Hindi Diwas 2025
हिंदी दिवस प्रतिबर्ष ‘14 सितंबर‘ के दिन मनाया जाता है। हिंदी दिवस को ‘राष्ट्रीय हिंदी दिवस‘ भी कहते हैं। सर्वप्रथम राष्ट्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 में मनाया गया था। जबकि ’10 जनवरी 2006’ से विश्व हिंदी दिवस की शुरुआत हुई। इसीलिए प्रति बर्ष ‘10 जनवरी‘ के दिन ‘विश्व हिंदी दिवस‘ मनाया जाता है।
हिन्दी दिवस | 14 सितंबर (1953 से) |
विश्व हिंदी दिवस | 10 जनवरी (2006 से) |
विश्व हिंदी दिवस थीम 2025:
“हिंदी एकता और सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज”
(A Global Voice of Unity and Cultural Pride)
राष्ट्रीय हिंदी दिवस | Rashtriy Hindi Diwas
भारत की आजादी के समय भारतीय संविधान में किसी भी भाषा को राजभाषा का दर्जा प्राप्त नहीं था। क्यूंकी भारत में इसको लेकर कई बार विवाद हुए। परंतु आजादी के दो बर्ष बाद, 14 सितंबर 1949 को भारत की संविधान सभा द्वारा हिंदी को राजभाषा के रूप में दर्जा दिया गया था। हिन्दी के अतिरिक्त अंग्रेजी को भी द्वितीयक राजभाषा के रूप में चुना गया।
‘राष्ट्रभाषा प्रचार समिति‘ जो हिन्दी के विकास और उत्थान के लिए कार्य करती थी, ने लोगों को हिन्दी का महत्व बताने के लिए प्रत्येक बर्ष “14 सितंबर” को ‘हिंदी राजभाषा दिवस‘ घोषित करनें के लिए सरकार से अनुरोध किया। इसके अतिरिक्त देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भी 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने का फैसला किया था। ताकि देश में हिंदी भाषा को और बढ़ावा मिल सके।
भारत सरकार ने हिन्दी भाषा के महत्व को समझते हुए, इसे भारतीय संविधान के भाग 17 के अनुच्छेद 343 (1) में 14 सितंबर 1949 को स्थापित कर दिया। अनुच्छेद 343 (1) में लिखा है कि “राष्ट्र की राज भाषा हिंदी और लिपि देवनागरी होगी।” तबसे 14 सितंबर के दिन को ही ‘Hindi Diwas‘ मनाने का निर्णय लिया गया। और इसी दिन, 14 सितंबर को ही भाषा सम्मान पुरस्कार वितरित किए जाते हैं।
विश्व हिंदी दिवस | Vishwa Hindi Diwas
हिन्दी के वैश्विक स्तर पर प्रचार-प्रसार के लिए महाराष्ट्र के नागपुर शहर में 10 जनवरी 1975 को ‘विश्व हिंदी सम्मेलन‘ का आयोजन शुरू किया गया। इसमें 30 देशों के 122 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
विश्व हिंदी सम्मेलन की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में, विश्व हिंदी दिवस पहली बार 2006 में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह द्वारा दुनिया भर में हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया गया था।
कहा जाता है कि भारत देश अनेकता में एकता का प्रतीक है, इसका कारण है- भाषा। हिन्दी भाषा ही लोगों को एकता के सूत्र में बांधती है। हिन्दी ही विश्व भर में बसे भारतीय एवं हिन्दी भाषी देशों के लोगों को भावनात्मक रूप से एक साथ जोड़ने का काम भी करती है।
इस कारण 2006 से प्रत्येक बर्ष ‘10 जनवरी‘ का दिन ‘Vishwa Hindi Diwas‘ के रूप में मनाया जाता है। विश्व हिन्दी दिवस के मनाने का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर हिन्दी को बढ़ावा देना, जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को वैश्विक भाषा के रूप में स्वीकार करवाना है।
हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए प्रति बर्ष ‘10 जनवरी‘ के दिन ‘विश्व हिंदी दिवस‘ मनाया जाता है। पहली बार विश्व हिंदी दिवस ‘10 जनवरी 2006‘ में मनाया गया था।
