धातु: किम् इति ?
धातुरूपं किमस्ति इति ज्ञातुं पूर्वम् का धातु: इति एतत् ज्ञायेत् । धातुविषये महर्षिपाणिनि: अष्टाध्यायीग्रन्थे वदति – भूवादयोधातव: । भू, एध आदीनां (क्रियावाचीवर्णसमुदायानां) धातुसंज्ञा भवति । धातुभि: सह तिड. आदिप्रत्यया: युञ्ज्यन्ते । एते तिड. प्रत्यया: अधोक्ता: सन्ति ।
धातुरूपम्
धातुविषये विज्ञाय सम्प्रति अस्माकं जिज्ञासा भवति यत् धातुरूपं कथं प्रचलति, कतिविधं च भवति । पूर्वे लेखे वयं धातो: कर्मप्रवृत्तिं ज्ञातवन्त: । काचन् धातु: सकर्मकम् अकर्मकम् अथवा उभयविधं भवितुमर्हति । सम्प्रति धातो: अपरा प्रवृत्ति: इत्युक्ते सा धातु: कीदृशं रूपं दधाति इति जानिम: ।
धातुप्रयोग: त्रेधा भवति पुन: ।
- परस्मैपदी – यदा क्रियाया: फलं साक्षात् कर्तारं प्रति न गच्छेत् तत्र परस्मैपदी धातु: भवति।
- आत्मनेपदी – यदा क्रियाया: फलं साक्षात् कर्ता प्राप्येत् तत्र आत्मनेपदी धातु: भवति ।
- उभयपदी – यदा क्रियाया: फलं कर्तारमपि अन्यै: सहैव मिलेत् तत्र उभयपदी धातुप्रयोग: भवति ।
एतेषां धातुरूपाणां विषये अधिकं अग्रे पठिष्याम: ।
लकारपरिचय:
धातुरूपाणि दशलकारेषु विभाजितानि सन्ति, अथवा धातो: सर्वेषु वचनेषु, सर्वेषु पुरुषेसु सर्वेषु कालेषु विभाजनम् आहत्य दशलकारेषु एव कृतमस्ति । एते लकारा: लादिवर्णात् प्रारभ्यन्ते अत: लकारा: इति उच्यन्ते । दशलकारा: सन्ति अधोक्ता: ।
- लट् लकार – वर्तमानकाले ।
- लिट् लकार – अनद्यतन-परोक्षभूतकाले ।
- लुट् लकार – अनद्यतनभविष्यतकाले ।
- लृट् लकार – अद्यतनभविष्यतकाले ।
- लेट् लकार – वेदप्रयोगे ।
- लोट् लकार – आज्ञाप्रयोगे ।
- लड्. लकार – अनद्यतनभूतकाले ।
- लिड्. लकार – विधिनिषेधादिप्रयोग, शुभकामनाशीर्वादवचने ।
- लुड्. लकार – अद्यतनभूतकाले ।
- लृड्. लकार – हेतुहेतुमद्भावप्रयोगे
लट् वर्तमाने लेट् वेदे भूते लुड्. लड्. लिटस्तथा ।
विध्याशिषोर्लिड्. लोटौ च लुट् लृट् लृड्. च भविष्यति ।।
धातुगणा:
संस्कृतभाषा: धात्वाधारिता भाषा । अस्यां भाषायां धातुं विना पदमपि गन्तुं शक्यं नास्ति । अत्र कदाचित् द्विसहस्राधिकमपि धातुसंख्या । धातुमधिकृत्यैव धातुरूपम् इत्युक्ते क्रियारूपं चलति । तेन माध्यमेनैव वाक्यप्रयोग: भवति ।
प्रायशो सर्वा: धातव: आहत्य दश गणेषु विभक्ता: सन्ति । एतेषां दशगणानां नामानि तस्यान्तर्गतस्य प्रथमधातो: नामोपरि आधारितमस्ति । एते गणा: अधोक्ता: सन्ति ।
भ्वाद्यदादी जुहोत्यादिदिवादि: स्वादिरेव च ।
तुदादिश्च रुधादिश्च तनक्र्यादिचुरादय: ।।
- भ्वादिगण
- अदादिगण
- जुहोत्यादिगण
- दिवादिगण
- स्वादिगण
- तुदादिगण
- रुधादिगण
- तनादिगण
- क्र्यादिगण
- चुरादिगण
एतेषाम् अन्तर्गते आगतानां धातवा:, तेषां धातुरूपं च अग्रे शनै: शनै: प्रकाशयिष्याम: ।
सेटानिटधातव:
सेट् – यासु क्रियासु ‘इट्’ प्रयुज्ज्यते ता: क्रिया: ‘सेट्’ इति उच्यन्ते । यथा – पठिष्यति ।
अनिट् – यासु क्रियासु ‘इट्’ नैव प्रयुज्ज्यते ता: क्रिया: ‘अनिट्’ इति उच्यन्ते । एतासु धातुषु ऊदन्त, ऋदन्त, यु, रु, क्ष्णु, शीड्., स्नु, नु, क्षु, श्वि, डीड्., श्री, वृड्., वृञ् धातून् परित्यज्य सर्वा: अजन्तधातव: परिगण्यन्ते ।
संस्कृत की धातुएं (Verbs Of Sanskrit)
क्रम संख्या | धातु | प्रकार | धातुगण | सेट्/अनिट् | वर्ग |
---|---|---|---|---|---|
1 | अकि(अकि) | लक्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2 | अकिँ॒(अक्) | लक्षणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3 | अकँ(अक्) | कुटिलायां_गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
4 | अक्षूँ ( अक्ष् ) | व्याप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
5 | अक्षूँ ( अक्ष् ) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
6 | अगिँ(अग्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
7 | अगँ(अग्) | कुटिलायां_गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
8 | अघिँ॒(अघ्) | गत्याक्षेपे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
9 | अङ्क ( अङ्क ) | पदे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
10 | अङ्क ( अङ्क ) | लक्षणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
11 | अङ्क ( अङ्क ) | लक्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
12 | अङ्ग ( अङ्ग ) | पदे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
13 | अङ्ग ( अङ्ग ) | पदे | चुरादिः | सेट् | प.प |
14 | अङ्ग ( अङ्ग ) | लक्षणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
15 | अङ्ग ( अङ्ग ) | लक्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
16 | अचिँ॑ ( अच् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
17 | अजिँ॑ ( अज् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
18 | अजिँ ( अज् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
19 | अजँ ( अज् ) | क्षेपणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
20 | अजँ ( अज् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
21 | अटिँ॒(अट्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
22 | अटँ ( अट् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
23 | अठिँ॒ ( अठ् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
24 | अठँ(अठ्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
25 | अडँ ( अड् ) | उद्यमने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
26 | अणँ ( अण् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
27 | अणँ॒ ( अण् ) | प्राणने | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
28 | अणँ॒ ( अण् ) | प्राणने | दिवादिः | सेट् | आ.प |
29 | अतिँ(अत्) | बन्धने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
30 | अतँ ( अत् ) | सातत्यगमने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
31 | अत्टँ॒(अत्ट्) | अतिक्रमणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
32 | अत्टँ॒(अत्ट्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
33 | अत्टँ॑(अत्ट्) | अनादरे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
34 | अत्टँ(अत्ट्) | अनादरे | चुरादिः | सेट् | प.प |
35 | अदिँ(अद्) | बन्धने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
36 | अदँ ( अद् ) | भक्षणे | अदादिः | अनिट् | प.प |
37 | अद्डँ(अद्ड्) | अभियोगे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
38 | अनु॒-रुधँ॒(अनु-रुध्) | कामे | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
39 | अनँ ( अन् ) | प्राणने | अदादिः | सेट् | प.प |
40 | अन्चुँ॑(अन्च्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
41 | अन्चुँ(अन्च्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
42 | अन्चुँ(अन्च्) | पूजने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
43 | अन्चुँ॑(अन्च्) | याचने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
44 | अन्चुँ॑(अन्च्) | विशेषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
45 | अन्चुँ(अन्च्) | विशेषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
46 | अन्जूँ(अन्ज्) | कान्तौ | रुधादिः | अनिट् | प.प |
47 | अन्जूँ(अन्ज्) | कान्तौ | रुधादिः | सेट् | प.प |
48 | अन्जूँ(अन्ज्) | गतौ | रुधादिः | अनिट् | प.प |
49 | अन्जूँ(अन्ज्) | गतौ | रुधादिः | सेट् | प.प |
50 | अन्जूँ(अन्ज्) | म्रक्षणे | रुधादिः | अनिट् | प.प |
51 | अन्जूँ(अन्ज्) | म्रक्षणे | रुधादिः | सेट् | प.प |
52 | अन्जूँ(अन्ज्) | व्यक्तौ | रुधादिः | अनिट् | प.प |
53 | अन्जूँ(अन्ज्) | व्यक्तौ | रुधादिः | सेट् | प.प |
54 | अन्ध ( अन्ध ) | दृष्ट्युपघाते | चुरादिः | सेट् | उ.प |
55 | अन्ध ( अन्ध ) | दृष्ट्युपघाते | चुरादिः | सेट् | प.प |
56 | अन्ध ( अन्ध ) | दृष्ट्युपसंहारे | चुरादिः | सेट् | प.प |
57 | अबिँ॒(अब्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
58 | अभ्रँ ( अभ्र् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
59 | अमँ(अम्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
60 | अमँ॑ ( अम् ) | रोगे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
61 | अमँ ( अम् ) | रोगे | चुरादिः | सेट् | प.प |
62 | अयँ॒ ( अय् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
63 | अयँ॑ ( अय् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
64 | अर्कँ॑ ( अर्क् ) | स्तवने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
65 | अर्कँ ( अर्क् ) | स्तवने | चुरादिः | सेट् | प.प |
66 | अर्चँ ( अर्च् ) | पूजायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
67 | अर्चँ॑ ( अर्च् ) | पूजायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
68 | अर्चँ ( अर्च् ) | पूजायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
69 | अर्जँ ( अर्ज् ) | अर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
70 | अर्जँ॑ ( अर्ज् ) | प्रतियत्ने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
71 | अर्जँ ( अर्ज् ) | प्रतियत्ने | चुरादिः | सेट् | प.प |
72 | अर्थ ( अर्थ ) | उपयाच्ञायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
73 | अर्थ ( अर्थ ) | उपयाच्ञायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
74 | अर्थ(अर्थ) | याच्ञायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
75 | अर्दँ(अर्द्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
76 | अर्दँ(अर्द्) | याचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
77 | अर्दँ॑ ( अर्द् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
78 | अर्दँ ( अर्द् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
79 | अर्बँ ( अर्ब् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
80 | अर्वँ ( अर्व् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
81 | अर्हँ ( अर्ह् ) | पूजायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
82 | अर्हँ॑ ( अर्ह् ) | पूजायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
83 | अर्हँ ( अर्ह् ) | पूजायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
84 | अलाँ(अल्) | पर्याप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
85 | अलाँ(अल्) | भूषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
86 | अलाँ(अल्) | वारणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
87 | अलँ ( अल् ) | पर्याप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
88 | अलँ ( अल् ) | भूषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
89 | अलँ ( अल् ) | वारणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
90 | अवँ ( अव् ) | अवगमे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
91 | अवँ ( अव् ) | अवाप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
92 | अवँ ( अव् ) | आलिङ्गने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
93 | अवँ ( अव् ) | इच्छायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
94 | अवँ ( अव् ) | कान्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
95 | अवँ ( अव् ) | क्रियायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
96 | अवँ ( अव् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
97 | अवँ ( अव् ) | तृप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
98 | अवँ ( अव् ) | दाने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
99 | अवँ ( अव् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
100 | अवँ(अव्) | प्रवेशने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
101 | अवँ ( अव् ) | प्रीतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
102 | अवँ ( अव् ) | भागे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
103 | अवँ ( अव् ) | याचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
104 | अवँ ( अव् ) | रक्षणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
105 | अवँ ( अव् ) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
106 | अवँ ( अव् ) | श्रवणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
107 | अवँ ( अव् ) | स्वाम्यर्थे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
108 | अवँ ( अव् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
109 | अशूँ॒(अश्) | व्याप्तौ | स्वादिः | सेट् | आ.प |
110 | अशूँ॒(अश्) | सङ्घाते | स्वादिः | सेट् | आ.प |
111 | अशँ ( अश् ) | भोजने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
112 | असुँ ( अस् ) | क्षेपणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
113 | असँ॑(अस्) | आदाने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
114 | असँ॑(अस्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
115 | असँ॑(अस्) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
116 | असँ ( अस् ) | भुवि | अदादिः | सेट् | प.प |
117 | अस्तँ॑(अस्त्) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | उ.प |
118 | अहिँ॒ ( अह् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
119 | अहिँ॑ ( अह् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
120 | अहिँ ( अह् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
121 | अहँ ( अह् ) | व्याप्तौ | स्वादिः | सेट् | प.प |
122 | अंश(अंश) | समघाते | चुरादिः | सेट् | प.प |
123 | अंस ( अंस ) | समाघाते | चुरादिः | सेट् | उ.प |
124 | अंस ( अंस ) | समाघाते | चुरादिः | सेट् | प.प |
125 | आङः-क्रन्दँ॑(आङः-क्रन्द्) | सातत्ये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
126 | आङः-क्रन्दँ(आङः-क्रन्द्) | सातत्ये | चुरादिः | सेट् | प.प |
127 | आङः-शसिँ॒(आङः-शस्) | इच्छायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
128 | आङः-शासुँ॒(आङः-शास्) | इच्छायाम् | अदादिः | सेट् | आ.प |
129 | आङः-षदँ॑(आङः-षद्) | पद्यर्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
130 | आङः-षदँ(आङः-षद्) | पद्यर्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
131 | आछिँ(आछ्) | आयामे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
132 | आ॒पॢँ(आप्) | व्याप्तौ | स्वादिः | अनिट् | प.प |
133 | आपॢँ॑(आप्) | लम्भने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
134 | आपॢँ(आप्) | लम्भने | चुरादिः | सेट् | प.प |
135 | आसँ॒ ( आस् ) | उपवेशने | अदादिः | सेट् | आ.प |
136 | इ(इ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
137 | इ॒क् ( इ ) | स्मरणे | अदादिः | अनिट् | प.प |
138 | इखिँ ( इख् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
139 | इखँ ( इख् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
140 | इगिँ ( इग् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
141 | इ॒ङ् ( इ ) | अध्ययने | अदादिः | अनिट् | आ.प |
142 | इटँ ( इट् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
143 | इ॒ण् ( इ ) | गतौ | अदादिः | अनिट् | प.प |
144 | इदिँ ( इद् ) | परमैश्वर्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
145 | इलँ ( इल् ) | क्षेपणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
146 | इलँ ( इल् ) | स्वप्ने | तुदादिः | सेट् | प.प |
147 | इलँ॑ ( इल् ) | प्रेरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
148 | इलँ ( इल् ) | प्रेरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
149 | इविँ(इव्) | प्रीणने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
150 | इविँ(इव्) | व्याप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
151 | इषुँ ( इष् ) | इच्छायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
152 | इषँ ( इष् ) | गतौ | दिवादिः | सेट् | प.प |
153 | इषँ(इष्) | इच्छायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
154 | इषँ ( इष् ) | आभीक्ष्ण्ये | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
155 | ईक्षँ॒ ( ईक्ष् ) | दर्शने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
156 | ईखिँ ( ईख् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
157 | ई॒ङ्(ई) | गतौ | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
158 | ईजँ॒(ईज्) | कुत्सायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
159 | ईजँ॒(ईज्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
160 | ईडँ॒ ( ईड् ) | स्तुतौ | अदादिः | सेट् | आ.प |
161 | ईडँ॑ ( ईड् ) | स्तुतौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
162 | ईडँ ( ईड् ) | स्तुतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
163 | ईरँ॒(ईर्) | कम्पने | अदादिः | सेट् | आ.प |
164 | ईरँ॒(ईर्) | गतौ | अदादिः | सेट् | आ.प |
165 | ईरँ॑ ( ईर् ) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
166 | ईरँ ( ईर् ) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | प.प |
167 | ईर्क्ष्यँ(ईर्क्ष्य्) | ईर्ष्यायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
168 | ईर्ष्यँ(ईर्ष्य्) | ईर्ष्यायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
169 | ईशँ॒ ( ईश् ) | ऐश्वर्ये | अदादिः | सेट् | आ.प |
170 | ईषँ ( ईष् ) | उञ्छे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
171 | ईषँ॒ ( ईष् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
172 | ईषँ॒ ( ईष् ) | दर्शने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
173 | ईषँ॒(ईष्) | दाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
174 | ईषँ॒ ( ईष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
175 | ईहँ॒ ( ईह् ) | चेष्टायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
176 | ईँ॑शुचिँ॑र्(शुच्) | पूतिभावे | दिवादिः | सेट् | उ.प |
177 | ईँ॑शुचिँ॑र्(शुच्) | पूतीभावे | दिवादिः | सेट् | उ.प |
178 | उक्षँ ( उक्ष् ) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
179 | उखिँ ( उख् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
180 | उखँ ( उख् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
181 | उ॒ङ् ( उ ) | शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
182 | उचँ ( उच् ) | समवाये | दिवादिः | सेट् | प.प |
183 | उछिँ ( उछ् ) | उञ्छे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
184 | उछिँ ( उछ् ) | उञ्छे | तुदादिः | सेट् | प.प |
185 | उछीँ(उछ्) | विवासे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
186 | उछीँ ( उछ् ) | विवासे | तुदादिः | सेट् | प.प |
187 | उठँ(उठ्) | उपघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
188 | उद्झँ(उद्झ्) | उत्सर्गे | तुदादिः | सेट् | प.प |
189 | उन्दीँ ( उन्द् ) | क्लेदने | रुधादिः | सेट् | प.प |
190 | उन्भँ(उन्भ्) | पूरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
191 | उब्जँ ( उब्ज् ) | आर्जवे | तुदादिः | सेट् | प.प |
192 | उभँ ( उभ् ) | पूरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
193 | उर्दँ॒(उर्द्) | क्रीडायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
194 | उर्दँ॒(उर्द्) | माने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
195 | उर्वीँ ( उर्व् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
196 | उषँ ( उष् ) | दाहे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
197 | उहिँर् ( उह् ) | अर्दने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
198 | उँ॑छृदिँ॑र्(छृद्) | दीप्तौ | रुधादिः | सेट् | उ.प |
199 | उँ॑छृदिँ॑र्(छृद्) | देवने | रुधादिः | सेट् | उ.प |
200 | उँ॑तृदिँ॑र् ( तृद् ) | अनादरे | रुधादिः | सेट् | उ.प |
201 | उँ॑तृदिँ॑र् ( तृद् ) | हिंसायाम् | रुधादिः | सेट् | उ.प |
202 | उँध्रसँ ( ध्रस् ) | उञ्छे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
203 | उँ॑ध्रसँ॑(ध्रस्) | उञ्छे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
204 | उँध्रसँ(ध्रस्) | उञ्छे | चुरादिः | सेट् | प.प |
205 | उँ॑बुन्दिँ॑र् ( बुन्द् ) | निशामने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
206 | उँ॑वुन्दिँ॑र्(वुन्द्) | निशामने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
207 | ऊन ( ऊन ) | परिहाणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
208 | ऊन ( ऊन ) | परिहाणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
209 | ऊयीँ॒ ( ऊय् ) | तन्तुसन्ताने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
210 | ऊर्जँ(ऊर्ज्) | प्राणधारणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
211 | ऊर्जँ॑ ( ऊर्ज् ) | प्राणने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
212 | ऊर्जँ॑ ( ऊर्ज् ) | बले | चुरादिः | सेट् | उ.प |
213 | ऊर्जँ ( ऊर्ज् ) | बले | चुरादिः | सेट् | प.प |
214 | ऊर्णुञ् ( ऊर्णु ) | आच्छादने | अदादिः | सेट् | उ.प |
215 | ऊषँ ( ऊष् ) | रुजायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
216 | ऊहँ॒(ऊह्) | तर्के | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
217 | ऊहँ॒ ( ऊह् ) | वितर्के | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
218 | ऋ॒(ऋ) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
219 | ऋ॒(ऋ) | प्रापणे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
220 | ऋ॒(ऋ) | गतौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
221 | ऋ॒(ऋ) | गतौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
222 | ऋक्षि(ऋक्षि) | हिंसायाम् | स्वादिः | सेट् | प.प |
223 | ऋचँ ( ऋच् ) | स्तुतौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
224 | ऋछँ(ऋछ्) | इन्द्रियप्रलये | तुदादिः | सेट् | प.प |
225 | ऋछँ(ऋछ्) | गतौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
226 | ऋछँ(ऋछ्) | मूर्तिभावे | तुदादिः | सेट् | प.प |
227 | ऋजिँ॒(ऋज्) | भर्जने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
228 | ऋजँ॒ ( ऋज् ) | उपार्जने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
229 | ऋजँ॒ ( ऋज् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
230 | ऋजँ॒ ( ऋज् ) | स्थानार्जने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
231 | ऋणुँ॑(ऋण्) | गतौ | तनादिः | सेट् | उ.प |
232 | ऋणुँ॑(ऋण्) | दीप्तौ | तनादिः | सेट् | उ.प |
233 | ऋधुँ ( ऋध् ) | वृद्धौ | दिवादिः | सेट् | प.प |
234 | ऋधुँ ( ऋध् ) | वृद्धौ | स्वादिः | सेट् | प.प |
235 | ऋन्फँ(ऋन्फ्) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
236 | ऋफँ ( ऋफ् ) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
237 | ऋषीँ ( ऋष् ) | गतौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
238 | ऋहँ(ऋह्) | कत्थने | तुदादिः | सेट् | प.प |
239 | ऋहँ(ऋह्) | दाने | तुदादिः | सेट् | प.प |
240 | ऋहँ(ऋह्) | युद्धे | तुदादिः | सेट् | प.प |
241 | ऋहँ(ऋह्) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
242 | ॠ ( ॠ ) | गतौ | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
243 | एजृँ ( एज् ) | कम्पने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
244 | एजृँ॒ ( एज् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
245 | एठँ॒ ( एठ् ) | विबाधायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
246 | एधँ॒ ( एध् ) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
247 | एवृँ॒(एव्) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
248 | एषृँ॒(एष्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
249 | एषृँ॒(एष्) | प्रयत्ने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
250 | ओखृँ ( ओख् ) | अलमर्थे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
251 | ओखृँ ( ओख् ) | शोषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
252 | ओणृँ ( ओण् ) | अपनयने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
253 | प्यायीँ॒ ( प्याय् ) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
254 | लजीँ॒ ( लज् ) | व्रीडायाम् | तुदादिः | सेट् | आ.प |
255 | ओँ॑लडिँ॑ ( लड् ) | उत्क्षेपणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
256 | ओँलडिँ ( लड् ) | उत्क्षेपणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
257 | लस्जीँ॒ ( लस्ज् ) | व्रीडायाम् | तुदादिः | सेट् | आ.प |
258 | विजीँ॒(विज्) | चलने | तुदादिः | सेट् | आ.प |
259 | विजीँ॒(विज्) | भये | तुदादिः | सेट् | आ.प |
260 | ओँवि॒जीँ ( विज् ) | चलने | रुधादिः | अनिट् | प.प |
261 | ओँविजीँ ( विज् ) | चलने | रुधादिः | सेट् | प.प |
262 | ओँवि॒जीँ ( विज् ) | भये | रुधादिः | अनिट् | प.प |
263 | ओँविजीँ ( विज् ) | भये | रुधादिः | सेट् | प.प |
264 | ओँवै॒ ( वै ) | शोषणे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
265 | ओँव्रस्चूँ(व्रस्च्) | छेदने | तुदादिः | सेट् | प.प |
266 | हा॒क् ( हा ) | त्यागे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
267 | ओँहा॒क् ( हा ) | त्यागे | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
268 | हा॒ङ् ( हा ) | गतौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
269 | ककिँ॒ ( कक् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
270 | ककँ॒ ( कक् ) | लौल्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
271 | कक्खँ(कक्ख्) | हसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
272 | कखेँ ( कख् ) | हसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
273 | कखँ(कख्) | हसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
274 | कगेँ(कग्) | अनेकार्थत्वे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
275 | कचिँ॒ ( कच् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
276 | कचिँ॒ ( कच् ) | बन्धने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
277 | कचँ॒ ( कच् ) | बन्धने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
278 | कजँ(कज्) | मदे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
279 | कटीँ ( कट् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
280 | कटेँ ( कट् ) | आवरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
281 | कटेँ ( कट् ) | वर्षायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
282 | कटँ(कट्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
283 | कठिँ॒(कठ्) | शोके | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
284 | कठिँ॑ ( कठ् ) | शोके | चुरादिः | सेट् | उ.प |
285 | कठिँ ( कठ् ) | शोके | चुरादिः | सेट् | प.प |
286 | कठँ ( कठ् ) | कृच्छ्रजीवने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
287 | कठँ ( कठ् ) | निवासे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
288 | कठँ(कठ्) | मदे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
289 | कडिँ॒ ( कड् ) | मदे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
290 | कडिँ ( कड् ) | मदे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
291 | कडिँ॑ ( कड् ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
292 | कडिँ ( कड् ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
293 | कडँ ( कड् ) | मदे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
294 | कडँ ( कड् ) | घसने | तुदादिः | सेट् | प.प |
295 | कडँ ( कड् ) | मदे | तुदादिः | सेट् | प.प |
296 | कणँ ( कण् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
297 | कणँ(कण्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
298 | कणँ॑ ( कण् ) | निमीलने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
299 | कणँ ( कण् ) | निमीलने | चुरादिः | सेट् | प.प |
300 | कण्डँ॒(कण्ड्) | मदे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
301 | कत्थँ॒ ( कत्थ् ) | श्लाघायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
302 | कत्र ( कत्र ) | शैथिल्ये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
303 | कत्र ( कत्र ) | शैथिल्ये | चुरादिः | सेट् | प.प |
304 | कथ(कथ) | वाक्यप्रतिबन्धे | चुरादिः | सेट् | प.प |
305 | कथ ( कथ ) | वाक्यप्रबन्धे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
306 | कथ ( कथ ) | वाक्यप्रबन्धे | चुरादिः | सेट् | प.प |
307 | कथँ(कथ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
308 | कदिँ ( कद् ) | आह्वाने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
309 | कदिँ ( कद् ) | रोदने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
310 | कदिँ॒ ( कद् ) | वैक्लव्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
311 | कद्डँ(कद्ड्) | कार्कश्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
312 | कनीँ ( कन् ) | कान्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
313 | कनीँ(कन्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
314 | कनीँ(कन्) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
315 | कपिँ॒ ( कप् ) | चलने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
316 | कबृँ॒ ( कब् ) | वर्णे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
317 | कमुँ॒ ( कम् ) | कान्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
318 | कर्जँ ( कर्ज् ) | व्यथने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
319 | कर्ण(कर्ण) | भेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
320 | कर्ण(कर्ण) | भेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
321 | कर्तृ(कर्तृ) | शैथिल्ये | चुरादिः | सेट् | प.प |
322 | कर्दँ(कर्द्) | कुत्सिते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
323 | कर्बँ ( कर्ब् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
324 | कर्वँ ( कर्व् ) | दर्पे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
325 | कल(कल) | गतौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
326 | कल(कल) | गतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
327 | कल(कल) | सङ्ख्याने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
328 | कल(कल) | सङ्ख्याने | चुरादिः | सेट् | प.प |
329 | कलँ॒(कल्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
330 | कलँ॒(कल्) | सङ्ख्याने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
331 | कलँ॑ ( कल् ) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
332 | कलँ ( कल् ) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | प.प |
333 | कल्लँ॒(कल्ल्) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
334 | कल्लँ॒(कल्ल्) | अशब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
335 | कवँ(कव्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
336 | कशिँ॑(कश्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
337 | कषँ॑ ( कष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
338 | कषँ ( कष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
339 | कसिँ॒ ( कस् ) | गतौ | अदादिः | सेट् | आ.प |
340 | कसिँ॒ ( कस् ) | निशाने | अदादिः | सेट् | आ.प |
341 | कसिँ॒ ( कस् ) | शासने | अदादिः | सेट् | आ.प |
342 | क॒सँ(कस्) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
343 | कसँ(कस्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
344 | कसँ(कस्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
345 | कसँ(कस्) | शासने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
346 | काक्षिँ ( काक्ष् ) | काङ्क्षायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
347 | काचिँ॒ ( काच् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
348 | काचिँ॒ ( काच् ) | बन्धने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
349 | काडृँ(काड्) | अनादरे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
350 | काशृँ॒ ( काश् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
351 | काशृँ॒ ( काश् ) | दीप्तौ | दिवादिः | सेट् | आ.प |
352 | कासृँ॒ ( कास् ) | शब्दकुत्सायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
353 | कि॒ ( कि ) | ज्ञाने | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
354 | कि॒ ( कि ) | ज्ञाने | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
355 | किटँ ( किट् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
356 | किटँ ( किट् ) | त्रासे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
357 | कि॒तँ ( कित् ) | निवासे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
358 | कितँ ( कित् ) | निवासे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
359 | कि॒तँ ( कित् ) | रोगापनयने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
360 | कितँ ( कित् ) | रोगापनयने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
361 | कि॒तँ॒(कित्) | ज्ञाने | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
362 | कि॒तँ(कित्) | ज्ञाने | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
363 | किलँ ( किल् ) | क्रीडने | तुदादिः | सेट् | प.प |
364 | किलँ ( किल् ) | श्वैत्ये | तुदादिः | सेट् | प.प |
365 | किलँ॑(किल्) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
366 | किष्कँ॑(किष्क्) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
367 | कीटँ ( कीट् ) | बन्धने | चुरादिः | सेट् | प.प |
368 | कीटँ॑ ( कीट् ) | वरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
369 | कीटँ॑(कीट्) | वर्णे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
370 | कीलँ ( कील् ) | बन्धने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
371 | कु॒ ( कु ) | शब्दे | अदादिः | अनिट् | प.प |
372 | कुकँ॒ ( कुक् ) | आदाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
373 | कु॒ङ् ( कु ) | शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
374 | कु॒ङ्(कु) | शब्दे | तुदादिः | अनिट् | आ.प |
375 | कुङ्(कु) | शब्दे | तुदादिः | सेट् | आ.प |
376 | कु॒चँ ( कुच् ) | कौटिल्ये | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
377 | कुचँ ( कुच् ) | कौटिल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
378 | कुचँ ( कुच् ) | तारे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
379 | कु॒चँ ( कुच् ) | प्रतिष्टम्भे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
380 | कुचँ ( कुच् ) | प्रतिष्टम्भे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
381 | कु॒चँ ( कुच् ) | विलेखने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
382 | कुचँ ( कुच् ) | विलेखने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
383 | कुचँ ( कुच् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
384 | कु॒चँ(कुच्) | सम्पर्चने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
385 | कुचँ(कुच्) | सम्पर्चने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
386 | कुचँ ( कुच् ) | सङ्कोचने | तुदादिः | सेट् | प.प |
387 | कुजुँ(कुज्) | स्तेयकरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
388 | कुटँ ( कुट् ) | कौटिल्ये | तुदादिः | सेट् | प.प |
389 | कुटँ॑(कुट्) | प्रतापने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
390 | कुठिँ ( कुठ् ) | गतिप्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
391 | कुठिँ ( कुठ् ) | वैकल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
392 | कुडिँ॒ ( कुड् ) | दाहे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
393 | कुडिँ ( कुड् ) | वैकल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
394 | कुडिँ॑(कुड्) | रक्षणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
395 | कुडिँ(कुड्) | रक्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
396 | कुडँ ( कुड् ) | बाल्ये | तुदादिः | सेट् | प.प |
397 | कुण(कुण) | आमन्त्रणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
398 | कुण(कुण) | आमन्त्रणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
399 | कुणँ ( कुण् ) | उपकरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
400 | कुणँ ( कुण् ) | शब्दे | तुदादिः | सेट् | प.प |
401 | कुत्टँ॑(कुत्ट्) | कुत्सायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
402 | कुत्टँ॑(कुत्ट्) | छेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
403 | कुत्टँ(कुत्ट्) | छेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
404 | कुत्टँ॑(कुत्ट्) | प्रतापने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
405 | कुत्टँ॑(कुत्ट्) | भर्त्सने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
