Page ‘62’ of Editorial Team

Articles by Editorial Team:

किशोरावस्था (Adolescence) – Kishoravastha

https://mycoaching.in/adolescence-kishoravastha

किशोरावस्था (Adolescence) मानव विकास की सबसे विचित्र एवं जटिल अवस्था किशोरावस्था है। इसका काल 12 वर्ष से 18 वर्ष तक रहता है। इसमें होने वाले परिवर्तन बालक के व्यक्तित्व के...

बाल विकास की प्रकृति – Nature of Child Development

https://mycoaching.in/nature-of-child-development

बाल विकास की प्रकृति (Nature of Child Development) प्राणी के गर्भ में आने से लेकर पूर्ण प्रौणता प्राप्त होने की स्थिति ही मानव विकास है। पिता के सूत्र (Sperms) तथा...

किशोरावस्था की समस्याएं – Problems of Adolescence Stage

https://mycoaching.in/problems-of-adolescence-stage

किशोरावस्था की समस्याएं किशोरावस्था जीवन का सबसे कठिन काल है। इस काल में किशोरों के जीवन में अनेक शारीरिक एवं मानसिक संवेगात्मक परिवर्तन आते हैं। स्टेनले हाल ने लिखा है-...

किशोरावस्था में शिक्षा का स्वरूप – Form of Education in Adolescence

https://mycoaching.in/form-of-education-in-adolescence

किशोरावस्था में शिक्षा का स्वरूप किशोरावस्था की विशेषताओं से स्पष्ट होता है कि यह मानव जीवन के विकास का सबसे कठिन, उथल-पुथल और समस्याओं से भरा काल होता है। किशोरावस्था...

किशोरावस्था में विकास के सिद्धान्त – Theories of Development in Adolescence

https://mycoaching.in/theories-of-development-in-adolescence

किशोरावस्था में विकास के सिद्धान्त किशोरावस्था में विकास से सम्बन्धित दो सिद्धान्त प्रचलित हैं- आकस्मिक विकास का सिद्धान्त (Theory fo rapid development) क्रमशः विकास का सिद्धान्त (Theory of gradual development)...

किशोरावस्था की मुख्य विशेषताएँ – Characteristics of Adolescence

https://mycoaching.in/characteristics-of-adolescence

किशोरावस्था की मुख्य विशेषताएँ किशोरावस्था का काल संसार के सभी देशों में एक-सा नहीं माना जाता। श्री हैरीमैन ने लिखा है-“योरोपीय देशों में किशोरावस्था का समय लड़कियों में लगभग 13...

बाल्यावस्था में शिक्षा का स्वरूप – Form of Education in Childhood

https://mycoaching.in/form-of-education-in-chilhood

बाल्यावस्था में शिक्षा का स्वरूप बाल्यावस्था में बालक का शिक्षण कार्य (balyavastha mein shiksha ka swaroop) विशेष प्रशिक्षित अध्यापक, माता-पिता और समाज के विभिन्न सदस्यों को करना चाहिये। इस समय...

बाल्यावस्था की विशेषताएँ – Characteristics of Childhood

https://mycoaching.in/characteristics-of-childhood

बाल्यावस्था की विशेषताएँ बाल्यावस्था की प्रमुख विशेषताएँ (Balyavastha Ki Visheshtayen) इस प्रकार हैं- 1. विकास में स्थिरता (Stability in development) बाल्यावस्था में बालक का विकास चलायमान नरहकर व्यवस्थित एवं स्थायी...

शैशवावस्था में शिक्षा का स्वरूप – Form of Education in Infancy

https://mycoaching.in/form-of-education-in-infancy

शैशवावस्था में शिक्षा का स्वरूप शैशवकाल के बालकों को कैसे शिक्षित किया जाना चाहिये? यह प्रश्न बालक के विकास में विशेष महत्त्व रखता है। अत: हमें शैशवीय बालकों की शिक्षा...

शैशवकाल या शैशवावस्था की विशेषताएँ – Characteristics of Infancy

https://mycoaching.in/characteristics-of-infancy

शैशवावस्था या शैशवकाल की विशेषताएँ शैशवकाल की सभी विशेषताओं को क्रमबद्ध करना शिक्षाशास्त्रियों और शिक्षा प्रेमियों के लिये रुचिकर न होगा। अत: हम यहाँ पर इन विशेषताओं को निम्नलिखित तीन...