
उपमा और रूपक
उपमा में उपमेय और उपमान की समानता बताई जाती है, यथा-
हरि पद कोमल कमल से
यहां ईश्वर के चरणों की समानता कमल की कोमलता से बताई गई है।
रूपक में उपमेय पर उपमान का अभेद आरोप होता है। यथा-
मन मधुकर पन कै तुलसी रघुपति पद कमल बसैहौं।
यहां मन पर भ्रमर का तथा पद पर कमल का अभेद आरोप किया गया है अतः रूपक अलंकार है।
अन्य अलंकार-युग्म में अंतर
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