इन्द्रिय शब्द के रूप – Indriy Ke Shabd Roop – Sanskrit

इन्द्रिय शब्द रूप (Indriy Shabd)

इन्द्रिय शब्द (ज्ञानेन्द्रिय, Sense): इन्द्रिय शब्द के अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द के शब्द रूप, इन्द्रिय (Indriy) शब्द के अंत में “अ” की मात्रा का प्रयोग हुआ इसलिए यह अकारान्त हैं। अतः Indriy Shabd के Shabd Roop की तरह इन्द्रिय जैसे सभी अकारान्त नपुंसकलिंग शब्दों के शब्द रूप (Shabd Roop) इसी प्रकार बनाते है। इन्द्रिय शब्द के शब्द रूप संस्कृत में सभी विभक्तियों एवं तीनों वचन में शब्द रूप (Indriy Shabd Roop) नीचे दिये गये हैं।

इन्द्रिय के शब्द रूप – Indriy Shabd Roop

अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द इन्द्रिय के शब्द रूप (Shabd Roop of Indriy in Sanskrit) निम्नलिखित हैं:

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा इन्द्रियम् इन्द्रिये इन्द्रियानि
द्वितीया इन्द्रियम् इन्द्रिये इन्द्रियानि
तृतीया इन्द्रियेन इन्द्रियाभ्याम् इन्द्रियैः
चतुर्थी इन्द्रियाय इन्द्रियाभ्याम् इन्द्रियेभ्यः
पंचमी इन्द्रियात् इन्द्रियाभ्याम् इन्द्रियेभ्यः
षष्ठी इन्द्रियस्य इन्द्रिययोः इन्द्रियानाम्
सप्तमी इन्द्रिये इन्द्रिययोः इन्द्रियेषु
सम्बोधन हे इन्द्रियम् ! हे इन्द्रिये ! हे इन्द्रियानि !

इन्द्रिय शब्द का अर्थ/मतलब

इन्द्रिय शब्द अर्थ ज्ञानेन्द्रिय, Sense होता है। इन्द्रिय शब्द अकारान्त शब्द है इसका मतलब भी ‘ज्ञानेन्द्रिय, Sense’ होता है।

अकारांत नपुंसकलिंग संज्ञा शब्द वे शब्द होते हैं जो “अ” (अकार) पर समाप्त होते हैं और नपुंसकलिंग होते हैं। उदाहरण: फल, वन, नगर, जल, सुख, गृह, नेत्र, पुस्तक, मित्र

इन्द्रिय जैसे और महत्वपूर्ण शब्द रूप

उपर्युक्त शब्द रूप इन्द्रिय शब्द के अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द के शब्द रूप हैं इन्द्रिय जैसे शब्द रूप (Indriy shabd Roop) देखने के लिए Shabd Roop List पर जाएँ।

अकारांत पुल्लिंग संज्ञा शब्दों के शब्द रूप:

अकारान्त नपुंसकलिंग शब्दों के शब्द रूप:

आकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्दों के शब्द रूप:

इकारांत पुंल्लिंग संज्ञा शब्दों के शब्द रूप:

इकारांत स्त्रीलिंग संज्ञा शब्दों के शब्द रूप:

ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्दों के शब्द रूप:

उकारान्त पुंल्लिंग संज्ञा शब्दों के शब्द रूप:

संस्कृत में सर्वनाम शब्दों के शब्द रूप:

उम्मीद है आपको 'इन्द्रिय शब्द रूप' समझ आए होंगे। अन्य किसी प्रश्न या समस्या के लिए कमेन्ट बॉक्स में बताएं। संस्कृत व्याकरण के सभी चैप्टर पढ़ने के लिए संस्कृत व्याकरण लिंक पर जाएं। माई कोचिंग पर पढ़ने के लिए आपको धन्यवाद!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*