406 | कुत्टँ(कुत्ट्) | भर्त्सने | चुरादिः | सेट् | प.प |
407 | कुत्सँ॑ ( कुत्स् ) | अवक्षेपणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
408 | कुत्सँ ( कुत्स् ) | अवक्षेपणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
409 | कुथिँ(कुथ्) | सङ्क्लेशने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
410 | कुथिँ ( कुथ् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
411 | कुथँ ( कुथ् ) | पूतीभावे | दिवादिः | सेट् | प.प |
412 | कुद्रिँ॑ ( कुद्र् ) | अनृतभाषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
413 | कुद्रिँ ( कुद्र् ) | अनृतभाषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
414 | कुन्चँ(कुन्च्) | अल्पीभावे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
415 | कुन्चँ(कुन्च्) | कौटिल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
416 | कुन्चँ(कुन्च्) | गतिकौटिल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
417 | कुन्थँ(कुन्थ्) | श्लेषणे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
418 | कुन्थँ ( कुन्थ् ) | संश्लेषणे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
419 | कुपिँ॑(कुप्) | छादने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
420 | कुपँ ( कुप् ) | क्रोधे | दिवादिः | सेट् | प.प |
421 | कुपँ॑ ( कुप् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
422 | कुपँ ( कुप् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
423 | कुपँ ( कुप् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
424 | कुबिँ(कुब्) | अर्दने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
425 | कुबिँ ( कुब् ) | आच्छादने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
426 | कुबिँ(कुब्) | छादने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
427 | कुबिँ ( कुब् ) | आच्छादने | चुरादिः | सेट् | प.प |
428 | कुबिँ॑(कुब्) | छादने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
429 | कुमार ( कुमार ) | क्रीडायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
430 | कुमार ( कुमार ) | क्रीडायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
431 | कुरँ ( कुर् ) | शब्दे | तुदादिः | सेट् | प.प |
432 | कुर्दँ॒ ( कुर्द् ) | क्रीडायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
433 | कुलँ(कुल्) | बन्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
434 | कुलँ(कुल्) | संन्ताने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
435 | कुलँ(कुल्) | संस्त्याने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
436 | कुशिँ॑ ( कुश् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
437 | कुशिँ ( कुश् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
438 | कुशिँ ( कुश् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
439 | कुषँ ( कुष् ) | निष्कर्षे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
440 | कुसिँ॑ ( कुस् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
441 | कुसिँ ( कुस् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
442 | कुसिँ ( कुस् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
443 | कुसँ ( कुस् ) | श्लेषणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
444 | कुस्मँ॑ ( कुस्म् ) | कुस्मयने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
445 | कुस्मँ ( कुस्म् ) | कुस्मयने | चुरादिः | सेट् | प.प |
446 | कुह ( कुह ) | विस्मापने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
447 | कुह ( कुह ) | विस्मापने | चुरादिः | सेट् | प.प |
448 | कूजँ(कूज्) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
449 | कूट(कूट) | दाहे | चुरादिः | सेट् | प.प |
450 | कूट(कूट) | परितापे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
451 | कूट(कूट) | परिदाहे | चुरादिः | सेट् | प.प |
452 | कूटँ॑ ( कूट् ) | अप्रदाने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
453 | कूटँ ( कूट् ) | अप्रमादे | चुरादिः | सेट् | प.प |
454 | कूणँ॑ ( कूण् ) | सङ्कोचने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
455 | कूणँ ( कूण् ) | सङ्कोचने | चुरादिः | सेट् | प.प |
456 | कूलँ ( कूल् ) | आवरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
457 | कृ॒ञ्(कृ) | करणे | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
458 | कृ॒ञ् ( कृ ) | हिंसायाम् | स्वादिः | अनिट् | उ.प |
459 | कृडँ ( कृड् ) | घनत्वे | तुदादिः | सेट् | प.प |
460 | कृतीँ ( कृत् ) | छेदने | तुदादिः | सेट् | प.प |
461 | कृतीँ॑ ( कृत् ) | वेष्टने | रुधादिः | सेट् | उ.प |
462 | कृतीँ ( कृत् ) | वेष्टने | रुधादिः | सेट् | प.प |
463 | कृप(कृप) | दौर्बल्ये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
464 | कृप(कृप) | दौर्बल्ये | चुरादिः | सेट् | प.प |
465 | कृपूँ॒ ( कृप् ) | सामर्थ्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
466 | कृविँ(कृव्) | करणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
467 | कृविँ(कृव्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
468 | कृशँ ( कृश् ) | तनूकरणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
469 | कृ॒षँ ( कृष् ) | विलेखने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
470 | कृ॒षँ॑ ( कृष् ) | विलेखने | तुदादिः | अनिट् | उ.प |
471 | कॄ ( कॄ ) | विक्षेपे | तुदादिः | सेट् | प.प |
472 | कॄ(कॄ) | हिंसायाम् | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
473 | कॄञ् ( कॄ ) | हिंसायाम् | क्र्यादिः | सेट् | उ.प |
474 | कॄतँ॑ ( कॄत् ) | संशब्दने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
475 | कॄतँ ( कॄत् ) | संशब्दने | चुरादिः | सेट् | प.प |
476 | केत(केत) | आमन्त्रणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
477 | केत(केत) | विश्रावणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
478 | केपृँ॒ ( केप् ) | कम्पने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
479 | केलृँ(केल्) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
480 | केवृँ॒(केव्) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
481 | कै॒(कै) | शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
482 | क्नसुँ ( क्नस् ) | क्षरणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
483 | क्नसुँ ( क्नस् ) | दीप्तौ | दिवादिः | सेट् | प.प |
484 | क्नसुँ ( क्नस् ) | ह्वरणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
485 | क्नूञ्(क्नू) | शब्दे | क्र्यादिः | सेट् | उ.प |
486 | क्नूयीँ॒ ( क्नूय् ) | उन्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
487 | क्नूयीँ॒ ( क्नूय् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
488 | क्मरँ ( क्मर् ) | हूर्च्छने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
489 | क्रथँ ( क्रथ् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
490 | क्रथँ(क्रथ्) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
491 | क्रदिँ ( क्रद् ) | आह्वाने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
492 | क्रदिँ ( क्रद् ) | रोदने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
493 | क्रदिँ॒ ( क्रद् ) | वैक्लव्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
494 | क्रदँ॒(क्रद्) | वैक्लव्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
495 | क्रपँ॒ ( क्रप् ) | कृपायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
496 | क्रपँ॒(क्रप्) | कृपायां_गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
497 | क्रपँ॒ ( क्रप् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
498 | क्रमुँ ( क्रम् ) | पादविक्षेपे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
499 | क्रीडृँ ( क्रीड् ) | विहारे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
500 | क्रुडँ(क्रुड्) | निमज्जने | तुदादिः | सेट् | प.प |
501 | क्रु॒धँ(क्रुध्) | कोपे | दिवादिः | अनिट् | प.प |
502 | क्रुन्चँ(क्रुन्च्) | अल्पीभावे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
503 | क्रुन्चँ(क्रुन्च्) | कौटिल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
504 | क्रुन्चँ(क्रुन्च्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
505 | क्रु॒शँ ( क्रुश् ) | आह्वाने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
506 | क्रुशँ ( क्रुश् ) | आह्वाने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
507 | क्रु॒शँ ( क्रुश् ) | रोदने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
508 | क्रुशँ ( क्रुश् ) | रोदने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
509 | क्लथँ ( क्लथ् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
510 | क्लदिँ ( क्लद् ) | आह्वाने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
511 | क्लदिँ ( क्लद् ) | रोदने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
512 | क्लदिँ॒ ( क्लद् ) | वैक्लव्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
513 | क्लदँ॒(क्लद्) | वैक्लव्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
514 | क्लमुँ ( क्लम् ) | ग्लानौ | दिवादिः | सेट् | प.प |
515 | क्लिदिँ॒ ( क्लिद् ) | परिदेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
516 | क्लिदिँ ( क्लिद् ) | परिदेवने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
517 | क्लिदूँ(क्लिद्) | आर्द्रभावे | दिवादिः | सेट् | प.प |
518 | क्लिदूँ ( क्लिद् ) | आर्द्रीभावे | दिवादिः | सेट् | प.प |
519 | क्लिशूँ(क्लिश्) | विबाधायाम् | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
520 | क्लिशँ॒ ( क्लिश् ) | उपतापे | दिवादिः | सेट् | आ.प |
521 | क्लीबृँ॒ ( क्लीब् ) | अधार्ष्ट्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
522 | क्लृपँ॑(क्लृप्) | अवकल्कने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
523 | क्लृपँ(क्लृप्) | अवकल्कने | चुरादिः | सेट् | प.प |
524 | क्लेशँ॒(क्लेश्) | अव्यक्तायां_वाचि | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
525 | क्लेशँ॒(क्लेश्) | व्यक्तायां_वाचि | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
526 | क्वणँ ( क्वण् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
527 | क्वथेँ ( क्वथ् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
528 | क्वथेँ ( क्वथ् ) | निष्पाके | भ्वादिः | सेट् | प.प |
529 | क्षजिँ॒ ( क्षज् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
530 | क्षजिँ॒(क्षज्) | दाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
531 | क्षजिँ॑(क्षज्) | कृच्छ्रजीवने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
532 | क्षजिँ(क्षज्) | कृच्छ्रजीवने | चुरादिः | सेट् | प.प |
533 | क्षणुँ॑ ( क्षण् ) | हिंसायाम् | तनादिः | सेट् | उ.प |
534 | क्षप(क्षप) | प्रेरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
535 | क्षप(क्षप) | प्रेरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
536 | क्षपिँ॑ ( क्षप् ) | क्षान्त्याम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
537 | क्षपिँ ( क्षप् ) | क्षान्त्याम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
538 | क्षमूँ(क्षम्) | सहने | दिवादिः | सेट् | प.प |
539 | क्षमूँ॒ष् ( क्षम् ) | सहने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
540 | क्षमूँष्(क्षम्) | सहने | दिवादिः | सेट् | प.प |
541 | क्षरँ ( क्षर् ) | सञ्चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
542 | क्षलँ(क्षल्) | सञ्चये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
543 | क्षलँ(क्षल्) | सञ्चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
544 | क्षलँ॑ ( क्षल् ) | शौचकर्मणि | चुरादिः | सेट् | उ.प |
545 | क्षलँ ( क्षल् ) | शौचकर्मणि | चुरादिः | सेट् | प.प |
546 | क्षि(क्षि) | क्षये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
547 | क्षि ( क्षि ) | हिंसायाम् | स्वादिः | सेट् | प.प |
548 | क्षि॒ ( क्षि ) | गतौ | तुदादिः | अनिट् | प.प |
549 | क्षि॒(क्षि) | निवासे | तुदादिः | अनिट् | प.प |
550 | क्षिणुँ॑ ( क्षिण् ) | हिंसायाम् | तनादिः | सेट् | उ.प |
551 | क्षि॒पँ ( क्षिप् ) | प्रेरणे | दिवादिः | अनिट् | प.प |
552 | क्षिपँ ( क्षिप् ) | प्रेरणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
553 | क्षि॒पँ॑ ( क्षिप् ) | प्रेरणे | तुदादिः | अनिट् | उ.प |
554 | क्षिवुँ(क्षिव्) | निरसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
555 | क्षि॒ष्(क्षि) | हिंसायाम् | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
556 | क्षीजँ(क्षीज्) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
557 | क्षीबृँ॒ ( क्षीब् ) | मदे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
558 | क्षीवुँ ( क्षीव् ) | निरसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
559 | क्षीवँ(क्षीव्) | निरसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
560 | क्षी॒ष्(क्षी) | हिंसायाम् | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
561 | क्षु॒दिँ॑र् ( क्षुद् ) | सम्पेषणे | रुधादिः | अनिट् | उ.प |
562 | क्षु॒धँ ( क्षुध् ) | बुभुक्षायाम् | दिवादिः | अनिट् | प.प |
563 | क्षुभँ॒ ( क्षुभ् ) | सञ्चलने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
564 | क्षुभँ ( क्षुभ् ) | सञ्चलने | दिवादिः | सेट् | प.प |
565 | क्षुभँ ( क्षुभ् ) | सञ्चलने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
566 | क्षुरँ ( क्षुर् ) | विलेखने | तुदादिः | सेट् | प.प |
567 | क्षै॒ ( क्षै ) | क्षये | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
568 | क्षोट ( क्षोट ) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
569 | क्षोट ( क्षोट ) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | प.प |
570 | क्ष्णु ( क्ष्णु ) | तेजने | अदादिः | सेट् | प.प |
571 | क्ष्मायीँ॒ ( क्ष्माय् ) | विधूनने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
572 | क्ष्मीलँ ( क्ष्मील् ) | निमेषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
573 | क्ष्वेलृँ(क्ष्वेल्) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
574 | खचँ ( खच् ) | भूतप्रादुर्भावे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
575 | खजिँ ( खज् ) | गतिवैकल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
576 | खजँ(खज्) | पालने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
577 | खजँ ( खज् ) | मन्थे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
578 | खटँ(खट्) | काङ्क्षायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
579 | खडिँ॒ ( खड् ) | मन्थे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
580 | खडिँ॑ ( खड् ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
581 | खडिँ ( खड् ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
582 | खडँ॑ ( खड् ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
583 | खडँ ( खड् ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
584 | खत्टँ॑(खत्ट्) | संवरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
585 | खत्टँ(खत्ट्) | संवरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
586 | खदँ(खद्) | स्थैर्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
587 | खदँ ( खद् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
588 | खनुँ॑ ( खन् ) | अवदारणे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
589 | खर्ख(खर्ख) | हसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
590 | खर्जँ(खर्ज्) | पूजने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
591 | खर्जँ(खर्ज्) | मार्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
592 | खर्जँ(खर्ज्) | व्यथने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
593 | खर्दँ(खर्द्) | दन्दशूके | भ्वादिः | सेट् | प.प |
594 | खर्बँ ( खर्ब् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
595 | खर्वँ(खर्व्) | दर्पे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
596 | खलँ(खल्) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
597 | खलँ ( खल् ) | सञ्चये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
598 | खलँ(खल्) | सञ्चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
599 | खलँ(खल्) | संशये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
600 | खवँ ( खव् ) | भूतप्रादुर्भावे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
601 | खषँ ( खष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
602 | खादृँ ( खाद् ) | भक्षणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
603 | खिटँ(खिट्) | उत्त्रासे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
604 | खिटँ ( खिट् ) | त्रासे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
605 | खि॒दँ॒ ( खिद् ) | दैन्ये | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
606 | खि॒दँ(खिद्) | परिघाते | तुदादिः | अनिट् | प.प |
607 | खिदँ(खिद्) | परितापे | तुदादिः | सेट् | प.प |
608 | खि॒दँ॒ ( खिद् ) | दैन्ये | रुधादिः | अनिट् | आ.प |
609 | खुजुँ ( खुज् ) | स्तेयकरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
610 | खुडिँ॒(खुड्) | गतिवैकल्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
611 | खुडिँ॑ ( खुड् ) | खण्डने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
612 | खुरँ(खुर्) | खण्डने | तुदादिः | सेट् | प.प |
613 | खुरँ(खुर्) | च्छेदने | तुदादिः | सेट् | प.प |
614 | खुरँ(खुर्) | छेदने | तुदादिः | सेट् | प.प |
615 | खुरँ(खुर्) | विलेखने | तुदादिः | सेट् | प.प |
616 | खुर्दँ॒ ( खुर्द् ) | क्रीडायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
617 | खेट ( खेट ) | भक्षणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
618 | खेट ( खेट ) | भक्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
619 | खेलृँ(खेल्) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
620 | खेवृँ॒ ( खेव् ) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
621 | खै॒ ( खै ) | खदने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
622 | खोट(खोट) | भक्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
623 | खोड(खोड) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | प.प |
624 | खोर्ऋँ(खोर्) | गतिप्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
625 | खोलृँ(खोल्) | गतिप्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
626 | ख्या॒ ( ख्या ) | प्रकथने | अदादिः | अनिट् | प.प |
627 | गजिँ ( गज् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
628 | गजँ(गज्) | मदे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
629 | गजँ ( गज् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
630 | गजँ॑ ( गज् ) | शब्दे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
631 | गजँ ( गज् ) | शब्दे | चुरादिः | सेट् | प.प |
632 | गडिँ ( गड् ) | वदनैकदेशे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
633 | गडिँ ( गड् ) | वदनैकदेशे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
634 | गडँ ( गड् ) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
635 | गण(गण) | सङ्ख्याने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
636 | गण(गण) | सङ्ख्याने | चुरादिः | सेट् | प.प |
637 | ग॒दी(गदी) | देवशब्दे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
638 | ग॒दी(गदी) | देवशब्दे | चुरादिः | सेट् | प.प |
639 | गदँ(गद्) | व्यक्तायां_वाचि | भ्वादिः | सेट् | प.प |
640 | गन्धँ॑ ( गन्ध् ) | अर्दने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
641 | गन्धँ ( गन्ध् ) | अर्दने | चुरादिः | सेट् | प.प |
642 | ग॒मॢँ(गम्) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
643 | गर्जँ ( गर्ज् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
644 | गर्दँ(गर्द्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
645 | गर्दँ॑(गर्द्) | शब्दे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
646 | गर्धँ॑ ( गर्ध् ) | अभिकाङ्क्षायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
647 | गर्धँ ( गर्ध् ) | अभिकाङ्क्षायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
648 | गर्बँ ( गर्ब् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
649 | गर्व(गर्व) | माने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
650 | गर्व(गर्व) | माने | चुरादिः | सेट् | प.प |
651 | गर्वँ ( गर्व् ) | दर्पे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
652 | गर्हँ॒ ( गर्ह् ) | कुत्सायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
653 | गर्हँ॑ ( गर्ह् ) | निन्दने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
654 | गर्हँ ( गर्ह् ) | निन्दने | चुरादिः | सेट् | प.प |
655 | गर्हँ(गर्ह्) | विनिन्दने | चुरादिः | सेट् | प.प |
656 | गलँ ( गल् ) | अदने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
657 | गलँ(गल्) | गरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
658 | गलँ॑(गल्) | श्रवणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
659 | गलँ॑ ( गल् ) | स्रावणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
660 | गल्भँ॒ ( गल्भ् ) | धार्ष्ट्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
661 | गल्हँ॒ ( गल्ह् ) | कुत्सायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
662 | ग॒॒वे ( गवेष ) | मार्गणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
663 | ग॒॒वे ( गवेष ) | मार्गणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
664 | गा॒(गा) | जनने | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
665 | गा॒ ( गा ) | स्तुतौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
666 | गा॒ ( गा ) | स्तुतौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
667 | गा॒ङ् ( गा ) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
668 | गाधृँ॒(गाध्) | ग्रन्थे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
669 | गाधृँ॒(गाध्) | प्रतिष्ठायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
670 | गाधृँ॒(गाध्) | लिप्सायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
671 | गाहूँ॒ ( गाह् ) | विलोडने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
672 | गु॒ ( गु ) | पुरीषोत्सर्गे | तुदादिः | अनिट् | प.प |
673 | गु ( गु ) | पुरीषोत्सर्गे | तुदादिः | सेट् | प.प |
674 | गु॒ङ्(गु) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
675 | गुजिँ(गुज्) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
676 | गुजँ ( गुज् ) | शब्दे | तुदादिः | सेट् | प.प |
677 | गुठिँ॑ ( गुठ् ) | वेष्टने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
678 | गुडिँ॑ ( गुड् ) | रक्षणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
679 | गुडिँ॑(गुड्) | वेष्टने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
680 | गुडिँ(गुड्) | वेष्टने | चुरादिः | सेट् | प.प |
681 | गुडँ(गुड्) | प्रतिघाते | तुदादिः | सेट् | प.प |
682 | गुडँ(गुड्) | रक्षणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
683 | गुण(गुण) | आमन्त्रणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
684 | गुण(गुण) | आमन्त्रणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
685 | गुदँ॒ ( गुद् ) | क्रीडायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
686 | गुधँ(गुध्) | परिवेष्टने | दिवादिः | सेट् | प.प |
687 | गुधँ ( गुध् ) | रोषे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
688 | गुन्फँ(गुन्फ्) | ग्रन्थे | तुदादिः | सेट् | प.प |
689 | गुपूँ(गुप्) | रक्षणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
690 | गुपूँ(गुप्) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
691 | गुपँ॒(गुप्) | कुत्सायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
692 | गु॒पँ॒ ( गुप् ) | गोपने | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
693 | गुपँ॒ ( गुप् ) | गोपने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
694 | गुपँ ( गुप् ) | व्याकुलत्वे | दिवादिः | सेट् | प.प |
695 | गुपँ॑ ( गुप् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
696 | गुपँ ( गुप् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
697 | गुफँ ( गुफ् ) | ग्रन्थे | तुदादिः | सेट् | प.प |
698 | गुरीँ॒ ( गुर् ) | उद्यमने | तुदादिः | सेट् | आ.प |
699 | गुर्दँ॒ ( गुर्द् ) | क्रीडायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
700 | गुर्दँ॑ ( गुर्द् ) | निकेतने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
701 | गुर्दँ॑(गुर्द्) | पूर्वनिकेतने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
702 | गुर्वीँ ( गुर्व् ) | उद्यमने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
703 | गुहूँ॑ ( गुह् ) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
704 | गू(गू) | पुरीषोत्सर्गे | तुदादिः | सेट् | प.प |
705 | गूरीँ॒(गूर्) | गतौ | दिवादिः | सेट् | आ.प |
706 | गूरीँ॒(गूर्) | हिंसायाम् | दिवादिः | सेट् | आ.प |
707 | गूरीँ॑(गूर्) | उद्यमने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
708 | गूरँ॑ ( गूर् ) | उद्यमने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
709 | गूरँ ( गूर् ) | उद्यमने | चुरादिः | सेट् | प.प |
710 | गृ॒(गृ) | सेचने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
711 | गृ॒(गृ) | क्षरणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
712 | गृ॒(गृ) | दीप्तौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
713 | गृ(गृ) | विज्ञाने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
714 | गृजिँ(गृज्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
715 | गृजँ ( गृज् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
716 | गृधुँ ( गृध् ) | अभिकाङ्क्षायाम् | दिवादिः | सेट् | प.प |
717 | गृह ( गृह ) | ग्रहणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
718 | गृह ( गृह ) | ग्रहणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
719 | गृहूँ॒ ( गृह् ) | ग्रहणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
720 | गॄ ( गॄ ) | निगरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
721 | गॄ ( गॄ ) | शब्दे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
722 | गॄ(गॄ) | विज्ञाने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
723 | गॄ(गॄ) | विज्ञाने | चुरादिः | सेट् | प.प |
724 | गेपृँ॒ ( गेप् ) | कम्पने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
725 | गेपृँ॒(गेप्) | दैन्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
726 | गेवृँ॒ ( गेव् ) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
727 | गेषृँ॒ ( गेष् ) | अन्विच्छायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
728 | गै॒(गै) | शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
729 | गोम ( गोम ) | उपलेपने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
730 | गोम ( गोम ) | उपलेपने | चुरादिः | सेट् | प.प |
731 | गोष्टँ॒ ( गोष्ट् ) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
732 | ग्रथिँ॒ ( ग्रथ् ) | कौटिल्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
733 | ग्रन्थँ ( ग्रन्थ् ) | सन्दर्भे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
734 | ग्रन्थँ॑(ग्रन्थ्) | बन्धने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
735 | ग्रन्थँ(ग्रन्थ्) | बन्धने | चुरादिः | सेट् | प.प |
736 | ग्रन्थँ॑ ( ग्रन्थ् ) | सन्दर्भे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
737 | ग्रन्थँ ( ग्रन्थ् ) | सन्दर्भे | चुरादिः | सेट् | प.प |
738 | ग्रसुँ॒ ( ग्रस् ) | अदने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
739 | ग्रसँ॑ ( ग्रस् ) | ग्रहणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
740 | ग्रसँ ( ग्रस् ) | ग्रहणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
741 | ग्रहँ॑ ( ग्रह् ) | उपादाने | क्र्यादिः | सेट् | उ.प |
742 | ग्राम(ग्राम) | आमन्त्रणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
743 | ग्राम(ग्राम) | आमन्त्रणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
744 | ग्रुचुँ ( ग्रुच् ) | स्तेयकरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
745 | ग्लसुँ॒ ( ग्लस् ) | अदने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
746 | ग्लुचुँ ( ग्लुच् ) | स्तेयकरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
747 | ग्लुन्चुँ(ग्लुन्च्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
748 | ग्लूहूँ॒(ग्लूह्) | ग्रहणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
749 | ग्लेपृँ॒(ग्लेप्) | कम्पने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
750 | ग्लेपृँ॒ ( ग्लेप् ) | दैन्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
751 | ग्लेवृँ॒(ग्लेव्) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
752 | ग्लेवृँ॒ ( ग्लेव् ) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
753 | ग्लेषृँ॒ ( ग्लेष् ) | अन्विच्छायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
754 | ग्लै॒ ( ग्लै ) | हर्षक्षये | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
755 | घग्घँ(घग्घ्) | हसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
756 | घघँ ( घघ् ) | हसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
757 | घटिँ॑ ( घट् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
758 | घटिँ ( घट् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
759 | घटिँ(घट्) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
760 | घटँ॒ ( घट् ) | चेष्टायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
761 | घटँ॑ ( घट् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
762 | घटँ ( घट् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
763 | घटँ(घट्) | भेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
764 | घटँ॑ ( घट् ) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | उ.प |
765 | घटँ ( घट् ) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | प.प |
766 | घत्टँ॒(घत्ट्) | चलने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
767 | घत्टँ॑(घत्ट्) | चलने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
768 | घत्टँ(घत्ट्) | चलने | चुरादिः | सेट् | प.प |
769 | घर्बँ(घर्ब्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
770 | घसिँ॒(घस्) | करणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
771 | घसॢँ(घस्) | अदने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
772 | घस्ऌँ(घस्) | अदने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
773 | घिणिँ॒ ( घिण् ) | ग्रहणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
774 | घु॒ङ् ( घु ) | शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
775 | घुटँ॒ ( घुट् ) | परिवर्तने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
776 | घुटँ ( घुट् ) | प्रतिघाते | तुदादिः | सेट् | प.प |
777 | घुणिँ॒ ( घुण् ) | ग्रहणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
778 | घुणँ॒ ( घुण् ) | भ्रमणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
779 | घुणँ(घुण्) | भ्रमणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
780 | घुरँ ( घुर् ) | भीमार्थे | तुदादिः | सेट् | प.प |
781 | घुरँ ( घुर् ) | शब्दे | तुदादिः | सेट् | प.प |
782 | घुषिँ॒ ( घुष् ) | कान्तिकरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
783 | घुषिँर् ( घुष् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
784 | घुषिँर्(घुष्) | अविशब्दने | चुरादिः | सेट् | प.प |
785 | घुषिँ॑र् ( घुष् ) | विशब्दने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
786 | घुषिँर् ( घुष् ) | विशब्दने | चुरादिः | सेट् | प.प |
787 | घूरीँ॒ ( घूर् ) | वयोहानौ | दिवादिः | सेट् | आ.प |
788 | घूरीँ॒ ( घूर् ) | हिंसायाम् | दिवादिः | सेट् | आ.प |
789 | घूर्णँ॒ ( घूर्ण् ) | भ्रमणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
790 | घूर्णँ ( घूर्ण् ) | भ्रमणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
791 | घृ॒(घृ) | सेचने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
792 | घृ॒(घृ) | क्षरणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
793 | घृ॒(घृ) | क्षरणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
794 | घृ॒(घृ) | दीप्तौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
795 | घृ॒(घृ) | दीप्तौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
796 | घृ(घृ) | सम्प्रस्रवणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
797 | घृ(घृ) | संप्रस्रवणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
798 | घृ(घृ) | स्रावणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
799 | घृणिँ॒ ( घृण् ) | ग्रहणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
800 | घृणुँ॑ ( घृण् ) | दीप्तौ | तनादिः | सेट् | उ.प |
801 | घृषुँ(घृष्) | सङ्घर्षे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
802 | घ्रा॒ ( घ्रा ) | गन्धोपादाने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
803 | ङु॒ङ्(ङु) | शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
804 | च॒॒काृँ ( चकास् ) | दीप्तौ | अदादिः | सेट् | प.प |
805 | चकँ॒ ( चक् ) | तृप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
806 | चकँ ( चक् ) | तृप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
807 | चकँ॒ ( चक् ) | प्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
808 | चकँ ( चक् ) | प्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
809 | चक्कँ॑ ( चक्क् ) | व्यथने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
810 | चक्कँ ( चक्क् ) | व्यथने | चुरादिः | सेट् | प.प |
811 | च॒क्षिँ॒ङ्(चक्ष्) | व्यक्तायां_वाचि | अदादिः | अनिट् | आ.प |
812 | चक्षिँ॒ङ्(चक्ष्) | व्यक्तायां_वाचि | अदादिः | सेट् | आ.प |
813 | चटँ॑ ( चट् ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
814 | चटँ ( चट् ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
815 | चडिँ॒ ( चड् ) | कोपे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
816 | चडिँ॑ ( चड् ) | कोपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
817 | चडिँ ( चड् ) | कोपे | चुरादिः | सेट् | प.प |
818 | चणँ(चण्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
819 | चणँ ( चण् ) | दाने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
820 | चतेँ॑(चत्) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
821 | चतेँ॑(चत्) | याचने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
822 | चदिँ ( चद् ) | आह्लादने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
823 | चदिँ ( चद् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
824 | चदिँ(चद्) | ह्लादने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
825 | चदेँ॑(चद्) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
826 | चदेँ॑ ( चद् ) | याचने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
827 | चनुँ(चन्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
828 | चनँ(चन्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
829 | चन्चुँ(चन्च्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
830 | चपिँ॑ ( चप् ) | गत्याम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
831 | चपिँ ( चप् ) | गत्याम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
832 | चपँ ( चप् ) | सान्त्वने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
833 | चपँ(चप्) | कल्कने | चुरादिः | सेट् | प.प |
