रा-वृत्तान्तकार के लेखकों और उनकी रचनाओं की सूची निम्नलिखित है-
यात्रा-वृत्तान्त और यात्रा वृत्तान्तकार
क्रम | यात्रा-वृत्तान्त (प्रकाशन वर्ष) | यात्रा वृत्तान्तकार |
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1. | सरयू पार की यात्रा, मेंहदावल की यात्रा, लखनऊ की यात्रा, हरिद्वार की यात्रा (1871 ई. से 1879 ई. के बीच) | भारतेन्दु हरिश्चन्द्र |
2. | लंदन यात्रा (1883 ई.) | श्रीमती हरदेवी |
3. | लंदन का यात्री (1884 ई.) | भगवान दास वर्मा |
4. | मेरी पूर्व दिग्यात्रा (1885 ई.), मेरी दक्षिण दिग्यात्रा (1886 ई.) | दामोदर शास्त्री |
5. | ब्रजविनोद (1888 ई.) | तोताराम वर्मा |
6. | रामेश्वरम यात्रा (1893 ई.), बद्रिकाश्रम यात्रा (1902 ई.) | देवी प्रसाद खत्री |
7. | गया यात्रा (1894 ई.) | बाल कृष्ण भट्ट |
8. | विलायत यात्रा (1897 ई.) | प्रताप नारायण मिश्र |
9. | चीन में तेरह मास (1902 ई.) | ठाकुर गदाधर सिंह |
10. | अमरीका दिग्दर्शन (1911 ई.), मेरी कैलाश यात्रा (1915 ई.), अमरीका भ्रमण (1916 ई.), मेरी जर्मन यात्रा (1926 ई.), यूरोप की सुखद स्मृतियां (1937 ई.) अमरीका प्रवास की मेरी अद्भुत कहानी (1937 ई.), मेरी पाँचवी जर्मनी यात्रा | स्वामी सत्यदेव परिव्राजक |
11. | पृथ्वी प्रदक्षिणा (1914 ई.) | शिव प्रसाद गुप्त |
12. | लंका यात्रा (1916 ई.) | गोपालराम गहमरी |
13. | मेरी लद्दाख यात्रा (1916 ई.), लंका यात्रावलि (1927-28 ई.), मेरी यूरोप यात्रा (1932 ई.), मेरी तिब्बत यात्रा (1934 ई.), यात्रा के पन्ने (1934-36 ई.), मेरी यूरोप यात्रा (1935 ई.), जापान (1935 ई.), ईरान (1935-37 ई.) तिब्बत में सवा वर्ष (1939 ई.), किन्नर देश में (1940 ई.), रूस में पच्चीस मास (1944-47 ई.), घुमक्कड़ शास्त्र (1949 ई.), एशिया के दुर्गम खंडों में (1956 ई.), चीन में कम्यून (1959 ई.) | राहुल सांकृत्यायन |
14. | रूस की सैर (1929 ई.), आँखों देखा रूस (1953 ई.) | जवाहर लाल नेहरू |
15. | मेरी ईरान यात्रा (1930 ई.) | मौलवी महेश प्रसाद |
16. | हमारी जापान यात्रा (1931 ई.), मेरी ईराक यात्रा (1940 ई.) | कन्हैयालाल मिश्र ‘आर्योपदेशक’ |
17. | यूरोप यात्रा में छः मास (1932 ई.) | राम नारायण मिश्र |
18. | मेरी यूरोप यात्रा (1932 ई.) | गणेश नारायण सोमानी |
19. | उत्तराखण्ड के पथ पर (1936 ई.) | प्रो. मनोरंजन |
20. | हमारा प्रधान उपनिवेश (1938ई.), सुदूर दक्षिण पूर्व (1951 ई.), पृथ्वी परिक्रमा (1954 ई.) | सेठ गोविन्द दास |
21. | स्वदेश-विदेश यात्रा (1940 ई.) | संता राम |
22. | सागर प्रवास (1940 ई.) | सूर्य नारायण व्यास |
23. | आवारे की यूरोप यात्रा (1940 ई.), युद्ध यात्रा (1940 ई.) | सत्य नारायण |
24. | पैरों में पंख बाँधकर (1952 ई.), उड़ते चलो, उड़ते चलो (1954 ई.) | राम वृक्ष बेनीपुरी |
25. | लोहे की दीवार के दोनों ओर (1953 ई.), जय अमरनाथ (1955 ई.), राह बीती (1956 ई.), उत्तराखंड के पथ पर (1958 ई.), स्वर्गाद्यान बिना साँप (1975 ई.) | यशपाल |
