अः ( ः) की मात्रा – AH (अः) ki Matra
“अः” हिंदी वर्णमाला का तेरहवां वर्ण और आयोगवाह वर्ण है। इस पोस्ट में “550+ अः ( ः) की मात्रा वाले शब्द (AH (अः) ki Matra Wale Shabd)” के बारे में बताया गया है। हिंदी भाषा (Hindi Bhasha) में अक्षरों के साथ-साथ मात्राओं का भी बड़ा महत्व है, जो शब्दों को स्पष्ट और सुंदर बनाती हैं। छोटे बच्चों को अक्सर मात्राओं की जानकारी नहीं होती, जिससे वे सही से शब्द (Shabd) नहीं बना पाते और हिंदी पढ़ने-लिखने में कठिनाई महसूस करते हैं।
इस पोस्ट में दिए गए अः ( ः) की मात्रा वाले शब्दों को विभिन्न वर्गों में बांटा गया है, जैसे दो, तीन, चार, और पाँच अक्षर वाले शब्द। जिससे बच्चे सही ढंग से अः ( ः) की मात्रा का उपयोग और उच्चारण सीख सकें।
- अः ( ः) की मात्रा का हिन्दी व्यंजन में प्रयोग
- अः ( ः) की मात्रा का शब्दों में जोड़ने तरीका
- AH (अः) ki Matra Wale Shabd
- अः ( ः) की मात्रा वाले वाक्य
- अः ( ः) की मात्रा से दस (10+) शब्द
- अः ( ः) की मात्रा से बीस (20+) शब्द
- FAQs
AH (अः) की मात्रा को ” ः” से दर्शाया जाता है। उदाहरण के लिए:
-
- क + ः = कः
- ख + ः = खः
- ग + ः = गः
अः ( ः) की मात्रा का हिन्दी व्यंजन में प्रयोग
वर्णमाला के सभी व्यंजन वर्ण में AH (अः) ki matra के प्रयोग के उदाहरण निम्नलिखित हैं-
हिन्दी व्यंजनों पर अः ( ः) की मात्रा: कः, खः, गः, घः, ङः, चः, छः, जः, झः, ञः, टः, ठः, डः, ढः, णः, तः, थः, दः, धः, नः, पः, फः, बः, भः, मः, यः, रः, लः, वः, शः, षः, सः, हः, क्षः, त्रः, ज्ञः।
अः ( ः) की मात्रा का शब्दों में जोड़ने तरीका
ऊपर दी गई सारणी में बताया गया है, कि व्यंजन वर्ण में अः ( ः) की हिन्दी मात्रा का किस प्रकार प्रयोग किया जाता है। पिछले चैप्टर्स में हमने अ की मात्रा, आ की मात्रा, इ की मात्रा, ई की मात्रा, उ की मात्रा, ऊ की मात्रा, ऋ की मात्रा, ए की मात्रा, ऐ की मात्रा, ओ की मात्रा, औ की मात्रा और अं की मात्रा को लिखना सीख लिया है, अब आगे हम जब भी अः ( ः) की मात्रा के शब्दों को लिखेंगे, पहले सीखी गई मात्राओं का भी प्रयोग करेंगे और इनसे सरल शब्द बनाना सीखेंगे। उदाहरण के लिए-
- अ + त + ः = अतः
- यु + व + क + ः = युवकः
- म + ू + ल + त + ः = मूलतः
- ि + न + ः + श + ु + ल् + क = निःशुल्क
तीसरे उदाहरण में आपने देखा कि मूलतः शब्द में “म” पर बड़े ऊ ( ू) की मात्रा, “त” पर अः ( ः) की मात्रा का प्रयोग हुआ है। इसी प्रकार अः ( ः) की मात्रा वाले अन्य शब्द भी बनाए जा सकते हैं।
अः ( ः) की मात्रा को शब्दों में जोड़ने के उदाहरण:
- रा + घ + व + ः = राघव:
