बारहखड़ी (Barahkhadi) – अक्षरमाला क से ज्ञ तक, कैसे याद करें, Pdf Chart

बारहखड़ी (Barahkhadi) क से ज्ञ तक की पूरी जानकारी के साथ इसे कैसे याद करें जानें। साथ ही, PDF चार्ट डाउनलोड करें और हिंदी सीखने को आसान बनाएं। बच्चों के लिए विशेष रूप से तैयार!

Barahkhadi

बारहखड़ी (Barahkhadi) हिन्दी में व्यंजन और स्वरों के संयोजन से बनने वाले अक्षरों के क्रम को कहा जाता है। हिंदी भाषा में प्रत्येक व्यंजन किसी न किसी एक स्वर से मिलकर उच्चारित होता है। जब हम इन व्यंजन वर्णों को प्रत्येक स्वर के साथ मिलाकर उच्चारण करते हैं और इसे क्रमबद्ध करते हैं, तो एक सारणी बनती है जिसे Barahkhadi Sarani कहा जाता है। उदाहरण के लिए-

  • क + अ = क
  • क + आ = का
  • ख + इ = खि
  • ग + ई = गी
  • छ + ओ = छो

बारहखड़ी किसे कहते हैं? परिभाषा

बारहखड़ी वे अक्षर होते हैं, जो स्वरों और व्यंजनों के मेल से बनते हैं। इसमें 12 स्वरों की मात्राओं का उपयोग व्यंजनों के साथ किया जाता है, जिससे विभिन्न स्वर-व्यंजन संयोजन तैयार होते हैं। इन स्वर और व्यंजन के संयोग से बनने वाले रूपों को ही बारहखड़ी कहते हैं।

Barahkhadi शब्द भारतीय भाषाओं में अक्षरमाला (aksharmala) को प्रस्तुत करने के लिए उपयोग होता है, विशेषकर हिन्दी, राजस्थानी, भोजपुरी, बुन्देली, हरियाणवी और मराठी में। यह अक्षरों की शिक्षा देने के लिए उपयोगी होती है, साथ ही इसे हिंदी से अंग्रेजी में लिखने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

हिंदी वर्णमाला में कुल 52 अक्षर होते हैं, जिनमें 11 स्वर, 2 आयोगवाह, और 39 व्यंजन होते हैं। Barahkhadi एक ऐसी सारणी है जो बच्चों को शुरुआती कक्षाओं में हिन्दी के साथ-साथ अंग्रेजी लिखना और पढ़ना सिखाती है। इसमें हिंदी के स्वर और व्यंजन को अंग्रेजी वर्णमाला में बदलने के तरीके को समझाया जाता है ताकि बच्चे आसानी से अंग्रेजी पढ़ और लिख सकें।

बारहखड़ी में प्रयुक्त स्वर और व्यंजन वर्णों की सूची

हिंदी भाषा के जिन स्वर वर्ण और व्यंजन वर्णों का प्रयोग बारहखड़ी में किया जाता है, उनकी सूची नीचे दी गयी है-

प्रकार वर्ण संख्या
स्वर वर्ण अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः 12
व्यंजन वर्ण क, ख, ग, घ, च, छ, ज, झ, ट, ठ, ड, ढ, ण, त, थ, द, ध, न,प, फ, ब, भ, म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह, क्ष, त्र, श्र, ज्ञ 35

हिंदी भाषा में Barahkhadi का निर्माण 12 स्वरों और 35 व्यंजनों के संयोजन से किया जाता है। इन 12 स्वरों का मेल 35 व्यंजनों के साथ होता है, जिससे नए अक्षर बनते हैं। इस प्रक्रिया से बने स्वर-व्यंजन के समूह को ही Barahkhadi कहा जाता है। Barahkhadi में कुल मिलाकर 420 अक्षरों का निर्माण होता है, जो हिंदी वर्णमाला की समृद्धि और विविधता को दर्शाता है।

