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साहित्य अकादमी ने उर्दू भाषा में 1955 में ही “ज़फ़र हुसैन ख़ाँ” को ‘मआल और मशीअत (दार्शनिक निबंध)’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया था। ज़फ़र हुसैन ख़ाँ उर्दू भाषा...
साहित्य अकादमी ने बोड़ो भाषा में सर्वप्रथम 2005 ई. में “मंगलसिं हाजवारि” को ‘जिउनि मोगथां बिसम्बि आरो आरज (कविता–संग्रह)’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया था। मंगलसिं हाजवारि बोडो भाषा...
साहित्य अकादमी ने डोगरी भाषा में सर्वप्रथम 1970 ई. में “नरेन्द्र खजूरिया” को मरणोपरांत ‘नीला अंबर काले बादल (कहानी–संग्रह)’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया था। नरेन्द्र खजूरिया डोगरी भाषा...
साहित्य अकादमी ने अंग्रेज़ी भाषा में सर्वप्रथम 1960 ई में “आर. के. नारायण” को ‘द गाइड (उपन्यास)’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया था। आर के नारायण का पूरा नाम...
साहित्य अकादमी ने 1955 ई में ही कन्नड़ भाषा में सर्वप्रथम “के. वी. पुट्टप्पा ‘कुवेंपु’” को ‘श्रीरामायण दर्शनम् (महाकाव्य)’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। कुपल्ली...
साहित्य अकादमी ने कश्मीरी भाषा के लिए सर्वप्रथम 1956 में “जिन्दा कौल ‘मास्टरजी’” को “सुमरन (कविता–संग्रह)” के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया था। कश्मीरी भाषा एक इंडो-आर्य भाषा परिवार की भाषा...
साहित्य अकादमी ने कोंकणी भाषा में सर्वप्रथम 1977 ई में “रवीन्द्र केळेकार” को ‘हिमालयांत (यात्रा–वृत्तांत)’ के लिए दिया था। कोंकणी एक इंडो-आर्यन भाषा है, जो मुख्य रूप से भारत के पश्चिमी...
अनुप्रास और यमक अनुप्रास अलंकार में किसी ‘वर्ण‘ की आवृत्ति बार-बार होती है। अर्थात जब किसी वर्ण की बार-बार आवृत्ति होने से जो चमत्कार होता है उसे अनुप्रास अलंकार कहते...
पच् धातु (पकाना) भ्वादिगणीय धातु है। Pach Dhatu के Roop के जैसे सभी भ्वादिगणीय धातु के धातु रूप (Dhatu Roop) इसी प्रकार बनाते है। पच् धातु का गण (Conjugation) ‘भ्वादिगण...
नी धातु (ले जाना) भ्वादिगणीय धातु है। Ni Dhatu के Roop के जैसे सभी भ्वादिगणीय धातु के धातु रूप (Dhatu Roop) इसी प्रकार बनाते है। नी धातु का गण (Conjugation)...