रोगों के नाम – रोग और उनसे प्रभावित होने वाले अंग

यह लेख रोगों के नाम, उनसे प्रभावित अंग, लक्षण, उपचार, और सावधानियों की विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। यह जानकारी SSC, UPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के दृष्टिकोण से भी अत्यंत उपयोगी है। स्वास्थ्य जागरूकता के साथ-साथ परीक्षा की तैयारी में सहायक होने के लिए, इन महत्वपूर्ण तथ्यों को जानना और याद रखना आवश्यक है। बेहतर स्वास्थ्य और सफलता के लिए सही जानकारी का होना अनिवार्य है।

Rogo ke naam

इस पेज पर आपको विभिन्न रोगों की जानकारी दी जाएगी और यह बताया जाएगा कि प्रत्येक रोग का शरीर के किन-किन अंगों पर प्रभाव पड़ता है। उदाहरण के लिए:

  • गठिया रोग से कौन से अंग प्रभावित होते हैं।
  • मोतियाबिंद किस अंग या क्रिया को प्रभावित करता है।
  • ग्लूकोमा का प्रभाव शरीर के किस हिस्से पर पड़ता है।
  • मलेरिया शरीर में किन अंगों को प्रभावित करता है।

ऐसी जानकारी के साथ ही संबंधित प्रश्न-उत्तर भी दिए गए हैं, जो अक्सर परीक्षा में पूछे जाते हैं। इन्हें अच्छी तरह से याद करें। यदि यह जानकारी उपयोगी लगे, तो इसे शेयर करना न भूलें!

रोगो के नाम और उनसे प्रभावित होने वाले अंग

# प्रश्न उत्तर
1. गठिया रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? जोड़ों
2. अस्थमा रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? जोड़ोंब्रोन्कियल स्नायु
3. मोतियाबिंद रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? आंखें
4. मधुमेह रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? अग्न्याशय
5. डिप्थीरिया रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? गला
6. एक्जिमा रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? त्वचा
7. ग्लूकोमा रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? आंखें
8. घेंघा रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? थायराइड ग्रंथि
9. पीलिया रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? लिवर
10. लेकिमिया रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? रक्त
11. मलेरिया रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? तिल्ली
12. मेनिनजाइटिस रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी
13. Elitist रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? कान
14. पक्षाघात रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? तंत्रिकाओं
15. निमोनिया रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? फेफड़ों
16. पोलियो रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? पैर
17. Pyorrhoea रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? दांतों और मसूड़ों
18. गठिया रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? जोड़ों
19. Sinusitis रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? साइनस अस्तर की सूजन
20. Tonsillitis रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? Tonsils
21. Trachoma रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? आंखें
22. क्षय रोग रोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? फेफड़ों
23. टाइफाइडरोग से किस अंग पर प्रभाव पड़ता है? आंतों

शरीर में होने वाले रोगों के नाम, लक्षण, उपचार और सावधानियां

आगे शरीर में होने वाली बीमारियों (रोगों) के नाम, लक्षण, उपचार, सावधानियां और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है:

1. डायबिटिक रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy)

  • लक्षण: धुंधला दिखना, अंधेरे में देखने में कठिनाई, आंखों के सामने धब्बे आना
  • उपचार: ब्लड शुगर नियंत्रण, लेजर थेरेपी, इंजेक्शन या सर्जरी
  • सावधानी: नियमित नेत्र परीक्षण कराएं, ब्लड शुगर को नियंत्रित रखें, धूम्रपान और शराब से बचें

2. शीघ्रपतन या प्रीमेच्‍योर इजैकुलेशन (Premature Ejaculation)

  • लक्षण: संभोग के दौरान बहुत जल्दी स्खलन होना, आत्मविश्वास में कमी
  • उपचार: योग और ध्यान, काउंसलिंग, डॉक्टर से परामर्श लेकर दवाएं
  • सावधानी: तनाव को कम करें, संतुलित आहार लें, धूम्रपान और शराब से बचें

3. निम्न रक्तचाप या लो ब्लडप्रेशर (Low Blood Pressure)

  • लक्षण: चक्कर आना, धुंधली दृष्टि, कमजोरी, बेहोशी
  • उपचार: अधिक पानी पीना, नमक की मात्रा बढ़ाना, डॉक्टर की सलाह पर दवा लेना
  • सावधानी: अधिक देर तक खाली पेट न रहें, अचानक खड़े होने से बचें

4. घुटनों का दर्द (Knee Pain)

  • लक्षण: चलने में कठिनाई, सूजन, जकड़न, हलचल पर दर्द
  • उपचार: फिजियोथेरेपी, एक्सरसाइज, दर्द निवारक दवाएं, सर्जरी (गंभीर मामलों में)
  • सावधानी: वजन नियंत्रित रखें, पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें, अधिक देर तक खड़े रहने से बचें

5. खून का थक्का (Blood Clotting)

  • लक्षण: सूजन, लालिमा, दर्द, प्रभावित क्षेत्र में गर्मी महसूस होना
  • उपचार: रक्त पतला करने वाली दवाएं, डॉक्टर की देखरेख में उपचार
  • सावधानी: लंबे समय तक बैठे न रहें, पर्याप्त पानी पिएं, धूम्रपान से बचें