बारहखड़ी सारणी में ‘‘ को शामिल नहीं किया जाता है, हालांकि ‘‘ भी एक swar है। इसकी स्वर ध्वनि अब लगभग विलुप्त हो चुकी है और इसका प्रयोग हिंदी बोलियों में बहुत कम होता है। फिर भी कुछ शब्दों में इसका उपयोग आज भी होता है, जैसे: कृपया, गृह, कृषि, पृथ्वी, कृपाण, मृदा, शृंगार, मृत्यु आदि।

बारहखड़ी सारणी (Barahkhadi Sarani): अक्षरमाला

नीचे दी गई तालिका की बारहखड़ी सारणी में प्रथम तीन पक्तियों में क्रमशः स्वर, रोमन रूप और मात्राएं है। क से ज्ञ तक अक्षरमाला/बारहखड़ी की पूरी टेबल इस प्रकार है:

अं अः
a aa i ee u oo e ai o au an ah
ि
का कि की कु कू के कै को कौ कं कः
Ka Kaa Ki Kee Ku Koo Ke Kai Ko Kau Kan Kah
खा खि खी खु खू खे खै खो खौ खं खः
Kha Khaa Khi Khee Khu Khoo Khe Khai Kho Khau Khan Khah
गा गि गी गु गू गे गै गो गौ गं गः
Ga Gaa Gi Gee Gu Goo Ge Gai Go Gau Gan Gah
घा घि घी घु घू घे घै घो घौ घं घः
Gha Ghaa Ghi Ghee Ghu Ghoo Ghe Ghai Gho Ghau Ghan Ghah
चा चि ची चु चू चे चै चो चौ चं चाः
Cha Chaa Chi Chee Chu Choo Che Chai Cho Chau Chan Chah
छा छि छी छु छू छे छै छो छौ छं छः
Chha Chhaa Chhi Chhee Chhu Chhoo Chhe Chhai Chho Chhau Chhan Chhhah
जा जि जी जु जू जे जै जो जौ जं जः
Ja Jaa Ji Jee Ju Joo Je Jai Jo Jau Jan Jah
झा झि झी झु झू झे झै झो झौ झं झः
Jha Jhaa Jhi Jhee Jhu Jhoo Jhe Jhai Jho Jhau Jhan Jhah
टा टि टी टु टू टे टै टो टौ टं टः
Ta Taa Ti Tee Tu Too Te Tai To Tau Tan Tah
ठा ठि ठी ठु ठू ठे ठै ठो ठौ ठं ठः
Tha Thaa Thi Thee Thu Thoo The Thai Tho Thau Than Thah
डा डि डी डु डू डे डै डो डौ डं डः
Da Daa Di Dee Du Doo De Dai Do Dau Dan Dah
ढा ढि ढी ढु ढू ढे ढ़ै ढ़ो ढौ ढं ढ़:
Dha Dhaa Dhi Dhee Dhu Dhoo Dhe Dhai Dho Dhau Dhan Dhah
णा णि णी णु णू णे णै णो णौ णं णः
Na Naa Ni Nee Nu Noo Ne Nai No Nau Nan Nah
ता ति ती तु तू ते तै तो तौ तं तः
Ta Taa Ti Tee Tu Too Te Tai To Tau Tan Tah
था थि थी थु थू थे थै थो थौ थं थः
Tha Thaa Thi Thee Thu Thoo The Thai Tho Thau Than Thah