834 | चमुँ(चम्) | अदने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
835 | चमुँ ( चम् ) | भक्षणे | स्वादिः | सेट् | प.प |
836 | चयँ॒ ( चय् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
837 | चरँ ( चर् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
838 | चरँ॑ ( चर् ) | संशये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
839 | चरँ ( चर् ) | संशये | चुरादिः | सेट् | प.प |
840 | चर्चँ ( चर्च् ) | तर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
841 | चर्चँ ( चर्च् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
842 | चर्चँ(चर्च्) | सन्तर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
843 | चर्चँ ( चर्च् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
844 | चर्चँ ( चर्च् ) | परिभाषणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
845 | चर्चँ ( चर्च् ) | भर्त्सने | तुदादिः | सेट् | प.प |
846 | चर्चँ(चर्च्) | सन्तर्जने | तुदादिः | सेट् | प.प |
847 | चर्चँ॑ ( चर्च् ) | अध्ययने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
848 | चर्चँ ( चर्च् ) | अध्ययने | चुरादिः | सेट् | प.प |
849 | चर्छँ(चर्छ्) | परिभाषणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
850 | चर्बँ ( चर्ब् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
851 | चर्वँ ( चर्व् ) | अदने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
852 | चलँ ( चल् ) | कम्पने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
853 | चलँ(चल्) | कल्पने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
854 | चलँ(चल्) | विकसने | तुदादिः | सेट् | प.प |
855 | चलँ ( चल् ) | विलसने | तुदादिः | सेट् | प.प |
856 | चलँ॑ ( चल् ) | भृतौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
857 | चषँ॑ ( चष् ) | भक्षणे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
858 | चह(चह) | कल्कने | चुरादिः | सेट् | प.प |
859 | चह(चह) | परिकल्कने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
860 | चह(चह) | परिकल्कने | चुरादिः | सेट् | प.प |
861 | चहँ(चह्) | कल्कने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
862 | चहँ ( चह् ) | परिकल्कने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
863 | चहँ॑(चह्) | कल्कने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
864 | चहँ॑ ( चह् ) | परिकल्कने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
865 | चायृँ॑ ( चाय् ) | निशामने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
866 | चायृँ॑ ( चाय् ) | पूजायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
867 | चि॒ञ् ( चि ) | चयने | स्वादिः | अनिट् | उ.प |
868 | चिञ् ( चि ) | चयने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
869 | चिटँ ( चिट् ) | परप्रैष्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
870 | चितिँ॑ ( चित् ) | स्मृत्याम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
871 | चितिँ ( चित् ) | स्मृत्याम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
872 | चितीँ ( चित् ) | संज्ञाने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
873 | चितँ॑ ( चित् ) | सञ्चेतने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
874 | चितँ ( चित् ) | सञ्चेतने | चुरादिः | सेट् | प.प |
875 | चित्र(चित्र) | चित्रकरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
876 | चित्र ( चित्र ) | चित्रीकरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
877 | चित्र(चित्र) | चैत्रस्यकरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
878 | चिरि ( चिरि ) | हिंसायाम् | स्वादिः | सेट् | प.प |
879 | चिलँ ( चिल् ) | वसने | तुदादिः | सेट् | प.प |
880 | चिल्लँ ( चिल्ल् ) | भावकरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
881 | चिल्लँ ( चिल्ल् ) | शैथिल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
882 | चीकँ॑ ( चीक् ) | मर्षणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
883 | चीकँ ( चीक् ) | मर्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
884 | चीभृँ॒(चीभ्) | कत्थने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
885 | चीवृँ॑ ( चीव् ) | आदाने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
886 | चीवृँ॑ ( चीव् ) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
887 | चीवँ॑(चीव्) | आदाने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
888 | चीवँ॑(चीव्) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
889 | चीवँ॑ ( चीव् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
890 | चीवँ ( चीव् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
891 | चीवँ(चीव्) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
892 | चुक्कँ॑ ( चुक्क् ) | व्यथने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
893 | चुक्कँ ( चुक्क् ) | व्यथने | चुरादिः | सेट् | प.प |
894 | चुटिँ(चुट्) | अल्पीभावे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
895 | चुटिँ॑ ( चुट् ) | छेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
896 | चुटिँ ( चुट् ) | छेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
897 | चुटँ ( चुट् ) | छेदने | तुदादिः | सेट् | प.प |
898 | चुटँ॑ ( चुट् ) | छेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
899 | चुटँ ( चुट् ) | छेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
900 | चुडिँ ( चुड् ) | अल्पीभावे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
901 | चुडँ ( चुड् ) | संवरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
902 | चुत्टँ॑(चुत्ट्) | अल्पीभावे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
903 | चुत्टँ(चुत्ट्) | अल्पीभावे | चुरादिः | सेट् | प.प |
904 | चुदँ॑ ( चुद् ) | सञ्चोदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
905 | चुदँ ( चुद् ) | सञ्चोदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
906 | चुद्डँ(चुद्ड्) | भावकरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
907 | चुद्डँ(चुद्ड्) | हाववरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
908 | चुपँ(चुप्) | मन्दायांगतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
909 | चुपँ(चुप्) | मन्दायां_गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
910 | चुबिँ ( चुब् ) | वक्त्रसंयोगे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
911 | चुबिँ॑ ( चुब् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
912 | चुरँ॑ ( चुर् ) | स्तेये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
913 | चुरँ ( चुर् ) | स्तेये | चुरादिः | सेट् | प.प |
914 | चुलँ॑ ( चुल् ) | समुच्छ्राये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
915 | चुलँ ( चुल् ) | समुच्छ्राये | चुरादिः | सेट् | प.प |
916 | चुल्लँ ( चुल्ल् ) | भावकरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
917 | चुल्लँ(चुल्ल्) | हावकरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
918 | चुविँ(चुव्) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
919 | चूणँ॑(चूण्) | सङ्कोचने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
920 | चूरीँ॒ ( चूर् ) | दाहे | दिवादिः | सेट् | आ.प |
921 | चूर्णँ॑ ( चूर्ण् ) | प्रेरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
922 | चूर्णँ ( चूर्ण् ) | प्रेरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
923 | चूर्णँ॑(चूर्ण्) | सङ्कोचने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
924 | चूर्णँ(चूर्ण्) | सङ्कोचने | चुरादिः | सेट् | प.प |
925 | चूषँ ( चूष् ) | पाने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
926 | चृतीँ(चृत्) | ग्रन्थे | तुदादिः | सेट् | प.प |
927 | चृतीँ ( चृत् ) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
928 | चेलृँ(चेल्) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
929 | चेल्लँ(चेल्ल्) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
930 | चेष्टँ॒ ( चेष्ट् ) | चेष्टायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
931 | च्यु ( च्यु ) | सहने | चुरादिः | सेट् | प.प |
932 | च्यु(च्यु) | हसने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
933 | च्यु(च्यु) | हसने | चुरादिः | सेट् | प.प |
934 | च्यु॒ङ् ( च्यु ) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
935 | च्युतिँर् ( च्युत् ) | आसेचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
936 | छद(छद) | अपवारणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
937 | छदिँ॑ ( छद् ) | संवरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
938 | छदिँ ( छद् ) | संवरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
939 | छदँ॑ ( छद् ) | अपवारणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
940 | छदँ ( छद् ) | अपवारणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
941 | छदँ॑(छद्) | संवरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
942 | छदँ(छद्) | संवरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
943 | छपिँ॑(छप्) | गत्याम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
944 | छमुँ ( छम् ) | अदने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
945 | छर्दँ॑ ( छर्द् ) | वमने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
946 | छर्दँ ( छर्द् ) | वमने | चुरादिः | सेट् | प.प |
947 | छषँ॑ ( छष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
948 | छिद(छिद) | कर्णभेदे | चुरादिः | सेट् | प.प |
949 | छि॒दिँ॑र् ( छिद् ) | द्वैधीकरणे | रुधादिः | अनिट् | उ.प |
950 | छिद्र ( छिद्र ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
951 | छिद्र ( छिद्र ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
952 | छुटँ(छुट्) | छेदने | तुदादिः | सेट् | प.प |
953 | छुटँ॑(छुट्) | छेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
954 | छु॒पँ(छुप्) | संस्पर्शे | तुदादिः | अनिट् | प.प |
955 | छु॒पँ(छुप्) | स्पर्शने | तुदादिः | अनिट् | प.प |
956 | छुरँ ( छुर् ) | छेदने | तुदादिः | सेट् | प.प |
957 | छृदीँ॑ ( छृद् ) | सन्दीपने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
958 | छृदीँ ( छृद् ) | सन्दीपने | चुरादिः | सेट् | प.प |
959 | छेद ( छेद ) | द्वैधीकरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
960 | छेद ( छेद ) | द्वैधीकरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
961 | छो॒ ( छो ) | छेदने | दिवादिः | अनिट् | प.प |
962 | छो ( छो ) | छेदने | दिवादिः | सेट् | प.प |
963 | छो॒(छो) | छोदने | दिवादिः | अनिट् | प.प |
964 | छ्यु॒ङ्(छ्यु) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
965 | जक्षँ(जक्ष्) | भक्षणे | अदादिः | सेट् | प.प |
966 | जक्षँ ( जक्ष् ) | हसने | अदादिः | सेट् | प.प |
967 | जजिँ(जज्) | युद्धे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
968 | जजँ ( जज् ) | युद्धे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
969 | जटँ ( जट् ) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
970 | जनीँ॒ ( जन् ) | प्रादुर्भावे | दिवादिः | सेट् | आ.प |
971 | ज॒नँ॒ ( जन् ) | जनने | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
972 | ज॒नँ ( जन् ) | जनने | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
973 | जनँ ( जन् ) | जनने | जुहोत्यादिः | सेट् | प.प |
974 | जपँ ( जप् ) | मानसे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
975 | जपँ(जप्) | व्यक्तायां_वाचि | भ्वादिः | सेट् | प.प |
976 | जभिँ॑ ( जभ् ) | नाशने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
977 | जभिँ ( जभ् ) | नाशने | चुरादिः | सेट् | प.प |
978 | जभीँ॒ ( जभ् ) | गात्रविनामे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
979 | जभँ॒(जभ्) | गात्रविनामे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
980 | जमुँ ( जम् ) | अदने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
981 | जर्चँ(जर्च्) | परिभाषणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
982 | जर्चँ(जर्च्) | सन्तर्जने | तुदादिः | सेट् | प.प |
983 | जर्जँ(जर्ज्) | तर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
984 | जर्जँ ( जर्ज् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
985 | जर्जँ ( जर्ज् ) | सन्तर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
986 | जर्जँ ( जर्ज् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
987 | जर्जँ ( जर्ज् ) | परिभाषणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
988 | जर्जँ ( जर्ज् ) | भर्त्सने | तुदादिः | सेट् | प.प |
989 | जलँ ( जल् ) | घातने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
990 | जलँ(जल्) | धान्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
991 | जलँ॑ ( जल् ) | अपवारणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
992 | जलँ ( जल् ) | अपवारणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
993 | जल्पँ(जल्प्) | व्यक्तायां_वाचि | भ्वादिः | सेट् | प.प |
994 | जषँ ( जष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
995 | जसिँ॑(जस्) | रक्षणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
996 | जसिँ(जस्) | रक्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
997 | जसुँ ( जस् ) | मोक्षणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
998 | जसुँ॑ ( जस् ) | ताडने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
999 | जसुँ ( जस् ) | ताडने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1000 | जसुँ॑ ( जस् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1001 | जसुँ ( जस् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
1002 | जसँ(जस्) | ताडने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1003 | जागृ(जागृ) | निद्राक्षये | अदादिः | सेट् | प.प |
1004 | जि॒(जि) | अभिभवे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1005 | जि ( जि ) | जये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1006 | जिरि ( जिरि ) | हिंसायाम् | स्वादिः | सेट् | प.प |
1007 | जिविँ(जिव्) | प्रीणने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1008 | जिषुँ ( जिष् ) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1009 | जिषुँ(जिष्) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1010 | जीवँ ( जीव् ) | प्राणधारणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1011 | जुगिँ ( जुग् ) | वर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1012 | जुचिँ॑(जुच्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1013 | जुडँ(जुड्) | गतौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
1014 | जुडँ(जुड्) | बन्धने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1015 | जुडँ॑ ( जुड् ) | प्रेरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1016 | जुडँ ( जुड् ) | प्रेरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1017 | जुतृँ॒(जुत्) | भासने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1018 | जुनँ(जुन्) | गतौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
1019 | जुषीँ॒ ( जुष् ) | प्रीतौ | तुदादिः | सेट् | आ.प |
1020 | जुषीँ॒(जुष्) | सेवने | तुदादिः | सेट् | आ.प |
1021 | जुषँ॑ ( जुष् ) | परितर्कणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1022 | जुषँ(जुष्) | परितर्पणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1023 | जूरीँ॒ ( जूर् ) | वयोहानौ | दिवादिः | सेट् | आ.प |
1024 | जूरीँ॒ ( जूर् ) | हिंसायाम् | दिवादिः | सेट् | आ.प |
1025 | जूषँ(जूष्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1026 | जृ॒(जृ) | अभिभवे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1027 | जृभिँ॒ ( जृभ् ) | गात्रविनामे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1028 | जॄ ( जॄ ) | वयोहानौ | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1029 | जॄ ( जॄ ) | वयोहानौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1030 | जॄ ( जॄ ) | वयोहानौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
1031 | जॄष् ( जॄ ) | वयोहानौ | दिवादिः | सेट् | प.प |
1032 | जेषृँ॒ ( जेष् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1033 | जेहृँ॒(जेह्) | प्रयत्ने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1034 | जै॒ ( जै ) | क्षये | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1035 | ज्ञपँ॑ ( ज्ञप् ) | तोषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1036 | ज्ञपँ॑(ज्ञप्) | निशामने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1037 | ज्ञपँ॑(ज्ञप्) | मारणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1038 | ज्ञपँ॑(ज्ञप्) | मिच्च | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1039 | ज्ञपँ(ज्ञप्) | मिच्च | चुरादिः | सेट् | प.प |
1040 | ज्ञा॒ ( ज्ञा ) | अवबोधने | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
1041 | ज्ञा ( ज्ञा ) | नियोगे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1042 | ज्ञा(ज्ञा) | नियोजने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1043 | ज्या॒ ( ज्या ) | वयोहानौ | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
1044 | ज्यु॒ङ् ( ज्यु ) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
1045 | ज्रि॒(ज्रि) | अभिभवे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1046 | ज्वरँ ( ज्वर् ) | रोगे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1047 | ज्वलँ ( ज्वल् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1048 | ज्वलँ ( ज्वल् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1049 | झटँ ( झट् ) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1050 | झमुँ ( झम् ) | अदने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1051 | झर्चँ(झर्च्) | परिभाषणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1052 | झर्चँ(झर्च्) | सन्तर्जने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1053 | झर्छँ(झर्छ्) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1054 | झर्झँ ( झर्झ् ) | तर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1055 | झर्झँ ( झर्झ् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1056 | झर्झँ(झर्झ्) | सन्तर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1057 | झर्झँ(झर्झ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1058 | झर्झँ ( झर्झ् ) | परिभाषणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1059 | झर्झँ ( झर्झ् ) | भर्त्सने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1060 | झषँ॑ ( झष् ) | आदाने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1061 | झषँ॑ ( झष् ) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1062 | झषँ ( झष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1063 | झॄष् ( झॄ ) | वयोहानौ | दिवादिः | सेट् | प.प |
1064 | झ्यु॒ङ्(झ्यु) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
1065 | ञि॒इन्धीँ॒ ( इन्ध् ) | दीप्तौ | रुधादिः | सेट् | आ.प |
1066 | ञिक्ष्वि॒दाँ(क्ष्विद्) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1067 | ञिक्ष्विदाँ(क्ष्विद्) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1068 | ञि॒क्ष्विदाँ॒(क्ष्विद्) | मोहने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1069 | ञि॒क्ष्विदाँ॒(क्ष्विद्) | स्नेहने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1070 | ञिक्ष्विदाँ ( क्ष्विद् ) | मोचने | दिवादिः | सेट् | प.प |
1071 | ञिक्ष्विदाँ(क्ष्विद्) | मोहने | दिवादिः | सेट् | प.प |
1072 | ञिक्ष्विदाँ(क्ष्विद्) | स्नेहने | दिवादिः | सेट् | प.प |
1073 | ञितृषाँ(तृष्) | पिपासायाम् | दिवादिः | सेट् | प.प |
1074 | ञि॒त्वराँ॒ ( त्वर् ) | सम्भ्रमे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1075 | ञिधृषाँ ( धृष् ) | प्रागल्भ्ये | स्वादिः | सेट् | प.प |
1076 | ञिफलाँ ( फल् ) | विशरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1077 | ञि॒भी॒ ( भी ) | भये | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1078 | ञिभी॒ ( भी ) | भये | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
1079 | ञि॒मिदाँ॒ ( मिद् ) | स्नेहने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1080 | ञिमिदाँ(मिद्) | स्नेहने | दिवादिः | सेट् | प.प |
1081 | ञिष्व॒पँ(ष्वप्) | शये | अदादिः | अनिट् | प.प |
1082 | ञि॒ष्विदाँ॒(ष्विद्) | गात्रप्रस्रवणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1083 | ञि॒ष्विदाँ॒(ष्विद्) | मोचने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1084 | ञि॒ष्विदाँ॒(ष्विद्) | स्नेहने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1085 | ञिष्वि॒दाँ(ष्विद्) | गात्रप्रक्षरणे | दिवादिः | अनिट् | प.प |
1086 | टकिँ॑ ( टक् ) | बन्धने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1087 | टकिँ ( टक् ) | बन्धने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1088 | टलँ ( टल् ) | वैक्लव्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1089 | टलँ ( टल् ) | वैप्लव्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1090 | टिकृँ॒ ( टिक् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1091 | टिपँ॑(टिप्) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1092 | टीकृँ॒ ( टीक् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1093 | टुओँश्वि ( श्वि ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1094 | टुओँश्वि ( श्वि ) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1095 | टुओँस्फूर्जाँ ( स्फूर्ज् ) | वज्रनिर्घोषे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1096 | टुओँस्फूर्जाँ ( स्फूर्ज् ) | वज्रनिष्पेषे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1097 | टुक्षु ( क्षु ) | शब्दे | अदादिः | सेट् | प.प |
1098 | टुदु॒ ( दु ) | उपतापे | स्वादिः | अनिट् | प.प |
1099 | टुनदिँ ( नद् ) | समृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1100 | टु॒भ्राजृँ॒(भ्राज्) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1101 | टु॒भ्राशृँ॒ ( भ्राश् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1102 | टु॒भ्लाशृँ॒ ( भ्लाश् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1103 | टुम॒स्जोँ(मस्ज्) | शुद्धौ | तुदादिः | अनिट् | प.प |
1104 | टु॑याचृँ॑ ( याच् ) | याच्ञायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1105 | टुवमँ ( वम् ) | उद्गिरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1106 | टु॒वेपृँ॒ ( वेप् ) | कम्पने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1107 | ट्वलँ ( ट्वल् ) | वैक्लव्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1108 | ट्वलँ(ट्वल्) | वैप्लव्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1109 | डपिँ॑(डप्) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1110 | डपँ॑ ( डप् ) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1111 | डपँ ( डप् ) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | प.प |
1112 | डिपिँ॑(डिप्) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1113 | डिपँ ( डिप् ) | क्षेपे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1114 | डिपँ ( डिप् ) | क्षेपे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1115 | डिपँ॑ ( डिप् ) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1116 | डिपँ ( डिप् ) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1117 | डिपँ॑ ( डिप् ) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1118 | डिपँ ( डिप् ) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | प.प |
1119 | डीङ्(डी) | विहायसा_गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1120 | डीङ्(डी) | गतौ | दिवादिः | सेट् | आ.प |
1121 | डीङ्(डी) | विहायसा_गतौ | दिवादिः | सेट् | आ.प |
1122 | डु॑कृ॒ञ् ( कृ ) | करणे | तनादिः | अनिट् | उ.प |
1123 | डु॑क्री॒ञ् ( क्री ) | द्रव्यविनिमये | क्र्यादिः | अनिट् | उ.प |
1124 | डु॒दा॒ञ् ( दा ) | दाने | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1125 | डु॑दा॒ञ् ( दा ) | दाने | जुहोत्यादिः | अनिट् | उ.प |
1126 | डु॑धा॒ञ् ( धा ) | दाने | जुहोत्यादिः | अनिट् | उ.प |
1127 | डु॒धा॒ञ् ( धा ) | धारणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1128 | डु॑धा॒ञ् ( धा ) | धारणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | उ.प |
1129 | डु॒धा॒ञ् ( धा ) | पोषणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1130 | डु॑धा॒ञ् ( धा ) | पोषणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | उ.प |
1131 | डु॑प॒चँ॑ष् ( पच् ) | पाके | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
1132 | डु॒भृ॒ञ् ( भृ ) | धारणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1133 | डु॑भृ॒ञ् ( भृ ) | धारणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | उ.प |
1134 | डु॒भृ॒ञ् ( भृ ) | पोषणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1135 | डु॑भृ॒ञ् ( भृ ) | पोषणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | उ.प |
1136 | डु॑मि॒ञ् ( मि ) | प्रक्षेपणे | स्वादिः | अनिट् | उ.प |
1137 | डु॑याचृँ॑(याच्) | याच्ञायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1138 | डु॒ल॒भँ॒ष् ( लभ् ) | प्राप्तौ | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
1139 | डु॑व॒पँ॑ ( वप् ) | बीजसन्ताने | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
1140 | ढौकृँ॒ ( ढौक् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1141 | णक्षँ(णक्ष्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1142 | णखिँ(णख्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1143 | णखँ(णख्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1144 | णटँ(णट्) | नतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1145 | णटँ(णट्) | नृतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1146 | णटँ(णट्) | नृतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1147 | णदँ(णद्) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1148 | णदँ(णद्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1149 | णदँ॑(णद्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1150 | णदँ(णद्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1151 | णदँ(णद्) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1152 | णभँ॒(णभ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1153 | णभँ(णभ्) | हिंसायाम् | दिवादिः | सेट् | प.प |
1154 | णभँ(णभ्) | हिंसायाम् | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1155 | ण॒मँ(णम्) | प्रह्वत्वे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1156 | ण॒मँ(णम्) | प्रह्वत्वेशब्दे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1157 | ण॒मँ(णम्) | शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1158 | णयँ॒(णय्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1159 | णयँ॒(णय्) | रक्षणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1160 | णलँ(णल्) | गन्धने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1161 | ण॒शँ(णश्) | अदर्शने | दिवादिः | अनिट् | प.प |
1162 | णसँ॒(णस्) | कौटिल्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1163 | ण॒हँ॑(णह्) | बधने | दिवादिः | अनिट् | उ.प |
1164 | ण॒हँ॑(णह्) | बन्धने | दिवादिः | अनिट् | उ.प |
1165 | णाधृँ॒(णाध्) | आशिषि | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1166 | णाधृँ॒(णाध्) | उपतापे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1167 | णाधृँ॒(णाध्) | ऐश्वर्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1168 | णाधृँ॒(णाध्) | याच्ञायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1169 | णासृँ॒(णास्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1170 | णिक्षँ(णिक्ष्) | चुम्बने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1171 | णिजिँ॒(णिज्) | शुद्धौ | अदादिः | सेट् | आ.प |
1172 | णि॒जिँ॒र्(णिज्) | पोषणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1173 | णि॒जिँ॑र्(णिज्) | पोषणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | उ.प |
1174 | णि॒जिँ॒र्(णिज्) | शौचे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1175 | णि॒जिँ॑र्(णिज्) | शौचे | जुहोत्यादिः | अनिट् | उ.प |
1176 | णिदिँ(णिद्) | कुत्सायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1177 | णिदृँ॑(णिद्) | कुत्सायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1178 | णिदृँ॑(णिद्) | सन्निकर्षे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1179 | णिलँ(णिल्) | गहने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1180 | णिविँ(णिव्) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1181 | णिविँ(णिव्) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1182 | णिविँ(णिव्) | स्रंसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1183 | णिशँ(णिश्) | समाधौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1184 | णिष्कँ॑(णिष्क्) | परिमाणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1185 | णिष्कँ(णिष्क्) | परिमाणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1186 | णिसिँ॒(णिस्) | गतौ | अदादिः | सेट् | आ.प |
1187 | णिसिँ॒(णिस्) | चुम्बने | अदादिः | सेट् | आ.प |
1188 | णिसिँ॒(णिस्) | निशाने | अदादिः | सेट् | आ.प |
1189 | णी॒ञ्(णी) | प्रापणे | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
1190 | णीलँ(णील्) | वर्णे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1191 | णीवँ(णीव्) | स्थौल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1192 | णु(णु) | स्तुतौ | अदादिः | सेट् | प.प |
1193 | णु॒दँ॑(णुद्) | प्रेरणे | तुदादिः | अनिट् | उ.प |
1194 | णु॒दँ(णुद्) | प्रेरणे | तुदादिः | अनिट् | प.प |
1195 | णू(णू) | स्तवने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1196 | णेदृँ॑(णेद्) | कुत्सायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1197 | णेदृँ॑(णेद्) | सन्निकर्षे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1198 | णेषृँ॒(णेष्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1199 | णेसृँ॒(णेस्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1200 | तकिँ ( तक् ) | कृच्छ्रजीवने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1201 | तकँ ( तक् ) | हसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1202 | तक्षूँ ( तक्ष् ) | तनूकरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1203 | तक्षँ ( तक्ष् ) | त्वचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1204 | तगिँ ( तग् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1205 | तटँ ( तट् ) | उच्छ्राये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1206 | तडिँ॒ ( तड् ) | ताडने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1207 | तडँ॑ ( तड् ) | आघाते | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1208 | तडँ ( तड् ) | आघाते | चुरादिः | सेट् | प.प |
1209 | तत्रिँ॑ ( तत्र् ) | कुटुम्बधारणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1210 | तत्रिँ ( तत्र् ) | कुटुम्बधारणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1211 | तनुँ॑ ( तन् ) | विस्तारे | तनादिः | सेट् | उ.प |
1212 | तनुँ॑ ( तन् ) | उपकरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1213 | तनुँ ( तन् ) | उपकरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1214 | तनुँ॑ ( तन् ) | श्रद्धे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1215 | तनुँ ( तन् ) | श्रद्धे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1216 | तन्चुँ(तन्च्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1217 | त॒न्चूँ(तन्च्) | सङ्कोचने | रुधादिः | अनिट् | प.प |
1218 | तन्चूँ(तन्च्) | सङ्कोचने | रुधादिः | सेट् | प.प |
1219 | तन्जूँ(तन्ज्) | सङ्कोचने | रुधादिः | सेट् | प.प |
1220 | त॒पँ ( तप् ) | सन्तापे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1221 | तपँ॒ ( तप् ) | ऐश्वर्ये | दिवादिः | सेट् | आ.प |
1222 | तपँ॑ ( तप् ) | दाहे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1223 | तपँ ( तप् ) | दाहे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1224 | तमुँ ( तम् ) | काङ्क्षायाम् | दिवादिः | सेट् | प.प |
1225 | तयँ॒ ( तय् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1226 | तयँ॒ ( तय् ) | रक्षणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1227 | तर्कँ॑ ( तर्क् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1228 | तर्कँ ( तर्क् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1229 | तर्कँ ( तर्क् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1230 | तर्जँ ( तर्ज् ) | भर्त्सने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1231 | तर्जँ॑ ( तर्ज् ) | सन्तर्जने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1232 | तर्जँ ( तर्ज् ) | सन्तर्जने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1233 | तर्दँ ( तर्द् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1234 | तलँ(तल्) | प्रतिष्ठाकरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1235 | तलँ॑ ( तल् ) | प्रतिष्ठायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1236 | तसिँ॑(तस्) | अलङ्कारे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1237 | तसिँ(तस्) | अलङ्कारे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1238 | तसुँ(तस्) | उपक्षये | दिवादिः | सेट् | प.प |
1239 | तसुँ(तस्) | प्रक्षेपणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1240 | तायृँ॒ ( ताय् ) | पालने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1241 | तायृँ॒ ( ताय् ) | सन्ताने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1242 | तिकृँ॒ ( तिक् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1243 | तिकँ(तिक्) | आस्कन्दने | स्वादिः | सेट् | प.प |
1244 | तिगँ ( तिग् ) | आस्कन्दने | स्वादिः | सेट् | प.प |
1245 | ति॒जँ॒ ( तिज् ) | क्षमायाम् | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
1246 | तिजँ॒ ( तिज् ) | क्षमायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1247 | ति॒जँ॒ ( तिज् ) | निशाने | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
1248 | तिजँ॒ ( तिज् ) | निशाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1249 | तिजँ॑ ( तिज् ) | निशाने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1250 | तिजँ ( तिज् ) | निशाने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1251 | तिजँ॑(तिज्) | निशामने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1252 | तिपृँ॒(तिप्) | क्षरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1253 | तिपँ॑(तिप्) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1254 | तिमँ ( तिम् ) | आर्द्रीभावे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1255 | तिलँ ( तिल् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1256 | तिलँ ( तिल् ) | स्नेहने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1257 | तिलँ॑ ( तिल् ) | स्नेहने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1258 | तिलँ ( तिल् ) | स्नेहने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1259 | तिल्लँ ( तिल्ल् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1260 | तीमँ(तीम्) | आर्द्रीभावे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1261 | तीर ( तीर ) | कर्मसमाप्तौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1262 | तीर ( तीर ) | कर्मसमाप्तौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