6. वाकविकार (Dyslexia)

  • लक्षण: पढ़ने-लिखने में कठिनाई, शब्दों को पहचानने में समस्या
  • उपचार: विशेष शिक्षा, स्पीच थेरेपी, काउंसलिंग
  • सावधानी: शुरुआती अवस्था में पहचानकर उपचार शुरू करें

7. मेनिनजाइटिस (Meningitis)

  • लक्षण: तेज बुखार, गर्दन में जकड़न, सिरदर्द, उल्टी
  • उपचार: एंटीबायोटिक्स, दर्द निवारक दवाएं, अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता
  • सावधानी: स्वच्छता बनाए रखें, टीकाकरण कराएं

8. वायरल बुखार (Viral Fever)

  • लक्षण: तेज बुखार, सिरदर्द, कमजोरी, गले में खराश
  • उपचार: आराम करें, तरल पदार्थ अधिक लें, डॉक्टर की सलाह लें
  • सावधानी: संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें, हाथ धोते रहें

9. मस्तिष्क का दौरा (Cerebral Stroke)

  • लक्षण: शरीर के एक हिस्से में कमजोरी, बोलने में कठिनाई, चक्कर आना
  • उपचार: आपातकालीन चिकित्सा सहायता, दवाएं, फिजियोथेरेपी
  • सावधानी: रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रखें, धूम्रपान न करें

10. घमौरियां (Prickly Heat)

  • लक्षण: लाल दाने, खुजली, जलन
  • उपचार: ठंडे पानी से नहाएं, हल्के कपड़े पहनें, एंटीसेप्टिक पाउडर लगाएं
  • सावधानी: ज्यादा गर्मी से बचें, शरीर को हाइड्रेट रखें

11. सफेद बाल (Grey Hair)

  • लक्षण: बालों का असमय सफेद होना
  • उपचार: पोषक तत्वों से भरपूर आहार, आयुर्वेदिक तेल, हेयर केयर
  • सावधानी: केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स से बचें, तनाव कम करें

12. स्पोंडिलोसिस (Spondylosis)

  • लक्षण: गर्दन या पीठ में दर्द, सुन्नपन, कमजोरी
  • उपचार: फिजियोथेरेपी, एक्सरसाइज, दर्द निवारक दवाएं
  • सावधानी: सही मुद्रा में बैठें, भारी सामान उठाने से बचें

13. प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer)

  • लक्षण: बार-बार पेशाब आना, पेशाब में दर्द, वजन घटना
  • उपचार: सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी
  • सावधानी: नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराएं, धूम्रपान से बचें

14. दर्द (Pain)

  • लक्षण: शरीर के किसी भी हिस्से में असहजता
  • उपचार: दर्द निवारक दवाएं, फिजियोथेरेपी, आराम
  • सावधानी: अत्यधिक परिश्रम से बचें, सही खानपान रखें

15. मायोपिया (Myopia)

  • लक्षण: दूर की वस्तुएं धुंधली दिखना
  • उपचार: चश्मा, लेजर सर्जरी
  • सावधानी: स्क्रीन टाइम कम करें, आंखों की एक्सरसाइज करें

16. हार्ट ब्लॉकेज (Heart Blockage)

  • लक्षण: सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत
  • उपचार: एंजियोप्लास्टी, बाईपास सर्जरी
  • सावधानी: संतुलित आहार लें, धूम्रपान से बचें

17. पेट दर्द (Stomach Ache)

  • लक्षण: ऐंठन, अपच, सूजन
  • उपचार: हल्का खाना खाएं, हर्बल चाय पिएं
  • सावधानी: अधिक तला-भुना न खाएं, स्वच्छता बनाए रखें

18. बेरीबेरी (Beriberi)

  • लक्षण: मांसपेशियों की कमजोरी, सुन्नपन, सांस लेने में कठिनाई
  • उपचार: विटामिन बी1 (थायमिन) युक्त भोजन
  • सावधानी: संतुलित आहार लें

19. बालों का झड़ना (Hair Fall)

  • लक्षण: अत्यधिक बाल झड़ना
  • उपचार: तेल मालिश, प्रोटीन युक्त आहार, दवाएं
  • सावधानी: तनाव कम करें, पौष्टिक आहार लें

20. गले में दर्द (Throat Ache)

  • लक्षण: खराश, निगलने में दिक्कत, सूजन
  • उपचार: गरारा करें, अदरक-शहद लें
  • सावधानी: ठंडे पदार्थों से बचें, साफ पानी पिएं

21. एड्स (AIDS)

  • लक्षण: तेजी से वजन घटना, बुखार, बार-बार संक्रमण होना, कमजोरी
  • उपचार: एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART), रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाएं
  • सावधानी: असुरक्षित यौन संबंध से बचें, रक्त संक्रमण की जांच कराएं, संक्रमित सुई का प्रयोग न करें

22. मोतियाबिंद (Cataract)

  • लक्षण: धुंधला दिखना, रोशनी में ज्यादा चमक महसूस होना, नजर कमजोर होना
  • उपचार: सर्जरी द्वारा लेंस बदलना
  • सावधानी: आंखों की नियमित जांच कराएं, धूप से बचने के लिए चश्मा पहनें