26. | अरे यायावर, रहेगा याद ? (1953 ई.), एक बूंद सहसा उछली (1960 ई.) | अज्ञेय |
27. | आखिरी चट्टान तक (1953 ई.) | मोहन राकेश |
28. | कलकत्ता से पीकिंग (1954 ई.), सागर की लहरों पर (1959 ई.) | भगवत शरण उपाध्याय |
29. | आज का जापान | भदंत आनंद कौसल्यायन |
30. | हालैण्ड में पच्चीस दिन (1954 ई.), बदलते रूस में (1958 ई.) | आर. आर. खाडिलकर |
31. | मेरी अफ्रीका यात्रा (1955 ई.) | स्वामी सत्यभक्त |
32. | सुबह के रंग | अमृत राय |
33. | नंदन से लंदन (1957 ई.) | ब्रज किशोर नारायण |
34. | देश-विदेश यात्रा (1957 ई.), मेरी यात्राएँ (1970 ई.) | दिनकर |
35. | आँखों देखा यूरोप (1958 ई.) | भुवनेश्वर प्रसाद ‘भुवन’ |
36. | पार उतरि कहँ जइहों (1958 ई.), धूप में सोई नदी (1976 ई.) | प्रभाकर द्विवेदी |
37. | अरबों के देश में (1960 ई.) | गोपाल प्रसाद व्यास |
38. | हरी घाटी (1961 ई.) | रघुवंश |
39. | गोरी नजरों में हम (1964 ई.) | प्रभाकर माचवे |
40. | चीड़ों पर चाँदनी (1964 ई.) | निर्मल वर्मा |
41. | रूसी सफरनामा (1971 ई.) | बलराज साहनी |
42. | अप्रवासी की यात्राएँ (1972 ई.) | डॉ. नगेन्द्र |
43. | गाँधी के देश से लेनिन के देश में (1973 ई.) | शंकर दयाल सिंह |
44. | अपोलो का रथ (1975 ई.) | श्रीकांत वर्मा |
45. | खण्डित यात्राएँ (1975 ई.), कश्मीर : रात के बाद (1997 ई.), आँखों देखा पाकिस्तान (2006 ई.) | कमलेश्वर |
46. | धुंध भरी सुर्खी (1979 ई.), दरख्तों के पार शाम (1980 ई.) झूलती जड़े (1990 ई.), परतों के बीच (1997 ई.) | गोविन्द मिश्र |
47. | धरती लाल गुलाबी चेहरे (1982 ई.) | कन्हैया लाल नंदन |
48. | ज्योति पुंज हिमालय (1982 ई.), हमसफर मिलते रहे (1996 ई.) | विष्णु प्रभाकर |
49. | सफरी झोले में (1958 ई.), यहाँ से कहीं भी (1997 ई.) | अजित कुमार |
50. | हवा में तैरते हुए (1986 ई.) | राजेन्द्र अवस्थी |
51. | तना हुआ इन्द्रधनुष (1990 ई.), भोर का सपना (1993 ई.), पड़ोस की खुशबू (1999 ई.) | राम दरश मिश्र |
52. | यात्रा चक्र (1995 ई.) | धर्मवीर भारती |
53. | सब्जा पत्र कथा कहै (1996 ई.) | शिव प्रसाद सिंह |
54. | लिबर्टी के देश में (1997 ई.) | सीतेश आलोक |
55. | आधी रात का सफर (1998 ई.) | वल्लभ डोभाल |
56. | यातना शिविर में (1998 ई.) | हिमांशु जोशी |
57. | जापान में कुछ दिन (2003 ई.) | कृष्णदत्त पालीवाल |
58. | कितना अकेला आकाश (2003 ई.) | नरेश मेहता |
59. | जहाँ फव्वारे लहू रोते हैं (2003 ई.) | नासिरा शर्मा |
60. | क्या हाल हैं चीन के (2006 ई.), पश्चिमी जर्मनी पर उड़ती नजर (2006 ई.) | मनोहर श्याम जोशी |
महत्वपूर्ण विधाओं के रचनाकार और रचनाएँ (लेखक और रचनाएँ)
उपन्यास-उपन्यासकार, कहानी-कहानीकार, नाटक-नाटककार, एकांकी-एकांकीकार, आलोचना-आलोचक, निबंध-निबंधकार, आत्मकथा-आत्मकथाकार, जीवनी-जीवनीकार, संस्मरण-संस्मरणकार, रेखाचित्र-रेखाचित्रकार, यात्राव्रतांत-यात्राव्रतांतकार, रिपोर्ताज-रचनाकार
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