- व + ज + ह + ः = वजह:
- व + न + ः = वन:
- ह + ल + ः = हल:
- ि + न + ः + श + ु + ल् + क = निःशुल्क
AH (अः) ki Matra Wale Shabd
हिन्दी में अः ( ः) की मात्रा वाले शब्दों के उदाहरण:
शब्द | शब्द | शब्द | शब्द |
---|---|---|---|
अंत: | छ: | पाठक: | रक्षित: |
अंत:करण | छात्र: | पादप: | लक्ष्मी: |
अंततः | जल: | पुन: | लघु: |
अंतरण: | दु:स्वप्न | पूर्ण: | लाभ: |
अतः | दुःख | प्रणाम: | वन: |
अध: | दुःखी | प्रातः | वस्त्र: |
अन्तः | दुःशासन | प्रायः | वानर: |
अष्ट: | धन: | फलतः | विभक्ति: |
ईश्वर: | धूप: | बाल: | विराम: |
एक: | नमः | बालिका: | विशेषत: |
एष: | नमस्कार: | भवत: | शंकर: |
कर्मण: | नि:शक्त | भाग: | शनै : |
कलश: | नि:शब्द | भुवः | शिवा: |
कुत: | नि:शुल्क | भुवन: | शुभ: |
क्रमशः | नि:संकोच | भूख: | श्वान: |
क्षमा: | नि:संतान | मनोहर: | संभवत: |
गज: | नि:संदेह | मात: | सुंदरम: |
गत: | निःसहाय | मित्र: | स्व: |
ग्राम: | निःस्वार्थ | मिलाप: | स्वत: |
घाट: | निर्गुण: | मूलतः | हल: |
चल: | निर्भय: | यज्ञ: | हस्त: |
दो (2) अक्षर के अः ( ः) की मात्रा वाले शब्द – Do akshar ke AH (अः) ki matra wale Shabd
आगे Do akshar ke AH (अः) ki matra wale shabd दिए गए हैं। पहले दो अक्षर के अः ( ः) की मात्रा वाले शब्दों को जोड़ने के उदाहरण देखते हैं-
- ह + ल + ः = हल:
- न + म + ः = नमः
- ना + म + ः = नाम:
दो अक्षर के अः ( ः) की मात्रा वाले शब्दों के उदाहरण:
- अतः
- कलः
- कुतः
- कृष्णः
- क्षमा:
- गजः
- गणः
- गतः
- गमः
- गलः
- ग्रामः
- घाटः
- चटः
- चरः
- चलः
- छः
- छात्रः
- जगः
- जनः
- जना:
- ज्ञातः
- ज्ञानः
- झटः
- ठगः
- तपः
- थकः
- थलः
- दुःख
- दूतः
- दूरः
- धनः
- धुनः
- धूपः
- धृति:
- नमः
- नामः
- पकः
- पुनः
- प्रातः
- प्रायः
- बालः
- भागः
- भुवः
- मातः
- मित्रः
- यज्ञः
- रलः
- राजः
- लघुः
- लाभः
- लोका:
- वनः
- वस्त्रः
- शनैः
- शर्नेः
- शुभः
- श्रातः
- स्वः
- स्वतः
- हलः
तीन (3) अक्षर के अः ( ः) की मात्रा वाले शब्द – Teen akshar ke AH (अः) ki matra wale Shabd
आगे Teen akshar ke AH (अः) ki matra wale shabd दिए गए हैं। पहले तीन अक्षर के अः ( ः) की मात्रा वाले शब्दों को जोड़ने के उदाहरण देखते हैं-
- फ़ + ल + त + ः = फलतः
- रा + घ + व + ः = राघव:
- व + ज + ह + ः = वजह:
तीन अक्षर के अः ( ः) की मात्रा वाले शब्दों के उदाहरण:
- अंततः
- अंशतः
- अन्तः
- अशांतः
- इश्वरः
- एलेक्षः
- कर्मणः
- कलशः
- कलहः
- क्रमशः
- क्षत्रियः
- चरतः
- निःशब्द
- निःशेष
- निर्भयः
- नृतयः
- पाठकः
- पादपः
- प्रणामः