23. मिरगी (Epilepsy)

  • लक्षण: बार-बार दौरे पड़ना, अचानक बेहोशी, झटके आना
  • उपचार: एंटी-एपिलेप्टिक दवाएं, न्यूरोसर्जरी (गंभीर मामलों में)
  • सावधानी: सोने की सही दिनचर्या अपनाएं, शराब और धूम्रपान से बचें

24. डीहाइड्रेशन (Dehydration)

  • लक्षण: प्यास लगना, कमजोरी, चक्कर आना, पेशाब का रंग गहरा होना
  • उपचार: ओआरएस घोल, पानी और तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें
  • सावधानी: गर्मी में ज्यादा पानी पिएं, अत्यधिक परिश्रम के बाद शरीर को हाइड्रेट रखें

25. सर्दी और कफ (Cough And Cold)

  • लक्षण: नाक बहना, छींकें आना, गले में खराश, खांसी
  • उपचार: भाप लेना, तुलसी-अदरक का काढ़ा पीना, डॉक्टर की सलाह से दवा लेना
  • सावधानी: ठंडी चीजों से बचें, हाथ धोते रहें, संक्रमित लोगों से दूरी बनाए रखें

26. दमा (Asthma)

  • लक्षण: सांस लेने में तकलीफ, सीने में जकड़न, बार-बार खांसी
  • उपचार: इनहेलर का प्रयोग, डॉक्टर की सलाह पर दवाएं
  • सावधानी: धूल और धुएं से बचें, प्रदूषण में मास्क पहनें, एलर्जी पैदा करने वाले कारकों से दूर रहें

27. डार्क सर्कल (Dark Circle)

  • लक्षण: आंखों के नीचे काले घेरे, त्वचा का पतला और शुष्क होना
  • उपचार: पर्याप्त नींद लें, खीरा और आलू लगाएं, विटामिन-सी युक्त आहार लें
  • सावधानी: नींद की कमी से बचें, स्क्रीन टाइम कम करें

28. कान में संक्रमण (Ear Infection)

  • लक्षण: कान में दर्द, बहाव, सुनने में दिक्कत
  • उपचार: एंटीबायोटिक्स, कान की सफाई, दर्द निवारक दवाएं
  • सावधानी: कान में गंदगी जमा न होने दें, तेज आवाज से बचें

29. कद बढ़ाना (Height Gain)

  • लक्षण: उम्र के अनुसार कम कद रहना
  • उपचार: संतुलित आहार, योग और एक्सरसाइज, सही पोषण
  • सावधानी: हड्डियों के विकास के लिए कैल्शियम और प्रोटीन युक्त आहार लें

30. हार्ट अटैक (Heart Attack)

  • लक्षण: सीने में तेज दर्द, सांस लेने में कठिनाई, पसीना आना
  • उपचार: आपातकालीन चिकित्सा सहायता, एंजियोप्लास्टी, बाईपास सर्जरी
  • सावधानी: कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखें, धूम्रपान और शराब से बचें

31. मोटापा (Obesity)

  • लक्षण: शरीर में अत्यधिक चर्बी, सांस फूलना, जोड़ों में दर्द
  • उपचार: व्यायाम, संतुलित आहार, वजन घटाने की थेरेपी
  • सावधानी: जंक फूड से बचें, शारीरिक गतिविधि बढ़ाएं

32. कुष्ठरोग (Leprosy)

  • लक्षण: त्वचा पर सफेद धब्बे, सुन्नपन, नसों में कमजोरी
  • उपचार: मल्टी ड्रग थेरेपी (MDT), एंटीबायोटिक्स
  • सावधानी: संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं, स्वच्छता बनाए रखें

33. ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer)

  • लक्षण: स्तन में गांठ, आकार में बदलाव, निप्पल से डिस्चार्ज
  • उपचार: कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी, सर्जरी
  • सावधानी: नियमित रूप से स्तन जांच करें, स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं

34. लीवर कैंसर (Liver Cancer)

  • लक्षण: पेट में दर्द, वजन घटना, भूख न लगना
  • उपचार: कीमोथेरेपी, सर्जरी, दवाएं
  • सावधानी: शराब से बचें, हेपेटाइटिस बी और सी से बचाव करें

35. आंखों का इंफेक्शन (Eye Infection)

  • लक्षण: आंखों में जलन, सूजन, लालिमा
  • उपचार: एंटीबायोटिक आई ड्रॉप्स, सफाई का ध्यान रखें
  • सावधानी: गंदे हाथों से आंख न छुएं, आई मेकअप शेयर न करें

36. मांसपेशियों में दर्द (Muscle Pain)

  • लक्षण: मांसपेशियों में खिंचाव, जकड़न, सूजन
  • उपचार: मसाज, व्यायाम, दर्द निवारक दवाएं
  • सावधानी: अत्यधिक मेहनत से बचें, शरीर को हाइड्रेट रखें

37. स्किन कैंसर (Skin Cancer)

  • लक्षण: त्वचा पर असामान्य धब्बे, घाव जो ठीक न हो, खुजली
  • उपचार: सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी
  • सावधानी: सूर्य की हानिकारक किरणों से बचें, सनस्क्रीन लगाएं