1263 | तीवँ ( तीव् ) | स्थौल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1264 | तुजिँ ( तुज् ) | पालने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1265 | तुजिँ(तुज्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1266 | तुजिँ॑ ( तुज् ) | निकेतने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1267 | तुजिँ ( तुज् ) | निकेतने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1268 | तुजिँ॑ ( तुज् ) | बलादाने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1269 | तुजिँ ( तुज् ) | बलादाने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1270 | तुजिँ॑ ( तुज् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1271 | तुजिँ ( तुज् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1272 | तुजिँ ( तुज् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1273 | तुजिँ॑ ( तुज् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1274 | तुजिँ ( तुज् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
1275 | तुजँ ( तुज् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1276 | तुटँ ( तुट् ) | कलहकर्मणि | तुदादिः | सेट् | प.प |
1277 | तुडिँ॒ ( तुड् ) | तोडने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1278 | तुडृँ ( तुड् ) | तोडने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1279 | तुडँ(तुड्) | तोडने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1280 | तुणँ ( तुण् ) | कौटिल्ये | तुदादिः | सेट् | प.प |
1281 | तुत्थ ( तुत्थ ) | आवरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1282 | तुत्थ ( तुत्थ ) | आवरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1283 | तु॒दँ॑ ( तुद् ) | व्यथने | तुदादिः | अनिट् | उ.प |
1284 | तुन्पँ(तुन्प्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1285 | तुन्पँ(तुन्प्) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
1286 | तुन्फँ(तुन्फ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1287 | तुन्फँ(तुन्फ्) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
1288 | तुपिँ(तुप्) | अर्दने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1289 | तुपँ ( तुप् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1290 | तुपँ ( तुप् ) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
1291 | तुफँ ( तुफ् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1292 | तुफँ ( तुफ् ) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
1293 | तुबिँ ( तुब् ) | अर्दने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1294 | तुबिँ॑(तुब्) | अदर्शने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1295 | तुबिँ॑ ( तुब् ) | अर्दने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1296 | तुबिँ ( तुब् ) | अर्दने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1297 | तुभँ॒ ( तुभ् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1298 | तुभँ ( तुभ् ) | हिंसायाम् | दिवादिः | सेट् | प.प |
1299 | तुभँ ( तुभ् ) | हिंसायाम् | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1300 | तु॒रँ॒ ( तुर् ) | त्वरणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1301 | तु॒रँ ( तुर् ) | त्वरणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
1302 | तुरँ ( तुर् ) | त्वरणे | जुहोत्यादिः | सेट् | प.प |
1303 | तुर्वीँ ( तुर्व् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1304 | तुलँ॑ ( तुल् ) | उन्माने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1305 | तुलँ ( तुल् ) | उन्माने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1306 | तु॒षँ ( तुष् ) | तुष्टौ | दिवादिः | अनिट् | प.प |
1307 | तु॒षँ ( तुष् ) | प्रीतौ | दिवादिः | अनिट् | प.प |
1308 | तुसँ ( तुस् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1309 | तुहिँर् ( तुह् ) | अर्दने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1310 | तूडृँ(तूड्) | तोडने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1311 | तूणँ॑ ( तूण् ) | पूरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1312 | तूणँ ( तूण् ) | पूरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1313 | तूरीँ॒ ( तूर् ) | गतित्वरणे | दिवादिः | सेट् | आ.प |
1314 | तूरीँ॒(तूर्) | त्वरणे | दिवादिः | सेट् | आ.प |
1315 | तूरीँ॒ ( तूर् ) | हिंसायाम् | दिवादिः | सेट् | आ.प |
1316 | तूलँ(तूल्) | निष्कर्षे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1317 | तूषँ ( तूष् ) | तुष्टौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1318 | तृक्षँ ( तृक्ष् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1319 | तृणुँ॑ ( तृण् ) | अदने | तनादिः | सेट् | उ.प |
1320 | तृणँ॑(तृण्) | अदने | तनादिः | सेट् | उ.प |
1321 | तृन्फँ(तृन्फ्) | तृप्तौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
1322 | तृन्हूँ(तृन्ह्) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
1323 | तृ॒पँ(तृप्) | प्रीणने | दिवादिः | अनिट् | प.प |
1324 | तृ॒पँ(तृप्) | प्रीतौ | दिवादिः | अनिट् | प.प |
1325 | तृपँ ( तृप् ) | प्रीणने | स्वादिः | सेट् | प.प |
1326 | तृपँ ( तृप् ) | तृप्तौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
1327 | तृपँ॑ ( तृप् ) | तृप्तौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1328 | तृपँ ( तृप् ) | तृप्तौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
1329 | तृपँ(तृप्) | सन्दीपने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1330 | तृफँ(तृफ्) | तृप्तौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
1331 | तृहिँ(तृह्) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1332 | तृहूँ ( तृह् ) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
1333 | तृहँ(तृह्) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1334 | तृहँ ( तृह् ) | हिंसायाम् | रुधादिः | सेट् | प.प |
1335 | तॄ ( तॄ ) | तरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1336 | तॄ ( तॄ ) | प्लवने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1337 | तेजँ ( तेज् ) | पालने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1338 | तेपृँ॒ ( तेप् ) | कम्पने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1339 | तेपृँ॒(तेप्) | क्षरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1340 | तेपृँ॒(तेप्) | क्षरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1341 | तेवृँ॒ ( तेव् ) | देवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1342 | त्य॒जँ(त्यज्) | हानौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1343 | त्रकिँ॒ ( त्रक् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1344 | त्रगिँ(त्रग्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1345 | त्रदिँ ( त्रद् ) | चेष्टायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1346 | त्रपूँ॒ष् ( त्रप् ) | लज्जायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1347 | त्रसिँ॑(त्रस्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1348 | त्रसिँ(त्रस्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1349 | त्रसिँ(त्रस्) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1350 | त्रसीँ ( त्रस् ) | उद्वेगे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1351 | त्रसँ॑ ( त्रस् ) | धारणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1352 | त्रसँ ( त्रस् ) | धारणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1353 | त्रुटँ ( त्रुट् ) | छेदने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1354 | त्रुटँ॑ ( त्रुट् ) | छेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1355 | त्रुटँ ( त्रुट् ) | छेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1356 | त्रुन्पँ(त्रुन्प्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1357 | त्रुन्फँ(त्रुन्फ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1358 | त्रुपँ ( त्रुप् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1359 | त्रुफँ(त्रुफ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1360 | त्रै॒ङ् ( त्रै ) | पालने | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
1361 | त्रौकृँ॒ ( त्रौक् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1362 | त्वक्षूँ ( त्वक्ष् ) | तनूकरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1363 | त्वक्षँ(त्वक्ष्) | त्वचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1364 | त्वगिँ ( त्वग् ) | कम्पने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1365 | त्वगिँ ( त्वग् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1366 | त्वचँ ( त्वच् ) | संवरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1367 | त्वन्चुँ(त्वन्च्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1368 | त्वि॒षँ॑ ( त्विष् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
1369 | त्सरँ ( त्सर् ) | छद्मगतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1370 | थुडँ ( थुड् ) | संवरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1371 | थुर्वीँ(थुर्व्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1372 | दक्षँ॒ ( दक्ष् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1373 | दक्षँ॒ ( दक्ष् ) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1374 | दक्षँ॒ ( दक्ष् ) | शासने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1375 | दक्षँ॒ ( दक्ष् ) | शीघ्रार्थे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1376 | दक्षँ॒ ( दक्ष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1377 | दघिँ(दघ्) | पालने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1378 | दघिँ(दघ्) | वर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1379 | दघँ(दघ्) | घातने | स्वादिः | सेट् | प.प |
1380 | दघँ(दघ्) | पालने | स्वादिः | सेट् | प.प |
1381 | दण्ड(दण्ड) | दण्डनिपातने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1382 | दण्ड(दण्ड) | दण्डनिपातने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1383 | दण्ड ( दण्ड ) | निपातने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1384 | ददँ॒ ( दद् ) | दाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1385 | दधँ॒(दध्) | धारणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1386 | दन्भुँ(दन्भ्) | दम्भे | स्वादिः | सेट् | प.प |
1387 | द॒न्शँ(दन्श्) | दशने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1388 | द॒न्शँ(दन्श्) | दंशने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1389 | दभँ॑(दभ्) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1390 | दमुँ ( दम् ) | उपशमने | दिवादिः | सेट् | प.प |
1391 | दमुँ(दम्) | उपशमे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1392 | दयँ॒(दय्) | आदाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1393 | दयँ॒(दय्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1394 | दयँ॒(दय्) | दाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1395 | दयँ॒(दय्) | रक्षणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1396 | दयँ॒(दय्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1397 | द॒॒रिदरा ( दरिद्रा ) | दुर्गतौ | अदादिः | सेट् | प.प |
1398 | दलँ ( दल् ) | विदारणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1399 | दलँ ( दल् ) | विशरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1400 | दलँ॑ ( दल् ) | विदारणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1401 | दलँ ( दल् ) | विदारणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1402 | दविँ(दव्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1403 | दशिँ॑(दश्) | दंशने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1404 | दशिँ(दश्) | दंशने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1405 | दशिँ॑(दश्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1406 | दशिँ(दश्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1407 | दशिँ(दश्) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1408 | दसिँ॑(दस्) | दर्शने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1409 | दसिँ(दस्) | दर्शने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1410 | दसिँ॑(दस्) | दंशने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1411 | दसिँ॑(दस्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1412 | दसिँ(दस्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1413 | दसिँ(दस्) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1414 | दसिँ(दस्) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
1415 | दसुँ ( दस् ) | उपक्षये | दिवादिः | सेट् | प.प |
1416 | दसुँ(दस्) | प्रक्षेपणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1417 | दहिँ॑(दह्) | रक्षणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1418 | द॒हँ ( दह् ) | भस्मीकरणे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1419 | दा॒ण् ( दा ) | दाने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1420 | दा॒नँ॑ ( दान् ) | अवखण्डने | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
1421 | दानँ॑ ( दान् ) | अवखण्डने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1422 | दानँ॑(दान्) | खण्डने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1423 | दा॒प् ( दा ) | लवने | अदादिः | अनिट् | प.प |
1424 | दाश ( दाश ) | हिंसायाम् | स्वादिः | सेट् | प.प |
1425 | दाशृँ॑ ( दाश् ) | दाने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1426 | दाशृँ॑(दाश्) | दाने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1427 | दासृँ॑ ( दास् ) | दाने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1428 | दिभिँ॑(दिभ्) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1429 | दिविँ(दिव्) | प्रीणने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1430 | दिवुँ ( दिव् ) | कान्तौ | दिवादिः | सेट् | प.प |
1431 | दिवुँ ( दिव् ) | क्रीडायाम् | दिवादिः | सेट् | प.प |
1432 | दिवुँ ( दिव् ) | गतौ | दिवादिः | सेट् | प.प |
1433 | दिवुँ ( दिव् ) | द्युतौ | दिवादिः | सेट् | प.प |
1434 | दिवुँ(दिव्) | मदे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1435 | दिवुँ(दिव्) | मोदने | दिवादिः | सेट् | प.प |
1436 | दिवुँ(दिव्) | विजिगीषायाम् | दिवादिः | सेट् | प.प |
1437 | दिवुँ(दिव्) | व्यवहारे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1438 | दिवुँ(दिव्) | स्तुतौ | दिवादिः | सेट् | प.प |
1439 | दिवुँ(दिव्) | स्वप्ने | दिवादिः | सेट् | प.प |
1440 | दिवुँ ( दिव् ) | अर्दने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1441 | दिवुँ॑ ( दिव् ) | परिकूजने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1442 | दिवुँ ( दिव् ) | परिकूजने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1443 | दि॒शँ॑ ( दिश् ) | अतिसर्जने | तुदादिः | अनिट् | उ.प |
1444 | दि॒हँ॑ ( दिह् ) | उपचये | अदादिः | अनिट् | उ.प |
1445 | दि॒हँ॑ ( दिह् ) | उपतापे | अदादिः | अनिट् | उ.प |
1446 | दीक्षँ॒ ( दीक्ष् ) | इज्यायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1447 | दीक्षँ॒ ( दीक्ष् ) | उपनयने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1448 | दीक्षँ॒ ( दीक्ष् ) | नियमे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1449 | दीक्षँ॒ ( दीक्ष् ) | मौण्ड्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1450 | दीक्षँ॒ ( दीक्ष् ) | व्रतादेशे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1451 | दी॒ङ् ( दी ) | क्षये | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
1452 | दीधीङ् ( दीधी ) | दीप्तौ | अदादिः | सेट् | आ.प |
1453 | दीधीङ् ( दीधी ) | देवने | अदादिः | सेट् | आ.प |
1454 | दीपीँ॒ ( दीप् ) | दीप्तौ | दिवादिः | सेट् | आ.प |
1455 | दु॒(दु) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1456 | दुडँ(दुड्) | निमज्जने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1457 | दुर्वीँ ( दुर्व् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1458 | दुलँ॑(दुल्) | उत्क्षेपणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1459 | दुलँ(दुल्) | उत्क्षेपणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1460 | दु॒षँ ( दुष् ) | वैकृत्ये | दिवादिः | अनिट् | प.प |
1461 | दुहिँर् ( दुह् ) | अर्दने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1462 | दु॒हँ॑ ( दुह् ) | प्रपूरणे | अदादिः | अनिट् | उ.प |
1463 | दुःख(दुःख) | तत्क्रियायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1464 | दुःख(दुःख) | तत्क्रियायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
1465 | दू॒ङ् ( दू ) | परितापे | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
1466 | दूङ् ( दू ) | परितापे | दिवादिः | सेट् | आ.प |
1467 | दृ(दृ) | भये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1468 | दृ(दृ) | हिंसायाम् | स्वादिः | सेट् | प.प |
1469 | दृ॒ङ्(दृ) | आदरे | तुदादिः | अनिट् | आ.प |
1470 | दृन्फँ(दृन्फ्) | उत्क्लेशे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1471 | दृ॒पँ(दृप्) | मोचने | दिवादिः | अनिट् | प.प |
1472 | दृ॒पँ(दृप्) | मोहने | दिवादिः | अनिट् | प.प |
1473 | दृ॒पँ(दृप्) | हर्षे | दिवादिः | अनिट् | प.प |
1474 | दृपँ(दृप्) | सन्दीपने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1475 | दृफँ ( दृफ् ) | उत्क्लेशे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1476 | दृभीँ ( दृभ् ) | ग्रन्थे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1477 | दृभीँ॑(दृभ्) | भये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1478 | दृभीँ(दृभ्) | भये | चुरादिः | सेट् | प.प |
1479 | दृभँ॑ ( दृभ् ) | सन्दर्भे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1480 | दृभँ ( दृभ् ) | सन्दर्भे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1481 | दृ॒शिँर् ( दृश् ) | प्रेक्षणे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1482 | दृहिँ ( दृह् ) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1483 | दृहँ ( दृह् ) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1484 | दॄ(दॄ) | भये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1485 | दॄ ( दॄ ) | विदारणे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1486 | दे॒ङ् ( दे ) | रक्षणे | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
1487 | देवृँ॒ ( देव् ) | देवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1488 | दै॒प् ( दै ) | शोधने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1489 | दो॒ ( दो ) | अवखण्डने | दिवादिः | अनिट् | प.प |
1490 | दो ( दो ) | अवखण्डने | दिवादिः | सेट् | प.प |
1491 | द्यु॒ ( द्यु ) | अभिगमने | अदादिः | अनिट् | प.प |
1492 | द्युतँ॒ ( द्युत् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1493 | द्यै॒ ( द्यै ) | न्यक्करणे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1494 | द्यै॒(द्यै) | न्यङ्गविधाने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1495 | द्रमँ ( द्रम् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1496 | द्रा॒(द्रा) | कुत्सायां_गतौ | अदादिः | अनिट् | प.प |
1497 | द्रा॒(द्रा) | कुत्सितायां_गतौ | अदादिः | अनिट् | प.प |
1498 | द्राक्षिँ ( द्राक्ष् ) | काङ्क्षायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1499 | द्राक्षिँ(द्राक्ष्) | घोरनिवाशिते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1500 | द्राक्षिँ ( द्राक्ष् ) | घोरवाशिते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1501 | द्राक्षिँ(द्राक्ष्) | घोरवासिते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1502 | द्राखृँ ( द्राख् ) | अलमर्थे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1503 | द्राखृँ ( द्राख् ) | शोषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1504 | द्राघृँ॒ ( द्राघ् ) | आयामे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1505 | द्राघृँ॒ ( द्राघ् ) | आयासे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1506 | द्राघृँ॒ ( द्राघ् ) | सामर्थ्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1507 | द्राडृँ॒ ( द्राड् ) | विशरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1508 | द्राहृँ॒ ( द्राह् ) | निक्षेपे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1509 | द्राहृँ॒ ( द्राह् ) | निद्राक्षये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1510 | द्रु॒ ( द्रु ) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1511 | द्रुणँ ( द्रुण् ) | कौटिल्ये | तुदादिः | सेट् | प.प |
1512 | द्रुणँ ( द्रुण् ) | गतौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
1513 | द्रुणँ ( द्रुण् ) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
1514 | द्रु॒हँ ( द्रुह् ) | जिघांसायाम् | दिवादिः | अनिट् | प.प |
1515 | द्रूञ्(द्रू) | हिंसायाम् | क्र्यादिः | सेट् | उ.प |
1516 | द्रेकृँ॒ ( द्रेक् ) | उत्साहे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1517 | द्रेकृँ॒ ( द्रेक् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1518 | द्रै॒ ( द्रै ) | स्वप्ने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1519 | द्वि॒षँ॑ ( द्विष् ) | अप्रीतौ | अदादिः | अनिट् | उ.प |
1520 | द्वृ॒(द्वृ) | अनादरे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1521 | द्वृ॒(द्वृ) | वरणे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1522 | धक्कँ॑(धक्क्) | नाशने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1523 | धक्कँ(धक्क्) | नाशने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1524 | धणँ ( धण् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1525 | ध॒नँ॒ ( धन् ) | धान्ये | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1526 | ध॒नँ ( धन् ) | धान्ये | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
1527 | धनँ ( धन् ) | धान्ये | जुहोत्यादिः | सेट् | प.प |
1528 | धविँ ( धव् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1529 | धावुँ॑ ( धाव् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1530 | धावुँ ( धाव् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1531 | धावुँ॑ ( धाव् ) | शुद्धौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1532 | धावुँ ( धाव् ) | शुद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1533 | धि॒ ( धि ) | धारणे | तुदादिः | अनिट् | प.प |
1534 | धि॒(धि) | विधारणे | तुदादिः | अनिट् | प.प |
1535 | धिक्षँ॒(धिक्ष्) | क्लेशने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1536 | धिक्षँ॒(धिक्ष्) | जीवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1537 | धिक्षँ॒(धिक्ष्) | सन्दीपने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1538 | धिविँ(धिव्) | प्रीणने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1539 | धि॒षँ॒ ( धिष् ) | शब्दे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1540 | धि॒षँ ( धिष् ) | शब्दे | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
1541 | धिषँ ( धिष् ) | शब्दे | जुहोत्यादिः | सेट् | प.प |
1542 | धी॒ङ् ( धी ) | अनादरे | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
1543 | धी॒ङ् ( धी ) | आदाने | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
1544 | धी॒ङ् ( धी ) | आधारे | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
1545 | धुक्षँ॒(धुक्ष्) | क्लेशने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1546 | धुक्षँ॒(धुक्ष्) | जीवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1547 | धुक्षँ॒(धुक्ष्) | सन्दीपने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1548 | धु॒ञ् ( धु ) | कम्पने | स्वादिः | अनिट् | उ.प |
1549 | धुञ् ( धु ) | कम्पने | स्वादिः | सेट् | उ.प |
1550 | धुर्वीँ(धुर्व्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1551 | धू ( धू ) | विधूनने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1552 | धूञ् ( धू ) | कम्पने | स्वादिः | सेट् | उ.प |
1553 | धूञ् ( धू ) | कम्पने | क्र्यादिः | सेट् | उ.प |
1554 | धूञ् ( धू ) | कम्पने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1555 | धूञ् ( धू ) | कम्पने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1556 | धूपँ ( धूप् ) | सन्तापे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1557 | धूपँ॑ ( धूप् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1558 | धूपँ ( धूप् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1559 | धूपँ ( धूप् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1560 | धूरीँ॒ ( धूर् ) | गतौ | दिवादिः | सेट् | आ.प |
1561 | धूरीँ॒(धूर्) | हिंसायाम् | दिवादिः | सेट् | आ.प |
1562 | धूषँ॑(धूष्) | कान्तिकरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1563 | धूसँ॑ ( धूस् ) | कान्तिकरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1564 | धूसँ ( धूस् ) | कान्तिकरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1565 | धृ॒ङ् ( धृ ) | अवध्वंसने | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
1566 | धृ॒ङ्(धृ) | अवस्थाने | तुदादिः | अनिट् | आ.प |
1567 | धृजिँ ( धृज् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1568 | धृजँ ( धृज् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1569 | धृ॒ञ् ( धृ ) | धारणे | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
1570 | धृषँ(धृष्) | अप्रसहने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1571 | धृषँ॑ ( धृष् ) | प्रसहने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1572 | धृषँ ( धृष् ) | प्रसहने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1573 | धेकृँ॒(धेक्) | उत्साहे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1574 | धेकृँ॒(धेक्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1575 | धे॒ट् ( धे ) | पाने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1576 | धोर्ऋँ(धोर्) | गतिचातुर्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1577 | ध्मा॒ ( ध्मा ) | अग्निसंयोगे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1578 | ध्मा॒ ( ध्मा ) | शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1579 | ध्यै॒ ( ध्यै ) | चिन्तायाम् | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1580 | ध्रजिँ ( ध्रज् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1581 | ध्रजँ(ध्रज्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1582 | ध्रणँ(ध्रण्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1583 | ध्राक्षिँ ( ध्राक्ष् ) | काङ्क्षायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1584 | ध्राक्षिँ(ध्राक्ष्) | घोरनिवाशिते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1585 | ध्राक्षिँ ( ध्राक्ष् ) | घोरवाशिते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1586 | ध्राक्षिँ(ध्राक्ष्) | घोरवासिते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1587 | ध्राखृँ ( ध्राख् ) | अलमर्थे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1588 | ध्राखृँ ( ध्राख् ) | शोषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1589 | ध्राघृँ॒(ध्राघ्) | सामर्थ्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1590 | ध्राडृँ॒ ( ध्राड् ) | विशरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1591 | ध्रु॒ ( ध्रु ) | स्थैर्ये | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1592 | ध्रु॒(ध्रु) | गतौ | तुदादिः | अनिट् | प.प |
1593 | ध्रु(ध्रु) | गतौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
1594 | ध्रु॒(ध्रु) | स्थैर्ये | तुदादिः | अनिट् | प.प |
1595 | ध्रु(ध्रु) | स्थैर्ये | तुदादिः | सेट् | प.प |
1596 | ध्रेकृँ॒ ( ध्रेक् ) | उत्साहे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1597 | ध्रेकृँ॒ ( ध्रेक् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1598 | ध्रै॒ ( ध्रै ) | तृप्तौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1599 | ध्वजिँ ( ध्वज् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1600 | ध्वजँ ( ध्वज् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1601 | ध्वणँ ( ध्वण् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1602 | ध्वन(ध्वन) | शब्दे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1603 | ध्वन(ध्वन) | शब्दे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1604 | ध्वनँ ( ध्वन् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1605 | ध्वनँ ( ध्वन् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1606 | ध्वन्सुँ॒(ध्वन्स्) | अधःपतने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1607 | ध्वन्सुँ॒(ध्वन्स्) | अवस्रंसने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1608 | ध्वन्सुँ॒(ध्वन्स्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1609 | ध्वाक्षिँ(ध्वाक्ष्) | काङ्क्षायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1610 | ध्वाक्षिँ(ध्वाक्ष्) | घोरवाशिते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1611 | ध्वाक्षिँ(ध्वाक्ष्) | घोरवासिते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1612 | ध्वृ॒(ध्वृ) | हूर्च्छने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1613 | नक्कँ॑(नक्क्) | नाशने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1614 | नक्कँ(नक्क्) | नाशने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1615 | नखँ(नख्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1616 | नटँ॑ ( नट् ) | अवस्यन्दने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1617 | नटँ ( नट् ) | अवस्यन्दने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1618 | नटँ॑(नट्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1619 | नर्दँ ( नर्द् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1620 | नर्बँ(नर्ब्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1621 | नाथृँ॒(नाथ्) | आशिषि | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1622 | नाथृँ॒ ( नाथ् ) | उपतापे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1623 | नाथृँ॒ ( नाथ् ) | ऐश्वर्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1624 | नाथृँ॒ ( नाथ् ) | याच्ञायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1625 | नाधृँ॒(नाध्) | आशिषि | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1626 | नाधृँ॒(नाध्) | उपतापे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1627 | नाधृँ॒(नाध्) | ऐश्वर्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1628 | नाधृँ॒(नाध्) | याच्ञायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1629 | निवास ( निवास ) | आच्छादने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1630 | निवास ( निवास ) | आच्छादने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1631 | नृ(नृ) | नये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1632 | नृतीँ ( नृत् ) | गात्रविक्षेपे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1633 | नॄ(नॄ) | नये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1634 | नॄ ( नॄ ) | नये | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1635 | पक्षँ ( पक्ष् ) | परिग्रहे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1636 | पक्षँ॑ ( पक्ष् ) | परिग्रहे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1637 | पचिँ॒(पच्) | व्यक्तीकरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1638 | पचिँ॑ ( पच् ) | विस्तारवचने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1639 | पचिँ ( पच् ) | विस्तारवचने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1640 | पट(पट) | ग्रन्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1641 | पट(पट) | ग्रन्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1642 | पटँ ( पट् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1643 | पटँ॑ ( पट् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1644 | पटँ ( पट् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1645 | पटँ ( पट् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1646 | पठँ(पठ्) | व्यक्तायां_वाचि | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1647 | पडिँ॒ ( पड् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1648 | पडिँ॑ ( पड् ) | नाशने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1649 | पणँ॒ ( पण् ) | व्यवहारे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1650 | पणँ॒ ( पण् ) | स्तुतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1651 | पत(पत) | गतौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1652 | पत(पत) | गतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
1653 | पतॢँ(पत्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1654 | पथिँ॑ ( पथ् ) | गतौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1655 | पथिँ ( पथ् ) | गतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
1656 | पथेँ ( पथ् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1657 | पद(पद) | गतौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1658 | पद(पद) | गतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
1659 | प॒दँ॒ ( पद् ) | गतौ | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
1660 | पनँ॒ ( पन् ) | व्यवहारे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1661 | पनँ॒(पन्) | स्तुतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1662 | पयँ॒ ( पय् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1663 | पर्ण ( पर्ण ) | हरितभावे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1664 | पर्ण ( पर्ण ) | हरितभावे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1665 | पर्थँ॑(पर्थ्) | प्रक्षेपणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1666 | पर्दँ॒(पर्द्) | कुत्सिते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1667 | पर्पँ ( पर्प् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1668 | पर्बँ ( पर्ब् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1669 | पर्वँ(पर्व्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1670 | पर्वँ(पर्व्) | पूरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1671 | पर्वँ(पर्व्) | पूर्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1672 | पर्षँ॒(पर्ष्) | स्नेहने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1673 | पलँ ( पल् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1674 | पलँ॑(पल्) | रक्षणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1675 | पलँ(पल्) | रक्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1676 | पल्यूल ( पल्यूल ) | पवने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1677 | पल्यूल ( पल्यूल ) | पवने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1678 | पल्यूल ( पल्यूल ) | लवने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1679 | पल्यूल ( पल्यूल ) | लवने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1680 | पश(पश) | अनुपसर्गे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1681 | पशँ॑ ( पश् ) | बन्धने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1682 | पशँ ( पश् ) | बन्धने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1683 | पशँ ( पश् ) | बन्धने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1684 | पष(पष) | अनुपसर्गे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1685 | पष(पष) | अनुपसर्गे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1686 | पसिँ॑(पस्) | नाशने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1687 | पसिँ(पस्) | नाशने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1688 | पा॒ ( पा ) | पाने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1689 | पा॒ ( पा ) | रक्षणे | अदादिः | अनिट् | प.प |