राष्ट्रीय हिंदी दिवस और विश्व हिंदी दिवस में अंतर
दोनों ही दिवसों का उद्देश्य हिन्दी भाषा का प्रचार-प्रसार करना है। परंतु दोनों ही दिवसों का आयोजन अलग-अलग तिथियों पर किया जाता है। हिंदी दिवस प्रतिबर्ष ’14 सितंबर’ के दिन मनाया जाता है। हिंदी दिवस को ‘राष्ट्रीय हिंदी दिवस’ भी कहते हैं। प्रथम राष्ट्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 में मनाया गया था, जबकि विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी 2006 को पहली बार मनाया गया था। आगे राष्ट्रीय हिंदी दिवस और विश्व हिंदी दिवस में अंतर दिया गया है:
विषय | राष्ट्रीय हिंदी दिवस | विश्व हिंदी दिवस |
---|---|---|
तिथि | 14 सितंबर | 10 जनवरी |
उद्देश्य | भारत में हिंदी के प्रचार-प्रसार और राजभाषा के रूप में इसकी स्वीकृति का उत्सव | वैश्विक स्तर पर हिंदी के प्रचार और जागरूकता को बढ़ावा देना |
शुरुआत | 14 सितंबर 1953 से मनाया जाने लगा | 10 जनवरी 2006 से शुरू हुआ |
महत्व | 1949 में संविधान सभा द्वारा हिंदी को भारत की राजभाषा घोषित करने की स्मृति में | दुनिया भर में हिंदी भाषा की पहचान को मजबूत करने के लिए |
आयोजन स्थल | भारत में विभिन्न सरकारी एवं शैक्षणिक संस्थानों में | विदेशों में भारतीय दूतावासों और हिंदी से जुड़े संस्थानों में |
मुख्य कार्यक्रम | हिंदी संगोष्ठियाँ, निबंध प्रतियोगिताएँ, पुरस्कार वितरण | अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी सम्मेलनों और साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन |
हिन्दी के बारे में प्रमुख तथ्य 🏆
हिंदी एक इंडो-यूरोपीय भाषा है। “हिंदी” शब्द दरअसल फारसी भाषा से लिया गया है। हिन्दी न केवल भारत की राजभाषा है, बल्कि यह विश्व की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। यह संविधान की अनुच्छेद 343 के तहत भारत की प्रथम राजभाषा के रूप में मान्यता प्राप्त है, जबकि अंग्रेज़ी दूसरी आधिकारिक भाषा है। हिंदी देवनागरी लिपि में लिखी जाती है और इसकी जड़ें संस्कृत भाषा से जुड़ी हुई हैं।
- हिंदी 14 सितंबर 1949 को भारत की राजभाषा घोषित की गई थी। इसी कारण हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।
- हिंदी दुनिया में तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है, जिसके करीब 64 करोड़ से अधिक वक्ता हैं।
- हिंदी देवनागरी लिपि में लिखी जाती है, जो संस्कृत, मराठी और नेपाली जैसी भाषाओं में भी प्रचलित है।
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के तहत हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है।
- हिंदी को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।
- हिंदी का विकास संस्कृत, प्राकृत और अपभ्रंश से हुआ है, जो इसे अंग्रेजी से कई शताब्दियों पुरानी भाषा बनाती है। इसीलिए हिंदी को संस्कृत भाषा का वंशज माना जाता है।
- हिंदी भाषा का इतिहास करीब 2500 वर्ष पुराना माना जाता है और यह भारतीय सभ्यता की प्रमुख भाषा रही है।
- इंटरनेट पर हिंदी सामग्री की मांग 100% से ज्यादा बढ़ी है और हिंदी में गूगल सर्च करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
- भारत के अलावा नेपाल, मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो जैसे देशों में हिंदी भाषा बोली जाती है।
- हिंदी भाषा का बॉलीवुड, साहित्य, और संगीत जगत में विशेष योगदान है, जिससे यह दुनिया भर में लोकप्रिय बनी हुई है।
हिन्दी: राष्ट्रभाषा या राजभाषा?