38. काली खांसी (Whooping Cough)

  • लक्षण: तेज और लगातार खांसी, सांस लेने में दिक्कत
  • उपचार: एंटीबायोटिक्स, कफ सिरप, आराम
  • सावधानी: टीकाकरण कराएं, संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें

39. हैपेटाइटिस (Hepatitis)

  • लक्षण: पीलापन, कमजोरी, भूख न लगना
  • उपचार: एंटीवायरल दवाएं, आराम, उचित पोषण
  • सावधानी: स्वच्छता का ध्यान रखें, संक्रमित सुई और रक्त से बचें

40. चिकनगुनिया (Chikungunya)

  • लक्षण: तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, लाल चकत्ते
  • उपचार: दर्द निवारक दवाएं, आराम, तरल पदार्थ लें
  • सावधानी: मच्छरों से बचाव करें, घर के आसपास पानी जमा न होने दें

41. जर्मन मीजल्स या रूबेला (German Measles)

  • लक्षण: हल्का बुखार, त्वचा पर लाल चकत्ते, गले में सूजन
  • उपचार: आराम करें, दर्द निवारक दवाएं लें, तरल पदार्थ अधिक लें
  • सावधानी: टीकाकरण कराएं, संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें

42. कमर दर्द (Back Pain)

  • लक्षण: कमर में जकड़न, झुकने में कठिनाई, पैरों में दर्द
  • उपचार: फिजियोथेरेपी, मसाज, दर्द निवारक दवाएं
  • सावधानी: सही मुद्रा में बैठें, भारी वजन उठाने से बचें

43. पेनिस का साइज (Size Of Normal Penis)

  • जानकारी: औसत साइज 5-6 इंच होता है, यह व्यक्ति विशेष पर निर्भर करता है
  • सावधानी: गलत दवाओं और इलाज से बचें, आत्मविश्वास बनाए रखें

44. हैजा (Cholera)

  • लक्षण: डायरिया, उल्टी, निर्जलीकरण
  • उपचार: ओआरएस, एंटीबायोटिक्स, पानी की भरपूर मात्रा
  • सावधानी: स्वच्छता बनाए रखें, दूषित भोजन और पानी से बचें

45. फेफड़ों का कैंसर (Lung Cancer)

  • लक्षण: लगातार खांसी, सांस लेने में तकलीफ, वजन घटना
  • उपचार: कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी, सर्जरी
  • सावधानी: धूम्रपान न करें, प्रदूषण से बचें

46. अनिद्रा (Insomnia)

  • लक्षण: नींद न आना, थकान, चिड़चिड़ापन
  • उपचार: नियमित दिनचर्या अपनाएं, कैफीन कम करें, योग करें
  • सावधानी: सोने से पहले स्क्रीन का उपयोग न करें

47. छोटे स्तन (Small Breast)

  • जानकारी: यह हार्मोन, जेनेटिक्स और पोषण पर निर्भर करता है
  • उपचार: योग, व्यायाम, हार्मोनल थेरेपी (डॉक्टर की सलाह पर)
  • सावधानी: गलत दवाओं और सर्जरी से बचें

48. डेंगू (Dengue)

  • लक्षण: तेज बुखार, शरीर में दर्द, प्लेटलेट्स की कमी
  • उपचार: पर्याप्त आराम करें, पानी अधिक पिएं, डॉक्टर की सलाह लें
  • सावधानी: मच्छरदानी लगाएं, घर के आसपास पानी जमा न होने दें

49. दांत का दर्द (Toothache)

  • लक्षण: दांत में तेज दर्द, सूजन, संवेदनशीलता
  • उपचार: दर्द निवारक दवाएं, गरारे करें, डॉक्टर से मिलें
  • सावधानी: मीठे खाद्य पदार्थ कम करें, नियमित ब्रश करें

50. बवासीर (Piles)

  • लक्षण: गुदा में दर्द, खून आना, सूजन
  • उपचार: फाइबर युक्त आहार, दर्द निवारक दवाएं, सर्जरी (गंभीर मामलों में)
  • सावधानी: कब्ज़ से बचें, पानी अधिक पिएं

51. गुर्दे की पथरी (Kidney Stone)

  • लक्षण: पेट और कमर में तेज दर्द, पेशाब में जलन
  • उपचार: दर्द निवारक दवाएं, पानी अधिक पिएं, सर्जरी (गंभीर मामलों में)
  • सावधानी: ऑक्सालेट और सोडियम युक्त आहार कम लें

52. जोड़ों में दर्द (Joint Pain)

  • लक्षण: चलने में कठिनाई, सूजन, जकड़न
  • उपचार: फिजियोथेरेपी, दवाएं, सर्जरी (गंभीर मामलों में)
  • सावधानी: वजन नियंत्रित रखें, सही पोषण लें

53. सनबर्न (Sunburn)

  • लक्षण: त्वचा लाल होना, जलन, खुजली
  • उपचार: एलोवेरा जेल, ठंडे पानी से धोना, सनस्क्रीन लगाना
  • सावधानी: धूप में कम जाएं, छाता और सनस्क्रीन का प्रयोग करें

54. जुकाम (Common Cold)