दा दि दी दु दू दे दै दो दौ दं दः
Da Daa Di Dee Du Doo De Dai Do Dau Dan Dah
धा धि धी धु धू धे धै धो धौ धं धः
Dha Dhaa Dhi Dhee Dhu Dhoo Dhe Dhai Dho Dhau Dhan Dhah
ना नि नी नु नू ने नै नो नौ नं नः
Na Naa Ni Nee Nu Noo Ne Nai No Nau Nan Nah
पा पि पी पु पू पे पै पो पौ पं पः
Pa Paa Pi Pee Pu Poo Pe Pai Po Pau Pan Pah
फा फि फी फु फू फे फै फो फौ फं फः
Pha Phaa Phi Phee Phu Phoo Phe Phai Pho Phau Phan Phah
बा बि बी बु बू बे बै बो बौ बं बः
Ba Baa Bi Bee Bu Boo Be Bai Bo Bau Ban Bah
भा भि भी भु भू भे भै भो भौ भं भः
Bha Bhaa Bhi Bhee Bhu Bhoo Bhe Bhai Bho Bhau Bhan Bhah
मा मि मी मु मू मे मै मो मौ मं मः
Ma Maa Mi Mee Mu Moo Me Mai Mo Mau man Mah
या यि यी यु यू ये यै यो यौ यं यः
Ya Yaa Yi Yee Yu Yoo Ye Yai Yo Yau Yan Yah
रा रि री रु रू रे रै रो रौ रं रः
Ra Raa Ri Ree Ru Roo Re Rai Ro Rau Ran Rah
ला लि ली लु लू ले लै लो लौ लं लः
La Laa Li Lee Lu Loo Le Lai Lo Lau Lan Lah
वा वि वी वु वू वे वै वो वौ वं वः
Va Vaa Vi Vee Vu Voo Ve Vai Vo Vau Van Vah
शा शि शी शु शू शे शै शो शौ शं शः
Sha Shaa Shi Shee Shu Shoo She Shai Sho Shau Shan Shah
षा षि षी षु षू षे षै षो षौ षं षः
Sha Shaa Shi Shee Shu Shoo She Shai Sho Shau Shan Shah
सा सि सी सु सू से सै सो सौ सं सः
Sa Saa Si See Su Soo Se Sai So Sau San Sah
हा हि ही हु हू हे है हो हौ हं हः
Ha Haa Hi Hee Hu Hoo He Hai Ho Hau Han Hah
क्ष क्षा क्षि क्षी क्षु क्षू क्षे क्षै क्षो क्षौ क्षं क्षः
Ksha Kshaa Kshi Kshee Kshu Kshoo Kshe Kshai Ksho Kshau Kshan Kshah
त्र त्रा त्रि त्री त्रु त्रू त्रे त्रै त्रो त्रौ त्रं त्रः
Tra Traa Tri Tree Tru Troo Tre Trai Tro Trau Tran Trah
ज्ञ ज्ञा ज्ञि ज्ञी ज्ञु ज्ञू ज्ञे ज्ञै ज्ञो ज्ञौ ज्ञं ज्ञः
Gya Gyaa Gyi Gyee Gyu Gyoo Gye Gyai Gyo Gyau Gyan Gyah
श्र श्रा श्रि श्री श्रु श्रू श्रे श्रै श्रो श्रौ श्रं श्रः
Shra Shraa Shri Shree Shru Shroo Shre Shrai Shro Shau Shran Shrah

