विश्व कैंसर दिवस 2025: जानें विश्व कैंसर दिवस से जुड़ी समस्त जानकारी

World Cancer Day in Hindi: विश्व कैंसर दिवस हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसकी रोकथाम, पहचान और उपचार को प्रोत्साहित करना है। इस लेख में पढ़ें इसका इतिहास, महत्व और कैंसर होने के कारण, इसकी रोकथाम के उपाय, उपचार के बारे में।

World Cancer Day in Hindi

विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) का दिन यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) के नेतृत्व में प्रत्येक बर्ष 4 फरवरी को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य 2008 में निर्धारित विश्व कैंसर घोषणा के लक्ष्यों का समर्थन करना है। इस महत्वपूर्ण दिवस का प्राथमिक लक्ष्य कैंसर की रोकथाम, समय पर पहचान, और उपचार के माध्यम से इस बीमारी से होने वाली मौतों को कम करना है।

विश्व कैंसर दिवस

1933 में अंतर्राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ ने पहली बार जिनेवा, स्विट्जरलैंड में विश्व कैंसर दिवस मनाया। इस दिन का उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना, लोगों को शिक्षित करना और सरकारों व व्यक्तियों को इसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करना है। 2014 में इसे विश्व कैंसर घोषणा के लक्ष्य 5 पर केंद्रित किया गया था, जो कैंसर के कलंक को कम करने और मिथकों को दूर करने से संबंधित है।

  • हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना, इसके रोकथाम के उपायों पर जोर देना और समय पर उपचार को प्रोत्साहित करना है।
  • यह दिन यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) द्वारा शुरू किया गया था, जिसका मकसद कैंसर से संबंधित मिथकों को दूर करना और लोगों को सटीक जानकारी प्रदान करना है।
  • विश्व कैंसर दिवस 2008 में लिखी गई विश्व कैंसर घोषणा के लक्ष्यों का समर्थन करता है, जिसमें कैंसर से होने वाली मृत्यु दर को कम करने और इसके उपचार की उपलब्धता बढ़ाने पर जोर दिया गया है।
  • इस दिन दुनिया भर में शिक्षा कार्यक्रम, वर्कशॉप और जागरूकता अभियान आयोजित किए जाते हैं ताकि लोग कैंसर के लक्षणों, निदान और उपचार के बारे में जागरूक हो सकें।
  • कैंसर से लड़ने वाले मरीजों को भावनात्मक और मानसिक समर्थन देने के साथ-साथ उनके प्रति सहानुभूति और एकजुटता दिखाने के लिए यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।

क्या हैं ‘विश्व कैंसर घोषणा’ के प्रमुख लक्ष्य

विश्व कैंसर घोषणा (World Cancer Declaration) को 2008 में यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) ने तैयार किया था। इसके प्रमुख उद्देश्य कैंसर से होने वाली मौतों को कम करना और वैश्विक स्तर पर इसके उपचार की सुविधा प्रदान करना है। इसके मुख्य लक्ष्य निम्नलिखित हैं:

  1. जागरूकता में वृद्धि:
    कैंसर के लक्षणों, निदान और उपचार के बारे में जनता में जागरूकता बढ़ाना
  2. समय पर निदान:
    समय पर कैंसर का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बेहतर बनाना।
  3. वायरल संक्रमण से सुरक्षा:
    ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) और हेपेटाइटिस बी जैसी वैक्सीन की उपलब्धता को सुनिश्चित करना, जो कैंसर के प्रमुख कारक हो सकते हैं।
  4. कैंसर रोकथाम:
    धूम्रपान, शराब और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली से संबंधित कैंसर के जोखिम कारकों को कम करना।
  5. उचित उपचार:
    हर व्यक्ति के लिए किफायती और प्रभावी कैंसर उपचार की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
  6. कैंसर देखभाल में सुधार:
    कैंसर रोगियों के लिए भावनात्मक और सामाजिक सहायता प्रदान करना।
  7. कैंसर अनुसंधान को बढ़ावा:
    कैंसर से संबंधित नए अनुसंधान, दवाओं और उपचार विकल्पों को विकसित करना।
  8. कम आय वाले देशों पर ध्यान:
    कम आय और मध्यम आय वाले देशों में कैंसर देखभाल की सुविधाओं में सुधार करना

इन लक्ष्यों का उद्देश्य कैंसर से लड़ने के लिए एक सामूहिक वैश्विक प्रयास करना है ताकि कैंसर से होने वाली मौतों को कम किया जा सके और बेहतर उपचार उपलब्ध हो सके।

