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Articles by Editorial Team:

लाटानुप्रास अलंकार (Latanupras Alankar)

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लाटानुप्रास अलंकार की परिभाषा जहाँ शब्द और वाक्यों की आवर्ती हो तथा प्रत्येक जगह पर अर्थ भी वही पर अन्वय करने पर भिन्नता आ जाये वहाँ लाटानुप्रास अलंकार होता है।...

वृत्यानुप्रास अलंकार (Vratyanupras Alankar)

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वृत्यानुप्रास अलंकार की परिभाषा जब एक व्यंजन की आवर्ती अनेक बार हो वहाँ वृत्यानुप्रास अलंकार कहते हैं। यह Alankar, शब्दालंकार के 6 भेदों में से Anupras Alankar का एक भेद...

संस्कृत रस – Ras in Sanskrit, काव्य सौंदर्य – संस्कृत व्याकरण

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Ras in Sanskrit ‘स्यत आस्वाद्यते इति रसः‘- अर्थात जिसका आस्वादन किया जाय, सराह-सराहकर चखा जाय, ‘रस‘ कहलाता है। कहने का मतलब कि किसी दृश्य या अदृश्य बात को देखने, सुनने,...

समास प्रकरण – संस्कृत व्याकरण – Samas in Sanskrit

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समास-प्रकरण “अमसनम् अनेकेषां पदानाम् एकपदीभवनं समासः।” – जब अनेक पद अपने जोड़नेवाले विभक्ति-चिह्नादि को छोड़कर परस्पर मिलकर एक पद बन जाते हैं, तो उस एक पद बनने की क्रिया को...

बहुव्रीहि समास – परिभाषा, उदाहरण, भेद, सूत्र, अर्थ – संस्कृत, हिन्दी

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बहुव्रीहि समास की परिभाषा “अन्यपदार्थप्रधानो बहुव्रीहिः”, ‘अनेकमन्यपदार्थ’ बहुव्रीहि समास में समस्तपदों में विद्यमान दो में से कोई पद प्रधान न होकर तीसरे अन्य पद की प्रधानता होती है। इसमें अनेक...

द्वन्द्व समास – परिभाषा, उदाहरण, सूत्र, अर्थ – संस्कृत, हिन्दी

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द्वन्द्व समास की परिभाषा ‘दौ दो द्वन्द्वम्’-दो-दो की जोड़ी का नाम ‘द्वन्द्व है। ‘उभयपदार्थप्रधानो द्वन्द्ध:‘- जिस समास में दोनों पद अथवा सभी पदों की प्रधानता होती है। जैसे – द्वन्द्व...

नञ् समास – Na, Nav Tatpurush/Bahubrihi Samas – संस्कृत, हिन्दी

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नञ् समास की परिभाषा नञ् (न) का सुबन्त के साथ समास ‘नञ् समास‘ कहलाता है। यदि उत्तर पद का अर्थ प्रधान हो तो ‘नञ् तत्पुरुष‘ और यदि अन्य पद की प्रधानता...

समानाधिकरण तत्पुरुष समास – परिभाषा, उदाहरण, सूत्र, अर्थ – संस्कृत, हिन्दी

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समानाधिकरण तत्पुरुष समास की परिभाषा समानाधिकरण तत्पुरुष समास को ‘कर्मधारय समास‘ भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें दोनों पद समान विभक्तिवाले होते हैं। इसमें विशेषण / विशेष्य तथा उपमान /...

द्विगु समास – परिभाषा, उदाहरण, सूत्र, अर्थ – संस्कृत, हिन्दी

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द्विगु समास की परिभाषा ‘संख्यापूर्वो द्विगुः’ – जिस समास का पहला पद संख्यावाची और दूसरा पद कोई संज्ञा हो अर्थात द्विगु समास का पहला पद संख्यावाचक होता है और सम्पूर्ण...