1690 | पार ( पार ) | कर्मसमाप्तौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1691 | पार ( पार ) | कर्मसमाप्तौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
1692 | पालँ॑ ( पाल् ) | रक्षणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1693 | पि॒(पि) | गतौ | तुदादिः | अनिट् | प.प |
1694 | पिच्चँ॑(पिच्च्) | कुट्टने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1695 | पिछँ॑(पिछ्) | कुट्टने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1696 | पिछँ(पिछ्) | कुट्टने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1697 | पिजिँ॒(पिज्) | वर्णे | अदादिः | सेट् | आ.प |
1698 | पिजिँ॑ ( पिज् ) | निकेतने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1699 | पिजिँ ( पिज् ) | निकेतने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1700 | पिजिँ॑ ( पिज् ) | बलादाने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1701 | पिजिँ ( पिज् ) | बलादाने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1702 | पिजिँ॑(पिज्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1703 | पिजिँ(पिज्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1704 | पिजिँ ( पिज् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1705 | पिजिँ॑(पिज्) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1706 | पिजिँ(पिज्) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
1707 | पिटँ ( पिट् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1708 | पिटँ ( पिट् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1709 | पिटँ ( पिट् ) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1710 | पिठँ(पिठ्) | सङ्क्लेशने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1711 | पिठँ(पिठ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1712 | पिडिँ॒ ( पिड् ) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1713 | पिडिँ॑ ( पिड् ) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1714 | पिडिँ ( पिड् ) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | प.प |
1715 | पिलँ॑(पिल्) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1716 | पिलँ(पिल्) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1717 | पिविँ(पिव्) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1718 | पिविँ(पिव्) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1719 | पिविँ(पिव्) | स्रंसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1720 | पिशँ ( पिश् ) | अवयवे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1721 | पि॒षॢँ(पिष्) | सञ्चूर्णने | रुधादिः | अनिट् | प.प |
1722 | पिसिँ॑ ( पिस् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1723 | पिसिँ ( पिस् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1724 | पिसृँ ( पिस् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1725 | पिसँ॑ ( पिस् ) | गतौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1726 | पिसँ ( पिस् ) | गतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
1727 | पी॒ङ् ( पी ) | पाने | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
1728 | पीडँ॑ ( पीड् ) | अवगाहने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1729 | पीडँ ( पीड् ) | अवगाहने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1730 | पीडँ॑(पीड्) | गहने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1731 | पीलँ ( पील् ) | प्रतिष्टम्भे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1732 | पीवँ ( पीव् ) | स्थौल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1733 | पुट(पुट) | संसर्गे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1734 | पुट(पुट) | संसर्गे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1735 | पुटिँ॑ ( पुट् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1736 | पुटँ ( पुट् ) | संश्लेषणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1737 | पुटँ॑ ( पुट् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1738 | पुटँ ( पुट् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1739 | पुटँ ( पुट् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1740 | पुटँ॑ ( पुट् ) | सञ्चूर्णने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1741 | पुडिँ ( पुड् ) | खण्डने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1742 | पुडँ ( पुड् ) | उत्सर्गे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1743 | पुणँ(पुण्) | कर्मणि_शुभे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1744 | पुणँ(पुण्) | कौटिल्ये | तुदादिः | सेट् | प.प |
1745 | पुत्टँ॑(पुत्ट्) | अल्पीभावे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1746 | पुत्टँ(पुत्ट्) | अल्पीभावे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1747 | पुथिँ(पुथ्) | सङ्क्लेशने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1748 | पुथिँ ( पुथ् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1749 | पुथेँ(पुथ्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1750 | पुथँ ( पुथ् ) | हिंसायाम् | दिवादिः | सेट् | प.प |
1751 | पुथँ॑ ( पुथ् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1752 | पुथँ ( पुथ् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1753 | पुथँ ( पुथ् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1754 | पुरँ ( पुर् ) | अग्रगमने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1755 | पुर्वँ(पुर्व्) | पूर्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1756 | पुलँ(पुल्) | महत्वे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1757 | पुलँ॑ ( पुल् ) | महत्वे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1758 | पुलँ ( पुल् ) | महत्वे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1759 | पुलँ॑ ( पुल् ) | समुच्छ्राये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1760 | पुषँ ( पुष् ) | पुष्टौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1761 | पु॒षँ ( पुष् ) | पुष्टौ | दिवादिः | अनिट् | प.प |
1762 | पुषँ ( पुष् ) | पुष्टौ | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1763 | पुषँ॑ ( पुष् ) | धारणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1764 | पुषँ ( पुष् ) | धारणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1765 | पुष्पँ(पुष्प्) | विकसने | दिवादिः | सेट् | प.प |
1766 | पुष्पँ(पुष्प्) | विकासे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1767 | पुस्तँ॑ ( पुस्त् ) | अनादरे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1768 | पुस्तँ ( पुस्त् ) | अनादरे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1769 | पुस्तँ॑ ( पुस्त् ) | आदरे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1770 | पुस्तँ ( पुस्त् ) | आदरे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1771 | पुस्तँ ( पुस्त् ) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | प.प |
1772 | पुंसँ॑ ( पुंस् ) | अभिमर्दने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1773 | पुंसँ॑ ( पुंस् ) | अभिवर्धने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1774 | पुंसँ ( पुंस् ) | अभिवर्धने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1775 | पूङ् ( पू ) | पवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1776 | पूजँ॑ ( पूज् ) | पूजायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1777 | पूजँ ( पूज् ) | पूजायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
1778 | पूञ् ( पू ) | पवने | क्र्यादिः | सेट् | उ.प |
1779 | पूयीँ॒(पूय्) | दुर्गन्धे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1780 | पूयीँ॒(पूय्) | विशरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1781 | पूरीँ॒ ( पूर् ) | आप्यायने | दिवादिः | सेट् | आ.प |
1782 | पूरीँ॑ ( पूर् ) | आप्यायने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1783 | पूरीँ ( पूर् ) | आप्यायने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1784 | पूर्वँ(पूर्व्) | पूरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1785 | पूर्वँ॑(पूर्व्) | निकेतने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1786 | पूर्वँ(पूर्व्) | निकेतने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1787 | पूलँ(पूल्) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1788 | पूलँ॑ ( पूल् ) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1789 | पूलँ ( पूल् ) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | प.प |
1790 | पूषँ(पूष्) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1791 | पृ॒(पृ) | पालने | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1792 | पृ॒(पृ) | पूरणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1793 | पृ॒(पृ) | प्रीतौ | स्वादिः | अनिट् | प.प |
1794 | पृ॒ङ्(पृ) | व्यायामे | तुदादिः | अनिट् | आ.प |
1795 | पृचीँ॒ ( पृच् ) | सम्पर्के | अदादिः | सेट् | आ.प |
1796 | पृचीँ॒(पृच्) | सम्पर्चने | अदादिः | सेट् | आ.प |
1797 | पृचीँ ( पृच् ) | सम्पर्के | रुधादिः | सेट् | प.प |
1798 | पृचीँ(पृच्) | सम्पर्चने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1799 | पृचँ॑ ( पृच् ) | संयमने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1800 | पृचँ ( पृच् ) | संयमने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1801 | पृजीँ॒(पृज्) | सम्पर्के | अदादिः | सेट् | आ.प |
1802 | पृडँ(पृड्) | सुखे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1803 | पृणँ ( पृण् ) | प्रीणने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1804 | पृथुँ॒(पृथ्) | विस्तारे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1805 | पृथँ॑(पृथ्) | प्रक्षेपणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1806 | पृथँ(पृथ्) | प्रक्षेपणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1807 | पृषुँ(पृष्) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1808 | पॄ ( पॄ ) | पालने | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
1809 | पॄ ( पॄ ) | पालने | जुहोत्यादिः | सेट् | प.प |
1810 | पॄ ( पॄ ) | पूरणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
1811 | पॄ ( पॄ ) | पूरणे | जुहोत्यादिः | सेट् | प.प |
1812 | पॄ ( पॄ ) | पालने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1813 | पॄ ( पॄ ) | पूरणे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1814 | पॄ ( पॄ ) | पूरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1815 | पॄ ( पॄ ) | पूरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1816 | पेबृँ॒(पेब्) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1817 | पेलृँ(पेल्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1818 | पेवृँ॒ ( पेव् ) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1819 | पेवृँ॒ ( पेव् ) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1820 | पेसृँ ( पेस् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1821 | पै॒ ( पै ) | शोषणे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1822 | पैणृँ ( पैण् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1823 | पैणृँ(पैण्) | प्रेरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1824 | पैणृँ ( पैण् ) | श्लेषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1825 | प्युसँ(प्युस्) | विभागे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1826 | प्युसँ(प्युस्) | विभागे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1827 | प्यै॒ङ् ( प्यै ) | वृद्धौ | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
1828 | प्र॒छँ(प्रछ्) | ज्ञीप्सायाम् | तुदादिः | अनिट् | प.प |
1829 | प्रथँ॒ ( प्रथ् ) | प्रख्याने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1830 | प्रथँ॑ ( प्रथ् ) | प्रख्याने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1831 | प्रथँ ( प्रथ् ) | प्रख्याने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1832 | प्रसँ॒ ( प्रस् ) | प्रसवे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1833 | प्रसँ॒ ( प्रस् ) | विस्तारे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1834 | प्रा॒ ( प्रा ) | पूरणे | अदादिः | अनिट् | प.प |
1835 | प्री॒ङ् ( प्री ) | प्रीतौ | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
1836 | प्री॒ञ् ( प्री ) | कान्तौ | क्र्यादिः | अनिट् | उ.प |
1837 | प्री॒ञ् ( प्री ) | तर्पणे | क्र्यादिः | अनिट् | उ.प |
1838 | प्रीञ् ( प्री ) | तर्पणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1839 | प्रीञ् ( प्री ) | तर्पणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1840 | प्रु॒ङ् ( प्रु ) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
1841 | प्रुषुँ ( प्रुष् ) | दाहे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1842 | प्रुषँ ( प्रुष् ) | पूरणे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1843 | प्रुषँ ( प्रुष् ) | मोचने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1844 | प्रुषँ ( प्रुष् ) | सेचने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1845 | प्रुषँ ( प्रुष् ) | सेवने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1846 | प्रुषँ ( प्रुष् ) | स्नेहने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1847 | प्रेषृँ॒(प्रेष्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1848 | प्रेषृँ॒(प्रेष्) | यत्ने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1849 | प्रोथृँ॑ ( प्रोथ् ) | पर्याप्तौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1850 | प्लिहँ॒ ( प्लिह् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1851 | प्ली॒ ( प्ली ) | गतौ | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
1852 | प्ली॒ ( प्ली ) | श्लेषणे | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
1853 | प्लु॒ङ् ( प्लु ) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
1854 | प्लुषुँ(प्लुष्) | दाहे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1855 | प्लुषँ ( प्लुष् ) | दाहे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1856 | प्लुषँ ( प्लुष् ) | दाहे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1857 | प्लुषँ ( प्लुष् ) | पूरणे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1858 | प्लुषँ ( प्लुष् ) | मोचने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1859 | प्लुषँ(प्लुष्) | सेचने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1860 | प्लुषँ ( प्लुष् ) | सेवने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1861 | प्लुषँ ( प्लुष् ) | स्नेहने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
1862 | प्लेबृँ॒(प्लेब्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1863 | प्लेवृँ॒(प्लेव्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1864 | प्लेवृँ॒(प्लेव्) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1865 | प्सा॒ ( प्सा ) | भक्षणे | अदादिः | अनिट् | प.प |
1866 | फक्कँ ( फक्क् ) | नीचैर्गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1867 | फणँ(फण्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1868 | फलँ ( फल् ) | निष्पत्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1869 | फुल्लँ ( फुल्ल् ) | विकसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1870 | फेलृँ(फेल्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1871 | बदँ ( बद् ) | स्थैर्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1872 | ब॒धँ॒ ( बध् ) | बन्धने | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
1873 | बधँ॒ ( बध् ) | बन्धने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1874 | बधँ॑ ( बध् ) | संयमने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1875 | बधँ ( बध् ) | संयमने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1876 | ब॒न्धँ ( बन्ध् ) | बन्धने | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
1877 | बभ्रँ(बभ्र्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1878 | बर्बँ ( बर्ब् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1879 | बर्हँ॒ ( बर्ह् ) | दाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1880 | बर्हँ॒ ( बर्ह् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1881 | बर्हँ॒ ( बर्ह् ) | प्राधान्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1882 | बर्हँ॒(बर्ह्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1883 | बर्हँ ( बर्ह् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1884 | बर्हँ॑ ( बर्ह् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1885 | बर्हँ ( बर्ह् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
1886 | बलँ(बल्) | धान्यावरोधे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1887 | बलँ(बल्) | प्राणने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1888 | बलँ॑ ( बल् ) | प्राणने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1889 | बलँ ( बल् ) | प्राणने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1890 | बलँ(बल्) | भृतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
1891 | बल्हँ॒ ( बल्ह् ) | दाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1892 | बल्हँ॒ ( बल्ह् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1893 | बल्हँ॒ ( बल्ह् ) | प्राधान्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1894 | बल्हँ॒(बल्ह्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1895 | बल्हँ ( बल्ह् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1896 | बष्क(बष्क) | दर्शने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1897 | बसँ(बस्) | उत्सर्गे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1898 | बस्तँ॑ ( बस्त् ) | अर्दने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1899 | बस्तँ ( बस्त् ) | अर्दने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1900 | बहिँ॒(बह्) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1901 | बहिँ(बह्) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1902 | बाधृँ॒ ( बाध् ) | रोटने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1903 | बाधृँ॒ ( बाध् ) | लोडने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1904 | बाहृँ॒ ( बाह् ) | प्रयत्ने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1905 | बिटँ ( बिट् ) | आक्रोशे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1906 | बिडँ(बिड्) | आक्रोशे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1907 | बिदिँ ( बिद् ) | अवयवे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1908 | बिलँ ( बिल् ) | भेदने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1909 | बिलँ॑ ( बिल् ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1910 | बिलँ ( बिल् ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1911 | बिसँ(बिस्) | प्रेरणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1912 | बुक्कँ ( बुक्क् ) | भषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1913 | बुक्कँ(बुक्क्) | भाषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1914 | बुक्कँ॑ ( बुक्क् ) | भाषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1915 | बुक्कँ ( बुक्क् ) | भाषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1916 | बुडँ(बुड्) | संवरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
1917 | बुधिँ॑र् ( बुध् ) | बोधने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1918 | बु॒धँ ( बुध् ) | अवगमने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
1919 | बुधँ ( बुध् ) | अवगमने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1920 | बु॒धँ॒ ( बुध् ) | अवगमने | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
1921 | बुलँ॑(बुल्) | निमज्जने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1922 | बुसँ ( बुस् ) | उत्सर्गे | दिवादिः | सेट् | प.प |
1923 | बुस्तँ॑ ( बुस्त् ) | अनादरे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1924 | बुस्तँ ( बुस्त् ) | अनादरे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1925 | बुस्तँ॑ ( बुस्त् ) | आदरे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1926 | बुस्तँ ( बुस्त् ) | आदरे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1927 | बृहिँ ( बृह् ) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1928 | बृहिँ ( बृह् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1929 | बृहुँ(बृह्) | उद्यमने | तुदादिः | सेट् | प.प |
1930 | बृहँ ( बृह् ) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1931 | ब्रीसँ॑(ब्रीस्) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1932 | ब्रू॒ञ्(ब्रू) | व्यक्तायां_वाचि | अदादिः | अनिट् | उ.प |
1933 | ब्रूसँ॑ ( ब्रूस् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1934 | ब्रूसँ ( ब्रूस् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
1935 | ब्ली॒(ब्ली) | वरणे | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
1936 | ब्लेष्क(ब्लेष्क) | दर्शने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1937 | भक्षँ॑(भक्ष्) | भक्षणे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
1938 | भक्षँ॑ ( भक्ष् ) | अदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1939 | भक्षँ ( भक्ष् ) | अदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1940 | भजिँ॑ ( भज् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1941 | भजिँ ( भज् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1942 | भ॒जँ॑ ( भज् ) | सेवायाम् | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
1943 | भजँ॑ ( भज् ) | विश्राणने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1944 | भजँ ( भज् ) | विश्राणने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1945 | भटँ ( भट् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1946 | भटँ ( भट् ) | भृतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1947 | भडिँ॒ ( भड् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1948 | भडिँ॒(भड्) | परिहासे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1949 | भडिँ॑ ( भड् ) | कल्याणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1950 | भडिँ ( भड् ) | कल्याणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1951 | भणँ ( भण् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1952 | भदिँ॒(भद्) | कल्याणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1953 | भदिँ॒(भद्) | सुखे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1954 | भ॒न्जोँ(भन्ज्) | आमर्दने | रुधादिः | अनिट् | प.प |
1955 | भर्त्सँ॑ ( भर्त्स् ) | सन्तर्जने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1956 | भर्त्सँ ( भर्त्स् ) | सन्तर्जने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1957 | भर्बँ(भर्ब्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1958 | भर्वँ ( भर्व् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1959 | भलँ॒ ( भल् ) | दाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1960 | भलँ॒ ( भल् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1961 | भलँ॒ ( भल् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1962 | भलँ॑ ( भल् ) | आभण्डने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1963 | भलँ ( भल् ) | आभण्डने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1964 | भल्लँ॒ ( भल्ल् ) | दाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1965 | भल्लँ॒ ( भल्ल् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1966 | भल्लँ॒ ( भल्ल् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1967 | भषँ ( भष् ) | भर्त्सने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1968 | भ॒सँ॒ ( भस् ) | दीप्तौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1969 | भ॒सँ ( भस् ) | दीप्तौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
1970 | भसँ ( भस् ) | दीप्तौ | जुहोत्यादिः | सेट् | प.प |
1971 | भ॒सँ॒ ( भस् ) | भर्त्सने | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
1972 | भ॒सँ ( भस् ) | भर्त्सने | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
1973 | भसँ ( भस् ) | भर्त्सने | जुहोत्यादिः | सेट् | प.प |
1974 | भा॒ ( भा ) | दीप्तौ | अदादिः | अनिट् | प.प |
1975 | भाज ( भाज ) | पृथक्कर्मणि | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1976 | भाज ( भाज ) | पृथक्कर्मणि | चुरादिः | सेट् | प.प |
1977 | भाम(भाम) | क्रोधे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1978 | भाम(भाम) | क्रोधे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1979 | भामँ॒ ( भाम् ) | क्रोधे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1980 | भाषँ॒(भाष्) | व्यक्तायां_वाचि | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1981 | भासृँ॒ ( भास् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1982 | भिक्षँ॒(भिक्ष्) | अलाभे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1983 | भिक्षँ॒(भिक्ष्) | भिक्षायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1984 | भिक्षँ॒(भिक्ष्) | याच्ञायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1985 | भिक्षँ॒(भिक्ष्) | लाभे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
1986 | भि॒दिँ॑र् ( भिद् ) | विदारणे | रुधादिः | अनिट् | उ.प |
1987 | भुजिँ(भुज्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1988 | भु॒जोँ(भुज्) | कौटिल्ये | तुदादिः | अनिट् | प.प |
1989 | भु॒जँ ( भुज् ) | अभ्यवहारे | रुधादिः | अनिट् | प.प |
1990 | भु॒जँ ( भुज् ) | पालने | रुधादिः | अनिट् | प.प |
1991 | भुवोँ॑(भुव्) | अवकल्कने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1992 | भुवोँ(भुव्) | अवकल्कने | चुरादिः | सेट् | प.प |
1993 | भू ( भू ) | सत्तायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1994 | भू ( भू ) | प्राप्तौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1995 | भू ( भू ) | प्राप्तौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
1996 | भूषँ ( भूष् ) | अलङ्कारे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
1997 | भूषँ॑ ( भूष् ) | अलङ्कारे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
1998 | भूषँ ( भूष् ) | अलङ्कारे | चुरादिः | सेट् | प.प |
1999 | भृजीँ॒ ( भृज् ) | भर्जने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2000 | भृ॒ञ् ( भृ ) | भरणे | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
2001 | भृशिँ॑ ( भृश् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2002 | भृशुँ ( भृश् ) | अधःपतने | दिवादिः | सेट् | प.प |
2003 | भृषुँ(भृष्) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2004 | भृषुँ(भृष्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2005 | भॄ(भॄ) | भरणे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2006 | भॄ(भॄ) | भर्जने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2007 | भॄ(भॄ) | भर्त्सने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2008 | भेषृँ॑ ( भेष् ) | भये | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2009 | भ्यसँ॒ ( भ्यस् ) | भये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2010 | भ्रक्षँ॑ ( भ्रक्ष् ) | अदने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2011 | भ्रणँ ( भ्रण् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2012 | भ्रन्शुँ॒(भ्रन्श्) | अधःपतने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2013 | भ्रन्शुँ॒(भ्रन्श्) | अवस्रंसने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2014 | भ्रन्शुँ(भ्रन्श्) | अधःपतने | दिवादिः | सेट् | प.प |
2015 | भ्रन्सुँ॒(भ्रन्स्) | अवस्रंसने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2016 | भ्रमुँ ( भ्रम् ) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2017 | भ्रमुँ ( भ्रम् ) | अनवस्थाने | दिवादिः | सेट् | प.प |
2018 | भ्र॒स्जँ॑ ( भ्रस्ज् ) | पाके | तुदादिः | अनिट् | उ.प |
2019 | भ्राजृँ॒ ( भ्राज् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2020 | भ्री॒(भ्री) | भये | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
2021 | भ्री॒(भ्री) | भरणे | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
2022 | भ्रुडँ(भ्रुड्) | संवरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2023 | भ्रूणँ॑ ( भ्रूण् ) | आशायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2024 | भ्रूणँ(भ्रूण्) | आशंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2025 | भ्रेजृँ॒(भ्रेज्) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2026 | भ्रेषृँ॑ ( भ्रेष् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2027 | भ्रेषृँ॑ ( भ्रेष् ) | चलने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2028 | भ्रेषृँ॑ ( भ्रेष् ) | भये | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2029 | भ्लक्षँ॑(भ्लक्ष्) | भक्षणे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2030 | भ्लेषृँ॑(भ्लेष्) | चलने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2031 | मकिँ॒ ( मक् ) | मण्डने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2032 | मक्षँ(मक्ष्) | रोषे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2033 | मखिँ ( मख् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2034 | मखँ ( मख् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2035 | मगिँ(मग्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2036 | मघिँ॒ ( मघ् ) | कैतवे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2037 | मघिँ॒ ( मघ् ) | गत्याक्षेपे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2038 | मघिँ ( मघ् ) | मण्डने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2039 | मचिँ॒ ( मच् ) | उच्छ्राये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2040 | मचिँ॒ ( मच् ) | धारणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2041 | मचिँ॒ ( मच् ) | पूजने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2042 | मचँ॒(मच्) | कल्कने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2043 | मजँ(मज्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2044 | मठिँ॒(मठ्) | शोके | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2045 | मठँ ( मठ् ) | निवासे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2046 | मठँ ( मठ् ) | मदे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2047 | मडिँ ( मड् ) | भूषायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2048 | मडिँ॒ ( मड् ) | विभाजने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2049 | मडिँ॒ ( मड् ) | वेष्टने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2050 | मडिँ॑(मड्) | भूषायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2051 | मडिँ(मड्) | भूषायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2052 | मडिँ॑(मड्) | हर्षे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2053 | मडिँ(मड्) | हर्षे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2054 | मणँ ( मण् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2055 | मत्रिँ॑ ( मत्र् ) | गुप्तभाषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2056 | मत्रिँ ( मत्र् ) | गुप्तभाषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2057 | मथिँ(मथ्) | सङ्क्लेशने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2058 | मथिँ(मथ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2059 | मथेँ ( मथ् ) | विलोडने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2060 | मदिँ॒ ( मद् ) | कान्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2061 | मदिँ॒ ( मद् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2062 | मदिँ॒ ( मद् ) | मदे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2063 | मदिँ॒(मद्) | मोदने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2064 | मदिँ॒ ( मद् ) | स्तुतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2065 | मदिँ॒ ( मद् ) | स्वप्ने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2066 | मदीँ ( मद् ) | हर्षे | दिवादिः | सेट् | प.प |
2067 | मदँ॑ ( मद् ) | तृप्तियोगे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2068 | मदँ ( मद् ) | तृप्तियोगे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2069 | मदँ॑(मद्) | तृप्तिशोधने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2070 | मनुँ॒ ( मन् ) | अवबोधने | तनादिः | सेट् | आ.प |
2071 | मनुँ॒(मन्) | बोधने | तनादिः | सेट् | आ.प |
2072 | म॒नँ॒(मन्) | ज्ञाने | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
2073 | मनँ॑ ( मन् ) | स्तम्भे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2074 | मनँ ( मन् ) | स्तम्भे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2075 | मन्थँ(मन्थ्) | विलोडने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2076 | मन्थँ(मन्थ्) | सङ्क्लेशने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2077 | मन्थँ(मन्थ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2078 | मन्थँ ( मन्थ् ) | विलोडने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2079 | मभ्रँ ( मभ्र् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2080 | मयँ॒ ( मय् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2081 | मर्चँ॑ ( मर्च् ) | शब्दे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2082 | मर्बँ ( मर्ब् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2083 | मर्वँ ( मर्व् ) | पूरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2084 | मर्वँ(मर्व्) | पूर्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2085 | मलँ॒ ( मल् ) | धारणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2086 | मल्लँ॒ ( मल्ल् ) | धारणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2087 | मवँ ( मव् ) | बन्धने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2088 | मव्यँ ( मव्य् ) | बन्धने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2089 | मशँ(मश्) | रोषकृते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2090 | मशँ(मश्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2091 | मशँ(मश्) | समाधौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2092 | मषँ ( मष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2093 | मसीँ ( मस् ) | परिणामे | दिवादिः | सेट् | प.प |