  • लक्षण: छींकें आना, नाक बंद होना, बुखार
  • उपचार: अदरक-शहद, भाप लेना, आराम करें
  • सावधानी: ठंडी चीजों से बचें, हाथ धोते रहें

55. बदहजमी (Gastric Problem)

  • लक्षण: पेट में भारीपन, गैस, एसिडिटी
  • उपचार: हल्का भोजन लें, पुदीना या अदरक का सेवन करें
  • सावधानी: मसालेदार भोजन कम खाएं, नियमित व्यायाम करें

56. मुंहासे (Pimples)

  • लक्षण: चेहरे पर दाने, लालिमा, जलन
  • उपचार: टी ट्री ऑयल, एंटीबैक्टीरियल क्रीम, सही खानपान
  • सावधानी: तैलीय भोजन से बचें, चेहरा साफ रखें

57. एलर्जी (Allergy)

  • लक्षण: त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली, छींकें आना
  • उपचार: एंटी-हिस्टामिन दवाएं, एलर्जी वाले तत्वों से बचाव
  • सावधानी: धूल, धुएं और तेज खुशबू से बचें

58. सीने में दर्द (Chest Pain)

  • लक्षण: भारीपन, सांस लेने में तकलीफ, जलन
  • उपचार: गैस्ट्रिक दर्द के लिए एंटासिड, हार्ट पेन के लिए डॉक्टर से सलाह
  • सावधानी: तला-भुना कम खाएं, धूम्रपान से बचें

59. टाइफाइड (Typhoid)

  • लक्षण: लंबे समय तक तेज बुखार, कमजोरी, सिरदर्द
  • उपचार: एंटीबायोटिक्स, हल्का भोजन, आराम
  • सावधानी: उबला हुआ पानी पिएं, सफाई का ध्यान रखें

60. गलसुआ (Mumps)

  • लक्षण: गले में सूजन, बुखार, चबाने में दर्द
  • उपचार: आराम करें, हल्का भोजन लें, दर्द निवारक दवाएं
  • सावधानी: संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें, टीकाकरण कराएं

61. दूरदर्शिता या दूरदृष्टि दोष (Hyper Myopia)

  • लक्षण: पास की चीजें धुंधली दिखना, सिरदर्द, आंखों में थकान
  • उपचार: चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग, लेजर सर्जरी
  • सावधानी: आंखों की नियमित जांच कराएं, स्क्रीन का कम उपयोग करें

62. गंजापन (Baldness)

  • लक्षण: बालों का अत्यधिक झड़ना, सिर पर गंजे धब्बे
  • उपचार: मिनॉक्सिडिल, हेयर ट्रांसप्लांट, आयुर्वेदिक उपचार
  • सावधानी: स्वस्थ आहार लें, तनाव कम करें

63. थकान (Fatigue)

  • लक्षण: कमजोरी महसूस होना, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
  • उपचार: पर्याप्त नींद लें, पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें
  • सावधानी: नियमित व्यायाम करें, कैफीन और शराब से बचें

64. पित्ताशय की पथरी (Gallstones)

  • लक्षण: पेट के दाहिने हिस्से में दर्द, मतली, उल्टी
  • उपचार: सर्जरी, दवाइयां, विशेष आहार
  • सावधानी: वसा युक्त भोजन कम करें, वजन संतुलित रखें

65. निमोनिया (Pneumonia)

  • लक्षण: तेज बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ
  • उपचार: एंटीबायोटिक्स, आराम, भाप लेना
  • सावधानी: धूल और धुएं से बचें, टीकाकरण कराएं

66. जापानी इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis)

  • लक्षण: सिरदर्द, बुखार, भ्रम की स्थिति, दौरे आना
  • उपचार: कोई विशेष इलाज नहीं, लक्षणों का प्रबंधन करें
  • सावधानी: मच्छरों से बचाव करें, टीकाकरण कराएं

67. इन्फ्लूएंजा (Influenza)

  • लक्षण: बुखार, ठंड लगना, शरीर में दर्द
  • उपचार: पर्याप्त आराम करें, तरल पदार्थ अधिक लें
  • सावधानी: भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें, स्वच्छता बनाए रखें

68. रोगों की सूची (Disease Name List)

  • जानकारी: यह विभिन्न प्रकार की बीमारियों का संकलन है
  • सावधानी: जागरूकता और समय पर इलाज जरूरी

69. डायरिया (Diarrhea)

  • लक्षण: पतला मल आना, पेट में दर्द, पानी की कमी
  • उपचार: ओआरएस, हल्का भोजन, डॉक्टर से परामर्श
  • सावधानी: स्वच्छ भोजन और पानी का सेवन करें

70. जीका वायरस (Zika Virus)

  • लक्षण: हल्का बुखार, जोड़ों में दर्द, लाल चकत्ते
  • उपचार: कोई विशिष्ट इलाज नहीं, लक्षणों का उपचार करें
  • सावधानी: मच्छरों से बचाव करें, स्वच्छता बनाए रखें

71. उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)

  • लक्षण: सिरदर्द, चक्कर आना, थकान
  • उपचार: नमक कम करें, नियमित व्यायाम करें, दवाएं लें
  • सावधानी: तनाव से बचें, संतुलित आहार लें