हिन्दी को अक्सर राष्ट्रभाषा समझा जाता है, लेकिन संविधान में किसी भी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं दिया गया। यह भारत में सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है।
विश्व में हिन्दी की स्थिति
हिन्दी विश्व की दस सबसे शक्तिशाली भाषाओं में शामिल है (विश्व आर्थिक मंच के अनुसार)। 2022 के आंकड़ों के अनुसार, हिन्दी दुनिया की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा बन चुकी है, जिसमें 64 करोड़ लोगों की मातृभाषा और 20 करोड़ लोगों की दूसरी भाषा हिन्दी है।
भारत के बाहर हिन्दी
हिन्दी भारत के अलावा मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, गयाना, ट्रिनिडाड और टोबैगो में भी व्यापक रूप से बोली जाती है। फिजी में इसे राजभाषा का दर्जा प्राप्त है और संसद में प्रयोग किया जाता है। मॉरीशस में “विश्व हिंदी सचिवालय” की स्थापना की गई है, जो हिंदी के वैश्विक प्रचार-प्रसार में योगदान दे रहा है।
हिन्दी सीखने वाले देश
चीन में हिंदी तेजी से लोकप्रिय हो रही है। 20 से अधिक विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जा रही है, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपने कर्मचारियों को हिंदी सिखाने पर जोर दे रही हैं, जिससे इसका वैश्विक प्रभाव बढ़ रहा है।
हिन्दी बोलने वालों की संख्या
- 2005 में दुनिया के 160 देशों में 1.10 अरब लोग हिंदी बोलते थे।
- 2015 तक यह संख्या बढ़कर 1.30 अरब (130 करोड़) हो गई।
- भारत की 78% जनसंख्या हिंदी बोलती है, जबकि चीन में केवल 70% लोग मंदारिन बोलते हैं (सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार)।
हिन्दी न केवल भारत की सबसे प्रमुख भाषा है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तेजी से लोकप्रिय हो रही है। सरकार और विभिन्न संगठनों द्वारा इसे विश्व स्तर पर प्रचारित करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे यह भविष्य में और भी प्रभावशाली भाषा बन सकती है।
हिंदी दिवस पर 10 पंक्तियाँ
- विश्व हिंदी दिवस हर साल 10 जनवरी को मनाया जाता है।
- इसका उद्देश्य हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार करना है।
- हिंदी भारत की राजभाषा है और इसे 14 सितंबर 1949 को अपनाया गया था।
- दुनिया भर में 50 करोड़ से अधिक लोग हिंदी बोलते हैं।
- हिंदी भाषा ने भारतीय एकता को मजबूत किया है।
- यह संस्कृति और परंपराओं को जोड़ने का माध्यम है।
- हिंदी साहित्य और बॉलीवुड फिल्मों ने इसे विश्वभर में पहचान दिलाई है।
- हमें हिंदी को आधुनिक तकनीक और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ावा देना चाहिए।
- हिंदी हमारी पहचान और गर्व की भाषा है।
- विश्व हिंदी दिवस हमें इसे सहेजने और आगे बढ़ाने की प्रेरणा देता है।
विश्व हिंदी दिवस पर भाषण 🎤
सुप्रभात सभी को!
आज हम विश्व हिंदी दिवस के खास अवसर पर एकत्रित हुए हैं। हर साल को यह दिन हिंदी भाषा के सम्मान और प्रसार के लिए मनाया जाता है। हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपरा और पहचान का हिस्सा है।
हिंदी भारत की राजभाषा है और यह दुनिया की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। भारत में ही नहीं, बल्कि नेपाल, मॉरीशस, फिजी, गुयाना और कई अन्य देशों में भी इसे बोला और समझा जाता है। हिंदी ने साहित्य, सिनेमा और डिजिटल दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
आज के समय में हिंदी का वैश्विक प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। कई देशों में लोग हिंदी सीख रहे हैं, जिससे यह भाषा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय हो रही है। हिंदी हमें जोड़ती है, हमारी संस्कृति को संजोती है और हमें अपनी जड़ों से जोड़े रखती है।
आइए, हम सब मिलकर हिंदी को आगे बढ़ाने और सम्मानित करने का संकल्प लें। हिंदी हमारी शान है, इसे और समृद्ध बनाना हमारा कर्तव्य है।
धन्यवाद!
हिंदी दिवस पर कविताएं
जय हिंदी : प्रतिभा गर्ग की हिंदी दिवस पर कविता
संस्कृत से जन्मी है हिन्दी,
शुद्धता का प्रतीक है हिन्दी ।
लेखन और वाणी दोनो को,
गौरान्वित करवाती हिन्दी।
उच्च संस्कार, वियिता है हिन्दी,
सतमार्ग पर ले जाती हिन्दी ।
ज्ञान और व्याकरण की नदियां,
मिलकर सागर सोत्र बनाती हिन्दी ।
हमारी संस्कृति की पहचान है हिन्दी,
आदर और मान है हिन्दी ।
हमारे देश की गौरव भाषा,
एक उत्कृष्ट अहसास है हिन्दी ।।
हिन्दी विश्व में : अटल बिहारी वाजपेयी की हिंदी दिवस पर कविता
गूंजी हिन्दी विश्व में
स्वप्न हुआ साकार
राष्ट्र संघ के मंच से
हिन्दी का जयकार
हिंदी का जयकार
हिन्दी हिन्दी में बोला
देश स्वभाषा प्रेम
विश्व अजरज में डोला
कह कैदी कविराय
मेम की माया टूटी
भारत माता धन्य
स्नेह की सरिता फूटी!