विश्व कैंसर दिवस का महत्व और उद्देश्य

विश्व कैंसर दिवस का महत्व इस तथ्य में निहित है कि कैंसर दुनिया भर में लाखों लोगों की जान लेता है और यह मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। इसके बढ़ते मामलों के पीछे लाइफस्टाइल में बदलाव, प्रदूषण, तंबाकू और शराब का सेवन, अनहेल्दी डाइट, और शारीरिक गतिविधियों की कमी जैसे कारक जिम्मेदार हैं।

इस दिन का उद्देश्य लोगों को कैंसर के लक्षणों, निदान, उपचार, और रोकथाम के बारे में जागरूक करना है। यह दिन सही जानकारी और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ कैंसर से पीड़ित लोगों के प्रति एकजुटता और समर्थन व्यक्त करने का भी संदेश देता है।

  1. जागरूकता बढ़ाना: कैंसर के विभिन्न प्रकारों, कारणों, लक्षणों और उपचार के बारे में लोगों को जागरूक करना।
  2. प्रारंभिक पहचान: समय पर कैंसर की पहचान करने के महत्व पर बल देना ताकि उपचार अधिक प्रभावी हो सके।
  3. रोकथाम को बढ़ावा देना: स्वस्थ जीवनशैली अपनाने, धूम्रपान छोड़ने, पोषण में सुधार, और नियमित स्वास्थ्य जांच को प्रोत्साहित करना।
  4. कलंक और मिथकों को तोड़ना: कैंसर से जुड़े गलत धारणाओं और सामाजिक कलंक को कम करना।
  5. नैतिक और मानसिक समर्थन: कैंसर मरीजों और उनके परिवारों को भावनात्मक और सामाजिक सहयोग प्रदान करने पर जोर देना।
  6. वैश्विक एकता: सरकारों, संगठनों, और व्यक्तियों को कैंसर के खिलाफ एकजुट होकर कार्य करने के लिए प्रेरित करना।
  7. उपचार में सुधार: उन्नत उपचार और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को उपलब्ध कराने की वकालत करना।
  8. मौतों में कमी लाना: कैंसर से होने वाली समयपूर्व मौतों को कम करने के लिए रणनीतिक योजनाएँ विकसित करना।
  9. धन संग्रह: कैंसर अनुसंधान और उपचार के लिए फंड जुटाने में सहायता करना।
  10. स्वास्थ्य नीति में सुधार: स्वास्थ्य नीतियों को अधिक प्रभावी बनाकर कैंसर नियंत्रण की दिशा में कदम उठाना।

दुनिया भर में हर साल 76 लाख लोग कैंसर से दम तोड़ते हैं, जिनमें से 40 लाख लोग 30-69 वर्ष की आयु में समय से पहले मर जाते हैं। इसलिए कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और व्यावहारिक रणनीतियाँ विकसित करना अत्यंत आवश्यक है। अनुमान है कि 2025 तक कैंसर के कारण होने वाली समय से पहले की मौतें बढ़कर 60 लाख प्रति वर्ष हो सकती हैं। यदि विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2025 तक मौतों में 25% कमी लाने के लक्ष्य को पूरा किया जाए, तो हर साल 15 लाख जीवन बचाए जा सकते हैं।

Vishwa Cancer Diwas

कैंसर के प्रति जागरूकता क्यों जरूरी है?

कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसे शुरुआती चरण में पहचान लिया जाए तो अक्सर इसका इलाज सफल हो सकता है। लेकिन अधिकतर मामलों में लोगों को इसके लक्षणों की सही जानकारी नहीं होती, जिसके चलते यह बीमारी उन्नत अवस्था में पहुंच जाती है और उपचार जटिल हो जाता है। इसलिए, कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना बेहद आवश्यक है।

विश्व कैंसर दिवस के माध्यम से लोगों को अचानक वजन घटने, लंबे समय तक खांसी या गले में खराश, गांठ बनना, अत्यधिक थकान, और त्वचा में बदलाव जैसे लक्षणों के बारे में जानकारी दी जाती है। साथ ही, लोगों को नियमित स्वास्थ्य जांच करवाने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है।

कैंसर के उत्तरदायी कारक

कैंसर के विकास में कई कारक भूमिका निभाते हैं। इनमें से कुछ कारकों को नियंत्रित किया जा सकता है, जबकि कुछ को नहीं। मुख्य उत्तरदायी कारक निम्नलिखित हैं:

  1. आयु:
    उम्र बढ़ना कैंसर के सबसे बड़े जोखिम कारकों में से एक है। जितने लंबे समय तक हम जीवित रहते हैं, हमारी कोशिकाओं को आनुवंशिक क्षति का खतरा उतना ही अधिक होता है।
  2. अत्यधिक शराब का सेवन:
    अनियंत्रित शराब पीने से यकृत और आहार नाल में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
  3. धूम्रपान और तंबाकू का उपयोग:
    धूम्रपान और तंबाकू का बार-बार सेवन फेफड़े, गले और मुंह के कैंसर का प्रमुख कारण है।
  4. सूर्य के संपर्क में अधिक रहना:
    अत्यधिक धूप में रहने से त्वचा में यूवी किरणों का नुकसान होता है, जो त्वचा कैंसर का कारण बन सकता है।
  5. अस्वास्थ्यकर आहार और मोटापा:
    प्रोसेस्ड फूड, अत्यधिक वसा, और असंतुलित आहार का सेवन बृहदान्त्र, स्तन, और अग्नाशय कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है।
  6. प्रतिरक्षादमनकारी दवाएं:
    ये दवाएं शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देती हैं, जिससे शरीर के लिए असामान्य कोशिकाओं का पता लगाना और उन्हें नष्ट करना कठिन हो जाता है।
  7. शारीरिक गतिविधि की कमी:
    शारीरिक रूप से निष्क्रिय रहने से मोटापा, हार्मोनल असंतुलन, धीमी पाचन क्रिया, और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली होती है। ये सभी कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।

नोट: हालांकि आयु जैसे कुछ जोखिम कारक अपरिहार्य हैं, लेकिन स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और धूम्रपान, तंबाकू, तथा शराब से दूरी बनाकर कैंसर के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। जागरूकता और रोकथाम ही इस बीमारी के खिलाफ सबसे बड़ा बचाव है।

कैंसर से बचाव के उपाय

कैंसर को पूरी तरह से रोकना हमेशा संभव नहीं है, विशेष रूप से उन मामलों में जब इसके लिए अपरिहार्य उत्तरदायी कारक जिम्मेदार हों। फिर भी, निम्नलिखित कदम उठाकर इसके जोखिम को कम किया जा सकता है:

  1. तंबाकू और शराब से दूरी:
    तंबाकू और शराब का सेवन कैंसर के प्रमुख कारणों में से एक है। इनसे बचाव करके कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
  2. संतुलित आहार:
    फल, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर आहार लें। प्रोसेस्ड और रेड मीट से बचें ताकि शरीर को पोषण मिले और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो।
  3. नियमित व्यायाम:
    अपनी दिनचर्या में फिजिकल एक्टिविटी को शामिल करें। नियमित व्यायाम करने से न केवल स्वास्थ्य सुधरता है, बल्कि कैंसर का खतरा भी कम होता है।
  4. स्वास्थ्य जांच:
    नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण करवाएं, खासकर यदि आपके परिवार में कैंसर का इतिहास रहा हो। इससे समय पर बीमारी की पहचान हो सकती है।
  5. सूर्य की किरणों से बचाव:
    त्वचा कैंसर से बचने के लिए धूप में जाने से पहले सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें और शरीर को कवर रखें।

इन सावधानियों को अपनाकर कैंसर से बचने की संभावनाओं को काफी हद तक बढ़ाया जा सकता है। जागरूकता ही कैंसर के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार है।

कैंसर का उपचार

कैंसर का उपचार कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे आपका समग्र स्वास्थ्य, ट्यूमर का चरण, और बायोप्सी रिपोर्ट के निष्कर्ष। उचित उपचार का चयन करके इस बीमारी से लड़ना संभव है। नीचे कुछ प्रमुख उपचार विकल्प दिए गए हैं:

  1. सर्जरी:
    इस उपचार में कैंसरग्रस्त कोशिकाओं और उनके आस-पास की कोशिकाओं को शल्य चिकित्सा द्वारा हटा दिया जाता है, ताकि कैंसर के प्रसार को रोका जा सके। इसे अक्सर कीमोथेरेपी जैसे अन्य उपचारों के साथ मिलाकर ट्यूमर को नियंत्रित करने में इस्तेमाल किया जाता है।
  2. कीमोथेरेपी:
    इसमें कैंसर कोशिकाओं को मारने या उनकी वृद्धि को धीमा करने के लिए शक्तिशाली दवाओं का उपयोग किया जाता है। दवाएं मौखिक रूप से या इंजेक्शन के माध्यम से दी जा सकती हैं। इसे सर्जरी और विकिरण चिकित्सा के साथ भी संयोजन में प्रयोग किया जाता है।
  3. विकिरण चिकित्सा:
    इस उपचार में कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने और उनकी वृद्धि रोकने के लिए शक्तिशाली किरणों का उपयोग होता है। यह अक्सर सर्जरी और कीमोथेरेपी के साथ प्रयोग किया जाता है और कुछ मामलों में लक्षणों से राहत देने में भी सहायक होता है।
  4. लक्षित चिकित्सा:
    यह उपचार कैंसर कोशिकाओं में मौजूद विशिष्ट आनुवंशिक उत्परिवर्तन को लक्षित करता है। यह ट्यूमर के विकास और शरीर में फैलने के लिए जिम्मेदार प्रोटीन में हस्तक्षेप करके कैंसर के उपचार में सहायक होता है।
  5. इम्यूनोथेरेपी:
    इम्यूनोथेरेपी आपके प्रतिरक्षा तंत्र को इस तरह सशक्त बनाती है कि वह कैंसर कोशिकाओं की पहचान कर उन्हें नष्ट कर सके। यह उपचार शरीर की स्वाभाविक सुरक्षा को मजबूत करके स्वस्थ ऊतकों को नुकसान पहुंचाए बिना कैंसर से लड़ने में मदद करता है।

