प्रधान शब्द के रूप – Pradhan Ke Shabd Roop – Sanskrit

प्रधान शब्द रूप (Pradhan Shabd)

प्रधान शब्द (सबसे बड़ा, मुख्य, मुखिया): प्रधान शब्द के अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द के शब्द रूप, प्रधान (Pradhan) शब्द के अंत में “अ” की मात्रा का प्रयोग हुआ इसलिए यह अकारान्त हैं। अतः Pradhan Shabd के Shabd Roop की तरह प्रधान जैसे सभी अकारान्त नपुंसकलिंग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है। प्रधान शब्द के शब्द रूप संस्कृत में सभी विभक्तियों एवं तीनों वचन में शब्द रूप (Pradhan Shabd Roop) नीचे दिये गये हैं।

प्रधान के शब्द रूप – Pradhan Shabd Roop

अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द प्रधान के शब्द रूप (Shabd Roop of Pradhan in Sanskrit) निम्नलिखित हैं:

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा प्रधानम् प्रधाने प्रधानानि
द्वितीया प्रधानम् प्रधाने प्रधानानि
तृतीया प्रधानेन प्रधानाभ्याम् प्रधानैः
चतुर्थी प्रधानाय प्रधानाभ्याम् प्रधानेभ्यः
पंचमी प्रधानात् प्रधानाभ्याम् प्रधानेभ्यः
षष्ठी प्रधानस्य प्रधानयोः प्रधानानाम्
सप्तमी प्रधाने प्रधानयोः प्रधानेषु
सम्बोधन हे प्रधानम् ! हे प्रधाने ! हे प्रधानानि !

प्रधान शब्द का अर्थ/मतलब

प्रधान शब्द अर्थ सबसे बड़ा, मुख्य, मुखिया or नेता, मुखिया, सरदार or परमात्मा, ईश्वर or सचिव, मंत्री, वज़ीर or किसी विभाग या संस्था का सर्वोच्च अधिकारी or संसार का उपादान कारण or बुद्धि, समझ or प्रकृति होता है। प्रधान शब्द अकारान्त शब्द है इसका मतलब भी ‘सबसे बड़ा, मुख्य, मुखिया’ होता है।

अकारांत नपुंसकलिंग संज्ञा शब्द वे शब्द होते हैं जो “अ” (अकार) पर समाप्त होते हैं और नपुंसकलिंग होते हैं। उदाहरण: फल, वन, नगर, जल, सुख, गृह, नेत्र, पुस्तक, मित्र

प्रधान जैसे और महत्वपूर्ण शब्द रूप

उपर्युक्त शब्द रूप प्रधान शब्द के अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द के शब्द रूप हैं प्रधान जैसे शब्द रूप (Pradhan shabd Roop) देखने के लिए Shabd Roop List पर जाएँ।

अकारांत पुल्लिंग संज्ञा शब्दों के शब्द रूप:

अकारान्त नपुंसकलिंग शब्दों के शब्द रूप:

आकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्दों के शब्द रूप:

इकारांत पुंल्लिंग संज्ञा शब्दों के शब्द रूप:

इकारांत स्त्रीलिंग संज्ञा शब्दों के शब्द रूप:

ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्दों के शब्द रूप:

उकारान्त पुंल्लिंग संज्ञा शब्दों के शब्द रूप:

संस्कृत में सर्वनाम शब्दों के शब्द रूप:

आशा है कि आपको संस्कृत के 'प्रधान शब्द रूप' समझ आ ही गए होंगे। यदि शब्द रूपों से संबंधित अन्य कोई प्रश्न या समस्या है, तो कमेन्ट बॉक्स में अवश्य बताएं। ऐसे ही संस्कृत व्याकरण के अन्य लेख पढ़ने के लिए माई कोचिंग पर बनें रहें। धन्यवाद!

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