करो अपनी भाषा पर प्यार : मैथिली शरण गुप्त की हिंदी दिवस पर कविता
जिसके बिना मूक रहते तुम, रुकते सब व्यवहार ।।
जिसमें पुत्र पिता कहता है, पतनी प्राणाधार,
और प्रकट करते हो जिसमें तुम निज निखिल विचार ।
बढ़ायो बस उसका विस्तार ।
करो अपनी भाषा पर प्यार ।।
भाषा विना व्यर्थ ही जाता ईश्वरीय भी ज्ञान,
सब दानों से बहुत बड़ा है ईश्वर का यह दान ।
असंख्यक हैं इसके उपकार ।
करो अपनी भाषा पर प्यार ।।
यही पूर्वजों का देती है तुमको ज्ञान-प्रसाद,
और तुमहारा भी भविष्य को देगी शुभ संवाद ।
बनाओ इसे गले का हार ।
करो अपनी भाषा पर प्यार।।
निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल : भारतेंदु हरिश्चंद्र की हिंदी दिवस पर कविता
निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल
बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।
अंग्रेजी पढ़ि के जदपि, सब गुन होत प्रवीन
पै निज भाषा-ज्ञान बिन, रहत हीन के हीन।
उन्नति पूरी है तबहिं जब घर उन्नति होय
निज शरीर उन्नति किये, रहत मूढ़ सब कोय।
निज भाषा उन्नति बिना, कबहुं न ह्यैहैं सोय
लाख उपाय अनेक यों भले करे किन कोय।
इक भाषा इक जीव इक मति सब घर के लोग
तबै बनत है सबन सों, मिटत मूढ़ता सोग।
और एक अति लाभ यह, या में प्रगट लखात
निज भाषा में कीजिए, जो विद्या की बात।
तेहि सुनि पावै लाभ सब, बात सुनै जो कोय
यह गुन भाषा और महं, कबहूं नाहीं होय।
विविध कला शिक्षा अमित, ज्ञान अनेक प्रकार
सब देसन से लै करहू, भाषा माहि प्रचार।
भारत में सब भिन्न अति, ताहीं सों उत्पात
विविध देस मतहू विविध, भाषा विविध लखात।
सब मिल तासों छांड़ि कै, दूजे और उपाय
उन्नति भाषा की करहु, अहो भ्रातगन आय।
हिंदी दिवस कोट्स | Hindi Diwas Quotes in Hindi
- हिंदी सिर्फ भाषा नहीं, हमारी संस्कृति और राष्ट्र का प्रतीक है।
- हमारे राष्ट्र की ताकत हिंदी में निहित है, इसे और सशक्त बनाएं।
- हिंदी न केवल भाषा है, बल्कि यह हमारी आत्मा का प्रतीक भी है।
- हिंदी में शक्ति है, यह दुनिया को एकजुट करने का एक अद्वितीय तरीका है।
- हिंदी भाषा की सौम्यता और सरलता में निहित है विश्व को जोड़ने की शक्ति।
- हिंदी हमारी पहचान है, यह हमें एकता और सामूहिकता का अहसास कराती है।
- हिंदी हमारी सांस्कृतिक धरोहर है, इसे संरक्षित और प्रचारित करना हमारा कर्तव्य है।
- हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार, देश की सांस्कृतिक एकता की ओर एक कदम और बढ़ाता है।
- हिंदी भाषा की ताकत और प्रभाव का कोई सानी नहीं है, यह सम्पूर्ण राष्ट्र को जोड़ने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
- भाषा का सबसे बड़ा प्रभाव विचारों पर होता है, और हिंदी एक ऐसा माध्यम है जो हमारे विचारों को सशक्त बनाता है।
हिंदी दिवस स्लोगन | Hindi Diwas Slogans in Hindi
- हम सब का अभिमान हैं हिन्दी भारत देश की शान हैं हिन्दी।
- हिंदी है भारत की आशा हिंदी है भारत की भाषा
- भारत मां के भाल पर सजी स्वर्णिम बिंदी हूं, मैं भारत की बेटी आपकी अपनी हिंदी हूं।
- हमारी एकता और अखंडता ही हमारे देश की पहचान है, हिंदुस्तान हैं हम और हिंदी हमारी जुबान है।
- अपने वतन की सबसे प्यारी भाषा हिंदी जगत की सबसे न्यारी भाषा।
- भारत देश की आशा है, हिंदी अपनी भाषा है, जात-पात के बंधन को तोड़े, हिंदी सारे देश को जोड़े।
- अभिव्यक्ति की खान है, भारत का अभिमान है, हिंदी दिवस हिंदी भाषा के लिए एक अभियान है।
- विविधताओं से भरे इस देश में लगी भाषाओं की फुलवारी है, इनमें हमको सबसे प्यारी हिंदी मातृभाषा हमारी है।
- हिंदी दिवस पर हमने ठाना है लोगों में हिंदी का स्वाभिमान जगाना है, हम सब का अभिमान है हिंदी भारत देश की शान है हिंदी।
- हिंदी को आगे बढ़ाना है, उन्नति की राह पर ले जाना है, केवल एक दिन ही नहीं, हमें नित हिंदी दिवस मनाना है।