2094 | मसीँ(मस्) | परिमाणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
2095 | मसीँ(मस्) | प्रमाणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
2096 | मस्कँ॒ ( मस्क् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2097 | मह(मह) | पूजायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2098 | मह(मह) | पूजायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2099 | महिँ॒(मह्) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2100 | महिँ॑(मह्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2101 | महिँ(मह्) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2102 | महँ ( मह् ) | पूजायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2103 | मा॒ ( मा ) | माने | अदादिः | अनिट् | प.प |
2104 | माक्षिँ(माक्ष्) | काङ्क्षायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2105 | मा॒ङ्(मा) | माने | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
2106 | मा॒ङ्(मा) | शब्दे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
2107 | मा॒ङ् ( मा ) | माने | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
2108 | मा॒नँ॒ ( मान् ) | पूजायाम् | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
2109 | मानँ॒ ( मान् ) | पूजायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2110 | मानँ॑ ( मान् ) | पूजायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2111 | मानँ ( मान् ) | पूजायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2112 | मार्गँ॑ ( मार्ग् ) | अन्वेषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2113 | मार्गँ ( मार्ग् ) | अन्वेषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2114 | मार्जँ॑ ( मार्ज् ) | शब्दे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2115 | मार्जँ ( मार्ज् ) | शब्दे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2116 | माहृँ॑ ( माह् ) | माने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2117 | माहँ॒(माह्) | माने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2118 | माहँ॑(माह्) | माने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2119 | मिछँ(मिछ्) | उत्क्लेशे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2120 | मिजिँ॑ ( मिज् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2121 | मिजिँ ( मिज् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2122 | मिथृँ॑(मिथ्) | मेधायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2123 | मिथृँ॑(मिथ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2124 | मिदिँ॑ ( मिद् ) | स्नेहने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2125 | मिदिँ ( मिद् ) | स्नेहने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2126 | मिदृँ॑ ( मिद् ) | मेधायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2127 | मिदृँ॑ ( मिद् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2128 | मिलँ ( मिल् ) | श्लेषणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2129 | मिलँ॑ ( मिल् ) | सङ्गमे | तुदादिः | सेट् | उ.प |
2130 | मिविँ(मिव्) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2131 | मिविँ(मिव्) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2132 | मिविँ(मिव्) | स्रंसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2133 | मिशँ ( मिश् ) | रोषकृते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2134 | मिशँ(मिश्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2135 | मिशँ ( मिश् ) | समाधौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2136 | मिश्र ( मिश्र ) | सम्पर्के | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2137 | मिश्र ( मिश्र ) | सम्पर्के | चुरादिः | सेट् | प.प |
2138 | मिश्र(मिश्र) | सम्पर्चने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2139 | मिषुँ ( मिष् ) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2140 | मिषुँ(मिष्) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2141 | मिषँ ( मिष् ) | स्पर्धायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
2142 | मि॒हँ ( मिह् ) | सेचने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2143 | मी ( मी ) | गतौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2144 | मी ( मी ) | गतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
2145 | मी(मी) | मनने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2146 | मी॒ङ् ( मी ) | हिंसायाम् | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
2147 | मी॒ञ्(मी) | हिंसायाम् | क्र्यादिः | अनिट् | उ.प |
2148 | मीमृँ(मीम्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2149 | मीमृँ(मीम्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2150 | मीलँ ( मील् ) | निमेषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2151 | मीवँ ( मीव् ) | स्थौल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2152 | मुचिँ॒ ( मुच् ) | कल्कने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2153 | मु॒चॢँ॑(मुच्) | मोक्षणे | तुदादिः | अनिट् | उ.प |
2154 | मुचँ॑(मुच्) | प्रमोचने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2155 | मुचँ(मुच्) | प्रमोचने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2156 | मुचँ॑ ( मुच् ) | मोदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2157 | मुजिँ ( मुज् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2158 | मुजँ ( मुज् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2159 | मुटँ ( मुट् ) | प्रमर्दने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2160 | मुटँ ( मुट् ) | आक्षेपे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2161 | मुटँ ( मुट् ) | प्रमर्दने | तुदादिः | सेट् | प.प |
2162 | मुटँ॑ ( मुट् ) | सञ्चूर्णने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2163 | मुटँ ( मुट् ) | सञ्चूर्णने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2164 | मुठिँ॒ ( मुठ् ) | पलायने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2165 | मुठिँ॒(मुठ्) | पालने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2166 | मुडिँ ( मुड् ) | खण्डने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2167 | मुडिँ ( मुड् ) | प्रमर्दने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2168 | मुडिँ॒(मुड्) | मज्जने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2169 | मुडिँ॒ ( मुड् ) | मार्जने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2170 | मुणँ ( मुण् ) | प्रतिज्ञाने | तुदादिः | सेट् | प.प |
2171 | मुदँ॒ ( मुद् ) | हर्षे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2172 | मुदँ॑ ( मुद् ) | संसर्गे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2173 | मुदँ ( मुद् ) | संसर्गे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2174 | मुरँ ( मुर् ) | संवेष्टने | तुदादिः | सेट् | प.प |
2175 | मुर्छाँ(मुर्छ्) | मोहने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2176 | मुर्छाँ(मुर्छ्) | समुच्छ्राये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2177 | मुर्वीँ ( मुर्व् ) | बन्धने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2178 | मुषँ(मुष्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2179 | मुषँ ( मुष् ) | स्तेये | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2180 | मुसँ ( मुस् ) | खण्डने | दिवादिः | सेट् | प.प |
2181 | मुस्तँ॑ ( मुस्त् ) | सङ्घाते | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2182 | मु॒हँ(मुह्) | वैचित्ये | दिवादिः | अनिट् | प.प |
2183 | मूङ् ( मू ) | बन्धने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2184 | मूत्र ( मूत्र ) | प्रस्रवणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2185 | मूत्र ( मूत्र ) | प्रस्रवणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2186 | मूलँ ( मूल् ) | प्रतिष्ठायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2187 | मूलँ॑ ( मूल् ) | रोहणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2188 | मूलँ ( मूल् ) | रोहणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2189 | मूषँ ( मूष् ) | स्तेये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2190 | मृक्षँ ( मृक्ष् ) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2191 | मृग ( मृग ) | अन्वेषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2192 | मृग ( मृग ) | अन्वेषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2193 | मृ॒ङ् ( मृ ) | प्राणत्यागे | तुदादिः | अनिट् | आ.प |
2194 | मृजूँ(मृज्) | शुद्धौ | अदादिः | सेट् | प.प |
2195 | मृजूँ॑(मृज्) | अलङ्कारे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2196 | मृजूँ(मृज्) | अलङ्कारे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2197 | मृजूँ॑(मृज्) | शौचे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2198 | मृजूँ(मृज्) | शौचे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2199 | मृजूँष् ( मृज् ) | शुद्धौ | अदादिः | सेट् | प.प |
2200 | मृजूँष् ( मृज् ) | अलङ्कारे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2201 | मृजूँष् ( मृज् ) | शौचे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2202 | मृडँ(मृड्) | सुखे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2203 | मृडँ ( मृड् ) | क्षोदे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2204 | मृडँ(मृड्) | सुखे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2205 | मृणँ ( मृण् ) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
2206 | मृदँ ( मृद् ) | क्षोदे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2207 | मृधुँ॑(मृध्) | उन्दे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2208 | मृधृँ॑(मृध्) | उन्दे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2209 | मृ॒शँ ( मृश् ) | आमर्शने | तुदादिः | अनिट् | प.प |
2210 | मृषुँ(मृष्) | सहने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2211 | मृषुँ(मृष्) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2212 | मृषँ॑ ( मृष् ) | तितिक्षायाम् | दिवादिः | सेट् | उ.प |
2213 | मृषँ॑ ( मृष् ) | तितिक्षायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2214 | मृषँ ( मृष् ) | तितिक्षायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2215 | मॄ ( मॄ ) | हिंसायाम् | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2216 | मे॒ङ् ( मे ) | प्रणिदाने | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
2217 | मेटृँ(मेट्) | उन्मादे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2218 | मेथृँ॑(मेथ्) | मेधायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2219 | मेथृँ॑(मेथ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2220 | मेदृँ॑ ( मेद् ) | मेधायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2221 | मेदृँ॑ ( मेद् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2222 | मेधृँ॑(मेध्) | मेधायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2223 | मेधृँ॑(मेध्) | सङ्गमे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2224 | मेधृँ॑(मेध्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2225 | मेपृँ॒ ( मेप् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2226 | मेवृँ॒ ( मेव् ) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2227 | मेवृँ॒ ( मेव् ) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2228 | मोक्षँ॑(मोक्ष्) | असने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2229 | मोक्षँ(मोक्ष्) | असने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2230 | म्ना॒ ( म्ना ) | अभ्यासे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2231 | म्रक्षँ ( म्रक्ष् ) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2232 | म्रक्षँ(म्रक्ष्) | म्रक्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2233 | म्रक्षँ॑(म्रक्ष्) | म्लेच्छने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2234 | म्रदँ॒ ( म्रद् ) | मर्दने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2235 | म्रुचुँ ( म्रुच् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2236 | म्रुन्चुँ(म्रुन्च्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2237 | म्रेटृँ(म्रेट्) | उन्मादे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2238 | म्लुचुँ ( म्लुच् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2239 | म्लुन्चुँ(म्लुन्च्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2240 | म्लेछँ(म्लेछ्) | अव्यक्तायां_वाचि | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2241 | म्लेछँ(म्लेछ्) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2242 | म्लेछँ॑(म्लेछ्) | अव्यक्तायां_वाचि | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2243 | म्लेछँ(म्लेछ्) | अव्यक्तायां_वाचि | चुरादिः | सेट् | प.प |
2244 | म्लेटृँ ( म्लेट् ) | उन्मादे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2245 | म्लेडृँ(म्लेड्) | उन्मादे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2246 | म्लेवृँ॒ ( म्लेव् ) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2247 | म्लेवृँ॒ ( म्लेव् ) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2248 | म्लै॒ ( म्लै ) | गात्रविनामे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2249 | म्लै॒ ( म्लै ) | हर्षक्षये | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2250 | यक्षँ॑ ( यक्ष् ) | पूजायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2251 | यक्षँ ( यक्ष् ) | पूजायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2252 | य॒जँ॑ ( यज् ) | दाने | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
2253 | य॒जँ॑ ( यज् ) | देवपूजायाम् | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
2254 | य॒जँ॑ ( यज् ) | सङ्गतिकरणे | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
2255 | यतीँ॒ ( यत् ) | प्रयत्ने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2256 | यतँ॑ ( यत् ) | उपस्कारे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2257 | यतँ ( यत् ) | उपस्कारे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2258 | यतँ॑ ( यत् ) | निकारे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2259 | यतँ ( यत् ) | निकारे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2260 | यत्रिँ॑ ( यत्र् ) | सङ्कोचने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2261 | यत्रिँ ( यत्र् ) | सङ्कोचने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2262 | य॒भँ ( यभ् ) | विपरीतमैथुने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2263 | य॒मुँ(यम्) | उपरमे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2264 | य॒मँ ( यम् ) | उपरमे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2265 | यमँ॑ ( यम् ) | परिवेषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2266 | यमँ ( यम् ) | परिवेषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2267 | ययँ॒(यय्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2268 | यसुँ ( यस् ) | प्रयत्ने | दिवादिः | सेट् | प.प |
2269 | यसुँ(यस्) | यत्ने | दिवादिः | सेट् | प.प |
2270 | या॒ ( या ) | प्रापणे | अदादिः | अनिट् | प.प |
2271 | यु ( यु ) | मिश्रणे | अदादिः | सेट् | प.प |
2272 | यु ( यु ) | जुगुप्सायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2273 | यु ( यु ) | जुगुप्सायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2274 | युगिँ ( युग् ) | वर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2275 | युछँ(युछ्) | प्रमादे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2276 | यु॒जिँ॑र् ( युज् ) | योगे | रुधादिः | अनिट् | उ.प |
2277 | यु॒जँ॒ ( युज् ) | समाधौ | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
2278 | युजँ ( युज् ) | सम्पर्चने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2279 | युजँ॑ ( युज् ) | संयमने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2280 | युजँ ( युज् ) | संयमने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2281 | यु॒ञ् ( यु ) | बन्धने | क्र्यादिः | अनिट् | उ.प |
2282 | यु॒ञ्(यु) | ब्रन्धने | क्र्यादिः | अनिट् | उ.प |
2283 | युतृँ॒ ( युत् ) | भासने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2284 | यु॒धँ॒ ( युध् ) | सम्प्रहारे | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
2285 | युपँ ( युप् ) | विमोहने | दिवादिः | सेट् | प.प |
2286 | यूषँ ( यूष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2287 | येषृँ॒ ( येष् ) | प्रयत्ने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2288 | यौटृँ(यौट्) | बन्धे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2289 | यौटृँ ( यौट् ) | सम्बन्धे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2290 | रकँ॑ ( रक् ) | आस्वादने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2291 | रकँ ( रक् ) | आस्वादने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2292 | रक्षँ ( रक्ष् ) | पालने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2293 | रखिँ ( रख् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2294 | रखँ ( रख् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2295 | रगिँ ( रग् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2296 | रगेँ ( रग् ) | शङ्कायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2297 | रगँ ( रग् ) | आस्वादने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2298 | रघिँ॒ ( रघ् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2299 | रघिँ॑ ( रघ् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2300 | रघिँ ( रघ् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2301 | रच ( रच ) | प्रतियत्ने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2302 | रच ( रच ) | प्रतियत्ने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2303 | रटँ ( रट् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2304 | रठँ ( रठ् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2305 | रणँ ( रण् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2306 | रणँ ( रण् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2307 | रदँ ( रद् ) | विलेखने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2308 | र॒धँ(रध्) | संराद्धौ | दिवादिः | अनिट् | प.प |
2309 | र॒धँ ( रध् ) | हिंसायाम् | दिवादिः | अनिट् | प.प |
2310 | र॒न्जँ॑(रन्ज्) | रागे | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
2311 | र॒न्जँ॑(रन्ज्) | रागे | दिवादिः | अनिट् | उ.प |
2312 | रपँ(रप्) | व्यक्तायां_वाचि | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2313 | रफिँ ( रफ् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2314 | रफँ ( रफ् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2315 | रबिँ॒ ( रब् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2316 | र॒भँ॒ ( रभ् ) | राभस्ये | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
2317 | र॒मुँ॒(रम्) | क्रीडायाम् | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
2318 | र॒मँ॒(रम्) | क्रीडायाम् | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
2319 | रमँ॒(रम्) | क्रीडायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2320 | रयँ॒ ( रय् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2321 | रर्फ(रर्फ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2322 | रविँ ( रव् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2323 | रस(रस) | आस्वादने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2324 | रस(रस) | आस्वादने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2325 | रस(रस) | स्नेहने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2326 | रस(रस) | स्नेहने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2327 | रसँ ( रस् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2328 | रह(रह) | त्यागे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2329 | रह(रह) | त्यागे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2330 | र॒हि(रहि) | गतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
2331 | रहिँ(रह्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2332 | रहिँ॑(रह्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2333 | रहँ ( रह् ) | त्यागे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2334 | रहँ॑ ( रह् ) | त्यागे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2335 | रा॒ ( रा ) | दाने | अदादिः | अनिट् | प.प |
2336 | राखृँ ( राख् ) | अलमर्थे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2337 | राखृँ ( राख् ) | शोषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2338 | राघृँ॒ ( राघ् ) | सामर्थ्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2339 | राजृँ॑ ( राज् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2340 | रा॒धोँ(राध्) | वृद्धौ | दिवादिः | अनिट् | प.प |
2341 | रा॒धँ ( राध् ) | संसिद्धौ | स्वादिः | अनिट् | प.प |
2342 | रासृँ॒ ( रास् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2343 | रि ( रि ) | हिंसायाम् | स्वादिः | सेट् | प.प |
2344 | रि॒ ( रि ) | गतौ | तुदादिः | अनिट् | प.प |
2345 | रिगिँ ( रिग् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2346 | रि॒चिँ॑र् ( रिच् ) | विरेचने | रुधादिः | अनिट् | उ.प |
2347 | रिचँ॑ ( रिच् ) | वियोजने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2348 | रिचँ ( रिच् ) | वियोजने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2349 | रिचँ॑ ( रिच् ) | सम्पर्चने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2350 | रिचँ ( रिच् ) | सम्पर्चने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2351 | रिफँ ( रिफ् ) | कत्थने | तुदादिः | सेट् | प.प |
2352 | रिफँ ( रिफ् ) | दाने | तुदादिः | सेट् | प.प |
2353 | रिफँ(रिफ्) | निन्दने | तुदादिः | सेट् | प.प |
2354 | रिफँ ( रिफ् ) | युद्धे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2355 | रिफँ ( रिफ् ) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
2356 | रिविँ ( रिव् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2357 | रि॒शँ ( रिश् ) | हिंसायाम् | तुदादिः | अनिट् | प.प |
2358 | रिषँ ( रिष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2359 | री॒ ( री ) | गतौ | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
2360 | री॒(री) | रेषणे | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
2361 | री॒ङ् ( री ) | श्रवणे | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
2362 | री॒ङ्(री) | स्रवणे | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
2363 | रु ( रु ) | शब्दे | अदादिः | सेट् | प.प |
2364 | रुक्ष(रुक्ष) | पारुष्ये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2365 | रुगिँ(रुग्) | वर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2366 | रु॒ङ् ( रु ) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
2367 | रु॒ङ् ( रु ) | रेषणे | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
2368 | रुचँ॒ ( रुच् ) | अभिप्रीतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2369 | रुचँ॒ ( रुच् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2370 | रु॒जोँ ( रुज् ) | भङ्गे | तुदादिः | अनिट् | प.प |
2371 | रुजँ॑ ( रुज् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2372 | रुजँ ( रुज् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2373 | रुटिँ ( रुट् ) | स्तेये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2374 | रुटँ॒ ( रुट् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2375 | रुटँ॒ ( रुट् ) | प्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2376 | रुटँ ( रुट् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2377 | रुटँ॑ ( रुट् ) | रोषे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2378 | रुठिँ ( रुठ् ) | आलस्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2379 | रुठिँ ( रुठ् ) | गतिप्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2380 | रुठिँ ( रुठ् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2381 | रुठिँ(रुठ्) | स्तेये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2382 | रुठँ ( रुठ् ) | उपघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2383 | रुठँ॒ ( रुठ् ) | प्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2384 | रुठँ॑(रुठ्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2385 | रुदिँर् ( रुद् ) | अश्रुविमोचने | अदादिः | सेट् | प.प |
2386 | रु॒धिँ॑र् ( रुध् ) | आवरणे | रुधादिः | अनिट् | उ.प |
2387 | रुपँ ( रुप् ) | विमोहने | दिवादिः | सेट् | प.प |
2388 | रु॒शँ ( रुश् ) | हिंसायाम् | तुदादिः | अनिट् | प.प |
2389 | रुषँ ( रुष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2390 | रुषँ(रुष्) | रोषे | दिवादिः | सेट् | प.प |
2391 | रुषँ॑ ( रुष् ) | रोषे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2392 | रुषँ ( रुष् ) | रोषे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2393 | रुसिँ॑(रुस्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2394 | रु॒हँ ( रुह् ) | अवगमने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2395 | रु॒हँ ( रुह् ) | जन्मनिप्रादुर्भावे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2396 | रुहँ(रुह्) | प्रादुर्भावे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2397 | रु॒हँ(रुह्) | बीजजन्मनि | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2398 | रूक्ष ( रूक्ष ) | पारुष्ये | चुरादिः | सेट् | प.प |
2399 | रूप ( रूप ) | रूपक्रियायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2400 | रूप ( रूप ) | रूपक्रियायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2401 | रेकृँ॒ ( रेक् ) | शङ्कायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2402 | रेटृँ॑ ( रेट् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2403 | रेपृँ॒ ( रेप् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2404 | रेपृँ॒ ( रेप् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2405 | रेबृँ॒(रेब्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2406 | रेभृँ॒ ( रेभ् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2407 | रेवृँ॒ ( रेव् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2408 | रेवृँ॒(रेव्) | प्लवगतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2409 | रेवृँ॒ ( रेव् ) | प्लुतिगतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2410 | रेषृँ॒(रेष्) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2411 | रै॒ ( रै ) | शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2412 | रोडृँ(रोड्) | उन्मादे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2413 | रौडृँ ( रौड् ) | अनादरे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2414 | लकँ(लक्) | आस्वादने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2415 | लक्षँ॑ ( लक्ष् ) | अङ्कने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2416 | लक्षँ ( लक्ष् ) | अङ्कने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2417 | लक्षँ॑ ( लक्ष् ) | आलोचने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2418 | लक्षँ ( लक्ष् ) | आलोचने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2419 | लक्षँ॑ ( लक्ष् ) | दर्शने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2420 | लक्षँ ( लक्ष् ) | दर्शने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2421 | लखिँ ( लख् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2422 | लखँ ( लख् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2423 | लगिँ ( लग् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2424 | लगेँ ( लग् ) | सङ्गे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2425 | लगँ॑ ( लग् ) | आस्वादने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2426 | लगँ ( लग् ) | आस्वादने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2427 | लघिँ॒ ( लघ् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2428 | लघिँ॒ ( लघ् ) | भोजननिवृत्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2429 | लघिँ ( लघ् ) | शोषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2430 | लघिँ॑ ( लघ् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2431 | लघिँ ( लघ् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2432 | लघिँ ( लघ् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2433 | लछँ ( लछ् ) | लक्षणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2434 | लज(लज) | प्रकाशने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2435 | लज(लज) | प्राणने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2436 | लजिँ ( लज् ) | भर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2437 | लजिँ ( लज् ) | भर्त्सने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2438 | लजिँ ( लज् ) | प्रकाशने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2439 | लजिँ॑ ( लज् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2440 | लजिँ ( लज् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2441 | लजँ ( लज् ) | भर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2442 | लजँ ( लज् ) | भर्त्सने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2443 | लटँ ( लट् ) | बाल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2444 | लटँ(लट्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2445 | लडँ(लड्) | विकाशे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2446 | लडँ ( लड् ) | विलासे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2447 | लडँ॑ ( लड् ) | उपसेवायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2448 | लडँ ( लड् ) | उपसेवायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2449 | लपँ(लप्) | व्यक्तायां_वाचि | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2450 | लबिँ॒ ( लब् ) | अवस्रंसने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2451 | लबिँ॒ ( लब् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2452 | लबिँ॒ ( लब् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2453 | लर्बँ ( लर्ब् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2454 | ललँ॑ ( लल् ) | ईप्सायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2455 | ललँ ( लल् ) | ईप्सायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2456 | लषँ॑ ( लष् ) | कान्तौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2457 | लषँ(लष्) | शिल्पोपयोगे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2458 | लसँ ( लस् ) | क्रीडने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2459 | लसँ ( लस् ) | श्लेषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2460 | लसँ॑ ( लस् ) | शिल्पयोगे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2461 | लसँ ( लस् ) | शिल्पयोगे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2462 | ला॒ ( ला ) | आदाने | अदादिः | अनिट् | प.प |
2463 | लाखृँ ( लाख् ) | अलमर्थे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2464 | लाखृँ ( लाख् ) | शोषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2465 | लाघृँ॒ ( लाघ् ) | सामर्थ्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2466 | लाछिँ ( लाछ् ) | लक्षणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2467 | लाजिँ ( लाज् ) | भर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2468 | लाजिँ ( लाज् ) | भर्त्सने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2469 | लाजँ ( लाज् ) | भर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2470 | लाजँ ( लाज् ) | भर्त्सने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2471 | लाभ ( लाभ ) | प्रेरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2472 | लाभ ( लाभ ) | प्रेरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2473 | लिखँ ( लिख् ) | अक्षरविन्यासे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2474 | लिगिँ ( लिग् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2475 | लिगिँ॑ ( लिग् ) | चित्रीकरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2476 | लिगिँ ( लिग् ) | चित्रीकरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2477 | लि॒पँ॑(लिप्) | उपदाहे | तुदादिः | अनिट् | उ.प |
2478 | लि॒पँ॑ ( लिप् ) | उपदेहे | तुदादिः | अनिट् | उ.प |
2479 | लि॒शँ॒ ( लिश् ) | अल्पीभावे | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
2480 | लि॒शँ ( लिश् ) | गतौ | तुदादिः | अनिट् | प.प |
2481 | लि॒हँ॑ ( लिह् ) | आस्वादने | अदादिः | अनिट् | उ.प |
2482 | ली॒(ली) | श्लेषणे | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
2483 | ली ( ली ) | द्रवीकरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2484 | ली ( ली ) | द्रवीकरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2485 | ली॒ङ् ( ली ) | श्लेषणे | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
2486 | लुजिँ॑ ( लुज् ) | निकेतने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2487 | लुजिँ॑ ( लुज् ) | बलादाने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2488 | लुजिँ॑ ( लुज् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2489 | लुजिँ ( लुज् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2490 | लुजिँ ( लुज् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2491 | लुजिँ॑ ( लुज् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2492 | लुटिँ ( लुट् ) | स्तेये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2493 | लुटँ॒ ( लुट् ) | प्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2494 | लुटँ(लुट्) | विलोटने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2495 | लुटँ ( लुट् ) | विलोडने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2496 | लुटँ(लुट्) | विलोटने | दिवादिः | सेट् | प.प |
2497 | लुटँ(लुट्) | विलोडने | दिवादिः | सेट् | प.प |
2498 | लुटँ ( लुट् ) | संश्लेषणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2499 | लुटँ॑ ( लुट् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2500 | लुटँ ( लुट् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2501 | लुटँ ( लुट् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2502 | लुठिँ ( लुठ् ) | आलस्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2503 | लुठिँ ( लुठ् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2504 | लुठिँ ( लुठ् ) | स्तेये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2505 | लुठँ ( लुठ् ) | आलस्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2506 | लुठँ ( लुठ् ) | उपघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2507 | लुठँ॒ ( लुठ् ) | प्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2508 | लुठँ ( लुठ् ) | प्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2509 | लुठँ ( लुठ् ) | संश्लेषणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2510 | लुण्ठँ॑ ( लुण्ठ् ) | स्तेये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2511 | लुण्ठँ ( लुण्ठ् ) | स्तेये | चुरादिः | सेट् | प.प |
