लुङ्ग् लकार
लुङ् – लुङ् लकार में सामान्य भूत काल का प्रयोग होता है। क्रिया के जिस रूप में भूतकाल के साधारण रूप का बोध होता है, उसे सामान्य काल कहते हैं। सामान्य भूत काल का प्रयोग प्रायः सभी अतीत कालों के लिये किया जाता है; जैसे– अहं पुस्तकम् अपाठिषम्। (मैंने पुस्तक पढ़ी।)
लुङ्ग् लकार धातु रूप उदाहरण
भू / भव् धातु
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अभूत् | अभूताम् | अभूवन् |
मध्यमपुरुषः | अभूः | अभूतम् | अभूत |
उत्तमपुरुषः | अभूवम् | अभूव | अभूम |
चल् धातु
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | अचालीत् | अचालिष्टाम् | अचालिषुः |
मध्यम पुरुष | अचालीः | अचालिष्टम् | अचालिष्ट |
उत्तम पुरुष | अचालिषम् | अचालिष्व | अचालिष्म |
ज्ञा धातु
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | अज्ञासीत् | अज्ञासिष्टाम् | अज्ञासिषुः |
मध्यम पुरुष | अज्ञासीः | अज्ञासिष्टम् | अज्ञासिष्ट |
उत्तम पुरुष | अज्ञासिषम् | अज्ञासिष्व | अज्ञासिष्म |
कर्ता, क्रिया, वचन तथा पुरुष अनुसार लुङ् लकार के उदाहरण
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथम पुरुष | उसने पढ़ा। स: अपाठीत्। |
उन दोनों ने पढ़ा। तौ अपाठिष्ताम्। |
उन सबने पढ़ा। ते अपाठिषु:। |
मध्यम पुरुष | तुमने पढ़ा। त्वम् अपाठी:। |
तुम दोनों ने पढ़ा। युवाम् अपाठिष्टम् |
तुम सबने पढ़ा। यूयम् अपाठिष्ट। |
उत्तम पुरुष | मैंने पढ़ा। अहम् अपाठिषम्। |
हम दोनों ने पढ़ा। आवाम् अपाठिष्व। |
हम सबने पढ़ा। वयम् अपाठिष्म। |
‘मा था ‘मास्म’ के आने पर धातु से पूर्व आने वाला ‘आ’ हट जाता है, जैसे– क्लैव्यं मा स्म गमः पार्थ। (हे पार्थ! तुम नपुंसकता प्राप्त मत करो।) यहाँ ‘मा’ के आ जाने पर अगम: के ‘अ’ का लोप होकर केवल ‘गमः शेष बचा है।
लुङ्ग् लकार में अनुवाद or लुङ्ग् लकार के वाक्य
- तुम्हारे घर सन्तान हुई। – तव गृहे सन्तानः अभूत्।
- महान् उत्सव हुआ। – महान् उत्सवः अभूत्।
- तुम्हारे माता और पिता आनन्दित हुए। – तव माता च पिता च आनन्दितौ अभूताम्।
- सभी आनन्दमग्न हो गए। – सर्वे आनन्दमग्नाः अभूवन्।
- तुम भी प्रसन्न हुए। – त्वम् अपि प्रसन्नः अभूः।
लुङ्ग् लकार के अन्य हिन्दी वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद
- तुम दोनों बहुत आनन्दित हुए। – युवां भूरि आनन्दितौ अभूतम्।
- तुम सब थकित हो गये थे। – यूयं श्रान्ताः अभूत ।
- मैं भी थकित हो गया था। – अहम् अपि श्रान्तः अभूवम्।
- हम दोनों उत्सव से हर्षित हुए। – आवाम् उत्सवेन हर्षितौ अभूव।
- हम सब आनन्दित हुए। – वयम् आनन्दिताः अभूम।