इन उपचारों का सही संयोजन व्यक्ति की स्थिति और कैंसर के प्रकार के आधार पर किया जाता है, जिससे उपचार अधिक प्रभावी हो सके।

कैंसर रोगियों के लिए सहायता का महत्व

कैंसर के इलाज की प्रक्रिया शारीरिक और मानसिक रूप से बेहद चुनौतीपूर्ण होती है। इस दौरान साइड इफेक्ट्स और रिकवरी की अनिश्चितता का सामना करना मुश्किल हो सकता है, और यही वह समय है जब भावनात्मक और सामाजिक समर्थन रोगी की समग्र भलाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

  1. भावनात्मक समर्थन का महत्व:
    शोध बताते हैं कि एक मजबूत सहायता प्रणाली से कैंसर रोगियों को अकेलापन महसूस करने से बचाया जा सकता है। भावनाओं के उतार-चढ़ाव को समझते हुए उनके प्रति संवेदनशील रहना और सकारात्मक आश्वासन देना उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बना सकता है।
  2. समूह समर्थन:
    यदि व्यक्तिगत रूप से सहायता प्रदान करना कठिन हो, तो कैंसर सहायता समूहों से संपर्क करना एक प्रभावी विकल्प हो सकता है। ये समूह रोगियों को उचित मार्गदर्शन और भावनात्मक सहारा प्रदान करते हैं।
  3. वित्तीय सुरक्षा:
    कैंसर स्वास्थ्य बीमा का होना रोगी और उसके परिवार के लिए बेहद सहायक हो सकता है। यह आर्थिक बोझ को कम करने में मदद करता है और सुनिश्चित करता है कि रोगी को ज़रूरत के अनुसार सही उपचार और देखभाल मिले।

कैंसर से लड़ना आसान नहीं है, लेकिन समय पर पता लगने, सही उपचार और एक मजबूत सहायता प्रणाली के साथ इस यात्रा को कम चुनौतीपूर्ण बनाया जा सकता है। भावनात्मक और आर्थिक समर्थन दोनों ही रोगी की रिकवरी में अहम भूमिका निभाते हैं।

 

FAQs

1.

विश्व कैंसर दिवस कब मनाया जाता है?

हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है।

2.

विश्व कैंसर दिवस क्यों मनाया जाता है?

इसका उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना, रोकथाम के उपायों पर ध्यान देना और उपचार के महत्व को उजागर करना है।

3.

विश्व कैंसर दिवस की शुरुआत किसने की थी?

यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) ने इस दिन की शुरुआत 2000 में की थी।

4.

विश्व कैंसर दिवस का मुख्य विषय क्या है?

हर साल एक विशेष थीम निर्धारित की जाती है। उदाहरण के लिए, साल 2025 में वर्ल्ड कैंसर डे की थीम "यूनाइटेड बाय यूनिक" है।

5.

कैंसर के मुख्य कारण क्या हैं?

कैंसर के सामान्य कारणों में धूम्रपान, तंबाकू का सेवन, अस्वास्थ्यकर आहार, मोटापा, सूर्य के अधिक संपर्क और आनुवंशिक कारक शामिल हैं।

6.

विश्व कैंसर दिवस कैसे मनाया जाता है?

इस दिन जागरूकता अभियान, वर्कशॉप, शैक्षिक सेमिनार और सामुदायिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

7.

कैंसर की रोकथाम के उपाय क्या हैं?

तंबाकू और शराब का सेवन बंद करना, हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम, और नियमित स्वास्थ्य जांच से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।

8.

कैंसर रोगियों को कैसे समर्थन दिया जा सकता है?

कैंसर रोगियों को भावनात्मक, सामाजिक और आर्थिक सहायता प्रदान करना महत्वपूर्ण है। सहायता समूहों से जुड़ना और सकारात्मक माहौल देना भी सहायक हो सकता है।

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