रस की व्युत्पत्ति के संबंध में निम्न दो सूत्र भी प्रचलित हैं:- "रस्यते आस्वाद्यते इति रसः" अर्थात् जिसका आस्वादन किया जाता है या स्वाद लिया जाता है, उसे ही 'रस' कहते हैं। Read More !
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ये छायावाद के प्रमुख चार स्तम्भो में से एक थे। इसके अतिरिक्त वे एक लेखक, कहानीकार, कवि, उपन्यासकार, निबंधकार एवं सम्पादक भी थे। परंतु उनकी कविताएं अधिक लोकप्रिय हुई। Read More !
जिन शब्दों के अर्थ में समानता होती है, उन्हें समानार्थक या पर्यायवाची शब्द (Synonyms) कहते है। या किसी शब्द-विशेष के लिए प्रयुक्त समानार्थक शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं। Read More !
रहीम दास (रहीमदास: Rahim Das) का जीवन परिचय. उनका जन्म सन् 1556 ई. के लगभग लाहौर नगर (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। Read More !