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Articles by Editorial Team:

छायावादोत्तर युग/शुक्लोत्तर युग – कवि के नाम और रचनाएँ

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छायावादोत्तर युग या शुक्लोत्तर युग (1936 ई. के बाद) का साहित्य अनेक अमूल्य रचनाओं का सागर है, हिन्दी साहित्य जितना समृद्ध साहित्य किसी भी दूसरी भाषा का नहीं है और...

प्रयोगवाद – जन्म, कवि, विशेषताएं, प्रवृत्तियाँ – प्रयोगवादी काव्य धारा

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प्रयोगवाद प्रयोगवाद (1943 ई० से…) : यों तो प्रयोग हरेक युग में होते आये हैं किन्तु ‘प्रयोगवाद’ नाम कविताओं के लिए रूढ़ हो गया है जो कुछ नये बोधों, संवेदनाओं...

नयी कविता – जन्म, कवि, विशेषताएं – नयी कविता काव्य धारा

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नयी कविता नयी कविता (1951 ई० से…): यों तो ‘नयी कविता’ के प्रारंभ को लेकर विद्वानों में विवाद है, लेकिन ‘दूसरे सप्तक‘ के प्रकाशन वर्ष 1951 ई०से नयी कविता’ का...

प्रगतिवाद – जन्म, कवि, विशेषताएं, प्रवृत्तियाँ – प्रगतिवादी काव्यधारा

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प्रगतिवाद प्रगतिवाद एक राजनैतिक एवं सामाजिक शब्द है। ‘प्रगति शब्द का अर्थ है ‘आगे बढ़ना, उन्नति। प्रगतिवाद का अर्थ है ”समाज, साहित्य आदि की निरन्तर उन्नति पर जोर देने का...

छायावादी युग – छायावाद के कवि और उनकी रचनाएँ, रचना एवं रचनाकार

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छायावादी युग (1918 ई०-1936 ई०) हिंदी साहित्य के इतिहास में छायावाद के वास्तविक अर्थ को लेकर विद्वानों में विभिन्न मतभेद है। छायावाद का अर्थ मुकुटधर पांडे ने “रहस्यवाद, सुशील कुमार...

द्विवेदी युग – कवि और उनकी रचनाएँ, रचना एवं रचनाकर

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द्विवेदी युग (1900 से 1920 ई०) हिंदी साहित्य में दिवेदी युग बीसवीं सदी के पहले दो दशकों का युग है। द्विवेदी युग का समय सन 1900 से 1920 तक माना...

कृष्ण भक्ति काव्यधारा या कृष्णाश्रयी शाखा – कवि और रचनाएँ

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कृष्ण काव्यधारा या कृष्णाश्रयी शाखा जिन भक्त कवियों ने विष्णु के अवतार के रूप में कृष्णा की उपासना को अपना लक्ष्य बनाया वे ‘कृष्णाश्रयी शाखा’ या ‘कृष्ण काव्यधारा’ के कवि...

राम भक्ति काव्य धारा या रामाश्रयी शाखा – कवि और रचनाएँ

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राम काव्य धारा या रामाश्रयी शाखा जिन भक्त कवियों ने विष्णु के अवतार के रूप में राम की उपासना को अपना लक्ष्य बनाया वे ‘रामाश्रयी शाखा’ या ‘राम काव्य धारा’...

छन्द – परिभाषा, अंग, भेद और उदाहरण, Chhand in Hindi

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छन्द, हिन्दी भाषा में सौंदर्यशास्त्र का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो साहित्यिक रचनाओं को सौंदर्यपूर्ण आवृत्तियों में निरूपित करने का कार्य करता है। इस पोस्ट में जानें Chhand क्या होता...