72. पीला बुखार (Yellow Fever)

  • लक्षण: तेज बुखार, पीलापन, कमजोरी
  • उपचार: कोई विशेष इलाज नहीं, लक्षणों का प्रबंधन करें
  • सावधानी: मच्छरों से बचाव करें, टीकाकरण कराएं

73. छींकना (Sneezing)

  • लक्षण: बार-बार छींक आना, नाक में खुजली
  • उपचार: एंटी-एलर्जी दवाएं, भाप लें
  • सावधानी: धूल और धुएं से बचें, स्वच्छता बनाए रखें

74. सिरदर्द (Headache)

  • लक्षण: हल्का से तेज दर्द, तनाव, आंखों में भारीपन
  • उपचार: पानी अधिक पिएं, आराम करें, दर्द निवारक दवा लें
  • सावधानी: तनाव से बचें, नियमित नींद लें

75. टी. बी. (Tuberculosis)

  • लक्षण: लंबे समय तक खांसी, वजन कम होना, रात में पसीना
  • उपचार: एंटी-टीबी दवाएं, नियमित इलाज जरूरी
  • सावधानी: संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें, टीकाकरण कराएं

76. स्वाइन फ्लू (Swine Flu)

  • लक्षण: तेज बुखार, खांसी, गले में खराश
  • उपचार: एंटी-वायरल दवाएं, पर्याप्त आराम
  • सावधानी: भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें, मास्क पहनें

77. पीलिया (Jaundice)

  • लक्षण: त्वचा और आंखों में पीलापन, भूख कम लगना
  • उपचार: पर्याप्त पानी पिएं, हल्का भोजन करें
  • सावधानी: साफ-सुथरा भोजन करें, हेपेटाइटिस का टीका लगवाएं

78. फ्रोजन शोल्डर (Frozen Shoulder)

  • लक्षण: कंधे में जकड़न, दर्द, हाथ हिलाने में कठिनाई
  • उपचार: फिजियोथेरेपी, हल्की एक्सरसाइज, दर्द निवारक दवाएं
  • सावधानी: अधिक समय तक एक ही मुद्रा में न बैठें

79. अफारा (Flatulence)

  • लक्षण: पेट में भारीपन, गैस बनना, डकार आना
  • उपचार: सौंफ, अजवाइन, पाचन में सुधार करने वाले खाद्य पदार्थ
  • सावधानी: अधिक तला-भुना और मसालेदार भोजन न खाएं

80. मोच (Sprains)

  • लक्षण: दर्द, सूजन, चलने में कठिनाई
  • उपचार: बर्फ लगाएं, आराम करें, दर्द निवारक दवाएं
  • सावधानी: गलत तरीके से चलने या दौड़ने से बचें

81. चिकन पॉक्स – चेचक (Chickenpox)

  • लक्षण: लाल दाने, खुजली, बुखार, सिरदर्द
  • उपचार: आराम करें, एंटी-वायरल दवाएं, स्किन केयर
  • सावधानी: संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें, टीकाकरण कराएं

82. ग्लूकोमा (Glaucoma)

  • लक्षण: आंखों में दबाव बढ़ना, धुंधला दिखना, सिरदर्द
  • उपचार: आई ड्रॉप्स, लेजर ट्रीटमेंट, सर्जरी
  • सावधानी: आंखों की नियमित जांच कराएं

83. रेबीज (Rabies)

  • लक्षण: बुखार, जल का डर, बेचैनी, लकवा
  • उपचार: रेबीज वैक्सीन, इम्यूनोग्लोबुलिन
  • सावधानी: कुत्ते या जंगली जानवरों के काटने से बचें

84. एसिडिटी या अम्लपित्त (Acidity)

  • लक्षण: सीने में जलन, खट्टी डकारें, पेट में दर्द
  • उपचार: एंटासिड दवाएं, ठंडा दूध, नींबू पानी
  • सावधानी: तला-भुना और मसालेदार भोजन कम करें

85. पिलाग्रा (Pellagra)

  • लक्षण: त्वचा पर चकत्ते, डायरिया, मानसिक असंतुलन
  • उपचार: विटामिन B3 (नियासिन) की दवा
  • सावधानी: संतुलित आहार लें, पोषक तत्वों की कमी न होने दें

86. प्रोस्टेट डिस्ऑर्डर (Prostate Disorder)

  • लक्षण: पेशाब में दिक्कत, बार-बार पेशाब आना
  • उपचार: दवाइयां, सर्जरी, विशेष व्यायाम
  • सावधानी: अधिक पानी पिएं, कैफीन और शराब कम करें

87. गले में खराश (Sore Throat)

  • लक्षण: गले में दर्द, निगलने में कठिनाई, सूजन
  • उपचार: गुनगुने पानी से गरारे करें, हर्बल टी पिएं
  • सावधानी: ठंडे पेय से बचें, साफ-सफाई बनाए रखें

88. हाइपोथाइराइड (Hypothyroid)

  • लक्षण: थकान, वजन बढ़ना, बाल झड़ना, सुस्ती
  • उपचार: थायरॉइड की दवाएं, आयोडीन युक्त आहार
  • सावधानी: नियमित जांच कराएं, स्वस्थ खान-पान अपनाएं

