भ्रम शब्द के रूप (Bhram Ke Shabd Roop) – संस्कृत

Bhram Shabd

भ्रम शब्द (a myth, भ्रम, धोखा, कपट, झांसा): भ्रम शब्द के अकारान्त पुल्लिंग शब्द के शब्द रूप, भ्रम (Bhram) शब्द के अंत में “अ” का प्रयोग हुआ इसलिए यह अकारान्त हैं। अतः Bhram Shabd के Shabd Roop की तरह भ्रम जैसे सभी अकारान्त पुल्लिंग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है। भ्रम शब्द के शब्द रूप संस्कृत में सभी विभक्तियों एवं तीनों वचन में शब्द रूप (Bhram Shabd Roop) नीचे दिये गये हैं।

भ्रम के शब्द रूप – Shabd roop of Bhram

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा भ्रमः भ्रमौ भ्रमाः
द्वितीया भ्रमम् भ्रमौ भ्रमान्
तृतीया भ्रमेण भ्रमाभ्याम् भ्रमैः
चतुर्थी भ्रमाय भ्रमाभ्याम् भ्रमेभ्यः
पंचमी भ्रमात् भ्रमाभ्याम् भ्रमेभ्यः
षष्ठी भ्रमस्य भ्रमयोः भ्रमाणाम्
सप्तमी भ्रमे भ्रमयोः भ्रमेषु
सम्बोधन हे भ्रम ! हे भ्रमौ ! हे भ्रमाः !

भ्रम शब्द का अर्थ/मतलब

भ्रम शब्द का अर्थ a myth, भ्रम, धोखा, कपट, झांसा होता है। भ्रम शब्द अकारान्त शब्द है इसका मतलब भी ‘a myth, भ्रम, धोखा, कपट, झांसा’ होता है।

  1. delusion – भ्रम, धोखा, कपट, झांसा
  2. chimera – हौआ, सकर वस्तु, काल्पनिक धारणा, मिथ्या परिकल्पना, भ्रम
  3. misconception – भ्रम, भ्रान्त धारणा, मिथ्या धारणा
  4. misunderstanding – गलतफहमी, भ्रम, भ्रान्ति
  5. phantasm – छायाभास, भ्रम, मिथ्याभास, छायाकृति, मृगतृष्णा

भ्रम संज्ञा पुं॰ [सं॰]

  1. किसी पदार्थ को और का और समझना । किसी चीज या बात को कुछ का कुछ समझना । मिथ्या ज्ञान । भ्रांति । धोखा ।
  2. संशय । संदेह । शक । क्रि॰ प्र॰—में डालना ।—में पड़ना ।—होना ।
  3. एक प्रकार का रोग जिसमें रोगी का शरीर चलने के समय चक्कर खाता है और वह प्रायः जमीन पर पड़ा रहता है । यह रोग मूर्छा के अंतर्गत माना जाता है ।
  4. मूर्छा बेहोशी । उ॰—भ्रम होइ ताहि जा कूर चीत ।
  5. नल । पनाला ।
  6. कुम्हार का चाक ।
  7. भ्रमण । घूमना । फिरना ।
  8. वह पदार्थ जो चक्राकार घूमता हो । चारों ओर घूमनेवाली चीज ।
  9. अंबुनिगंम । स्त्रोत (को॰) ।
  10. कुंद नाम का एक यंत्र । शाण । खराद (को॰) ।
  11. मार्कंडेय पुराण के अनुसार योगियों के योग में होनेवाले पाँच प्रकार के विध्नों मे से एक प्रकार का विघ्न या उपसगं जिसमें योगी सब प्रकार के आचार आदि का परित्याग कर देता है और उसका मन निरवलंब की भाँति इधर उधर भटकता रहता है ।
  12. चक्की (को॰) ।
  13. छाता (को॰) । घेरा । परिधि (को॰) ।

भ्रम 2 वि॰

  1. घूमनेवाला । चक्कर काटनेवाला ।
  2. भ्रमण- करनेवाला । चलनेवाला ।

भ्रम 3 संज्ञा पुं॰ [सं॰ सम्भ्रम]

  1. मान प्रतिष्ठा । इज्जत । उ॰— जस अति संकट पंडवन्ह भएउ भीव बँदि छोर । तस परबस पिउ काढ़हु राखि लेहु भ्रम मोर ।—जायसी (शब्द॰)

भ्रम जैसे और महत्वपूर्ण शब्द रूप

उपर्युक्त शब्द रूप भ्रम शब्द के अकारान्त पुल्लिंग शब्द के शब्द रूप हैं भ्रम जैसे शब्द रूप (Bhram shabd Roop) देखने के लिए Shabd Roop List पर जाएँ।

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