हिंदी दिवस शायरी | Hindi Diwas Shayari
हिंदी दिवस पर निबंध | Hindi Diwas Nibandh
100 शब्दों में-
हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है, क्योंकि 1949 में इसी दिन हिंदी को भारत की राजभाषा घोषित किया गया था। यह दिन हिंदी के प्रचार-प्रसार और महत्व को समझाने के लिए मनाया जाता है।
हिंदी भारत की आत्मा और पहचान है, जो देश की एकता और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है। यह दुनिया की प्रमुख भाषाओं में से एक है और इसे कई देशों में बोला और समझा जाता है।
हम सभी को हिंदी के सम्मान और संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए ताकि यह आने वाली पीढ़ियों तक सशक्त और समृद्ध बनी रहे। धन्यवाद!
200 शब्दों में-
हिंदी दिवस हमें याद दिलाता है कि भारत भाषाई विविधता का देश है, जहां कई क्षेत्रीय भाषाएँ और बोलियाँ समृद्ध हैं। यह दिन हिंदी को राष्ट्रीय एकता के प्रतीक के रूप में स्वीकारते हुए, अन्य भाषाओं के सम्मान और संरक्षण की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है। हिंदी दिवस केवल एक भाषा का उत्सव नहीं, बल्कि “विविधता में एकता” के भारतीय सिद्धांत का प्रतीक है।
हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने का विशेष महत्व है। इस दिन 1949 में हिंदी को भारत की राजभाषा का दर्जा दिया गया था। यह दिन प्रसिद्ध हिंदी विद्वान ब्योहर राजेंद्र सिंहा की जन्मतिथि से भी जुड़ा है, जिन्होंने हिंदी के प्रचार-प्रसार में अहम योगदान दिया।
देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी भाषा, भारत की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को जोड़ने का कार्य करती है। यह एक ऐसा संचार माध्यम है जो देशभर के लोगों को जोड़ते हुए राष्ट्रीय पहचान और एकता की भावना को मजबूत करता है।
हिंदी दिवस 2024 के अवसर पर हमें हिंदी के सम्मान और संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। यह उत्सव भारत की बहुभाषी और सांस्कृतिक समृद्धि के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
आइए, हम हिंदी को बढ़ावा दें और इसे अपनी रोजमर्रा की भाषा बनाएं!
300 शब्दों में-
हिंदी दिवस भारत में हिंदी भाषा को बढ़ावा देने और इसके महत्व को रेखांकित करने के लिए मनाया जाता है। यह अवसर हिंदी के योगदान को सम्मान देने और इसके प्रचार-प्रसार के प्रति जागरूकता बढ़ाने का कार्य करता है।
हिंदी दिवस की शुरुआत 1949 में हुई, जब भारत की संविधान सभा ने हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया। इस ऐतिहासिक निर्णय की स्मृति में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।
हिंदी भाषा भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है, जो देश के विभिन्न समुदायों और क्षेत्रों को जोड़ने में अहम भूमिका निभाती है। शिक्षा, व्यापार और सरकारी कार्यों में हिंदी का उपयोग व्यापक रूप से किया जाता है, जिससे यह एक प्रभावशाली भाषा बन गई है।
हिंदी दिवस पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिनमें कविता पाठ, नाटक, गायन और भाषण प्रतियोगिताएँ शामिल होती हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य हिंदी के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाना और इसके उपयोग को प्रोत्साहित करना है।
हिंदी दिवस भारत की एकता और राष्ट्रीय पहचान को मजबूत करने में सहायक है। यह न केवल हिंदी भाषा के विकास को प्रेरित करता है, बल्कि देश की सांस्कृतिक विरासत को भी संरक्षित करने में योगदान देता है। हमें इस अवसर पर हिंदी के सम्मान और इसके अधिकाधिक उपयोग के लिए संकल्प लेना चाहिए।
~ हिंदी दिवस पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। 🙏