- प्रायशः
- फलतः
- बलमः
- बालिकः
- भवतः
- भुर्भवः
- भुवनः
- भूर्भुवः
- मिलापः
- मिलामः
- मूलतः
- युवकः
- रक्षतः
- रजतः
- राघवः
- राजनः
- लक्ष्मीः
- वजयः
- विजयः
- विरामः
- शंकरः
- शक्तिः
- शतशः
- शासकः
- सड़कः
- सुयशः
- स्वतः
- हसतः
चार (4) अक्षर के अः ( ः) की मात्रा वाले शब्द – Char akshar ke AH (अः) ki matra wale Shabd
आगे Char akshar ke AH (अः) matra wale shabd दिए गए हैं। पहले चार अक्षर के अः ( ः) की मात्रा वाले शब्दों को जोड़ने के उदाहरण देखते हैं-
- अंतःपुर – अं + त + ः + प + ु + र
- अक्षरशः – अ + क्ष + र + श + ः
- अधःमुखी – अ + ध + ः + मु + ख + ी
- दुःशासन – द + ु+ ः + श + ा + स + न
चार अक्षर के अः ( ः) की मात्रा वाले शब्दों के उदाहरण:
- अंतःपुर
- अक्षरशः
- अधःमुखी
- दुःशासन
- निःसंकोच
- निःसंतान
- निःसंदेह
- निःसहाय
- प्रमुखतः
- प्रातःकाल
- मनःशिला
- मनोहरः
- वस्तुतः
- विशेषताः
- शुभाशयाः
- संभवतः
पाँच (5) अक्षर के अः ( ः) की मात्रा वाले शब्द – Panch akshar ke AH (अः) ki matra wale shabd
आगे Panch akshar ke AH (अः) ki matra wale shabd दिए गए हैं। पहले पाँच अक्षर के अः ( ः) की मात्रा वाले शब्दों को जोड़ने के उदाहरण देखते हैं-
- अंतःकरण – अं + त + ः + क + र + ण
- अंतःविषय – अं + त + ः + व + ि + ष + य
- अधःपतन – अ + ध + ः + प + त + न
पाँच अक्षर के अः ( ः) की मात्रा वाले शब्दों के उदाहरण:
- अंतःकरण
- अंतःविषय
- अधःपतन
- दुःस्वपन
- नमस्कारः
- निःसंकल्प
- निःसंक्रमण
- निःसन्देह
- निःस्वार्थतः
- भवतःभाग
- महत्त्वतः
- सामन्यतः
- सामान्यतः
- स्वाभावतः
अः ( ः) की मात्रा वाले वाक्य – AH (अः) ki matra vale Vakya
AH (अः) (E) की मात्रा वाक्यों (Sentences) के उदाहरण आगे दिए गए हैं-
- छ: इस कमरे में सिर्फ छ: लोग ही बैठ सकते हैं।
- पाठक: पुस्तकालय में नियमित पाठक आते हैं।
- रक्षित: सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज़ रक्षित रखे गए हैं।
- अंत:करण: व्यक्ति का अंत:करण उसके व्यक्तित्व का दर्पण होता है।
- छात्र: सभी छात्र: परीक्षा की तैयारी में लगे हैं।
- पादप: यह पादप जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
- लक्ष्मी: दीपावली के दिन हम लक्ष्मी: की पूजा करते हैं।
- अंततः: अंततः हमें सफलता मिल ही गई।
- लाभ: इस योजना से लोगों को लाभ: मिलेगा।
- अतः: अतः हमें समय का सदुपयोग करना चाहिए।
- दुःख: हर किसी के जीवन में दुःख भी आता है।
- प्रणाम: गुरुजी को प्रणाम: करना हमारा कर्तव्य है।
- वन: वन: में बहुत सारे पशु-पक्षी रहते हैं।