2512 | लुथिँ(लुथ्) | सङ्क्लेशने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2513 | लुथिँ ( लुथ् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2514 | लुन्चँ(लुन्च्) | अपनयने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2515 | लु॒पॢँ॑(लुप्) | छदने | तुदादिः | अनिट् | उ.प |
2516 | लु॒पॢँ॑(लुप्) | छेदने | तुदादिः | अनिट् | उ.प |
2517 | लुपँ(लुप्) | विमोहने | दिवादिः | सेट् | प.प |
2518 | लुबिँ ( लुब् ) | अर्दने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2519 | लुबिँ॑(लुब्) | अदर्शने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2520 | लुबिँ॑(लुब्) | अर्दने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2521 | लुबिँ(लुब्) | अर्दने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2522 | लुभँ ( लुभ् ) | गार्द्ध्ये | दिवादिः | सेट् | प.प |
2523 | लुभँ(लुभ्) | गार्ध्ये | दिवादिः | सेट् | प.प |
2524 | लुभँ ( लुभ् ) | विमोहने | तुदादिः | सेट् | प.प |
2525 | लूञ् ( लू ) | छेदने | क्र्यादिः | सेट् | उ.प |
2526 | लूषँ॑ ( लूष् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2527 | लूषँ ( लूष् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2528 | लेपृँ॒ ( लेप् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2529 | लोकृँ॒ ( लोक् ) | दर्शने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2530 | लोकृँ॑ ( लोक् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2531 | लोकृँ ( लोक् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2532 | लोकृँ ( लोक् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2533 | लोचृँ॒ ( लोच् ) | दर्शने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2534 | लोचृँ॑ ( लोच् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2535 | लोचृँ ( लोच् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2536 | लोचृँ ( लोच् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2537 | लोडृँ(लोड्) | उन्मादे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2538 | लोष्टँ॒(लोष्ट्) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2539 | लौडृँ(लौड्) | उन्मादे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2540 | ल्वी॒(ल्वी) | गतौ | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
2541 | वकिँ॒ ( वक् ) | कौटिल्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2542 | वकिँ॒ ( वक् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2543 | वक्षँ ( वक्ष् ) | रोषे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2544 | वक्षँ ( वक्ष् ) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2545 | वखिँ ( वख् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2546 | वखँ ( वख् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2547 | वगिँ ( वग् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2548 | वघिँ॒(वघ्) | गत्याक्षेपे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2549 | व॒चँ(वच्) | परिभाषणे | अदादिः | अनिट् | प.प |
2550 | व॒चँ ( वच् ) | भाषणे | अदादिः | अनिट् | प.प |
2551 | वचँ॑(वच्) | परिभाषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2552 | वचँ ( वच् ) | भाषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2553 | वजँ(वज्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2554 | वजँ॑ ( वज् ) | गतौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2555 | वजँ॑(वज्) | मार्गसंस्कारे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2556 | वट(वट) | ग्रन्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2557 | वट(वट) | ग्रन्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2558 | वट(वट) | विभाजने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2559 | वट(वट) | विभाजने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2560 | वटिँ(वट्) | विभाजने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2561 | वटिँ॑ ( वट् ) | विभाजने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2562 | वटिँ ( वट् ) | विभाजने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2563 | वटँ ( वट् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2564 | वटँ ( वट् ) | वेष्टने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2565 | वठिँ॒ ( वठ् ) | एकचर्यायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2566 | वठँ ( वठ् ) | स्थौल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2567 | वडिँ॒ ( वड् ) | विभाजने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2568 | वडिँ॒ ( वड् ) | वेष्टने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2569 | वडिँ॑ ( वड् ) | विभाजने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2570 | वणँ ( वण् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2571 | वदिँ॒ ( वद् ) | अभिवादने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2572 | वदिँ॒ ( वद् ) | स्तुतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2573 | वदँ(वद्) | व्यक्तायां_वाचि | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2574 | वदँ ( वद् ) | सन्देशने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2575 | वदँ॑(वद्) | सन्देशवचने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2576 | वनुँ(वन्) | अनेकार्थत्वे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2577 | वनुँ॒ ( वन् ) | याचने | तनादिः | सेट् | आ.प |
2578 | वनँ(वन्) | भक्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2579 | वनँ(वन्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2580 | वनँ(वन्) | सम्भक्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2581 | वन्चुँ(वन्च्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2582 | वन्चुँ॑(वन्च्) | प्रलम्भने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2583 | वन्चुँ(वन्च्) | प्रलम्भने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2584 | वभ्रँ ( वभ्र् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2585 | वयँ॒ ( वय् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2586 | वर ( वर ) | ईप्सायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2587 | वर ( वर ) | ईप्सायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2588 | वर्चँ॒ ( वर्च् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2589 | वर्ण(वर्ण) | गुणवचने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2590 | वर्ण(वर्ण) | गुणवचने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2591 | वर्ण(वर्ण) | वर्णक्रियायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2592 | वर्ण(वर्ण) | वर्णक्रियायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2593 | वर्ण(वर्ण) | विस्तारे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2594 | वर्ण(वर्ण) | विस्तारे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2595 | वर्णँ॑ ( वर्ण् ) | प्रेरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2596 | वर्णँ ( वर्ण् ) | प्रेरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2597 | वर्णँ॑(वर्ण्) | वर्णे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2598 | वर्धँ॑ ( वर्ध् ) | छेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2599 | वर्धँ ( वर्ध् ) | छेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2600 | वर्धँ॑ ( वर्ध् ) | पूरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2601 | वर्धँ ( वर्ध् ) | पूरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2602 | वर्फँ(वर्फ्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2603 | वर्ब(वर्ब) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2604 | वर्षँ॒ ( वर्ष् ) | स्नेहने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2605 | वर्हँ॒ ( वर्ह् ) | दाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2606 | वर्हँ॒ ( वर्ह् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2607 | वर्हँ॒(वर्ह्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2608 | वर्हँ॑(वर्ह्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2609 | वर्हँ(वर्ह्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2610 | वलँ॒ ( वल् ) | सञ्चरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2611 | वलँ॒ ( वल् ) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2612 | वल्कँ॑ ( वल्क् ) | परिभाषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2613 | वल्कँ ( वल्क् ) | परिभाषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2614 | वल्गँ ( वल्ग् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2615 | वल्भँ॒ ( वल्भ् ) | भोजने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2616 | वल्लँ॒(वल्ल्) | सञ्चरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2617 | वल्लँ॒(वल्ल्) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2618 | वल्हँ॒ ( वल्ह् ) | दाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2619 | वल्हँ॒ ( वल्ह् ) | परिभाषणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2620 | वल्हँ॒(वल्ह्) | प्राधान्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2621 | वल्हँ॒(वल्ह्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2622 | वल्हँ॑(वल्ह्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2623 | वल्हँ(वल्ह्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2624 | वशँ ( वश् ) | कान्तौ | अदादिः | सेट् | प.प |
2625 | वषँ ( वष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2626 | वस(वस) | निवासे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2627 | वस(वस) | निवासे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2628 | वसुँ ( वस् ) | स्तम्भे | दिवादिः | सेट् | प.प |
2629 | व॒सँ ( वस् ) | निवासे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2630 | वसँ॒ ( वस् ) | आच्छादने | अदादिः | सेट् | आ.प |
2631 | वसँ॑ ( वस् ) | अपहरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2632 | वसँ ( वस् ) | अपहरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2633 | वसँ॑(वस्) | छेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2634 | वसँ(वस्) | छेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2635 | वसँ॑ ( वस् ) | स्नेहने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2636 | वसँ ( वस् ) | स्नेहने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2637 | वस्कँ॒ ( वस्क् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2638 | वहिँ॒(वह्) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2639 | व॒हँ॑ ( वह् ) | प्रापणे | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
2640 | वा॒ ( वा ) | गतौ | अदादिः | अनिट् | प.प |
2641 | वा॒ ( वा ) | गन्धने | अदादिः | अनिट् | प.प |
2642 | वा(वा) | गतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
2643 | वा(वा) | सुखसेवने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2644 | वाक्षिँ ( वाक्ष् ) | काङ्क्षायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2645 | वाछिँ ( वाछ् ) | इच्छायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2646 | वाडृँ॒(वाड्) | आप्लाव्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2647 | वात ( वात ) | सुखे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2648 | वात ( वात ) | सुखे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2649 | वात ( वात ) | सेवने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2650 | वात ( वात ) | सेवने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2651 | वावृतुँ॒(वावृत्) | वरणे | दिवादिः | सेट् | आ.प |
2652 | वाशृँ॒ ( वाश् ) | शब्दे | दिवादिः | सेट् | आ.प |
2653 | वास ( वास ) | उपसेवायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2654 | वास ( वास ) | उपसेवायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2655 | वाहृँ॒ ( वाह् ) | प्रयत्ने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2656 | वि॒चिँ॑र् ( विच् ) | पृथग्भावे | रुधादिः | अनिट् | उ.प |
2657 | वि॒छँ(विछ्) | गतौ | तुदादिः | अनिट् | प.प |
2658 | विछँ(विछ्) | गतौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
2659 | विछँ॑(विछ्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2660 | विछँ(विछ्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2661 | विछँ(विछ्) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2662 | वि॒जिँ॒र्(विज्) | पृथग्भावे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
2663 | वि॒जिँ॑र्(विज्) | पृथग्भावे | जुहोत्यादिः | अनिट् | उ.प |
2664 | वि॒जिँ॑र्(विज्) | पृथग्भावे | रुधादिः | अनिट् | उ.प |
2665 | विटँ ( विट् ) | आक्रोशे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2666 | विटँ ( विट् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2667 | वित्त(वित्त) | समुत्सर्गे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2668 | विथृँ॒ ( विथ् ) | याचने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2669 | वि॒दॢँ॑(विद्) | लाभे | तुदादिः | अनिट् | उ.प |
2670 | विदँ ( विद् ) | ज्ञाने | अदादिः | सेट् | प.प |
2671 | वि॒दँ॒ ( विद् ) | सत्तायाम् | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
2672 | वि॒दँ॒ ( विद् ) | विचारणे | रुधादिः | अनिट् | आ.प |
2673 | विदँ॑ ( विद् ) | आख्याने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2674 | विदँ ( विद् ) | आख्याने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2675 | विदँ॑ ( विद् ) | चेतने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2676 | विदँ॑ ( विद् ) | निवासे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2677 | विदँ ( विद् ) | निवासे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2678 | विदँ॑(विद्) | विवादे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2679 | विदँ(विद्) | वेदनायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2680 | विधँ ( विध् ) | विधाने | तुदादिः | सेट् | प.प |
2681 | विलँ ( विल् ) | संवरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2682 | विलँ॑ ( विल् ) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2683 | वि॒शँ(विश्) | प्रवेशने | तुदादिः | अनिट् | प.प |
2684 | विषुँ ( विष् ) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2685 | विषुँ(विष्) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2686 | वि॒षॢँ॒(विष्) | व्याप्तौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
2687 | वि॒षॢँ॑(विष्) | व्याप्तौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | उ.प |
2688 | विषँ ( विष् ) | विप्रयोगे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2689 | विष्क(विष्क) | दर्शने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2690 | विष्कँ॑ ( विष्क् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2691 | विसँ ( विस् ) | प्रेरणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
2692 | वी॒ ( वी ) | असने | अदादिः | अनिट् | प.प |
2693 | वी॒ ( वी ) | कान्तौ | अदादिः | अनिट् | प.प |
2694 | वी॒ ( वी ) | खादने | अदादिः | अनिट् | प.प |
2695 | वी॒ ( वी ) | गतौ | अदादिः | अनिट् | प.प |
2696 | वी॒ ( वी ) | प्रजने | अदादिः | अनिट् | प.प |
2697 | वीर ( वीर ) | विक्रान्तौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2698 | वीर ( वीर ) | विक्रान्तौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
2699 | वुगिँ(वुग्) | वर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2700 | वृकँ॒ ( वृक् ) | आदाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2701 | वृक्षँ॒ ( वृक्ष् ) | वरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2702 | वृङ्(वृ) | सम्भक्तौ | क्र्यादिः | सेट् | आ.प |
2703 | वृजीँ॒ ( वृज् ) | वर्जने | अदादिः | सेट् | आ.प |
2704 | वृजीँ ( वृज् ) | वर्जने | रुधादिः | सेट् | प.प |
2705 | वृजीँ॑ ( वृज् ) | वर्जने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2706 | वृजीँ ( वृज् ) | वर्जने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2707 | वृजँ(वृज्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2708 | वृञ्(वृ) | वरणे | स्वादिः | सेट् | उ.प |
2709 | वृञ्(वृ) | आवरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2710 | वृञ्(वृ) | आवरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2711 | वृतुँ॒ ( वृत् ) | वर्तने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2712 | वृतुँ॒ ( वृत् ) | वरणे | दिवादिः | सेट् | आ.प |
2713 | वृतुँ॑ ( वृत् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2714 | वृतुँ ( वृत् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2715 | वृतुँ ( वृत् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2716 | वृधुँ॒ ( वृध् ) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2717 | वृधुँ॑ ( वृध् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2718 | वृधुँ ( वृध् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2719 | वृधुँ ( वृध् ) | भासार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2720 | वृशँ ( वृश् ) | वरणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
2721 | वृषुँ(वृष्) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2722 | वृषुँ(वृष्) | शक्तिसम्बन्धे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2723 | वृषँ॑ ( वृष् ) | शक्तिबन्धने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2724 | वृहिँ(वृह्) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2725 | वृहिँ(वृह्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2726 | वृहिँ॑(वृह्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2727 | वृहिँ(वृह्) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2728 | वृहूँ ( वृह् ) | उद्यमने | तुदादिः | सेट् | प.प |
2729 | वृहँ(वृह्) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2730 | वॄ ( वॄ ) | भरणे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2731 | वॄ ( वॄ ) | वरणे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2732 | वॄञ् ( वॄ ) | वरणे | क्र्यादिः | सेट् | उ.प |
2733 | वे॒ञ्(वे) | तन्तुसन्ताने | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
2734 | वेणृँ॑ ( वेण् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2735 | वेणृँ॑ ( वेण् ) | चिन्तायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2736 | वेणृँ॑ ( वेण् ) | ज्ञाने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2737 | वेणृँ॑ ( वेण् ) | निशामने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2738 | वेणृँ॑(वेण्) | वादित्रग्रहणे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2739 | वेथृँ॒ ( वेथ् ) | याचने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2740 | वेल ( वेल ) | कालोपदेशे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2741 | वेल(वेल) | कालोपयोगे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2742 | वेलृँ(वेल्) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2743 | वेल्लृँ(वेल्ल्) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2744 | वेल्लँ ( वेल्ल् ) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2745 | वेवीङ्(वेवी) | वेतिना_तुल्ये | अदादिः | सेट् | आ.प |
2746 | वेष्टँ॒ ( वेष्ट् ) | वेष्टने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2747 | वेहृँ॒ ( वेह् ) | प्रयत्ने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2748 | व्यचँ ( व्यच् ) | व्याजीकरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2749 | व्यचँ(व्यच्) | सम्भवे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2750 | व्यजँ(व्यज्) | व्याजीकरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2751 | व्यथँ॒ ( व्यथ् ) | चलने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2752 | व्यथँ॒ ( व्यथ् ) | भये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2753 | व्यथँ॒ ( व्यथ् ) | सञ्चलने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2754 | व्य॒धँ ( व्यध् ) | ताडने | दिवादिः | अनिट् | प.प |
2755 | व्यय(व्यय) | गतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
2756 | व्यय(व्यय) | वित्तसमुत्सर्गे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2757 | व्यय(व्यय) | वित्तसमुत्सर्गे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2758 | व्ययँ॑ ( व्यय् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2759 | व्ययँ॑(व्यय्) | क्षये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2760 | व्युषँ ( व्युष् ) | दाहे | दिवादिः | सेट् | प.प |
2761 | व्युषँ ( व्युष् ) | विभागे | दिवादिः | सेट् | प.प |
2762 | व्ये॒ञ् ( व्ये ) | संवरणे | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
2763 | व्रजँ ( व्रज् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2764 | व्रजँ॑(व्रज्) | गतौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2765 | व्रजँ(व्रज्) | गतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
2766 | व्रजँ॑(व्रज्) | मार्गसंस्कारे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2767 | व्रजँ ( व्रज् ) | मार्गे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2768 | व्रजँ ( व्रज् ) | संस्कारे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2769 | व्रण(व्रण) | गात्रविचूर्णने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2770 | व्रण(व्रण) | गात्रविचूर्णने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2771 | व्रणँ ( व्रण् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2772 | व्री॒ ( व्री ) | वरणे | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
2773 | व्री॒ङ् ( व्री ) | वृणोत्यर्थे | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
2774 | व्रीडँ(व्रीड्) | चोदने | दिवादिः | सेट् | प.प |
2775 | व्रुडँ ( व्रुड् ) | संवरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2776 | व्ली॒ ( व्ली ) | वरणे | क्र्यादिः | अनिट् | प.प |
2777 | शकिँ॒ ( शक् ) | शङ्कायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2778 | श॒कॢँ(शक्) | शक्तौ | स्वादिः | अनिट् | प.प |
2779 | श॒कँ(शक्) | विभाषितो_मर्षणे | दिवादिः | अनिट् | प.प |
2780 | शचँ॒(शच्) | व्यक्तायां_वाचि | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2781 | शटँ(शट्) | अवसादने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2782 | शटँ(शट्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2783 | शटँ(शट्) | रुजायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2784 | शटँ(शट्) | विशरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2785 | शठ(शठ) | असम्यगाभाषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2786 | शठ(शठ) | सम्यगवभाषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2787 | शठ(शठ) | सम्यगाभाषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2788 | शठँ(शठ्) | कैतवे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2789 | शठँ(शठ्) | सङ्क्लेशने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2790 | शठँ(शठ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2791 | शठँ॑(शठ्) | असंस्कारे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2792 | शठँ॑ ( शठ् ) | गतौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2793 | शठँ ( शठ् ) | गतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
2794 | शठँ॑(शठ्) | श्लाघायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2795 | शठँ(शठ्) | श्लाघायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2796 | शठँ ( शठ् ) | संस्कारे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2797 | शडिँ॒(शड्) | रुजायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2798 | शडिँ॒(शड्) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2799 | शणँ(शण्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2800 | शणँ(शण्) | दाने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2801 | श॒दॢँ(शद्) | शातने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2802 | शदॢँ(शद्) | शातने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2803 | श॒दॢँ(शद्) | शातने | तुदादिः | अनिट् | प.प |
2804 | शन्बँ(शन्ब्) | सम्बन्धे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2805 | शन्सुँ(शन्स्) | स्तुतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2806 | श॒पँ॑ ( शप् ) | आक्रोशे | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
2807 | श॒पँ॑ ( शप् ) | आक्रोशे | दिवादिः | अनिट् | उ.प |
2808 | शब्दँ(शब्द्) | उपसर्गादाविष्कारे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2809 | शब्दँ(शब्द्) | शब्दक्रियायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2810 | शमुँ ( शम् ) | उपशमने | दिवादिः | सेट् | प.प |
2811 | शमुँ(शम्) | उपशमे | दिवादिः | सेट् | प.प |
2812 | शमँ॑ ( शम् ) | आलोचने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2813 | शमँ ( शम् ) | आलोचने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2814 | शर्बँ ( शर्ब् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2815 | शर्वँ ( शर्व् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2816 | शलँ ( शल् ) | आशुगमने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2817 | शलँ ( शल् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2818 | शलँ॒ ( शल् ) | चलने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2819 | शलँ॒ ( शल् ) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2820 | शल्भँ॒ ( शल्भ् ) | कत्थने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2821 | शवँ ( शव् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2822 | शशँ ( शश् ) | प्लुतगतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2823 | शशँ(शश्) | प्लुतिगतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2824 | शषँ ( शष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2825 | शसुँ ( शस् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2826 | शाखृँ ( शाख् ) | व्याप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2827 | शाडृँ॒ ( शाड् ) | श्लाघायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2828 | शा॒नँ॑ ( शान् ) | तेजने | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
2829 | शानँ॑ ( शान् ) | तेजने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2830 | शार(शार) | दौर्बल्ये | चुरादिः | सेट् | प.प |
2831 | शासुँ ( शास् ) | अनुशिष्टौ | अदादिः | सेट् | प.प |
2832 | शिक्षँ॒ ( शिक्ष् ) | विद्योपादाने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2833 | शिघिँ ( शिघ् ) | आघ्राणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2834 | शिजिँ॒(शिज्) | अव्यक्ते_शब्दे | अदादिः | सेट् | आ.प |
2835 | शि॒ञ् ( शि ) | निशाने | स्वादिः | अनिट् | उ.प |
2836 | शिटँ ( शिट् ) | अनादरे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2837 | शिलँ ( शिल् ) | उञ्छे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2838 | शि॒षॢँ(शिष्) | विशरणे | रुधादिः | अनिट् | प.प |
2839 | शि॒षॢँ(शिष्) | विशेषणे | रुधादिः | अनिट् | प.प |
2840 | शिषँ ( शिष् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2841 | शिषँ॑ ( शिष् ) | असर्वोपयोगे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2842 | शिषँ ( शिष् ) | असर्वोपयोगे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2843 | शीकृँ॒ ( शीक् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2844 | शीकृँ॒ ( शीक् ) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2845 | शीकँ(शीक्) | आमर्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2846 | शीकँ॑ ( शीक् ) | भाषार्थे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2847 | शीकँ॑ ( शीक् ) | मर्षणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2848 | शीकँ ( शीक् ) | मर्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2849 | शीङ् ( शी ) | स्वप्ने | अदादिः | सेट् | आ.प |
2850 | शीङ् ( शी ) | स्वप्ने | अदादिः | सेट् | प.प |
2851 | शीभृँ॒ ( शीभ् ) | कत्थने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2852 | शील(शील) | उपधारणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2853 | शील(शील) | उपधारणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2854 | शीलँ ( शील् ) | निमेषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2855 | शीलँ ( शील् ) | समाधौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2856 | शु॒(शु) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2857 | शुकँ(शुक्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2858 | शुक्लँ॑(शुक्ल्) | अतिस्पर्शने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2859 | शुचँ ( शुच् ) | शोके | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2860 | शुच्यीँ(शुच्य्) | अभिषवे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2861 | शुच्यँ ( शुच्य् ) | अभिषवे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2862 | शुठिँ(शुठ्) | गतिप्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2863 | शुठिँ ( शुठ् ) | शोषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2864 | शुठिँ॑ ( शुठ् ) | शोषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2865 | शुठिँ ( शुठ् ) | शोषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2866 | शुठँ ( शुठ् ) | गतिप्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2867 | शुठँ॑ ( शुठ् ) | आलस्ये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2868 | शुठँ ( शुठ् ) | आलस्ये | चुरादिः | सेट् | प.प |
2869 | शु॒धँ ( शुध् ) | शौचे | दिवादिः | अनिट् | प.प |
2870 | शुनँ ( शुन् ) | गतौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
2871 | शुन्धँ ( शुन्ध् ) | शुद्धौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2872 | शुन्धँ(शुन्ध्) | शौचकरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2873 | शुन्धँ॑ ( शुन्ध् ) | शौचकर्मणि | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2874 | शुन्धँ ( शुन्ध् ) | शौचकर्मणि | चुरादिः | सेट् | प.प |
2875 | शुन्भँ(शुन्भ्) | भाषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2876 | शुन्भँ(शुन्भ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2877 | शुन्भँ(शुन्भ्) | शोभार्थे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2878 | शुभँ॒ ( शुभ् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2879 | शुभँ ( शुभ् ) | भाषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2880 | शुभँ(शुभ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2881 | शुभँ ( शुभ् ) | शोभार्थे | तुदादिः | सेट् | प.प |
2882 | शुल्कँ॑ ( शुल्क् ) | सर्जने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2883 | शुल्बँ॑ ( शुल्ब् ) | माने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2884 | शु॒षँ ( शुष् ) | शोषणे | दिवादिः | अनिट् | प.प |
2885 | शूर ( शूर ) | विक्रान्तौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2886 | शूर ( शूर ) | विक्रान्तौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
2887 | शूरीँ॒(शूर्) | स्तम्भे | दिवादिः | सेट् | आ.प |
2888 | शूरीँ॒ ( शूर् ) | हिंसायाम् | दिवादिः | सेट् | आ.प |
2889 | शूर्पँ ( शूर्प् ) | माने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2890 | शूलँ ( शूल् ) | रुजायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2891 | शूलँ ( शूल् ) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2892 | शूषँ ( शूष् ) | प्रसवे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2893 | शृधुँ॑(शृध्) | उन्दे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2894 | शृधुँ॒ ( शृध् ) | शब्दकुत्सायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2895 | शृधुँ॑ ( शृध् ) | प्रसहने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2896 | शृधुँ ( शृध् ) | प्रसहने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2897 | शृधृँ॑(शृध्) | उन्दे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2898 | शृधँ(शृध्) | अप्रसहने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2899 | शॄ ( शॄ ) | हिंसायाम् | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2900 | शॄञ्(शॄ) | हिंसायाम् | क्र्यादिः | सेट् | उ.प |
2901 | शेलृँ(शेल्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2902 | शेवृँ॒ ( शेव् ) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2903 | शेवृँ॒ ( शेव् ) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2904 | शै॒(शै) | पाके | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2905 | शो॒ ( शो ) | तनूकरणे | दिवादिः | अनिट् | प.प |
2906 | शो ( शो ) | तनूकरणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
2907 | शोणृँ ( शोण् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2908 | शोणृँ ( शोण् ) | वर्णे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2909 | शौटृँ ( शौट् ) | गर्वे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2910 | श्च्युतिँर् ( श्च्युत् ) | क्षरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2911 | श्मीलँ ( श्मील् ) | निमेषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2912 | श्यै॒ङ् ( श्यै ) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
2913 | श्रकिँ॒ ( श्रक् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2914 | श्रगिँ ( श्रग् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2915 | श्रणुँ॑(श्रण्) | दाने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2916 | श्रणँ(श्रण्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2917 | श्रणँ(श्रण्) | दाने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2918 | श्रणँ॑ ( श्रण् ) | दाने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2919 | श्रणँ ( श्रण् ) | दाने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2920 | श्रथ(श्रथ) | दौर्बल्ये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2921 | श्रथ(श्रथ) | दौर्बल्ये | चुरादिः | सेट् | प.प |
2922 | श्रथिँ॒ ( श्रथ् ) | शैथिल्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2923 | श्रथँ ( श्रथ् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2924 | श्रथँ ( श्रथ् ) | प्रतियत्ने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2925 | श्रथँ॑(श्रथ्) | प्रतिहर्षे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2926 | श्रथँ॑(श्रथ्) | प्रयत्ने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2927 | श्रथँ॑ ( श्रथ् ) | मोक्षणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2928 | श्रथँ ( श्रथ् ) | मोक्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2929 | श्रथँ(श्रथ्) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2930 | श्रन्थँ ( श्रन्थ् ) | प्रतिहर्षे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2931 | श्रन्थँ(श्रन्थ्) | मोचने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2932 | श्रन्थँ ( श्रन्थ् ) | विमोचने | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2933 | श्रन्थँ ( श्रन्थ् ) | सन्दर्भे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2934 | श्रन्थँ(श्रन्थ्) | हर्षे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
