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Articles by Editorial Team:

महाकाव्य (Maha Kavya)

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महाकाव्य में किसी ऐतिहासिक या पौराणिक महापुरुष की संपूर्ण जीवन कथा का आद्योपांत वर्णन होता है। उदाहरणस्वरूप: पद्मावत, रामचरितमानस, कामायनी, साकेत आदि महाकाव्य हैं। चंदबरदाई कृत पृथ्वीराज रासो को हिंदी...

काव्य (Kavya) की परिभाषा, अंग, भेद, प्रकार, जनक, तत्व और उदाहरण

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काव्य किसे कहते हैं? Kavya in Hindi काव्य (Kavya) पद्यात्मक एवं छन्द-बद्ध रचना होती है। चिन्तन की अपेक्षा काव्य में भावनाओं की प्रधानता होती है। इसका साहित्य आनन्द सृजन करता...

नागरी प्रचारिणी सभा – काशी

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नागरी प्रचारिणी सभा (Nagari Pracharini Sabha) को काशी नागरी प्रचारिणी सभा के नाम से भी जाना जाता है, जो वाराणसी में स्थित है। यह हिन्दी भाषा और साहित्य तथा देवनागरी...

सरस्वती पत्रिका – संपादक और संपादन काल

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सरस्वती हिन्दी साहित्य की प्रसिद्ध पत्रकाओं में सबसे उत्तम पत्रिका थी। चिंतामणि घोष ने सरस्वती पत्रिका की स्थापना 1900 ई० में की थी। इस पत्रिका का प्रकाशन जनवरी, प्रारम्भ हुआ था। प्रथम संपादक "जगन्नाथदास रत्नाकर" हैं। इसके लोकप्रिय संपादक आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी जी हैं।

विश्व की भाषाएं – दुनिया की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाएं

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विश्व में भाषाओं और बोलियों की संख्या संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार 6800 से अधिक है। इनमें से 23 भाषाएं लगभग विश्व की आधी से अधिक जनसंख्या द्वारा बोली जाती...

रचना | रचना क्या होती है? रचना का अर्थ एवं रचनाएँ

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रचना शब्द ‘composition’ का हिन्दी रूपान्तरण है। भाषा के क्षेत्र में रचना के अन्तर्गत भावों व विचारों को शब्द-समूहों में सँवारते है। विचारों को क्रमबद्ध करके शब्द-समूह में व्यक्त करना,...

राजभाषा (Official Language): अर्थ एवं परिभाषा, भारत की राजभाषा, दरबारी भाषा

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राजभाषा का शाब्दिक अर्थ है- “राज-काज की भाषा।” अर्थात जो भाषा देश के राजकीय कार्यों के लिए प्रयुक्त होती है, वह ‘राजभाषा‘ कहलाती है। राजाओं-नवाबों के जमाने में इसे ‘दरबारी...

राष्ट्रभाषा (National Language) क्या है? राष्ट्रभाषा का अर्थ

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राष्ट्रभाषा का शाब्दिक अर्थ है, “समस्त राष्ट्र में प्रयुक्त भाषा” अर्थात् आम जन की भाषा (जनभाषा)। जो भाषा समस्त राष्ट्र में जन-जन के विचार-विनिमय का माध्यम हो, वह राष्ट्रभाषा कहलाती...