89. गठिया (Gout)

  • लक्षण: जोड़ों में दर्द, सूजन, लालिमा
  • उपचार: यूरिक एसिड कम करने वाली दवाएं, फिजियोथेरेपी
  • सावधानी: हाई-प्रोटीन और जंक फूड से बचें

90. उबकाई (Nausea)

  • लक्षण: मतली आना, उल्टी की इच्छा
  • उपचार: अदरक या पुदीना का सेवन, दवाएं
  • सावधानी: ज्यादा तला-भुना न खाएं, सफर में ध्यान दें

91. मलेरिया (Malaria)

  • लक्षण: तेज बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द
  • उपचार: एंटी-मलेरिया दवाएं, पर्याप्त आराम
  • सावधानी: मच्छरों से बचाव करें, साफ पानी का उपयोग करें

92. इबोला विषाणु रोग (Ebola)

  • लक्षण: तेज बुखार, उल्टी, दस्त, आंतरिक रक्तस्राव
  • उपचार: कोई विशेष इलाज नहीं, लक्षणों का प्रबंधन
  • सावधानी: संक्रमित व्यक्तियों से दूर रहें, सफाई बनाए रखें

93. घेंघा (Goiter)

  • लक्षण: गर्दन में सूजन, निगलने में कठिनाई
  • उपचार: आयोडीन युक्त आहार, दवाएं, सर्जरी
  • सावधानी: आयोडीन की पर्याप्त मात्रा लें

94. अग्नाशयशोथ (Pancreatitis)

  • लक्षण: पेट में तेज दर्द, उल्टी, भूख कम लगना
  • उपचार: अस्पताल में इलाज, दर्द निवारक दवाएं
  • सावधानी: शराब से बचें, हेल्दी डाइट लें

95. अपच (Indigestion)

  • लक्षण: पेट में भारीपन, जलन, डकारें
  • उपचार: हल्का और सुपाच्य भोजन करें, पुदीना या सौंफ लें
  • सावधानी: ओवरईटिंग न करें, खाने के तुरंत बाद न सोएं

96. दुबलापन (Leanness or Weight Gain)

  • लक्षण: कमजोरी, इम्यूनिटी कम होना
  • उपचार: हाई-कैलोरी आहार, व्यायाम
  • सावधानी: संतुलित आहार लें, प्रोसेस्ड फूड से बचें

97. खर्राटे लेना (Snoring)

  • लक्षण: सोते समय तेज आवाज आना, अनिद्रा
  • उपचार: वजन घटाएं, सोने की सही मुद्रा अपनाएं
  • सावधानी: नाक साफ रखें, धूम्रपान से बचें

98. स्कर्वी (Scurvy)

  • लक्षण: मसूड़ों से खून आना, थकान, कमजोरी
  • उपचार: विटामिन C युक्त भोजन, दवाएं
  • सावधानी: ताजे फल और सब्जियां खाएं

99. लूज मोशन – दस्त (Loose Motion)

  • लक्षण: बार-बार पतला मल आना, पानी की कमी
  • उपचार: ओआरएस पिएं, हल्का भोजन करें
  • सावधानी: साफ पानी और भोजन का सेवन करें

100. मधुमेह (Diabetes)

  • लक्षण: बार-बार पेशाब आना, प्यास लगना, थकान
  • उपचार: इंसुलिन या दवाएं, डायट कंट्रोल
  • सावधानी: मीठा कम खाएं, नियमित व्यायाम करें

101. खून की कमी (Anemia)

  • लक्षण: कमजोरी, चक्कर आना, सांस फूलना
  • उपचार: आयरन सप्लीमेंट, हरी पत्तेदार सब्जियां, चुकंदर
  • सावधानी: आयरन और फोलिक एसिड युक्त आहार लें

102. लू लगना (Heat Stroke)

  • लक्षण: तेज बुखार, सिरदर्द, कमजोरी
  • उपचार: ठंडे पानी से शरीर को ठंडा करें, नींबू पानी पिएं
  • सावधानी: धूप में जाने से बचें, हाइड्रेटेड रहें

103. सरवाइकल स्पॉन्डिलाइटिस (Cervical Spondylosis)

  • लक्षण: गर्दन में दर्द, सिरदर्द, चक्कर
  • उपचार: फिजियोथेरेपी, गर्दन के व्यायाम, दर्द निवारक दवाएं
  • सावधानी: सही मुद्रा में बैठें, भारी सामान न उठाएं

104. अल्सर (Ulcer)

  • लक्षण: पेट में जलन, गैस, एसिडिटी
  • उपचार: एंटी-अल्सर दवाएं, हल्का भोजन करें
  • सावधानी: तला-भुना और मसालेदार भोजन न खाएं

105. मुंह के छाले (Mouth Ulcer)

  • लक्षण: मुंह में जलन, खाने में दर्द
  • उपचार: नारियल तेल लगाएं, विटामिन B12 सप्लीमेंट लें
  • सावधानी: मसालेदार भोजन से बचें, हाइड्रेटेड रहें

106. कब्ज (Constipation)