- अध: वह अध: मुखी होकर सोच रहा था।
- दुःखी: उसके जाने से वह दुःखी है।
- प्रातः: प्रातः जल्दी उठने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
- वस्त्र: सभी ने नये वस्त्र: पहने हैं।
- अन्त: सत्र का अन्त: समारोह बहुत सफल रहा।
- दुःशासन: महाभारत में दुःशासन का मुख्य योगदान था।
- प्रायः: प्रायः बच्चे छुट्टियों में घूमने जाते हैं।
- वानर: वानर: बहुत ही चंचल जीव होता है।
- अष्ट: मुझे गणित का अष्ट: पाठ याद करना है।
- धन: सभी को अपने मेहनत का धन: मिलता है।
- फलतः: कड़ी मेहनत का फलतः उसे सफलता मिली।
- विभक्ति: संस्कृत में विभक्ति: का प्रयोग अनिवार्य है।
- ईश्वर: ईश्वर: की कृपा से ही सब संभव है।
- धूप: धूप: में अधिक देर तक खड़ा नहीं रहना चाहिए।
- बाल: छोटे बाल: बच्चे प्यारे होते हैं।
- विराम: परीक्षा में हर सवाल के बाद विराम: दें।
- एक: एक: विद्यार्थी ने सभी सवाल हल कर दिए।
- नमः: सभी ने भगवन को नमः किया।
- बालिका: वह बालिका: बहुत होशियार है।
- विशेषत: यह स्थान विशेषत: पर्यटकों के लिए प्रसिद्ध है।
- एष: एष: मेरा प्रिय दोस्त है।
- नमस्कार: सभी ने प्रधानाचार्य को नमस्कार: किया।
- भवत: भवत: का यह सुझाव बहुत अच्छा है।
- शंकर: शिव शंकर: को समर्पित यह मंदिर पुराना है।
- कर्मण: कर्मण: के अनुसार ही फल मिलता है।
- नि:शक्त: वह व्यक्ति नि:शक्त होने के बाद भी मेहनत करता है।
- भाग: मुझे इस काम में अपना भाग: निभाना है।
- शनै: शनै शनै यह स्थान प्रसिद्ध होता जा रहा है।
- कलश: पूजा के लिए कलश: लाया गया।
- भूख: भूख: से तड़प रहे लोग मदद के लिए पुकार रहे हैं।
अः ( ः) की मात्रा से दस (10+) शब्द
- तपः
- धुनः
- घाटः
- कृष्णः
- छः
- राजः
- यज्ञः
- श्रातः
- चलः
- ठगः
- मिलापः
अः ( ः) की मात्रा से बीस (20+) शब्द
- प्रायः
- हलः
- कलः
- अंततः
- नृतयः
- रक्षतः
- प्रातः
- नामः
- गलः
- थकः
- धूपः
- लोका:
- मित्रः
- दुःखः
- शुभः
- गजः
- थलः
- शर्नेः
- स्वतः
- युवकः
- फलतः
- अशांतः
- शंकरः
- नमः
इस लेख में, हमने “अः ( ः)” की मात्रा वाले शब्दों को 2, 3, 4, और 5 अक्षर वाली श्रेणियों में विभाजित कर समझाया है। ये AH (अः) ki Matra wale Shabd हिंदी भाषा में बेहद अहम होते हैं, और विद्यार्थियों को सही शब्दों के उपयोग में मदद करते हैं। इन शब्दों का अभ्यास करने से न सिर्फ लिखने की क्षमता बेहतर होती है, बल्कि पढ़ने में भी सुधार होता है। नियमित अभ्यास से आप अपनी हिन्दी स्किल्स को सुधार सकते हैं। हमें आशा है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी और आप हिंदी लिखने और पढ़ने में अधिक आत्मविश्वास महसूस करेंगे।