हिन्दी नाम अंग्रेजी में लिखना

हिन्दी नामों को अंग्रेजी में लिखने के लिए बारहखड़ी का ज्ञान होना आवश्यक है। हिन्दी शब्द अंग्रेजी में लिखने के कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं-

  • पवन = Pavan
  • भवानी = Bhavani
  • कृतिका = Kritika
  • अरविन्द = Arvind
  • गजेन्द्र = Gajendra
  • शिवा = Shiva

Learn: हिन्दी नाम अंग्रेजी में कैसे लिखें?

बारहखड़ी याद करने के कुछ आसान तरीके:

  1. रोज़ाना अभ्यास (Daily Practice): बारहखड़ी को रोज़ थोड़े-थोड़े हिस्सों में पढ़ें और लिखकर अभ्यास करें। निरंतर अभ्यास से यह जल्दी याद हो जाएगी।
  2. गानों और कविताओं का उपयोग: बारहखड़ी को याद करने के लिए गानों या कविताओं का सहारा लें।
  3. चित्रों का प्रयोग (Use of Pictures): अक्षरों के साथ जुड़े चित्रों का उपयोग करें, जैसे ‘क’ से ‘कबूतर’। यह दृष्टिगत तरीके से बारहखड़ी को याद रखने में मदद करेगा।
  4. फ्लैशकार्ड्स: प्रत्येक अक्षर और उसकी बारहखड़ी के लिए फ्लैशकार्ड्स बनाएं। इन्हें पढ़ने और दोहराने से याद करने में आसानी होगी।
  5. खेल के माध्यम से (Learning through Games): बारहखड़ी को बच्चों के साथ खेलों के ज़रिए सिखाया जा सकता है, जैसे अक्षर जोड़ना, शब्द पहचानना आदि।
  6. PDF चार्ट का उपयोग: बारहखड़ी का चार्ट अपने कमरे या पढ़ाई की जगह पर लगाएं। बार-बार देखने से भी आपको याद करने में मदद मिलेगी।

इन तरीकों से बारहखड़ी को जल्दी और प्रभावी ढंग से याद किया जा सकता है।

Download: Barahkhadi Pdf Chart

Barahkhadi Pdf Chart Preview:

Aksharmala - Part 1Aksharmala - Part 2Aksharmala - Part 3

उम्मीद है कि Barahkhadi के बारे में दी गई जानकारी आपके लिए मददगार साबित हुई होगी। अगर आपके मन में Barahkhadi से जुड़े कोई भी सवाल हैं, तो आप हमें कमेंट सेक्शन में लिख सकते हैं। हमारी टीम के experts आपके सवालों का जल्द ही उत्तर देने का प्रयास करेंगे।

Frequently Asked Questions

1.

हिन्दी बारहखड़ी क्यों जरुरी है?

बचपन में हमारे अध्यापक हमें Barahkhadi का पाठ बार-बार रटा कर याद करवाते थे, लेकिन आज के समय में यह तरीका उपयुक्त नहीं माना जाता है। कहा जाता है कि इस तरह रटाने से बच्चों की पढ़ाई में रुचि कम हो जाती है। अब बच्चों को Barahkhadi सिखाने के लिए खेल और अन्य रोचक गतिविधियों का सहारा लिया जाता है, ताकि वे इसे आसानी से समझें और सीखने में उत्साहित रहें।

2.

बारहखडी में कुल कितने अक्षर होते हैं?

हिंदी भाषा में Barahkhadi का निर्माण 12 स्वरों और 35 व्यंजनों के संयोजन से होता है। विशेष रूप से इन 35 व्यंजनों के साथ बारह स्वरों का मेल कर जो अक्षर बनते हैं, उन्हें Barahkhadi कहा जाता है। इस प्रक्रिया में कुल 420 अक्षर निर्मित होते हैं, जो हिंदी वर्णमाला की व्यापकता को दर्शाते हैं। Barahkhadi का उपयोग शुरुआती शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

3.

बारहखड़ी में ‘ऋ’ क्यों नहीं आता?

जब हम Barahkhadi का उपयोग स्वरों के साथ करते हैं, तो 'ऋ' और 'ॠ' दोनों का स्वतंत्र रूप से प्रयोग किया जाता है। ये दोनों ही Barahkhadi के स्वर प्रारूप माने जाते हैं। लेकिन जब व्यंजनों को Barahkhadi में परिवर्तित किया जाता है, तब इन दोनों स्वरों का किसी अन्य अक्षर के साथ उपयोग संभव नहीं होता। ‘ऋ’ और ‘ॠ’ के अलावा, बाकी सभी Barahkhadi मात्राओं का प्रयोग अक्षर के ऊपर किया जाता है, जबकि ‘ऋ’ और ‘ॠ’ को स्वतंत्र रूप से ही प्रयोग में लाया जाता है।

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