  • लक्षण: मल त्याग में कठिनाई, पेट फूलना
  • उपचार: फाइबर युक्त भोजन, गुनगुना पानी पिएं
  • सावधानी: ज्यादा जंक फूड न खाएं, नियमित व्यायाम करें

107. रूसी (Dandruff)

  • लक्षण: सिर में खुजली, सफेद परत
  • उपचार: एंटी-डैंड्रफ शैम्पू, नारियल और नींबू का तेल
  • सावधानी: सिर साफ रखें, ज्यादा केमिकल युक्त उत्पाद न लगाएं

108. तनाव – स्ट्रेस (Stress)

  • लक्षण: चिंता, सिरदर्द, अनिद्रा
  • उपचार: मेडिटेशन करें, म्यूजिक सुनें, व्यायाम करें
  • सावधानी: पॉजिटिव सोच अपनाएं, नींद पूरी लें

109. बुखार (Fever)

  • लक्षण: शरीर का तापमान बढ़ना, सिरदर्द, कमजोरी
  • उपचार: आराम करें, पैरासिटामोल लें, हाइड्रेटेड रहें
  • सावधानी: ठंडी चीजों से बचें, आराम करें

110. खसरा (Measles)

  • लक्षण: लाल दाने, बुखार, गले में खराश
  • उपचार: आराम करें, बुखार की दवा लें
  • सावधानी: खसरा का टीका लगवाएं, संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें

111. पीले दाँत (Yellow Teeth)

  • लक्षण: दांतों पर पीलापन, सांस में दुर्गंध
  • उपचार: बेकिंग सोडा, नींबू और कोयले का इस्तेमाल करें
  • सावधानी: ज्यादा चाय-कॉफी और धूम्रपान से बचें

112. हड्डी फ्रैक्चर या हड्डी का खिसकना (Bone Fracture Or Dislocation)

  • लक्षण: हड्डी में दर्द, सूजन, मूवमेंट में दिक्कत
  • उपचार: प्लास्टर, फिजियोथेरेपी, कैल्शियम सप्लीमेंट
  • सावधानी: भारी वजन उठाने से बचें, सावधानी से चलें

113. इचिंग या खुजली (Itching)

  • लक्षण: त्वचा पर लालिमा, खुजली, जलन
  • उपचार: नारियल तेल, एलोवेरा जेल, एंटी-एलर्जिक क्रीम
  • सावधानी: साफ-सफाई रखें, सिंथेटिक कपड़े न पहनें

114. टिटनस (Tetanus)

  • लक्षण: मांसपेशियों में जकड़न, मुंह खोलने में कठिनाई
  • उपचार: टिटनस वैक्सीन, एंटीबायोटिक्स
  • सावधानी: चोट लगने पर टिटनस का इंजेक्शन लगवाएं

115. सुस्ती (Lethargy)

  • लक्षण: आलस्य, थकान, ऊर्जा की कमी
  • उपचार: हेल्दी डाइट लें, व्यायाम करें, पर्याप्त नींद लें
  • सावधानी: कैफीन कम करें, हाइड्रेटेड रहें

रोगों के नाम, उनसे प्रभावित होने वाले अंग, लक्षण, उपचार और सावधानियां न केवल स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए आवश्यक हैं, बल्कि SSC, UPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं। विभिन्न परीक्षाओं में अक्सर इस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं, जिससे इस विषय की तैयारी करना अनिवार्य हो जाता है। इसलिए, नियमित रूप से रोगों से संबंधित जानकारी को पढ़ना, याद रखना, और अपने जीवन में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए। सही जानकारी के साथ हम न केवल बीमारियों से बच सकते हैं, बल्कि बेहतर जीवनशैली भी अपना सकते हैं।

FAQs on रोगों के नाम – रोग और उनसे प्रभावित होने वाले अंग

1.

कौन-कौन से रोग शरीर के प्रमुख अंगों को प्रभावित करते हैं?

कई रोग शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करते हैं, जैसे: हृदय: हृदय रोग, हार्ट ब्लॉकेज। मस्तिष्क: मस्तिष्क का दौरा (Cerebral Stroke), मेनिनजाइटिस। आंखें: मायोपिया, डायबिटिक रेटिनोपैथी। फेफड़े: निमोनिया, अस्थमा।

2.

रोगों के सामान्य लक्षण क्या होते हैं?

रोगों के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन सामान्य लक्षणों में बुखार, थकान, दर्द, सूजन, चक्कर आना, सांस लेने में तकलीफ, और भूख में कमी शामिल हो सकते हैं।

3.

बीमारियों के उपचार के क्या सामान्य उपाय होते हैं?

उपचार में दवाइयां, जीवनशैली में बदलाव, फिजिकल थेरेपी, उचित आहार, और सर्जरी शामिल हो सकते हैं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही उपचार करना चाहिए।

4.

रोगों से बचने के लिए कौन-कौन सी सावधानियां अपनानी चाहिए?

स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन, नियमित स्वास्थ्य जांच, और साफ-सफाई का ध्यान रखना जरूरी है।

5.

क्या सभी रोगों का समय पर उपचार संभव है?

अधिकतर रोगों का समय पर पहचान और उचित उपचार से इलाज संभव है। शुरुआती लक्षणों पर ध्यान देना और समय पर डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*