2935 | श्रन्थँ॑ ( श्रन्थ् ) | सन्दर्भे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2936 | श्रन्थँ ( श्रन्थ् ) | सन्दर्भे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2937 | श्रन्भुँ॒(श्रन्भ्) | प्रमादे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2938 | श्रमुँ ( श्रम् ) | खेदे | दिवादिः | सेट् | प.प |
2939 | श्रमुँ ( श्रम् ) | तपसि | दिवादिः | सेट् | प.प |
2940 | श्रा ( श्रा ) | पाके | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2941 | श्रा॒ ( श्रा ) | पाके | अदादिः | अनिट् | प.प |
2942 | श्रिञ् ( श्रि ) | सेवायाम् | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2943 | श्रिषुँ ( श्रिष् ) | दाहे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2944 | श्री॒ञ्(श्री) | पाके | क्र्यादिः | अनिट् | उ.प |
2945 | श्रु॒ ( श्रु ) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2946 | श्रु॒ ( श्रु ) | श्रवणे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2947 | श्रेकृँ॒(श्रेक्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2948 | श्रै॒ ( श्रै ) | पाके | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2949 | श्रोणृँ ( श्रोण् ) | गतिप्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2950 | श्रोणृँ ( श्रोण् ) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2951 | श्लकिँ॒ ( श्लक् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2952 | श्लगिँ ( श्लग् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2953 | श्लथँ ( श्लथ् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2954 | श्लाखृँ ( श्लाख् ) | व्याप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2955 | श्लाघृँ॒ ( श्लाघ् ) | कत्थने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2956 | श्लिषुँ ( श्लिष् ) | दाहे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2957 | श्लि॒षँ ( श्लिष् ) | आलिङ्गने | दिवादिः | अनिट् | प.प |
2958 | श्लिषँ(श्लिष्) | आलिङ्गने | चुरादिः | सेट् | प.प |
2959 | श्लिषँ॑ ( श्लिष् ) | श्लेषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2960 | श्लेषृँ॑(श्लेष्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2961 | श्लोकृँ॒(श्लोक्) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2962 | श्लोणृँ ( श्लोण् ) | गतिप्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2963 | श्लोणृँ ( श्लोण् ) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2964 | श्वकिँ॒(श्वक्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2965 | श्वगिँ(श्वग्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2966 | श्वचिँ॒ ( श्वच् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2967 | श्वचँ॒ ( श्वच् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2968 | श्वठ(श्वठ) | असम्यगाभाषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2969 | श्वठ(श्वठ) | सम्यगवभाषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2970 | श्वठ(श्वठ) | सम्यगाभाषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2971 | श्वठँ॑(श्वठ्) | असंस्कारे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2972 | श्वठँ॑ ( श्वठ् ) | गतौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2973 | श्वठँ ( श्वठ् ) | गतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
2974 | श्वठँ ( श्वठ् ) | संस्कारे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2975 | श्वभ्रँ॑ ( श्वभ्र् ) | गत्याम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2976 | श्वर्तँ॑ ( श्वर्त् ) | गत्याम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2977 | श्वर्तँ ( श्वर्त् ) | गत्याम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2978 | श्वलँ ( श्वल् ) | आशुगमने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2979 | श्वल्कँ॑ ( श्वल्क् ) | परिभाषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2980 | श्वल्कँ ( श्वल्क् ) | परिभाषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
2981 | श्वल्लँ ( श्वल्ल् ) | आशुगमने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2982 | श्वसँ ( श्वस् ) | प्राणने | अदादिः | सेट् | प.प |
2983 | श्विताँ॒ ( श्वित् ) | वर्णे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2984 | श्विदिँ॒ ( श्विद् ) | श्वैत्ये | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2985 | श्वेलृँ(श्वेल्) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2986 | षगेँ ( षग् ) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2987 | षघँ ( षघ् ) | हिंसायाम् | स्वादिः | सेट् | प.प |
2988 | ष॒चँ॑ ( षच् ) | समवाये | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
2989 | षचँ॑ ( षच् ) | समवाये | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
2990 | षचँ॒ ( षच् ) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
2991 | षटँ ( षट् ) | अवयवे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2992 | षणुँ॑ ( षण् ) | दाने | तनादिः | सेट् | उ.प |
2993 | षणँ(षण्) | भक्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2994 | षणँ ( षण् ) | सम्भक्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2995 | षत्टँ॑(षत्ट्) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
2996 | षत्टँ(षत्ट्) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
2997 | ष॒दॢँ(षद्) | अवसादने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
2998 | षदॢँ(षद्) | अवसादने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
2999 | ष॒दॢँ(षद्) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3000 | षदॢँ(षद्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3001 | ष॒दॢँ(षद्) | विशरणे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3002 | षदॢँ(षद्) | विशरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3003 | ष॒दॢँ(षद्) | अवसादने | तुदादिः | अनिट् | प.प |
3004 | ष॒दॢँ(षद्) | गतौ | तुदादिः | अनिट् | प.प |
3005 | ष॒दॢँ(षद्) | विशरणे | तुदादिः | अनिट् | प.प |
3006 | ष॒न्जँ(षन्ज्) | सङ्गे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3007 | षन्बँ॑(षन्ब्) | सम्बन्धे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3008 | षन्बँ(षन्ब्) | सम्बन्धे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3009 | षपँ ( षप् ) | समवाये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3010 | षमँ(षम्) | अवैक्लव्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3011 | षमँ ( षम् ) | वैक्लव्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3012 | षर्जँ ( षर्ज् ) | अर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3013 | षर्बँ(षर्ब्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3014 | षर्वँ ( षर्व् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3015 | षलँ ( षल् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3016 | षसँ(षस्) | ष्वप्ने | अदादिः | सेट् | प.प |
3017 | षसँ ( षस् ) | स्वप्ने | अदादिः | सेट् | प.प |
3018 | षस्जँ ( षस्ज् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3019 | षस्तिँ(षस्त्) | ष्वप्ने | अदादिः | सेट् | प.प |
3020 | षस्तिँ(षस्त्) | स्वप्ने | अदादिः | सेट् | प.प |
3021 | ष॒हँ॒ ( षह् ) | मर्षणे | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
3022 | षहँ॒ ( षह् ) | मर्षणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3023 | षहँ(षह्) | शक्यर्थे | दिवादिः | सेट् | प.प |
3024 | षहँ॑ ( षह् ) | मर्षणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3025 | षहँ ( षह् ) | मर्षणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3026 | षा॒धँ(षाध्) | संसिद्धौ | स्वादिः | अनिट् | प.प |
3027 | षान्त्वँ॑ ( षान्त्व् ) | सामप्रयोगे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3028 | षान्त्वँ ( षान्त्व् ) | सामप्रयोगे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3029 | षि॒चँ॑ ( षिच् ) | क्षरणे | तुदादिः | अनिट् | उ.प |
3030 | षि॒ञ् ( षि ) | बन्धने | स्वादिः | अनिट् | उ.प |
3031 | षि॒ञ् ( षि ) | बन्धने | क्र्यादिः | अनिट् | उ.प |
3032 | षिटँ ( षिट् ) | अनादरे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3033 | षिधुँ ( षिध् ) | गत्याम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3034 | षि॒धुँ ( षिध् ) | संराद्धौ | दिवादिः | अनिट् | प.प |
3035 | षिधूँ(षिध्) | माङ्गल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3036 | षिधूँ(षिध्) | शास्त्रे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3037 | षिलँ ( षिल् ) | उञ्छे | तुदादिः | सेट् | प.प |
3038 | षिवुँ ( षिव् ) | तन्तुसन्ताने | दिवादिः | सेट् | प.प |
3039 | षु॒ ( षु ) | ऐश्वर्ये | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3040 | षु॒ ( षु ) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3041 | षु॒ ( षु ) | प्रसवे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3042 | षु॒ ( षु ) | ऐश्वर्ये | अदादिः | अनिट् | प.प |
3043 | षु॒ ( षु ) | प्रसवे | अदादिः | अनिट् | प.प |
3044 | षु॒ञ् ( षु ) | अभिषवे | स्वादिः | अनिट् | उ.प |
3045 | षुत्टँ॑(षुत्ट्) | अनादरे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3046 | षुत्टँ(षुत्ट्) | अनादरे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3047 | षुरँ ( षुर् ) | ऐश्वर्ये | तुदादिः | सेट् | प.प |
3048 | षुरँ ( षुर् ) | दीप्तौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
3049 | षुहँ(षुह्) | चक्यर्थे | दिवादिः | सेट् | प.प |
3050 | षुहँ(षुह्) | शक्यर्थे | दिवादिः | सेट् | प.प |
3051 | षू ( षू ) | प्रेरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
3052 | षूङ् ( षू ) | प्राणिगर्भविमोचने | अदादिः | सेट् | आ.प |
3053 | षूङ् ( षू ) | प्राणिगर्भविमोचने | अदादिः | सेट् | प.प |
3054 | षू॒ङ् ( षू ) | प्राणिप्रसवे | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
3055 | षूङ् ( षू ) | प्राणिप्रसवे | दिवादिः | सेट् | आ.प |
3056 | षूदँ॒ ( षूद् ) | क्षरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3057 | षूदँ ( षूद् ) | आस्रवणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3058 | षूदँ॑ ( षूद् ) | क्षरणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3059 | षूदँ ( षूद् ) | क्षरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3060 | षूर्क्षँ(षूर्क्ष्) | अनादरे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3061 | षूर्क्ष्यँ(षूर्क्ष्य्) | ईर्ष्यायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3062 | षूषँ(षूष्) | प्रसवे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3063 | षृधृँ॑(षृध्) | उन्दे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
3064 | षृन्भुँ(षृन्भ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3065 | षृभुँ ( षृभ् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3066 | षेबृँ॒(षेब्) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3067 | षेवृँ॒ ( षेव् ) | सेचने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3068 | षेवृँ॒ ( षेव् ) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3069 | षै॒(षै) | क्षये | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3070 | षो॒ ( षो ) | अन्तकर्मणि | दिवादिः | अनिट् | प.प |
3071 | षो ( षो ) | अन्तकर्मणि | दिवादिः | सेट् | प.प |
3072 | ष्कभिँ॒(ष्कभ्) | प्रतिबन्धे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3073 | ष्टीमँ ( ष्टीम् ) | आर्द्रीभावे | दिवादिः | सेट् | प.प |
3074 | ष्टुचँ॒ ( ष्टुच् ) | प्रसादे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3075 | ष्टुभुँ॒ ( ष्टुभ् ) | स्तम्भे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3076 | ष्टृक्षँ ( ष्टृक्ष् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3077 | ष्ट्यै॒ ( ष्ट्यै ) | शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3078 | ष्ट्यै॒ ( ष्ट्यै ) | सङ्घाते | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3079 | ष्ठा॒ ( ष्ठा ) | गतिनिवृत्तौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3080 | ष्ठिवुँ(ष्ठिव्) | निरसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3081 | ष्ठिवुँ(ष्ठिव्) | निरसने | दिवादिः | सेट् | प.प |
3082 | ष्णै॒(ष्णै) | वेष्टने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3083 | ष्तकँ(ष्तक्) | प्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3084 | ष्तनँ(ष्तन्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3085 | ष्तभिँ॒(ष्तभ्) | प्रतिबन्धे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3086 | ष्तमँ(ष्तम्) | अवैक्लव्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3087 | ष्तमँ(ष्तम्) | वैक्लव्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3088 | ष्तिघँ॒(ष्तिघ्) | आस्कन्दने | स्वादिः | सेट् | आ.प |
3089 | ष्तिपृँ॒(ष्तिप्) | क्षरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3090 | ष्तिमँ(ष्तिम्) | आर्द्रीभावे | दिवादिः | सेट् | प.प |
3091 | ष्तीमँ(ष्तीम्) | आर्द्रीभावे | दिवादिः | सेट् | प.प |
3092 | ष्तुचँ॒(ष्तुच्) | प्रसादे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3093 | ष्तु॒ञ्(ष्तु) | स्तुतौ | अदादिः | अनिट् | उ.प |
3094 | ष्तुभुँ॒(ष्तुभ्) | स्तम्भे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3095 | ष्तूपँ॑(ष्तूप्) | समुच्छ्राये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3096 | ष्तूपँ(ष्तूप्) | समुच्छ्राये | चुरादिः | सेट् | प.प |
3097 | ष्तेपृँ॒(ष्तेप्) | क्षरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3098 | ष्तै॒(ष्तै) | वेष्टने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3099 | ष्थगेँ(ष्थग्) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3100 | ष्थलँ(ष्थल्) | स्थाने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3101 | ष्था॒(ष्था) | गतिनिवृत्तौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3102 | ष्थुडँ(ष्थुड्) | संवरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
3103 | ष्नसुँ(ष्नस्) | निरसने | दिवादिः | सेट् | प.प |
3104 | ष्ना॒(ष्ना) | शौचे | अदादिः | अनिट् | प.प |
3105 | ष्नि॒हँ(ष्निह्) | प्रीतौ | दिवादिः | अनिट् | प.प |
3106 | ष्निहँ॑(ष्निह्) | स्नेहने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3107 | ष्निहँ(ष्निह्) | स्नेहने | चुरादिः | सेट् | प.प |
3108 | ष्नु(ष्नु) | प्रसवणे | अदादिः | सेट् | प.प |
3109 | ष्नु(ष्नु) | प्रस्रवणे | अदादिः | सेट् | प.प |
3110 | ष्नुस(ष्नुस) | निरसने | दिवादिः | सेट् | प.प |
3111 | ष्नुसुँ(ष्नुस्) | अदने | दिवादिः | सेट् | प.प |
3112 | ष्नु॒हँ(ष्नुह्) | उद्गिरणे | दिवादिः | अनिट् | प.प |
3113 | ष्नै॒(ष्नै) | वेष्टने | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3114 | ष्मि॒ङ् ( ष्मि ) | ईषद्धसने | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
3115 | ष्वक्कँ॒(ष्वक्क्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3116 | ष्वक्वँ॒(ष्वक्व्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3117 | ष्वदँ॒(ष्वद्) | आस्वादने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3118 | ष्वदँ(ष्वद्) | आस्वादने | चुरादिः | सेट् | प.प |
3119 | ष्वदँ(ष्वद्) | संवरणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3120 | ष्व॒न्जँ॒(ष्वन्ज्) | परिष्वङ्गे | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
3121 | ष्वष्कँ॒(ष्वष्क्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3122 | ष्वि॒दा(ष्विदा) | गात्रप्रक्षरणे | दिवादिः | अनिट् | प.प |
3123 | सङ्केत(सङ्केत) | आमन्त्रणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3124 | सत्टँ॑(सत्ट्) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3125 | सत्र(सत्र) | सन्तानक्रियायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3126 | सत्र(सत्र) | सन्तानक्रियायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
3127 | स॒॒भा(सभाज) | दर्शने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3128 | स॒॒भा(सभाज) | दर्शने | चुरादिः | सेट् | प.प |
3129 | स॒॒भा(सभाज) | प्रीतौ | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3130 | स॒॒भा(सभाज) | प्रीतौ | चुरादिः | सेट् | प.प |
3131 | सर्जँ(सर्ज्) | अर्जने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3132 | सर्बँ(सर्ब्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3133 | सलँ(सल्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3134 | सा॒धँ(साध्) | संसिद्धौ | स्वादिः | अनिट् | प.प |
3135 | सान्त्वँ॑(सान्त्व्) | सामप्रयोगे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3136 | सान्बँ॑(सान्ब्) | सम्बन्धे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3137 | साम(साम) | सान्तने | चुरादिः | सेट् | प.प |
3138 | साम(साम) | सान्त्वने | चुरादिः | सेट् | प.प |
3139 | साम(साम) | सान्त्वप्रयोगे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3140 | सार(सार) | दौर्बल्ये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3141 | सार(सार) | दौर्बल्ये | चुरादिः | सेट् | प.प |
3142 | सुख(सुख) | तत्क्रियायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3143 | सुख(सुख) | तत्क्रियायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
3144 | सुत्टँ॑(सुत्ट्) | अनादरे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3145 | सुरँ(सुर्) | ऐश्वर्ये | तुदादिः | सेट् | प.प |
3146 | सुरँ(सुर्) | दीप्तौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
3147 | सूच(सूच) | पैशुन्ये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3148 | सूच(सूच) | पैशुन्ये | चुरादिः | सेट् | प.प |
3149 | सूत्र(सूत्र) | विमोचने | चुरादिः | सेट् | प.प |
3150 | सूत्र(सूत्र) | वेष्टने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3151 | सूत्र(सूत्र) | वेष्टने | चुरादिः | सेट् | प.प |
3152 | सूर्क्षँ(सूर्क्ष्) | आदरे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3153 | सूर्क्ष्यँ(सूर्क्ष्य्) | अनादरे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3154 | सूर्क्ष्यँ(सूर्क्ष्य्) | ईर्ष्यायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3155 | सृ॒(सृ) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3156 | सृ॒(सृ) | गतौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
3157 | सृ॒(सृ) | गतौ | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
3158 | सृ॒जँ॒(सृज्) | विसर्गे | दिवादिः | अनिट् | आ.प |
3159 | सृ॒जँ(सृज्) | विसर्गे | तुदादिः | अनिट् | प.प |
3160 | सृन्भुँ(सृन्भ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3161 | सृ॒पॢँ(सृप्) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3162 | सृभुँ(सृभ्) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3163 | सेकृँ॒(सेक्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3164 | सेवृँ॒ (सेव्) | सेवने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3165 | सै॒(सै) | क्षये | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3166 | संग्रामँ॑(संग्राम्) | युद्धे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3167 | संग्रामँ(संग्राम्) | युद्धे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3168 | स्क॒न्दिँर्(स्कन्द्) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3169 | स्क॒न्दिँर्(स्कन्द्) | शोषणे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3170 | स्कभिँ॒(स्कभ्) | प्रतिबन्धे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3171 | स्कु॒ञ्(स्कु) | आप्रवणे | क्र्यादिः | अनिट् | उ.प |
3172 | स्कु॒ञ्(स्कु) | आप्लवने | क्र्यादिः | अनिट् | उ.प |
3173 | स्कुदिँ॒(स्कुद्) | आप्रवणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3174 | स्खदँ॒(स्खद्) | खदने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3175 | स्खदँ॒(स्खद्) | स्खदने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3176 | स्खलँ(स्खल्) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3177 | स्खलँ(स्खल्) | सङ्ख्याने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3178 | स्खलँ(स्खल्) | सञ्चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3179 | स्तकँ(स्तक्) | प्रतिघाते | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3180 | स्तन(स्तन) | देवशब्दे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3181 | स्तन(स्तन) | देवशब्दे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3182 | स्तनँ(स्तन्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3183 | स्तनँ(स्तन्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3184 | स्तिपँ॑(स्तिप्) | क्षेपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3185 | स्तिमँ(स्तिम्) | आर्द्रीभावे | दिवादिः | सेट् | प.प |
3186 | स्तुपँ॑(स्तुप्) | समुच्छ्राये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3187 | स्तूपँ(स्तूप्) | समुच्छ्राये | दिवादिः | सेट् | प.प |
3188 | स्तृक्षँ(स्तृक्ष्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3189 | स्तृ॒ञ्(स्तृ) | आच्छादने | स्वादिः | अनिट् | उ.प |
3190 | स्तृन्हू(स्तृन्हू) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
3191 | स्तृहूँ(स्तृह्) | हिंसायाम् | तुदादिः | सेट् | प.प |
3192 | स्तॄञ्(स्तॄ) | आच्छादने | क्र्यादिः | सेट् | उ.प |
3193 | स्तेन(स्तेन) | चौर्ये | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3194 | स्तेन(स्तेन) | चौर्ये | चुरादिः | सेट् | प.प |
3195 | स्तोम(स्तोम) | श्लाघायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3196 | स्तोम(स्तोम) | श्लाघायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
3197 | स्त्यै॒(स्त्यै) | शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3198 | स्त्यै॒(स्त्यै) | सङ्घाते | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3199 | स्थगेँ(स्थग्) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3200 | स्थलँ(स्थल्) | स्थाने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3201 | स्थुडँ(स्थुड्) | संवरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
3202 | स्थूल(स्थूल) | परिबृंहणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3203 | स्थूल(स्थूल) | परिबृंहणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3204 | स्थूल(स्थूल) | परिवृंहणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3205 | स्निटँ॑(स्निट्) | स्नेहने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3206 | स्पदिँ॒ ( स्पद् ) | किञ्चिच्चलने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3207 | स्पर्धँ॒ ( स्पर्ध् ) | सङ्घर्षे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3208 | स्पशँ॑ ( स्पश् ) | बाधने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
3209 | स्पशँ॑ ( स्पश् ) | स्पर्शने | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
3210 | स्पशँ॑ ( स्पश् ) | ग्रहणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3211 | स्पशँ ( स्पश् ) | ग्रहणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3212 | स्पशँ(स्पश्) | श्लेषणे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3213 | स्पशँ॑ ( स्पश् ) | संश्लेषणे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3214 | स्पुडिँ॑(स्पुड्) | परिहासे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3215 | स्पृ॒(स्पृ) | पालने | स्वादिः | अनिट् | प.प |
3216 | स्पृ॒(स्पृ) | प्रीतौ | स्वादिः | अनिट् | प.प |
3217 | स्पृ॒शँ ( स्पृश् ) | संस्पर्शने | तुदादिः | अनिट् | प.प |
3218 | स्पृह ( स्पृह ) | ईप्सायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3219 | स्पृह ( स्पृह ) | ईप्सायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
3220 | स्फटिँ(स्फट्) | विशरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3221 | स्फरँ(स्फर्) | चलने | तुदादिः | सेट् | प.प |
3222 | स्फलँ(स्फल्) | चलने | तुदादिः | सेट् | प.प |
3223 | स्फायीँ॒ ( स्फाय् ) | वृद्धौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3224 | स्फिटँ॑(स्फिट्) | अनादरे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3225 | स्फिटँ(स्फिट्) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
3226 | स्फित्टँ॑(स्फित्ट्) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3227 | स्फुटिँर् ( स्फुट् ) | विशरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3228 | स्फुटँ॒ ( स्फुट् ) | विकसने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3229 | स्फुटँ ( स्फुट् ) | विकसने | तुदादिः | सेट् | प.प |
3230 | स्फुटँ॑ ( स्फुट् ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3231 | स्फुटँ ( स्फुट् ) | भेदने | चुरादिः | सेट् | प.प |
3232 | स्फुडिँ॒(स्फुड्) | विकसने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3233 | स्फुडिँ॑ ( स्फुड् ) | परिहासे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3234 | स्फुडिँ ( स्फुड् ) | परिहासे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3235 | स्फुडँ ( स्फुड् ) | संवरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
3236 | स्फुडँ ( स्फुड् ) | संवरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
3237 | स्फुरँ(स्फुर्) | चलने | तुदादिः | सेट् | प.प |
3238 | स्फुरँ ( स्फुर् ) | दीप्तौ | तुदादिः | सेट् | प.प |
3239 | स्फुरँ ( स्फुर् ) | सञ्चलने | तुदादिः | सेट् | प.प |
3240 | स्फुरँ ( स्फुर् ) | स्फुरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
3241 | स्फुर्छाँ(स्फुर्छ्) | विस्तृतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3242 | स्फुलँ(स्फुल्) | चलने | तुदादिः | सेट् | प.प |
3243 | स्फुलँ ( स्फुल् ) | सञ्चये | तुदादिः | सेट् | प.प |
3244 | स्फुलँ ( स्फुल् ) | सञ्चलने | तुदादिः | सेट् | प.प |
3245 | स्मि॒ङ् ( स्मि ) | ईषद्धसने | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
3246 | स्मिटँ॑ ( स्मिट् ) | अनादरे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3247 | स्मिटँ ( स्मिट् ) | अनादरे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3248 | स्मीलँ(स्मील्) | निमेषणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3249 | स्मुर्छाँ(स्मुर्छ्) | विस्मृतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3250 | स्मृ(स्मृ) | आध्याने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3251 | स्मृ॒(स्मृ) | चिन्तायाम् | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3252 | स्मृ॒(स्मृ) | प्रीतौ | स्वादिः | अनिट् | प.प |
3253 | स्मृ॒(स्मृ) | बलने | स्वादिः | अनिट् | प.प |
3254 | स्यन्दूँ॒ ( स्यन्द् ) | प्रस्रवणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3255 | स्यन्दूँ॒(स्यन्द्) | स्रवणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3256 | स्यमुँ ( स्यम् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3257 | स्यमँ॑ ( स्यम् ) | वितर्के | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3258 | स्यमँ ( स्यम् ) | वितर्के | चुरादिः | सेट् | प.प |
3259 | स्रकिँ॒ ( स्रक् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3260 | स्रन्भुँ॒(स्रन्भ्) | प्रमादे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3261 | स्रन्भुँ॒(स्रन्भ्) | विश्वासे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3262 | स्रन्सुँ॒(स्रन्स्) | अधःपतने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3263 | स्रन्सुँ॒(स्रन्स्) | अवस्रंसने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3264 | स्रन्सुँ॒(स्रन्स्) | प्रमादे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3265 | स्रिवुँ ( स्रिव् ) | गतौ | दिवादिः | सेट् | प.प |
3266 | स्रिवुँ ( स्रिव् ) | शोषणे | दिवादिः | सेट् | प.प |
3267 | स्रु॒ ( स्रु ) | गतौ | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3268 | स्रेकृँ॒ ( स्रेक् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3269 | स्रै॒(स्रै) | पाके | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3270 | स्वदँ॑(स्वद्) | आस्वादने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3271 | स्वनँ(स्वन्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3272 | स्वर ( स्वर ) | आक्षेपे | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3273 | स्वर ( स्वर ) | आक्षेपे | चुरादिः | सेट् | प.प |
3274 | स्वर्तँ॑(स्वर्त्) | कृच्छ्रजीवने | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3275 | स्वर्तँ॑(स्वर्त्) | गत्याम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3276 | स्वर्दँ॒ ( स्वर्द् ) | आस्वादने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3277 | स्वादँ॒ ( स्वाद् ) | आस्वादने | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3278 | स्वृ॒(स्वृ) | उपतापे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3279 | स्वृ॒(स्वृ) | शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3280 | स्वॄ(स्वॄ) | हिंसायाम् | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
3281 | हगेँ(हग्) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3282 | हटँ ( हट् ) | दीप्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3283 | हठँ(हठ्) | प्लुतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3284 | हठँ(हठ्) | शङ्कुबन्धने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3285 | हठँ(हठ्) | शठत्वे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3286 | ह॒दँ॒ ( हद् ) | पुरीषोत्सर्गे | भ्वादिः | अनिट् | आ.प |
3287 | ह॒नँ ( हन् ) | गतौ | अदादिः | अनिट् | प.प |
3288 | ह॒नँ ( हन् ) | हिंसायाम् | अदादिः | अनिट् | प.प |
3289 | हम्मँ ( हम्म् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3290 | हयँ ( हय् ) | कान्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3291 | हयँ ( हय् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3292 | हर्यँ ( हर्य् ) | कान्तौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3293 | हर्यँ ( हर्य् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3294 | हलँ ( हल् ) | विलेखने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3295 | हसेँ ( हस् ) | हसने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3296 | हसँ(हस्) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3297 | हि॒(हि) | गतौ | स्वादिः | अनिट् | प.प |
3298 | हि॒(हि) | वृद्धौ | स्वादिः | अनिट् | प.प |
3299 | हिक्कँ॑(हिक्क्) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | उ.प |
3300 | हिडिँ॒ ( हिड् ) | अनादरे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3301 | हिडिँ॒ ( हिड् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3302 | हिलँ ( हिल् ) | भावकरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
3303 | हिलँ(हिल्) | हावकरणे | तुदादिः | सेट् | प.प |
3304 | हिविँ(हिव्) | प्रीणने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3305 | हिष्कँ ( हिष्क् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
3306 | हिसिँ ( हिस् ) | हिंसायाम् | रुधादिः | सेट् | प.प |
3307 | हिसिँ॑ ( हिस् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3308 | हिसिँ ( हिस् ) | हिंसायाम् | चुरादिः | सेट् | प.प |
3309 | हु॒(हु) | अदने | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
3310 | हु॒(हु) | दाने | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
3311 | हु॒(हु) | दाने | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
3312 | हुडिँ॒ ( हुड् ) | वरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3313 | हुडिँ॒ ( हुड् ) | सङ्घाते | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3314 | हुडिँ॒(हुड्) | हरणे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3315 | हुडृँ(हुड्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3316 | हुडँ(हुड्) | निमज्जने | तुदादिः | सेट् | प.प |
3317 | हुडँ(हुड्) | सङ्घाते | तुदादिः | सेट् | प.प |
3318 | हुडँ(हुड्) | सहने | तुदादिः | सेट् | प.प |
3319 | हुर्छाँ ( हुर्छ् ) | कौटिल्ये | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3320 | हुलँ ( हुल् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3321 | हुलँ ( हुल् ) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3322 | हुलँ ( हुल् ) | हिंसायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3323 | हूडृँ ( हूड् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3324 | हृ॒(हृ) | प्रसह्यकरणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
3325 | हृ॒(हृ) | प्रसह्यकरणे | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
3326 | हृ॒ञ् ( हृ ) | हरणे | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
3327 | हृषुँ(हृष्) | अलीके | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3328 | हृषँ ( हृष् ) | तुष्टौ | दिवादिः | सेट् | प.प |
3329 | हेठँ॒ ( हेठ् ) | विबाधायाम् | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3330 | हेठँ(हेठ्) | भूतप्रादुर्भावे | क्र्यादिः | सेट् | प.प |
3331 | हेडृँ॒ ( हेड् ) | अनादरे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3332 | हेडँ ( हेड् ) | विबाधायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3333 | हेडँ ( हेड् ) | वेष्टने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3334 | हेषृँ॒(हेष्) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3335 | होडृँ॒ ( होड् ) | अनादरे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3336 | होडृँ ( होड् ) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3337 | हौडृँ(हौड्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3338 | ह्नु॒ङ् ( ह्नु ) | अपनयने | अदादिः | अनिट् | आ.प |
3339 | ह्मलँ ( ह्मल् ) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3340 | ह्रगेँ ( ह्रग् ) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3341 | ह्रसँ ( ह्रस् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3342 | ह्रादँ॒(ह्राद्) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3343 | ह्री॒ ( ह्री ) | लज्जायाम् | जुहोत्यादिः | अनिट् | आ.प |
3344 | ह्री॒ ( ह्री ) | लज्जायाम् | जुहोत्यादिः | अनिट् | प.प |
3345 | ह्रीछँ(ह्रीछ्) | लज्जायाम् | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3346 | ह्रेषृँ॒(ह्रेष्) | गतौ | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3347 | ह्लगेँ ( ह्लग् ) | संवरणे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3348 | ह्लपँ॑(ह्लप्) | व्यक्तायां_वाचि | चुरादिः | सेट् | उ.प |
3349 | ह्लपँ(ह्लप्) | व्यक्तायां_वाचि | चुरादिः | सेट् | प.प |
3350 | ह्लसँ ( ह्लस् ) | शब्दे | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3351 | ह्लादीँ॒(ह्लाद्) | अव्यक्ते_शब्दे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3352 | ह्लादीँ॒(ह्लाद्) | सुखे | भ्वादिः | सेट् | आ.प |
3353 | ह्वलँ ( ह्वल् ) | चलने | भ्वादिः | सेट् | प.प |
3354 | ह्वृ॒(ह्वृ) | कौटिल्ये | भ्वादिः | अनिट् | प.प |
3355 | ह्वे॒ञ्(ह्वे) | शब्दे | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
3356 | ह्वे॒ञ्(ह्वे) | स्पर्धायाम् | भ्वादिः | अनिट् | उ.प |
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अद्भुत संकलन, आप के इस अथक प्रयास को नमन।